NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Bhag 3 जब सिनेमा ने बोलना सीखा Important Question Answers Lesson 11

 

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सीबीएसई कक्षा 8 हिंदी वसंत भाग 3 पुस्तक पाठ 11 के लिए जब सिनेमा ने बोलना सीखा प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 8 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे जब सिनेमा ने बोलना सीखा प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

 The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

 Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

Class 8 Hindi जब सिनेमा ने बोलना सीखा Question Answers Lesson 11 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

 

(1) ‘पहली बोलती फिल्म जिस साल प्रदर्शित हुई, उसी साल कई मूक फिल्में भी विभिन्न भाषाओं में बनीं। मगर बोलती फिल्मों का नया दौर शुरू हो गया था। पहली बोलती फिल्म आलम आरा बनाने वाले फिल्मकार थे अर्देशिर एम. ईरानी। अर्देशिर ने 1929 में हॉलीवुड की एक बोलती फिल्म ‘शो बोट’ देखी और उनके मन में बोलती फिल्म बनाने की इच्छा जगी। पारसी रंगमंच के एक लोकप्रिय नाटक को आधार बनाकर उन्होंने अपनी फिल्म की पटकथा बनाई। इस नाटक के कई गाने ज्यों के त्यों फिल्म में ले लिए गए। एक इंटरव्यू में अर्देशिर ने उस वक्त कहा था ‘हमारे पास कोई संवाद लेखक नहीं था, गीतकार नहीं था, संगीतकार नहीं था।’ इन सबकी शुरुआत होनी थी। अर्देशिर ने फिल्म के गानों के लिए स्वयं की धुनें चुनीं। फिल्म के संगीत में महज तीन वाद्य, तबला, हारमोनियम और वायलिन का इस्तेमाल किया गया। आलम आरा में संगीतकार या गीतकार में स्वतंत्र रूप से किसी का नाम नहीं डाला गया।  इस फिल्म में पहले पार्श्वगायक बने डब्लू. एम. खान। पहला गाना था ‘दे दे खदु के नाम पर प्यारे अगर देने की ताकत है’। आलम आरा का संगीत उस समय डिस्क फॉर्म में रिकार्ड नहीं किया जा सका, फिल्म की शूटिंग शुरू हुई तो साउंड के कारण ही इसकी शूटिंग रात में करनी पड़ती थी। आलम आरा फिल्म ‘अरेबियन नाइट्स’ जैसी फैंटेसी थी। फिल्म ने हिंदी-उर्दू के मेलवाली ‘हिंदुस्तानी’ भाषा को लोकप्रिय बनाया। इसमें गीत, संगीत तथा नृत्य के अनोखे संयोजन थे।

 

प्रश्न 1. पहली बोलती फिल्म के फिल्मकार कौन थे?

(क) अर्देशिर एम. ईरानी

(ख) महेश भट्ट

(ग) मेघना गुलज़ार

(घ) सागर सरहदी

उतर:- (क) अर्देशिर एम. ईरानी

 

प्रश्न 2. पहली बोलती फिल्म का नाम क्या था?

(क) शो बोट

(ख) राजा हरिश्चंद्र

(ग) एक मूर्ख था

(घ) आलम आरा 

उतर:- (घ) आलम आरा 

 

प्रश्न 3. हॉलीवुड की कौन सी एक बोलती फिल्म अर्देशिर ने देखी जिसके बाद उनके मन में बोलती फिल्म बनाने की इच्छा जगी?

(क) क्राइम

(ख) एडवेंचर

(ग) शो बोट

(घ) मिस्ट्री

उतर:- (ग) शो बोट

 

प्रश्न 4. इस गद्यांश में किस रंगमंच का उल्लेख हुआ है?

(क) हिन्दी

(ख) फ़ारसी

(ग) ताजिकिस्तान

(घ) अफ़ग़ानिस्तान

उतर:- (ख) फ़ारसी 

 

प्रश्न 5. इस फिल्म में पहले पार्श्वगायक कौन बने ?

