NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Bhag 3 सूरदास के पद Important Question Answers Lesson 15

 

Class 8 Hindi Surdas ke Pad Question Answers- Looking for Surdas ke Pad question answers for CBSE Class 8 Hindi Vasant Bhag 3 Book Chapter 15? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.

सीबीएसई कक्षा 8 हिंदी वसंत भाग 3 पुस्तक पाठ 15 के लिए सूरदास के पद प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 8 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे सूरदास के पद प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

 

Class 8 Hindi सूरदास के पद Question Answers Lesson 15 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

 

1)
मैया, कबहिं बढ़ैगी चोटी?
किती बार मोहिं दूध पियत भई, यह अजहूँ है छोटी।
तू जो कहति बल की बेनी ज्यौं, ह्नै है लाँबी-मोटी।
काढ़त-गुहत न्हवावत जैहै, नागिन सी भुइँ लोटी।
काँचौ दूध पियावत पचि-पचि, देति न माखन-रोटी।
सूर चिरजीवौ दोउ भैया, हरि-हलधर की जोटी।

प्रश्न 1. उपर्युक्त पद्यांश के कवि का नाम बताएं।
(क) हरिशंकर परसाई
(ख) कामतानाथ
(ग) सूरदास
(घ) अन्नपूर्णानन्द वर्मा
उत्तर – (ग) सूरदास

प्रश्न 2. कृष्ण यशोदा माँ से क्या पूछ रहे है?
(क) वह कब बड़ा होगा
(ख) मेरी चोटी कब बड़ी होगी
(ग) मेरी गैया कब बड़ी होगी
(घ) इनमें से कोई नही
उत्तर – (ख) मेरी चोटी कब बड़ी होगी

प्रश्न 3. ‘पचि-पचि’ का सही अर्थ क्या है ?
(क) बार-बार
(ख) पार-पार
(ग) कच्चा-कच्चा
(घ) पंच-पंच
उत्तर – (क) बार-बार

प्रश्न 4. यशोदा माँ के द्वारा किसकी जोड़ी को दीर्घायु होने की कामना की गई थी?
(क) गोपी-कृष्ण की
(ख) कृष्ण-सखी की
(ग) राधा-कृष्ण की
(घ) कृष्ण-बलराम की
उत्तर – (घ) कृष्ण-बलराम की

2)
तेरैं लाल मेरौ माखन खायौ।
दुपहर दिवस जानि घर सूनो ढूँढ़ि-ढँढ़ोरि आपही आयौ।
खोलि किवारि, पैठि मंदिर मैं, दूध-दही सब सखनि खवायौ।
ऊखल चढ़ि, सींके कौ लीन्हौ, अनभावत भुइँ मैं ढरकायौ।
दिन प्रति हानि होति गोरस की, यह ढोटा कौनैं ढँग लायौ।
सूर स्याम कौं हटकि न राखै तैं ही पूत अनोखौ जायौ।

प्रश्न 1. उपर्युक्त पद्यांश के पाठ का नाम बताएं।
(क) सूरदास के पद
(ख) सुदामा चरित
(ग) कामचोर
(घ) अकबरी लोटा
उत्तर – (क) सूरदास के पद

प्रश्न 2. गोपियाँ सदा श्री कृष्ण की शिकायत ___ से करती रहती थी।
(क) देवकी माँ
(ख) राधा
(ग) यशोदा माँ
(घ) वासुदेव
उत्तर – (ग) यशोदा माँ

प्रश्न 3. ‘अनभावत’ का सही अर्थ ___________ है –
(क) जो बुरा न लगे
(ख) जो अच्छा न लगे
(ग) जो अच्छा लगे
(घ) जो बुरा लगे
उत्तर – (ख) जो अच्छा न लगे

प्रश्न 4. कृष्ण किसपर चढ़कर छीके तक पहुँच जाते थे?
(क) सीढ़ी पर
(ख) डिब्बे पर
(ग) पलंग पर
(घ) ओखली पर
उत्तर – (घ) ओखली पर

 

 

Class 8 Hindi Vasant Lesson 15 सूरदास के पद बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

