सन्देश लेखन का प्रारूप व उदाहरण in Hindi for Class 10, Class 9
Sandesh Lekhan in Hindi – इस लेख में हम आपको 9वीं कक्षा के लेखन कौशल के विषय ‘सन्देश लेखन‘ के बारे में बता रहे हैं। इस लेख में हम आपको, संदेश लेखन क्या होते हैं, संदेश लिखने के कौन से कारण होते हैं, संदेश लेखन के प्रकार कौन-कौन से हैं, संदेश लेखन के वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और संदेश लेखन का प्रारूप व कुछ उदाहरण बताएँगे। आशा करते हैं कि हमारा यह लेख आपकी ‘सन्देश लेखन’ सम्बंधित सभी कठिनाइयों को दूर करने में सहायक सिद्ध होगा।
नोट – सन्देश लेखन उन लेखों को कहते हैं जिसमें शुभकामना, पर्व–त्योहारों एवं विशेष अवसरों पर सन्देश दिए जाते हैं। यह कक्षा 9वीं, 10वीं के लेखन कौशल के भाग –स में पूछा जाना वाला प्रश्न है। यह प्रश्न 5 अंकों के लिए पूछा जाता है। इस प्रश्न में आपको विकल्प दिए जाते हैं और आपको अपनी इच्छा से कोई एक विकल्प चुन कर लिखना होता है। इस प्रश्न में शब्दों की सीमा सीमित रखी जाती है जो 30 से 40 शब्दों की होती है।
संदेश लेखन
संदेश क्या होते हैं – What is Message Writing?
सन्देश शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से मानी जाती है। जिसका अर्थ है खबर प्राप्त करना या समाचार प्राप्त करना। जब किसी परिस्थिति में कोई व्यक्ति किसी कारणवश अपनी कोई बात या जानकारी किसी दूसरे व्यक्ति तक सीधे नहीं पहुँचा सकता, तब वह व्यक्ति अपनी बात या जानकारी या समाचार या खबर को संदेश के जरिये दूसरे व्यक्ति तक पहुँचता है। संदेश एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा जानकारी को किसी व्यक्ति विशेष या किसी समूह द्वारा किसी दूसरे व्यक्ति विशेष या समूहों को भेजा जा सकता हैं।
ये संदेश लिखित या मौखिक दोनों प्रकार के हो सकते हैं। संदेश सुखद और दुखद दोनों तरह के हो सकते हैं। संदेश व्यक्तिगत व सामूहिक दोनों ही प्रकार का हो सकता है। किसी संदेश को भूतकाल, वर्तमान काल व भविष्य काल अर्थात किसी भी काल में लिखा जा सकता है।
संदेश लिखने के कारण
संदेश कई कारणों के परिणामस्वरूप लिखा जा सकता है। संदेश औपचारिक और अनौपचारिक दोनों तरह के हो सकते हैं। अनौपचारिक संदेश जिसे व्यक्तिगत संदेश भी कहा जा सकता है, वह किसी अपने करीबी को कोई संदेश/सूचना या कोई जानकारी देने के लिए लिखा जाता है। अनौपचारिक संदेश उन संदेशों को कहते हैं जो अपने परिजनों, मित्रगणों, रिश्तेदारों या घर के किसी सदस्यों को लिखे जाते हैं।
औपचारिक संदेश उन संदेशों को कहते हैं जिन्हें किसी अधिकारी या किसी ऑफिस के किसी कर्मचारी या आम जनमानस के लिए सार्वजनिक रूप से लिखे जाते हैं। अगर संदेश किसी नेता या अभिनेता द्वारा दिया जाता है तो यह आम लोगों को प्रभावित करने के उद्देश्य से लिखा जाता है। इस प्रकार के सन्देश को सार्वजनिक संदेश कहते हैं।
आजकल के समय में सन्देश भेजने के कई बेहतरीन माध्यम खोजे जा चुके हैं। इन बेहतरीन माध्यमों में संदेश भेजने के सबसे बेहतरीन माध्यम व्हाट्सएप, एसएमएस, ईमेल, फेसबुक, ट्विटर आदि ऐसे अनेक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हैं जिनके जरिए संदेश भेजे जा सकते हैं। इन माध्यमों से कम समय में ही एक या अनेक व्यक्तियों तक हम अपनी बात या किसी जानकारी को आसानी से पहुँचा सकते हैं।
संदेश लेखन के प्रकार – Types of Message Writing in Hindi