(क) तलत अज़ीज़

(ख) मोहम्मद रफी

(ग) सुरेश वाडेकर

(घ) डब्लू. एम. खान

उतर:- (घ) डब्लू. एम. खान

 

प्रश्न 6. फिल्म आलम आरा में किसकी जैसी फैंटेसी थी?

(क) अरेबियन नाइट्स

(ख) ईरानी नाइट्स

(ग) फ़ारसी नाइट्स

(घ) हिन्दी नाइट्स

उतर:- (क) अरेबियन नाइट्स

 

(2) पहले उनका बतौर नायक चयन किया गया मगर इसी कमी के कारण उन्हें हटाकर उनकी जगह मेहबूब को नायक बना दिया गया। विट्ठल नाराज़ हो गए और अपना हक पाने के लिए उन्होंने मुकदमा कर दिया। उस दौर में उनका मुकदमा मोहम्मद अली जिन्ना ने लड़ा जो तब के मशहूर वकील हुआ करते थे। विट्ठल मुकदमा जीते और भारत की पहली बोलती फिल्म के नायक बनें। उनकी कामयाबी आगे भी ज़ारी रही। मराठी और हिंदी फिल्मों में वे लंबे समय तक नायक और स्टंटमैन के रूप में सक्रिय रहे। इसके अलावा ‘आलम आरा’ में सोहराब मोदी, पृथ्वीराज कपूर, याकूब और जगदीश सेठी जैसे अभिनेता भी मौजूद रहे आगे चलकर जो फिल्मोद्योग के प्रमुख स्तंभ बने।

यह फिल्म 14 मार्च 1931 को मुंबई के ‘मैजेस्टिक’ सिनेमा में प्रदर्शित हुई। फिल्म 8 सप्ताह तक ‘हाउसफुल’ चली और भीड़ इतनी उमड़ती थी कि पुलिस के लिए नियंत्रण करना मुश्किल हो जाया करता था। 

 

प्रश्न 1. फिल्म आलम आरा में सबसे पहले बतौर नायक किसको चयन किया गया था?

(क) मेहबूब को

(ख) बाबूराव पेंटर को

(ग) भालजी को

(घ) विट्ठल को

उतर:- (घ) विट्ठल को

 

प्रश्न 2. विट्ठल का मुकदमा किसने लड़ा था?

(क) मोहम्मद अली जिन्ना

(ख) मेहबूब

(ग) जेनाभाई ठक्कर

(घ) राशिद अली

उतर:- (क) मोहम्मद अली जिन्ना

 

प्रश्न 3. मराठी और हिंदी फिल्मों में लंबे समय तक नायक और स्टंटमैन के रूप में कौन सक्रिय रहा?

(क) सोहराब मोदी

(ख) पृथ्वीराज

(ग) मेहबूब

(घ) विट्ठल

उतर:- (घ) विट्ठल

 

प्रश्न 4. फिल्म आलम आरा मुंबई के किस सिनेमा में प्रदर्शित हुई थी?

(क) ओल्ड और गोल्ड सिनेमा

(ख) डेंजर सिनेमा

(ग) मैजेस्टिक सिनेमा

(घ) कार्निवल्स सिनेमा

उतर:- (ग) मैजेस्टिक सिनेमा

 

प्रश्न 5. फिल्म आलम आरा कितने सप्ताह तक ‘हाउसफुल’ चली ?

(क) 7 सप्ताह तक

(ख) 8 सप्ताह तक

(ग) 6 सप्ताह तक

(घ) 9 सप्ताह तक

उतर:- (ख) 8 सप्ताह तक

 

(3) सवाक् सिनेमा के नए दौर की शुरुआत कराने वाले निर्माता-निर्देशक अर्देशिर इतने विनम्र थे कि जब 1956 में ‘आलम आरा’ के प्रदर्शन के पच्चीस वर्ष पूरे होने पर उन्हें सम्मानित किया गया और उन्हें ‘भारतीय सवाक् फिल्मों का पिता’ कहा गया तो उन्होंने उस मौके पर कहा था। ‘मुझे इतना बडा़ खिताब देने की जरूरत नहीं है। मैनें तो देश के लिए अपने हिस्से का जरूरी योगदान दिया है।’’ जब पहली बार सिनेमा ने बोलना सीख लिया, सिनेमा में काम करने के लिए पढ़े-लिखे अभिनेता-अभिनेत्रियों की जरूरत भी शुरू हुई क्योंकि अब संवाद भी बोलने थे, सिर्फ अभिनय से काम नहीं चलने वाला था। मूक फिल्मों के दौर में तो पहलवान जैसे शरीर वाले स्टंट करनेवाले और उछल-कूद करनेवाले अभिनेताओं से काम चल जाया करता था।