प्रश्न 1. ‘सूरदास के पद’ पाठ के कवि ____ हैं?
(क) कबीर दास
(ख) सूरदास
(ग) नरोत्तम दास
(घ) अन्नपूर्णानन्द वर्मा
उत्तर – (ख) सूरदास

प्रश्न 2. गोपियाँ सदा श्री कृष्ण की शिकायत ___ से करती रहती थी।
(क) नंदलाला
(ख) देवकी
(ग) यशोदा माँ
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (ग) यशोदा माँ

प्रश्न 3. ‘हरि-हलधर’ का सही अर्थ ___________ है –
(क) कृष्ण-हलधर
(ख) कृष्ण-बलराम
(ग) हरि-बलराम
(घ) इनमें से कोई नही
उत्तर – (ख) कृष्ण-बलराम

प्रश्न 4. कृष्ण को सबसे अधिक क्या खाना पसंद थी?
(क) दूध-भात
(ख) दुध-रोटी
(ग) मक्खन-रोटी
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (ग) मक्खन-रोटी

प्रश्न 5. कृष्ण के बड़े भाई का नाम ____ था?
(क) बलराम
(ख) श्याम
(ग) बालि
(घ) हरि
उत्तर – (क) बलराम

प्रश्न 6. कृष्ण छींके तक कैसे पहुँच जाते थे?
(क) सीढ़ी से चढ़कर
(ख) टेबल पर चढ़कर
(ग) डिब्बे पर चढ़कर
(घ) ओखली पर चढ़कर
उत्तर – (घ) ओखली पर चढ़कर

प्रश्न 7. गोपी ने प्रतिदिन होने वाली किस हानि की बात कही है?
(क) दूध की हानि
(ख) पानी की हानि
(ग) गोरस की हानि
(घ) दूध-पानी की हानि
उत्तर – (ग) गोरस की हानि

प्रश्न 8. गोपी ने यशोदा से किसकी शिकायत की?
(क) कृष्ण की
(ख) बलराम की
(ग) राधा की
(घ) नंद बाबा की
उत्तर – (क) कृष्ण की

प्रश्न 9. कृष्ण किस समय गोपियों के घर से माखन चुराते थे?
(क) रात के समय
(ख) दिन के समय
(ग) दोपहर के समय
(घ) सुबह के समय
उत्तर – (ग) दोपहर के समय

प्रश्न 10. कृष्ण गोपियों के घर से कहां से मक्खन चुराते थे?
(क) रसोई घर में रखी
(ख) छींके की कटोरे से
(ग) बड़े-बड़े मटकों से
(घ) छींके की हांडी से
उत्तर – (घ) छींके की हांडी से

प्रश्न 11. ‘होति गोरस’ शब्द का सही अर्थ क्या है?
(क) गाय के दूध से बने पनीर
(ख) गाय के दूध से बने पदार्थ
(ग) गाय के दूध से बने मिठाई
(घ) गाय के दूध से बने मलाई
उत्तर – (ख) गाय के दूध से बने पदार्थ

प्रश्न 12. श्री कृष्ण बालपन में यशोदा माँ से क्या पूछते हैं?
(क) उनकी चोटी कब बढ़ेगी
(ख) उनकी लंबाई कब बढ़ेगी
(ग) उनकी वजन कब बढ़ेगी
(घ) उनकी फीस कब बढ़ेगी
उत्तर – (क) उनकी चोटी कब बढ़ेगी

प्रश्न 13. ‘तू जो कहति बल की बेनी’ काव्यांश में ‘बल’ शब्द का पर्यायवाची निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द है?
(क) निर्बल
(ख) बलराम
(ग) बलवान
(घ) कमजोर
उत्तर – (ख) बलराम

प्रश्न 14. यशोदा कृष्ण की भोली बातें सुनकर क्या आशीर्वाद देती हैं?
(क) मथुरा का राजा बनने का
(ख) ब्रज में लंबे समय तक राज्य करने का
(ग) खूब उन्नति करने का
(घ) चिरंजीवी रहने का
उत्तर – (घ) चिरंजीवी रहने का

