Yuvaon Par Social Media ke Prabhav Par Nibandh Hindi Essay 

 

H3 – युवाओं पर सोशल मीडिया के प्रभाव (Effects of Social Media on Youth) par Nibandh Hindi mein

 

सोशल मीडिया इंटरनेट पर आधारित एक ऐसा मंच है  जहाँ लोग अपने विचार, तस्वीरें, वीडियो और अन्य सामग्री साझा कर सकते हैं और दूसरों के साथ बातचीत कर सकते हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, लिंक्डइन, टिकटॉक आदि सोशल मीडिया के कुछ लोकप्रिय उदाहरण हैं। इस लेख में हम ‘युवाओं पर सोशल मीडिया के प्रभाव’ पर निबंध लिखेंगे। सोशल मीडिया क्या है, सोशल मीडिया का क्या महत्त्व है, सोशल मिडिया क्र प्रकार, सोशल मीडिया का युवाओं पर सकारात्मक व् नकारात्मक प्रभाव आदि के बारे में जानेगे।

 

 

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सोशल मीडिया क्या है 

सोशल मीडिया यह शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है सोशल और मीडिया। सोशल का अर्थ है सामाजिक और मीडिया का अर्थ है माध्यम। सोशल मीडिया आधुनिक विज्ञान की एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा हम और आप अपने विचारों और सूचनाओं को दूसरे लोगों के साथ साँझा कर सकते हैं। सोशल मीडिया के इतिहास की बात करें तो शुरुआती दिनों में एक दूसरे तक अपनी बात पहुँचाने के लिए डाक सेवा द्वारा पत्र अथवा चिट्ठी को भेजा जाता था। इसके बाद टेलीग्राफ का आविष्कार हुआ। टेलीग्राफ के बाद 1890 में टेलीफोन और 1891 में रेडियो का आविष्कार हुआ। 1940 के दशक में पहला सुपर कंप्यूटर बनने के बाद इंटरनेट का जन्म हुआ। इंटरनेट के शुरुआती दौर में ईमेल का आविष्कार किया गया। 1997 में पहली सोशल मीडिया साइट बनाई गई। 1999 में पहली ब्लॉगिंग साइट प्रसिद्ध हुई।

ब्लॉगिंग के आविष्कार के बाद सोशल मीडिया युवाओं में और भी ज्यादा लोकप्रिय होता गया। 2005 में यूट्यूब का और 2006 तक फेसबुक और टि्वटर का आविष्कार हुआ। आज पूरी दुनिया में 3.8 बिलियन से भी अधिक लोग सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं। सोशल मीडिया एक ऐसा क्षेत्र हैं जो लगातार विकसित होने वाला है। इसमें हर साल टिक टोक, स्नैपचैट, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम जैसे नए नए ऐप्प सामने आते रहते हैं।

 

सोशल मीडिया का महत्त्व

आज के आधुनिक युग में हर तरह की जानकारी आप सोशल मीडिया द्वारा प्राप्त कर सकते है। सोशल मीडिया ऐप्प के द्वारा हम एक दूसरे को मैसेज के साथ – साथ वीडियो कॉल भी कर पाते है। सोशल मीडिया के माध्यम से देश – विदेश में होने वाली घटनाओं पर लोग प्रतिक्रिया दे सकते है। लोग अन्याय के विरुद्ध आवाज़ सोशल मीडिया के माध्यम से उठाते है। विश्व में सोशल मीडिया द्वारा कई जन आंदोलन किये गए है। सोशल मीडिया ने लोगो की ज़िन्दगी को सरल और सुविधाजनक बनाया है। जैसे – यू ट्यूब वीडियोस के ज़रिये लोग लोकप्रिय बनने के साथ-साथ पैसा भी कमा रहे है।सोशल मीडिया के माध्यम से लोग ऑनलाइन कई प्रकार के व्यवसाय अथवा व्यापार कर रहे है। सोशल मीडिया सामाजिक मुद्दों जैसे स्वच्छता, पर्यावरण, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण पर जागरूकता फैलाने में बेहद कारगर है।ऑनलाइन क्लासेस, स्टडी वीडियो आदि की मदद से विद्यार्थी कहीं से कुछ भी बिना किसी फ़ीस के सीख सकते हैं। सोशल मीडिया आज सामाजिक कार्यों और अभियानों को बढ़ावा देने का भी अत्यधिक प्रभावशाली सिद्ध हो रहा है। सोशल मीडिया के जरिए युवा और सक्रिय लोग इन कार्यों में जुड़ते हैं, जिससे सामाजिक बदलाव में तीव्रता आती है। जरूरतमंदों की मदद के लिए भी लोग सोशल मीडिया की मदद लेते हैं।

संक्षेप में कहा जा सकता है कि सूचना, डाक्यूमेंट्स, फोटो, वीडियो इत्यादि से जुड़े हर खबरों के संचार के लिए सोशल मीडिया सबसे बेहतरीन उपाय है। हर एक इंसान जो कुछ सीखना चाहता है, उनके लिए सोशल मीडिया किसी वरदान से कम नहीं है।

 

सोशल मिडिया के प्रकार 

अनलाइन सोशल मीडिया का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है, सोशल मीडिया को अलग-अलग प्रकार से विभाजित किया गया है। जैसे – फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, ट्विटर, व्हाट्सप्प, स्नैपचैट इत्यादि।

सोशल मीडिया का युवाओं पर सकारात्मक व् नकारात्मक प्रभाव

आज के युवाओं पर  सोशल मीडिया के सकारात्मक व् नकारात्मक दोनों प्रकार के प्रभाव देखे जा सकते हैं। आज का युवा दिन-रात सोशल मीडिया से किसी न किसी रूप में जुड़ा रहता है।