 

प्रश्न 1. उपर्युक्त गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम बताएं।

(क) ध्वनि – सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’

(ख) भगवान के डाकिए – रामधारी सिंह दिनकर

(ग) जब सिनेमा ने बोलना सीखा – प्रदीप तिवारी

(घ) लाख की चूड़ियाँ – कामतानाथ

उतर:- (घ) जब सिनेमा ने बोलना सीखा – प्रदीप तिवारी

 

प्रश्न 2. सवाक् सिनेमा के नए दौर की शुरुआत करने वाले पहले निर्माता-निर्देशक कौन थे?

(क) सत्यजीत रे

(ख) रामावतार त्यागी

(ग) अर्देशिर एम. ईरानी

(घ) संजीव कुमार

उतर:- (ग) अर्देशिर एम. ईरानी

 

प्रश्न 3. सवाक् फिल्मों में कैसे कलाकारों के जरुरत थी?

(क) पढ़े-लिखे

(ख) अनपढ

(ग) सुन्दर

(घ) अच्छे 

उतर:- (क) पढ़े-लिखे

 

प्रश्न 4. सवाक् फिल्म में कलाकारों के अभिनय के अलावा और कौन-सा काम करना पडता था?

(क) संवाद बोलना

(ख) नाचना

(ग) गाना

(घ) इनमें से कोई नहीं

उतर:- (क) संवाद बोलना

Class 8 Hindi Vasant Lesson 11 जब सिनेमा ने बोलना सीखा बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 1. ‘जब सिनेमा ने बोलना सीखा’ पाठ के लेखक कौन है?

(क) प्रेम चंद  

(ख) प्रदीप तिवारी

(ग) सूर्यकांत त्रिपाठी

(घ) दीनदयाल उपाध्याय

उतर :- (ख) प्रदीप तिवारी

 

प्रश्न 2. देश की पहली सवाक् फिल्म कौन थी?

(क) माधुरी

(ख) आलम आरा

(ग) शो बोट

(घ) राजा हरीश चन्द्र

उतर :- (ख) आलम आरा

 

प्रश्न 3. सवाक्’ शब्द का क्या अर्थ है?

(क) सुनना

(ख) बोलती

(ग) इशारा

(घ) इनमें से कोई नही

उतर :- (ख) बोलती

 

प्रश्न 4. आलम आरा बनाने वाले फिल्मकार कौन थे?

(क) अर्देशिर एम. ईरानी

(ख) यश चोपड़ा

(ग) हंसल मेहता

(घ) हर्षवर्धन

उतर :- (क) अर्देशिर एम. ईरानी

 

प्रश्न 5. 1929 में हॉलीवुड की एक बोलती फिल्म ‘शो बोट’ किसने देखी थी?

(क) अमजद खान

(ख) अमिताभ बच्चन

(ग) अमोल पालेकर

(घ) अर्देशिर एम. ईरानी

उतर :- (घ) अर्देशिर एम. ईरानी

 

प्रश्न 6. आलम आरा फिल्म के संगीत में किन तीन वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल किया गया था?

(क) वीणा, हारमोनियम और वायलिन

(ख) तबला, हारमोनियम और वायलिन

(ग) ढोलक, हारमोनियम और वायलिन

(घ) तबला, बांसुरी और वायलिन

उतर :- (ख) तबला, हारमोनियम और वायलिन

 

प्रश्न 7. आलम आरा फिल्म के नायिका कौन थी?

(क) सुरैया

(ख) फरिदा

(ग) जुबैदा

(घ) नरगिस

उतर :-  (ग) जुबैदा

 

प्रश्न 8. आलम आरा फिल्म के नायक कौन थे?