प्रश्न 15. गोपी ने यशोदा को उलाहना देते हुए किस प्रकार के पुत्र की बात कही?
(क) समझदार
(ख) अनोखा
(ग) शैतान
(घ) आज्ञाकारी
उत्तर – (ख) अनोखा

 

 

 

Class 8 Hindi सूरदास के पद प्रश्न और उत्तर Questions Answers

पदों से

प्रश्न 1. बालक कृष्ण किस लोभ के कारण दूध पीने के लिए तैयार हुए?
उत्तर – यशोदा माँ बालक कृष्ण को लोभ देती थी कि यदि वह नियम से प्रतिदिन दूध पीएँगे तो उनकी चोटी भाई बलराम की तरह लंबी और मोटी हो जाएगी। कृष्ण अपने बाल बढ़ाना चाहते थे इसलिए वह ना चाहते हुए भी दूध पीने के लिए तैयार हो गए।

प्रश्न 2. कृष्ण अपनी चोटी के विषय में क्या-क्या सोच रहे थे?
उत्तर – कृष्ण अपनी चोटी के बारे में सोचते थे कि उनकी चोटी भी दूध पीने से बलराम भैया के जैसी लंबी-मोटी हो जाएगी। माता यशोदा हर रोज उन्हें पीने को दूध देती थी, फिर भी उनकी चोटी बढ़ नहीं रही थी।

प्रश्न 3. दूध की तुलना में कृष्ण कौन-सा पदार्थ अधिक पसंद करते थे?
उत्तर – कृष्ण अपनी माँ के कहने पर दूध पीते थे परंतु उन्हें दूध पीना ज़रा भी पसंद नहीं था। दूध पीने की जगह मक्खन और रोटी खाना पसंद करते थे। माँ के बार-बार दूध पिलाने के कारण वह मक्खन और रोटी नहीं खा पाते थे।

प्रश्न 4. “तैं ही पूत अनोखौ जायौ” पंक्ति में ग्वालन के मन के कौन से भाव मुखरित हो रहे हैं?
उत्तर – ये शब्द ग्वालन ने यशोदा से कहे। वह शिकायत करती हुई कहती है कि नटखट कृष्ण प्रतिदिन उनके घर से मक्खन चोरी करके खा जाते हैं। वह यशोदा से कहती हैं कि उन्होंने अनोखे पुत्र को जन्म दिया है जो दूसरों से अलग हैं।

प्रश्न 5. मक्खन चुराते समय कृष्ण थोड़ा सा मक्खन बिखरा क्यों देते हैं?
उत्तर – श्री कृष्ण बहुत छोटे थे और छींका बहुत ऊँचा था। जब वह छींका से मक्खन चोरी करते थे तो थोड़ा मक्खन इधर-उधर बिखर जाता था क्योंकि उनका हाथ छींके तक नही पहुँच पाता था। कृष्ण ऐसा जान-बूझकर भी करते थे ताकि उनकी चोरी पकड़ी जाए और माँ उनसे नाराज़ हो जाए तथा माँ को मनाने का अवसर मिले।

प्रश्न 6. दोनों पदों में से आपको कौन सा पद अधिक पसंद आया और क्यों?
उत्तर – दोनों पदों में से मुझे पहला पद ज़्यादा पसंद आया ज्यों की सूरदास जी ने भक्तिरस में डूबकर बाल सुलभ व्यवहार का मनमोहक चित्र प्रस्तुत किया है। वात्सल्य रास की सुन्दर अभिव्यक्ति की है। बालक श्री कृष्ण का अपनी माँ से शिकायत करना बड़े सुन्दर ढंग से बताया गया है।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न . दूसरे पद को पढ़कर बताइए कि आपके अनुसार उस समय श्रीकृष्ण की उम्र क्या रही होगी?
उत्तर – दूसरे पद को पढ़कर यह पता चलता है कि उस समय श्रीकृष्ण की उम्र सात या आठ वर्ष के करीब होगी क्योंकि मक्खन खाने के लिए साथियों के मदद से ओखली पर चढ़कर छीके तक पहुँचना, दही, मक्खन आदि जमीन पर बिखराना, साथियों को खिलाना आदि के माध्यम से उनके उम्र का अनुमान लगता है।