संदेश लेखन के कई प्रकार होते हैं। कुछ महत्वपूर्ण संदेश लेखन के प्रकार निम्नलिखित हैं –
(1) शुभकामना संदेश –
शुभकामना संदेश उन संदेशों को कहते हैं जो मुख्य रूप से किसी व्यक्ति के जन्मदिन, सालगिरह, विद्यार्थियों को उनकी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में, कर्मचारियों के पदोन्नति होने पर भेजे जाते हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि शुभकामना संदेश में वे संदेश आते हैं जिन्हें किसी ख़ुशी के अवसर पर किसी व्यक्ति को शुभाशीष या मंगलकामना देने के लिए लिखा जाता है।
(2) पर्व व त्यौहार संदेश –
पर्व व त्यौहार संदेश में वे संदेश आते हैं जिन्हें विशेष पर्वों व त्यौहारों के वक्त लोग एक दूसरे को भेजते हैं। इन संदेशों में दीपावली, होली, क्रिसमस, स्वतंत्रता दिवस के विशेष अवसरों पर दिए जाने वाले संदेश शामिल हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि पर्वों व त्यौहारों पर किसी व्यक्ति को दी जाने वाली शुभकामना इन संदेशों के अंतर्गत आती है।
(3) शोक संदेश –
शोक संदेश के अंतर्गत वे संदेश आते हैं जिनमें कोई दुखद समाचार या जानकारी लिखी जाती है। इस तरह के संदेश किसी व्यक्ति की पुण्यतिथि या मृत्यु पर लोगों को भेजे जाते हैं। किसी भी तरह की दुर्धटना की जानकारी भी शोक संदेश के द्वारा ही दी जाती है।
(4) व्यक्तिगत संदेश –
व्यक्तिगत संदेश में वे संदेश आते हैं जिनमें कोई जानकारी केवल अपने नजदीकी व्यक्तियों को ही दी जाती है। इन संदेशों में परिजनों को बधाई व शुभकामना संदेश, कही जाने या आने का संदेश या किसी भी अन्य तरह का संदेश जो सिर्फ परिजनों को दिया जाता हैं, आते हैं।
(5) सामाजिक संदेश –
सामाजिक संदेश में वे सभी सन्देश आते हैं जिसमे कोईं ऐसी जानकारी लिखी जाती है किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि समाज में रह रहे सभी व्यक्तियों से जुडी होती है। इन संदेशों में धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रमों से जुड़े आयोजनों के संदर्भ में दिए जाने वाले संदेश शामिल होते हैं। इसके अलावा पर्यावरण दिवस पर संदेश, जल बचाओ संदेश, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि अवसरों पर दिए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण संदेश भी सामजिक सन्देश कहे जाते हैं। (6) मिश्रित संदेश –
मिश्रित संदेश जैसे वर्तमान में चल रही कोरोना महामारी से संबंधित कोई जानकारी देने वाला सन्देश, डेंगू, मलेरिया आदि से संबंधित संदेश या बाढ़, भूकंप आदि से संबंधित संदेश या देश से जुड़ा हुआ कोई संदेश हो सकता हैं।
संदेश लेखन के वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – Tips
एक प्रभावशाली व् आकर्षक संदेश लेखन के लिए बहुत सी बातों को ध्यान में रखना आवश्यक होता है। कुछ निम्नलिखित बातों का ध्यान रख कर आप अपने
सन्देश को बेहतरीन बना कर प्रस्तुत कर सकते हैं। ये कुछ बातें आपको परीक्षा के नजरिए से भी अच्छे अंक लाने में सहायक सिद्ध हो सकती हैं –
1. सबसे पहले संदेश को किसी सीमा रेखा जैसे बॉक्स या गोले के अंदर लिखा जाना चाहिए।
2. संदेश की शुरुआत में “संदेश” शब्द अवश्य लिखना चाहिए। उसके बाद दिनांक, समय आदि को लिखा जाता है।
3. फिर मुख्य विषय को जितना हो सके कम शब्दों में लिखना चाहिए लेकिन जितने भी शब्दों का प्रयोग किया जाना हो वे प्रभावशाली व् आकर्षक होने चाहिए।