(क) जगदीश सेठी

(ख) मेहबूब

(ग) विट्ठल

(घ) राज कपूर

उतर :- (ग) विट्ठल

 

प्रश्न 9. आलम आरा फिल्म के पहले गायक कौन थे? जिन्होंने पर्दे के पीछे से अपनी आवाज़ में गीत गाए?

(क) मोहम्मद रफी

(ख) मोहित चौहान

(ग) किशोर कुमार 

(घ) डब्लू. एम. खान

उतर :- (घ) डब्लू. एम. खान

 

प्रश्न 10. आलम आरा फिल्म मुंबई के ‘मैजेस्टिक’ सिनेमा में कब प्रदर्शित हुई?

(क) 14 मार्च 1931

(ख) 16 मार्च 1931

(ग) 11 मार्च 1931

(घ) 17 मार्च 1931

उतर :- (क) 14 मार्च 1931 

 

प्रश्न 11. विट्ठल और मेहबूब में से किसको उर्दू बोलने में मुश्किलें आती थी?

(क) विट्ठल को

(ख) मेहबूब को

(ग) (क) और (ख) दोनो को

(घ) इनमे से कोई नही

उतर :- (क) विट्ठल को

 

प्रश्न 12. विट्ठल ने मुकदमा क्यों किया?

(क) नायक की भूमिका से हटाने पर

(ख) नायक की भूमिका पर रखने पर

(ग) नायक की भूमिका में बदलाव करने पर

(घ) उपर्युक्त सभी

उतर :- (क) नायक की भूमिका से हटाने पर

 

प्रश्न 13. मोहम्मद अली जिन्ना ने किसका मुकदमा लड़ा?

(क) सोहराब मोदी

(ख) विट्ठल का

(ग) महबूब का

(घ) पृथ्वीराज कपूर

उतर :- (ख) विट्ठल का

 

प्रश्न 14. सवाक् फिल्में बनाने का एक नया दौर किसने शुरू किया?

(क) सत्यजीत रे

(ख) अर्देशिर एम. ईरानी

(ग) ओम रावत

(घ) मनोज कुमार

उतर :- (ख) अर्देशिर एम. ईरानी

 

प्रश्न 15. उस दौर में औरतों में किसका हेयर स्टाइल लोकप्रिय था।

(क) नायिका सुलोचना का

(ख) नायिका जुबैदा का

(ग) नायिका गरिमा का

(घ) नायिका महिमा का

उतर :- (क) नायिका सुलोचना का

 

प्रश्न 16. बोलती फ़िल्मों में कैसे अभिनेता-अभिनेत्रियों की जरूरत थी?

(क) सुन्दर

(ख) मोटे-ताजे

(ग) पढ़े-लिखे

(घ) नाचना-गाना

उतर :- (ग) पढ़े-लिखे 

 

प्रश्न 17. फिल्म आलम आरा कितने सप्ताह तक हाउसफुल चली?

(क) आठ सप्ताह

(ख) सात सप्ताह

(ग) नौ सप्ताह

(घ) दस सप्ताह

उतर :- (क) आठ सप्ताह

 

प्रश्न 18. ‘फैंटेसी’ शब्द का क्या अर्थ है?

(क) चुभना

(ख) आकर्षक

(ग) दिखावा

(ग) बेकार

उतर :- (ख) आकर्षक

 

प्रश्न 19. आलम आरा’ के बाद किन भाषाओं का महत्व बढ़ा ?

 (क) हिन्दी-उर्दू  

 (ख) इंग्लिश-उर्दू 

 (ग) हिन्दी-फारसी

 (घ) इंग्लिश-हिंदी

उतर :- (क) हिन्दी-उर्दू 

 

प्रश्न 20. सवाक् फिल्म ‘आलम आरा’ से पहले देश में कैसी फिल्में बनती थी?