प्रश्न 2. ऐसा हुआ हो कभी कि माँ के मना करने पर भी घर में उपलब्ध किसी स्वादिष्ट वस्तु को आपने चुपके-चुपके थोड़ा-बहुत खा लिया हो और चोरी पकड़े जाने पर कोई बहाना भी बनाया हो अपनी आपबीती की तुलना श्रीकृष्ण की बाल लीला से कीजिए।
उत्तर – माँ ने एक बार सबके लिए गोंद के लड्डू बनाए। माँ ने मुझे लड्डू खाने के लिए दिए तो मुझे गोंद के लड्डू बहुत अच्छे लगे तो मैंने माँ को बोला लड्डू बहुत स्वादिष्ट है और दो ना तो माँ ने और लड्डू दिए और बोला सभी के लिए है और मत खाना । लेकिन मैंने चोरी-छिपे सब लड्डू खा गया। जब माँ ने देखा कि लड्डू है ही नही तो माँ ने सभी से पूछा कि लड्डू कहां गये। तब मै चुप रहा लेकिन माँ को मुझपे शक हो गया और पूछा क्या सभी लड्डू तुमने खाई है तो मैंने बहाना बना दिया कि नहीं लेकिन मेरा बहाना काम न आया और मुझे माँ से डाँट खानी पड़ी। श्रीकृष्ण भी इसी तरह चुपचाप अपने या दूसरों के घर में से मक्खन चुराकर खा लेते थे।

प्रश्न 3. किसी ऐसी घटना के विषय में लिखिए जब किसी ने आपकी शिकायत की हो और फिर आपके किसी अभिभावक (माता-पिता, बड़ा भाई-बहिन इत्यादि) ने आपसे उत्तर माँगा हो।
उत्तर- मेरे बड़े भाई मुझे कार चलाने से मना करते हैं जबकि मुझे और मेरे मित्र को कार चलाना बहुत पसंद है एक बार मैं अपने मित्र के साथ घर पर बिना किसी को बताए कार से घूमने निकल गए। रास्ते में मेरे मित्र ने कहा उस गाड़ी को ओवरटेक करते है, यह सुनकर मैंने स्पीड बढ़ा दी, मैंने उस गाड़ी को ओवरटेक करना शुरू कर दिया पर थोड़ी ही दूर जाने पर उसके चालक ने मुझे ओवरटेक करके रोका जब उसे देखा तो मै बहुत डर गया, क्योंकि वह तो हमारे स्कूल के शिक्षक थे। उन्होंने यह बात भैया को बता दी जिससे मुझे घर पर मम्मी-पापा और भैया सबसे बहुत डाँट पड़ी और मैंने भविष्य में ऐसा गलती न करने का वादा किया।

भाषा की बात

प्रश्न 1. श्रीकृष्ण गोपियों का माखन चुरा-चुराकर खाते थे इसलिए उन्हें माखन चुरानेवाला भी कहा गया है। इसके लिए एक शब्द दीजिए।
उत्तर – माखनचोर

प्रश्न 2. श्रीकृष्ण के लिए पाँच पर्यायवाची शब्द लिखिए।
उत्तर – वासुदेव, श्याम, गोपाल, मुरलीधर, हरि ।

प्रश्न 3. कुछ शब्द परस्पर मिलते-जुलते अर्थवाले होते हैं, उन्हें पर्यायवाची कहते हैं। और कुछ विपरीत अर्थवाले भी। समानार्थी शब्द पर्यायवाची कहे जाते हैं और विपरीतार्थक शब्द विलोम, जैसे-
पर्यायवाची- चंद्रमा- शशि, इंदु, राका
मधुकर- भ्रमर, भौंरा, मधुप
सूर्य- रवि, भानु, दिनकर
विपरीतार्थक- दिन- रात
श्वेत- श्याम
शीत- उष्ण
पाठों से दोनों प्रकार के शब्दों को खोजकर लिखिए।