सकारात्मक प्रभाव

  • सोशल मीडिया पर बहुत सारी जानकारी उपलब्ध है। जिसका सहारा ले कर युवा नए कौशल सीख सकते हैं, विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी ले कर अपनी रुचियों को आगे बढ़ा सकते हैं।
  • सोशल मीडिया पर युवा अपने स्किल्स को दिखाकर अपनी लोकप्रियता बढ़ा सकते हैं। कॉन्टेंट क्रिएशन और डिजिटल मार्केटिंग के जरिए आज कई युवा लाखों रुपए कमा रहे हैं।
  • फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए युवा एक-दुसरे से , दोस्तों से और परिवार से संपर्क में रह सकते हैं।
  • सोशल मीडिया ने लोगों के लिए किसी भी विषय पर जानकारी प्राप्त करना आसान बना दिया है। लोगों के लिए ताज़ा समाचार और ताज़ी घटनाओं से अप-टू-डेट रहना आसान हो गया है।
  • फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म व्यापार को ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों के पहुँचाने के अवसर प्रदान करते हैं।
  • सोशल नेटवर्क युवाओं को नई एवं स्वस्थ आदतें विकसित करने के लिये प्रेरित कर सकते हैं। साथ ही साथ युवा ऑनलाइन माध्यम से अपने लिये सकारात्मक रोल मॉडल भी ढूँढ सकते हैं।
  • युवावस्था ऐसा समय होता है जब युवा अपनी पहचान बनाने व् समाज में अपना अलग स्थान प्राप्त करने का प्रयास कर रहे होते हैं। सोशल मीडिया युवाओं को उनकी अलग पहचान बनाने में मदद प्रदान करता है।
  • सोशल मीडिया पर युवा एक-दूसरे के पक्ष व् विपक्ष में अपनी भावनाओं को व्यक्त करते है। इस तरह किसी सशक्त भावों, विचारों या ऊर्जा की अभिव्यक्ति किसी पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर सकती है।
  • सोशल मीडिया युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। युवा अपने विचारों को दुनिया के समक्ष बेजिझक रखता सकता है।
  • सोशल मीडिया शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक बहुत ही अच्छा विकल्प है इसकी मदद से विद्यार्थी घर बैठे ही अपनी पढ़ाई में आने वाली कठिनाइयों को हल कर सकते हैं।
  • सोशल मीडिया की मदद से युवा में कई समाजिक मुद्दों के प्रति जागरूकता पैदा की जा सकती है।

नकारात्मक प्रभाव

  • सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताने  के कारण युवाओं को अपने परिवार व् मित्रों के लिए समय नहीं मिल पता जिस कारण वे अक्सर अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं।
  • सोशल मीडिया पर दूसरों की खुशियों भरी जिंदगी देखकर कई बार युवा दूसरों से अपनी तुलना करने लगते हैं जिससे उनमें आत्मविश्वास की कमी भी अक्सर देखी जा सकती है।
  • सोशल मीडिया को अधिक समय देने के कारण युवाओं का पढ़ाई या काम पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है।
  • सोशल मीडिया पर कई बार लोग एक – दूसरे को परेशान करने के लिए गलत-गलत कमेंट कर देते हैं, जिससे युवाओं का मानसिक स्वास्थ्य भी बिगड़ रहा है।
  • सोशल मीडिया पर देर रात तक सक्रिय रहने से युवाओं में नींद की कमी भी अक्सर देखी गई है, जिससे शरीर और दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है।
  • युवा फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के आदी हो गए हैं, जिससे लोगों के आईक्यू और मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट आई है।
  • सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं को तेजी से फैलाना आसान होता है। झूठी सूचना आसानी से वायरल हो सकती है, जिससे लोगों में भ्रम और दहशत फैल सकती है।  
  • सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग के परिणामस्वरूप युवा अपनी कसरत या व्यायाम की ओर तनिक भी ध्यान नहीं देते है। जिसके कारण आज युवाओं में कई बीमारियाँ घर कर गई हैं।  
  • सोशल मीडिया ने लोगों के सामाजिक संबंधों पर भी गहरा प्रभाव डाला है। युवा अपने दोस्तों के साथ आमने-सामने कम समय बिताते हैं, इसलिये उनके सामाजिक संबंधों पर प्रभाव पढ़ना स्वाभाविक है।
  • सोशल मीडिया की मदद से विद्यार्थी परीक्षा में नकल करने के नए-नए तरीके अपनाते हैं। जो उनके मानसिक विकास पर गलत असर डालते हैं।
  • सोशल मीडिया पर लोग अपनी असली पहचान छुपाकर आम लोगों के साथ धोखाधड़ी कर सकते हैं।

 

निष्कर्ष

दिन रात कई घंटो तक सोशल मीडिया पर सक्रीय रहने के कारण युवाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। उनके दिमाग व् आँखों पर दबाव पड़ता है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल मोबाइल , कंप्यूटर , लैपटॉप कई तरह से किया जा सकता है। सोशल मीडिया द्वारा कुछ ही पलों में छोटी से छोटी व् झूठी खबरों को भी आसानी भी से फैलाया जा सकता है। संक्षेप में कहा जा सकता है कि सोशल मीडिया एक ऐसा ताकतवर साधन है, जिसके द्वारा लोगों को विचार विमर्श करने का अवसर तो मिलता ही है साथ ही साथ किसी के लिए बुरी बातों को फैलाकर उसका जीवन भी समाप्त किया जा सकता है। सोशल मीडिया का सही उपयोग युवाओं को सही मार्ग और अधिक उन्नति की ओर ले जा सकता है। केवल युवाओं को सोशल मीडिया के सही उपयोग करने की ओर प्रेरित करना आवश्यक है।