(क) अच्छी फिल्में 

(ख) मूक फिल्में 

(ग) ब्लैक व्हाइट फिल्में 

(घ) इनमें से कोई नही

उतर :- (ख) मूक फिल्में 

 

 

Class 8 Hindi जब सिनेमा ने बोलना सीखा प्रश्न और उत्तर Questions Answers

पाठ से

 

प्रश्न 1. जब पहली बोलती फिल्म प्रदर्शित हुई तो उसके पोस्टरों पर कौन-से वाक्य छापे गए? उस फिल्म में कितने चेहरे थे? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर :- देश की पहली बोलती फिल्म के विज्ञापन के लिए छापे गए वाक्य इस प्रकार थे- ‘वे सभी सजीव हैं, साँस ले रहे हैं, शत-प्रतिशत बोल रहे हैं, अठहत्तर मुर्दा इंसान ज़िंदा हो गए, उनको बोलते, बातें करते देखो।’

पाठ के आधार पर आलम आरा में कुल मिलाकर 78 चेहरे थे। परन्तु इसमें कुछ मुख्य कलाकार नायिका जुबैदा नायक विट्ठल सोहरा मोदी, पृथ्वीराज कपूर, याकूब और जगदीश सेठी जैसे लोग भी मौजूद थे।

प्रश्न 2. पहला बोलता सिनेमा बनाने के लिए फिल्मकार अर्देशिर एम ईरानी को प्रेरणा कहाँ से मिली? उन्होंने आलम आरा फिल्म के लिए आधार कहाँ से लिया विचार व्यक्त कीजिए।

उत्तर:- फिल्मकार अर्देशिर एम ईरानी ने 1929 में हॉलीवुड की एक बोलती फिल्म ‘शो बोट’ देखी और तभी उनके मन में बोलती फिल्म बनाने की इच्छा जगी। उन्होंने पारसी रंगमंच के एक लोकप्रिय नाटक को फिल्म ‘आलम आरा’ के लिए आधार बनाकर अपनी फिल्म की पटकथा बनाई।

प्रश्न 3. विट्ठल का चयन आलम आरा फिल्म के नायक के रूप हुआ लेकिन उन्हें हटाया क्यों गया? विट्ठल ने पुनः नायक होने के लिए क्या किया? विचार प्रकट कीजिए।

उत्तर:- उर्दू ठीक से न बोलने के कारण विट्ठल को फ़िल्म आलम आरा के नायक के पद से हटा दिया गया। पुनः अपना हक पाने के लिए उन्होंने मुकदमा कर दिया। विट्ठल मुकदमा जीत गए और भारत की पहली बोलती फिल्म के नायक बनें।

प्रश्न 4. पहली सवाक्‌ फिल्म के निर्माता-निदेशक अर्देशिर को जब सम्मानित किया गया तब सम्मानकर्ताओं ने उनके लिए क्या कहा था? अर्देशिर ने क्या कहा? और इस प्रसंग में लेखक ने क्या टिप्पणी की है? लिखिए।

उत्तर:- पहली सवाक्‌ फिल्म के निर्माता-निर्देशक अर्देशिर को प्रदर्शन के पच्चीस वर्ष पूरे होने पर सम्मानित किया गया और उन्हें “भारतीय सवाक्‌ फिल्मों का पिता” कहा गया तो उन्होंने उस मौके पर कहा था- “मुझे इतना बड़ा खिताब देने की जरूरत नहीं है। मैंने तो देश के लिए अपने हिस्से का जरूरी योगदान दिया है।” वे विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे। उनसे एक नया युग शुरू हो गया।

 

पाठ से आगे

 

प्रश्न 1. मूक सिनेमा में संवाद नहीं होते, उसमें दैहिक अभिनय की प्रधानता होती है। पर, जब सिनेमा बोलने लगा उसमें अनेक परिवर्तन हुए। उन परिवर्तनों को अभिनेता, दर्शक और कुछ तकनीकी दृष्टि से पाठ का आधार लेकर खोजें, साथ ही अपनी कल्पना का भी सहयोग लें।

उत्तर- मूक सिनेमा में संवाद न होने के कारण केवल अंगों का प्रयोग किया जाता था। लेकिन बोलती फिल्म बनने के कारण अभिनेताओं में यह परिवर्तन आया कि उनका पढ़ा-लिखा होना ज़रूरी हो गया, क्योंकि अब उन्हें संवाद भी बोलने पड़ते थे।