उत्तर –
पर्यायवाची शब्द
बलराम – दाऊ, हलधर
ढोटा – सुत, पुत्र, बेटा
काढ़त – गुहत, बाल बनाना
बेनी – चोटी
दूध – दुग्ध, पय, गोरस, क्षीर, पीयूष
मैया – जननी, माँ, माता, जन्मदात्री
हरि – प्रभु, परमात्मा, नारायण, ईश्वर
सूना – निर्जन, सुनसान, विजन
दिवस – वार, दिन, दिवा
भुइँ – भूमि, पृथ्वी, भू, जमीन, वसुधा, अवनी

विपरीतार्थक शब्द
प्रकट – ओझल
संग्रह – विग्रह
स्याम – श्वेत
विज्ञ – अज्ञ
लम्बी – छोटी
रात – दिन
बहुत – कम
हानि – लाभ
मोटी – पतली

 

Class 8 Hindi सूरदास के पद अतिरिक्त प्रश्न उत्तर (Extra Question Answers)

प्रश्न 1. श्रीकृष्ण किस पर चढ़ कर माखन चुराते थे?
उत्तर – श्रीकृष्ण ऊखल पर चढ़ कर माखन चुराते थे।

प्रश्न 2. ‘सूरदास के पद’ में किस भाषा का प्रयोग हुआ है?
उत्तर – ‘सूरदास के पद’ में ब्रजभाषा का प्रयोग हुआ है।

प्रश्न 3. श्रीकृष्ण के लिए अधिक से अधिक पर्यायवाची शब्द लिखिए।
उत्तर – श्रीकृष्ण के पर्यायवाची शब्द – घनश्याम, मुरारी, माधव, गोपाल, मुरलीधर, विष्णु, राधापति, गिरिधर, केशव, गिरधारी, कन्हैया, वासुदेव, मोहन, यदुनन्दन, रणछोड़, बंशीधर, गिरधारी, नंदलाल, कमलनाथ, अचला, अच्युत, आदिदेव, आनंद सागर, अनंता, अनंतजीत, अनया, अव्युक्ता, बाल गोपाल, बलि, चतुर्भुज, दानवेंद्रो, दयालु, दयानिधि, देवाधिदेव, देवकीनंदन, देवेश, हरि, हिरण्यगर्भा, ऋषिकेश, गोविन्द, नन्दनन्दन, राधारमण, दामोदर, ब्रजवल्लभ, गोपीनाथ, द्वारिकाधीश।

प्रश्न 4. चोटी न बढ़ने पर बालक कृष्ण माता यशोदा से क्या शिकायत करते हैं?
उत्तर – चोटी न बढ़ने पर बालक कृष्ण माता यशोदा से शिकायत करते हैं कि माँ तू मुझसे कहती थी की जैसे बलराम भैया की लंबी-मोटी चोटी है, मेरी भी वैसी हो जायेगी। तू मेरे बाल बनाती है, इन्हें धोती है पर यह नागिन की तरह भूमि पर क्यों नहीं लोटती। तू मुझे सिर्फ बार-बार दूध पिलाती है, मक्खन व रोटी खाने को नहीं देती। इसलिए ये बड़ी नहीं होती।

प्रश्न 5. गोपियों द्वारा माता यशोदा से कृष्ण की, की गई शिकायत को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – बालक कृष्ण की शरारतें तथा प्रतिदिन माखन चुराने की आदत से तंग होकर गोपियाँ यशोदा के पास शिकायत करने आती है कि कृष्ण दोपहर के समय हमारे सुनसान घर में आते हैं और दरवाजा खोलकर उसमे घुस जाते हैं और वह ओखली पर चढ़कर छींके पर रखा गोरस उतार लेते हैं, मक्खन जी भर खाते हैं तथा अपने मित्रों को भी खिला देते हैं और बहुत सारा मक्खन भूमि पर गिरा देते हैं। जिससे हर रोज़ दूध-दही का नुकसान हो जाता हैं।

प्रश्न 6. गोपियाँ यशोदा पर क्या आरोप लगाती है?
उत्तर – गोपियाँ यशोदा पर आरोप लगाकर कहती है कि यह आपका कैसा बेटा है जो हमें सताता है। तुमने अपने बेटे को क्या सिखाया है। इसे मना क्यों नहीं करती हो। लगता है कि तुमने सबसे अनोखे बेटे को जन्म दिया है।