4. संदेश लिख लेने के बाद अंत में लिखने वाले का नाम अवश्य लिखना चाहिए।
5. संदेश लेखन की शब्द सीमा 30 से 40 शब्दों के बीच में होनी चाहिए।
6. अगर किसी सन्देश में चित्रों का उपयोग करना उचित लगे तो, विषयानुसार चित्रों का प्रयोग किया जा सकता है।
7. शायरी, दोहे, श्लोक या कविताओं का प्रयोग कर के भी सन्देश को प्रभावशाली व् आकर्षक बनाया जा सकता है।
8. संदेश सरल व संक्षिप्त शब्दों में प्रभावशाली व विषय के अनुसार लिखा जाना आवश्यक है।
9. सन्देश के विषय के अनुसार सन्देश को सुन्दर बनाने के लिए रंगों का भी प्रयोग किया जा सकता है।
10. संदेश के अंदर इधर उधर की बातें को नहीं लिखना चाहिए, केवल विषय वस्तु पर ध्यान देना अति आवश्यक होता है।
सन्देश लेखन के अंक (Marking Scheme)
कक्षा 9 के छात्रों को प्रश्न पत्र में सन्देश लेखन का सवाल 5 अंक के लिए पुछा जाएगा। प्रश्न में दिए गए विकल्पों में से छात्र को कोई भी एक विकल्प पर सन्देश लिखना होगा। शुभकामना, पर्व त्योहारों , विशेष अवसरों पर दिए जाने वाले सन्देश प्रश्न में पूछे जाएंगे।
सन्देश लेखन की शब्द सीमा ३० – ४० शब्दों की है।
Format of सन्देश लेखन in Hindi – संदेश लेखन का प्रारूप (Class 10)
संदेश लेखन का प्रारूप Format of Message writing in Hindi
(1) औपचारिक संदेश लेखन का प्रारूप –
संदेश दिनांक : ……. समय : …… संबोधन ……… विषय (जिस विषय हेतु सन्देश दे रहे हैं)……………………………………….. ……………………………………………………………………………… ………………………………….. अपना नाम |
(2) अनौपचारिक संदेश लेखन का प्रारूप –
संदेश दिनांक : ……. समय : …… विषय (जिस विषय हेतु सन्देश दे रहे हैं)……………………………………….. ……………………………………………………………. ……………………………………………………………. अपना नाम |
संदेश लेखन के कुछ उदाहरण – Example of Message writing in Hindi
अनौपचारिक संदेश व औपचारिक संदेश लेखन के कुछ उदाहरण
उदाहरण – 1
स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर देशवासियों के लिए एक संदेश लिखें।
स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामना सन्देश
दिनांक – 15 अगस्त 2020 |
उदाहरण – 2
जन्मदिन के शुभ अवसर पर एक संदेश लिखें।
जन्मदिन पर शुभकामना सन्देश दिनांक – 19 नवम्बर 2020 |
सन्देश लेखन उदाहरण – 3
शोक संदेश का उदाहरण
शोक सन्देश दिनांक – 16 सितम्बर 2020 समय – 9:00 am अत्यंत दुःख के साथ आप सभी को सूचित किया जा रहा है कि मेरी पूज्य दादी माँ श्री मती देवकी देवी पत्नी स्वर्गीय श्री राजा राम चौहान का दिनांक 15 सितम्बर 2020 को शाम 7:00 बजे स्वर्गवास हो गया है। उनका पीपल पानी दिनांक 24 सितम्बर 2020 को हमारे आवास “चौहान निवास – समरहिल” में किया जाएगा। कृपया इसी सुचना को व्यक्तिगत बुलावे की मान्यता प्रदान करे। शोकाकुल परिवार |
उदाहरण – 4
दीपावली के शुभ अवसर पर एक संदेश लिखें।
दीपावली के शुभ अवसर पर शुभकामना सन्देश “दीपावली की रात आई है, खुशियों की सौगात लाई है, आज लग रहा है कुछ ऐसा, जैसे सितारों की बारात आई है“ दिनांक – 14 नवम्बर 2020 |
सन्देश लेखन उदाहरण – 5
माँ को एक संदेश लिखें।
संदेश दिनांक – 5 दिसंबर 2020 समय – 9 :00 am माँ छोटी चाची जी घर पर आई थी उन्हें आपसे कोई जरुरी बात करनी थी। आप अपने मायके गई हुई हैं मैंने उन्हें बताया तो उन्होंने कहाँकि आप जब भी आए उनसे मिलें। जब आप आए तो आप उनसे जरूर मिलिएगा। कनिष्क |