दर्शकों पर भी अभिनेताओं का प्रभाव पड़ने लगा। नायक-नायिका के लोकप्रिय होने से लड़के-लड़कियां अभिनेता- अभिनेत्रियों की हेयर स्टाइल तथा उनके फैशनेबल कपड़ों की नकल करने लगे।

तकनीकी दृष्टि से फिल्मों में काफ़ी बदलाव आया, फिल्में पहले से अधिक आकर्षक लगने लगी, गीत-संगीत का भी महत्व बढ़ने लगा। धीरे- धीरे आम-बोलचाल की भाषा का प्रयोग फिल्मों में होने लगा।

प्रश्न 2. डब फिल्में किसे कहते हैं? कभी-कभी डब फिल्मों में अभिनेता के मुँह खोलने और आवाज़ में अंतर आ जाता है। इसका कारण क्या हो सकता है?

उत्तर- जब किसी अभिनेता को कोई भाषा अच्छे से नही आती तब उसकी जगह किसी दूसरे अभिनेता की आवाज़ दी जाती है तो उसे डब कहते हैं। या जब कोई फिल्म अनेक भाषाओं में बनती है तो उसके मूल भाषा को अन्य भाषाओं में परिवर्तित किया जाता है तो उसे डब कहते हैं।

कभी-कभी फिल्मों में आवाज़ तथा अभिनेता के मुँह खोलने या बंद करने में अंतर आ जाता है। ऐसा फिल्मों की भाषा तथा डब की भाषा के अंतर से या किसी तकनीकी दिक्कत के कारण हो जाता है। संवाद संयोजन की खराबी से भी यह अंतर आ जाता है। या मूल भाषा के हाव भाव को संवादक अच्छे से समझ नहीं पाने के कारण अंतर आ जाता है।

 

भाषा की बात

 

प्रश्न 1. सवाक्‌ शब्द वाक्‌ के पहले ‘स’ लगाने से बना है। स उपसर्ग से कई शब्द बनते हैं। निम्नलिखित शब्दों के साथ ‘स’ का उपसर्ग की भाँति प्रयोग करके शब्द बनाएँ और शब्दार्थ में होने वाले परिवर्तन को बताएँ। हित, परिवार, विनय, चित्रा, बल, सम्मान।

 

उत्तर- शब्द – उपसर्ग वाले शब्द

i) हित – सहित

ii) परिवार – सपरिवार

iii) विनय – सविनय

iv) चित्र – सचित्र

v) बल – सबल

vi) मान – सम्मान

प्रश्न 2. उपसर्ग और प्रत्यय दोनों ही शब्दांश होते हैं। वाक्य में इनका अकेला प्रयोग नहीं होता। इन दोनों में अंतर केवल इतना होता है कि उपसर्ग किसी भी शब्द में पहले लगता है और प्रत्यय बाद में। हिंदी के सामान्य उपसर्ग इस प्रकार हैं- अ/अन, नि, दु, क/कु, स/सु, अध, बिन, औ आदि।

पाठ में आए उपसर्ग और प्रत्यय युक्त शब्दों के कुछ उदाहरण नीचे दिए जा रहे हैं-

 

मूल शब्द
उपसर्ग
प्रत्यय
शब्द
वाक्‌
सवाक्‌
लोचन
सु
सुलोचना
फिल्‍म
कार
फिल्मकार
कामयाब
कामयाबी

 

इस प्रकार के 15 – 15 उदाहरण खोजकर लिखिए और अपने सहपाठियों को दिखाइए।

 

उत्तर-  

उपसर्ग से 15 उदाहरण 

मूल शब्द
उपसर्ग
नया शब्द
सुंदर
असुंदर
सुंदर
अति 
अतिसुंदर
हार
आहार
हार
प्र 
प्रहार
हार
परि
परिहार
ज्ञान
अज्ञान
यश
सु
सुयश
कोण
सम
समकोण
पुत्र
सु
सुपुत्र
घट
औघट
सार
अनु
अनुसार
मुख
आमुख
परिवार
सपरिवार
नायक
अधि
अधिनायक