प्रश्न 7. निम्नलिखित शब्दों का अर्थ बताइए- ढूँढ़ि, जायौ, सींके, ढरकायौ , काचौ, पियावति, अजहूँ
उत्तर –
ढूँढ़ि का अर्थ – खोजकर
जायौ का अर्थ – जन्म देना
सींके का अर्थ – छिका
ढरकायौ का अर्थ – गिरना
काचौ का अर्थ – कच्चा
पियावति का अर्थ– पिलाती
अजहूँ का अर्थ – आज भी

प्रश्न 8. “तेरैं लाल मेरौ माखन खायौ।
दुपहर दिवस जानि घर सूनो ढूँढ़ि-ढँढ़ोरि आपही आयौ।
खोलि किवारि, पैठि मंदिर मैं, दूध-दही सब सखनि खवायौ।
उखल चढ़ि, सींके कौ लीन्हौ, अनभावत भुइँ मैं ढरकायौ।
दिन प्रति हानि होति गोरस की, यह ढोटा कौनैं ढँग लायौ।
सूर स्याम कौं हटकि न राखै तैं ही पूत अनोखौ जायौ।”
उपरोक्त पंक्तियों का अर्थ बताइए।
उत्तर – सूरदास जी उपरोक्त पंक्तियों द्वारा श्री कृष्ण की गोपियों के साथ शरारतों का वर्णन किया है। सूरदास जी कहते हैं कि गोपियाँ सदा श्री कृष्ण की शिकायत यशोदा माँ से करती रहती है। एक गोपी यशोदा जी को कहती है कि आपका लाल मेरा मक्खन खा जाता है, दोपहर के समय जब उसका घर खाली होता है, तो कृष्ण स्वयं ही ढूंढकर घर आ जाते हैं। वह हमारे मंदिर के दरवाज़े खोलकर उसमे घुस जाते हैं तथा अपने मित्रों को दही-मक्खन खिला देते हैं। वह ओखली पर चढ़कर छीके तक पहुँच जाते हैं तथा मक्खन खा लेते हैं, और बहुत सारा मक्खन भूमि पर गिरा देते हैं। जिससे हर रोज़ दूध-दही का नुकसान कर देते हैं, गोपियाँ कहती हैं कि आपका यह बेटा कैसा है जो हमें सताता हैं। सूरदास जी कहते हैं कि फिर भी उसे अपने से अलग नहीं करा जा सकता। यशोदा तुमने सबसे अनोखे बेटे को जन्म दिया है।

प्रश्न 9. “मैया, कबहिं बढ़ैगी चोटी?
किती बार मोहिं दूध पियत भई, यह अजहूँ है छोटी।
तू जो कहति बल की बेनी ज्यौं, ह्नै है लाँबी-मोटी।
काढ़त-गुहत न्हवावत जैहै, नागिन सी भुइँ लोटी।
काचौ दूध पियावत पचि-पचि, देति न माखन-रोटी।
सूर चिरजीवौ दोउ भैया, हरि-हलधर की जोटी।”
उपरोक्त पंक्तियों का अर्थ बताइए।
उत्तर – सूरदास जी उपरोक्त पंक्तियों द्वारा श्री कृष्ण की बाल लीला का वर्णन किया है। सूरदास जी बताते हैं कि श्री कृष्ण बालपन में यशोदा से पूछते हैं कि उनकी चोटी कब बढ़ेगी, यह आज तक क्यों नहीं बढ़ी। वह माँ यशोदा से शिकायत करते हैं कि तुम मुझसे कहती थी की जैसे बलराम भैया की लंबी-मोटी चोटी है, मेरी भी वैसी हो जायेगी। तू मेरे बाल बनाती है, इन्हें धोती है पर यह नागिन की तरह भूमि पर क्यों नहीं लोटती। तू मुझे सिर्फ बार-बार दूध पिलाती है, मक्खन व रोटी खाने को नहीं देती। इसलिए ये बड़ी नहीं होती। सूरदास जी कहते हैं की ऐसी सुन्दर लीला दिखाने वाले दोनों भाई कृष्ण और बलराम की जोड़ी बनी रहे।

 

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