 

प्रत्यय से 15 उदाहरण 

मूल शब्द
प्रत्यय
नया शब्द
सज
आवट
सजावट
अंश
त:
अंशत:
सुनार
इन
सुनारिन
चाचा
ऐरा
चचेरा
लेख
लेखक
काला
पन
कालापन
लड़
आई
लड़ाई
भारत
ईय
भारतीय
चमक
ईला
चमकीला
विशेष
तया
विशेषतया
चिकना
आहट
चिकनाहट
ध्यान
पूर्वक
ध्यानपूर्वक
खुद
आई
खुदाई
पर
जीवी
परजीवी
जल
जलज

 

 

Class 8 Hindi जब सिनेमा ने बोलना सीखा अतिरिक्त प्रश्न उत्तर (Extra Question Answers)

 

प्रश्न 1. फिल्म आलम आरा किस साल प्रदर्शित हुई और कितने हफ्ते तक ‘हाउसफुल’ रही?

उत्तर – फिल्म ‘आलम आरा’ 14 मार्च 1931 को मुंबई के ‘मैजेस्टिक’ सिनेमा में प्रदर्शित हुई। फिल्म 8 सप्ताह तक ‘हाउसफुल’ रही।

 

प्रश्न 2. फिल्म ‘आलम आरा’ की रील कितनी फुट लंबी थी और बनाने में कितना समय लगा ?

उत्तर – फिल्म ‘आलम आरा’ 10 हज़ार फुट लम्बी थी और इसे चार महीनों की कड़ी मेहनत से तैयार किया गया था।

 

प्रश्न 3. दर्शकों को ‘आलम आरा’ फिल्म कैसी लगी?

उत्तर – दर्शकों के लिए यह फिल्म एक अनोखा अनुभव थी। लोगों ने इस फिल्म को बहुत पसंद किया। पूरे सिनेमा हाल में बैठने की जगह नहीं होती थी। भीड़ इतनी ज्यादा हो जाती थी कि पुलिस के लिए भीड़ को नियंत्रण करना मुश्किल हो जाया करता था। 

 

प्रश्न 4. भारतीय सवाक् फिल्मों का पिता’ किसे कहा गया?

उत्तर – सवाक् सिनेमा के नए दौर की शुरुआत करने वाले निर्माता-निर्देशक अर्देशिर एम ईरानी थे। 1956 में ‘आलम आरा’ के प्रदर्शन के पच्चीस वर्ष पूरे होने पर उन्हें सम्मानित किया गया और उन्हें ‘भारतीय सवाक् फिल्मों का पिता’ कहा गया ।

 

प्रश्न 5. पहली सवाक्‌ फिल्म आलम आरा में विट्ठल के अलावा कौन-कौन से प्रसिद्ध कलाकारों ने काम किया?

उत्तर – पहली सवाक्‌ फिल्म आलम आरा में विट्टल ने नायक के रूप में काम किया। उनके अलावा सोहराब मोदी, पृथ्वीराज कपूर, याकूब और जगदीश सेठी जैसे प्रसिद्ध कलाकारों ने कार्य किया।

 

प्रश्न 6. पहली बोलती फिल्म बनाने के दौरान फिल्मकार को फिल्म निर्माण से जुड़े किन महत्वपूर्ण व्यक्तियों के अभाव का सामना करना पड़ा?

उत्तर – पहली बोलती फिल्म बनाने के दौरान फिल्मकार को फिल्म निर्माण से जुड़े संवाद लेखक, गीतकार एवं संगीतकार जैसे महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों के अभाव का सामना करना पड़ा।

 

प्रश्न 7. ‘आलम आरा’ फिल्म के पहले गायक और उनके द्वारा गाया गया पहला गाना का नाम क्या था?

उत्तर – आलम आरा फिल्म में पहले गायक डब्लू. एम. खान थे जिन्होंने पर्दे के पीछे से अपनी आवाज़ में गीत गाए और उनके द्वारा गाया गया पहला गाना ‘दे दे खुदा के नाम पर प्यारे, अगर देने की ताकत है’ था।

 

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