Janmashtmi Wishes | श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं
जन्माष्टमी messages in Hindi – जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व रक्षा बंधन के लगभग आठ दिन बाद श्रावण मास की अष्टमी तिथि को आता है। इस दिन, भक्तगण भगवान कृष्ण के विभिन्न लीलाओं और उनके दिव्य व्यक्तित्व का उत्सव मनाते हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर घरों में पूजा-अर्चना, कीर्तन, और भजन का आयोजन होता है, जिसमें लोग भगवान कृष्ण के जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं को याद करते हैं और उनके प्रति अपनी भक्ति प्रकट करते हैं। इस विशेष दिन पर शुभकामनाएं और संदेश एक दूसरे के साथ साझा करके, हम सभी इस पावन अवसर की खुशी और आनंद को दोगुना कर सकते हैं। आइए, इस जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण की कृपा और उनके सन्देश से अपने जीवन को और भी समृद्ध और उत्साहपूर्ण बनाएं।
- श्री कृष्ण जन्माष्टमी की छोटे और प्यारे शुभकामनाएँ
- श्री कृष्ण जन्माष्टमी की प्यार भरे शुभकामनाएँ
- मित्रों के लिए श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ
- श्री कृष्ण जन्माष्टमी की काव्यात्मक शुभकामनाएँ
- श्री कृष्ण जी के अनमोल विचार
- आध्यात्मिक शुभकामनाएँ
- Conclusion
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की छोटे और प्यारे शुभकामनाएँ
- “आप सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “आपको और आपके परिवार को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “हैप्पी जन्माष्टमी! भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद आप पर बना रहें।”
- “श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ। राधे राधे!”
- “कन्हैया अपनी कृपा तुम पर ऐसे ही बनाए रखे। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “हैप्पी जन्माष्टमी, कृष्ण तुम्हारी आत्मा को प्यार से भर दे!”
- “श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!”
- “पुरे परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “कृष्ण जी की कृपा आप पर सदैव बनी रहे। हैप्पी जन्माष्टमी!”
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की प्यार भरे शुभकामनाएँ
- “भगवान कृष्ण आपके जीवन में सौभाग्य और गौरव लाएँ और जीवन में आपका मार्गदर्शन करते रहें। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “मुरली मनोहर के जन्मदिन की आपको और आपके परिवार को ढेर सारी खुशियाँ और आशीर्वाद। जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई!”
- “बाल गोपाल के जन्मोत्सव पर आपको और आपके परिवार को बहुत-बहुत बधाई। शुभ जन्माष्टमी!”
- “आपको जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान कृष्ण आपको और आपके परिवार को हमेशा खुशी, प्यार और शांति प्रदान करें।”
- “शुभ जन्माष्टमी! यह जन्माष्टमी आपके जीवन में अपार खुशियाँ और सफलता लाए।”
- “यह श्री कृष्ण की महिमा का जश्न मनाने का समय है क्योंकि वह पृथ्वी पर बुराई को नष्ट करने के लिए अवतरित हुए थे। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “हैप्पी जन्माष्टमी! भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद आपके लिए सौभाग्य, स्वास्थ्य और खुशियाँ लाए!”
- “जय श्री कृष्ण! जन्माष्टमी के पावन अवसर पर आपके जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि आए।”
- “मेरे संघर्षों में तुम्हारा खड़ा होना ऐसा लगता है, जैसे सुदामा के संकटों के समय में कृष्ण खड़े हो गए हों।हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “कृष्ण की महिमा और उनकी मुरली की धुन से आपका जीवन आनंदमय हो। कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई!”
- “जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! कान्हा आपके सारे संकटों को आपसे दूर करें, यही मेरी मंगल कामना है।”
- “मुरली मनोहर आपके परिवार को स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करते रहें और आपको सदैव शांति मिले। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “इस जन्माष्टमी, मैं आपके और आपके परिवार के आनंद, अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि वाले जीवन की कामना करता हूं। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “आपके आँगन में खुशियों की बारात आए, इस जन्माष्टमी आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी हों। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “सांवरे की कृपा से आपके सभी कार्य सफल हो हो । शुभ कृष्ण जन्माष्टमी!”
- “जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! इस जन्माष्टमी पर आपकी हर मनोकामना पूरी हो, मेरी यही कामना है।”
- “जन्माष्टमी के इस शुभ अवसर पर, मैं कामना करता हूं कि श्री कृष्ण का कृपा सदैव आप पर बनी रहे। हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमी!”
- “आपको और आपके परिवार को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं। मुझे आशा है कि भगवान कृष्ण की बांसुरी आपके जीवन को उनकी धुनों की तरह ही मधुर और आनंदमय बनाए रखेगी।”
- “बांके बिहारी के आशीर्वाद से आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का वास हो। शुभ जन्माष्टमी!”
- “आपके द्वार ठाकुर जी आए, आपका आँगन खुशियों से भर जाए। जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “आपका जीवन कृष्ण की कृपा से भरी हो और आपका हृदय उनके प्रेम से भरा हो। शुभ जन्माष्टमी!”
- “शुभ जन्माष्टमी! भगवान श्री कृष्ण ने चाहा तो आज आपके सभी बिगड़े काम बन जाएंगे।”
- “हैप्पी जन्माष्टमी! यह त्योहार आपकी आत्मा को जागृत करें और महानता की ओर प्रयास करने की आपकी भावना को प्रबुद्ध करे।”
- “कृष्ण जी आपको सर्वोत्तम चीज़ें – ख़ुशी, अच्छा स्वास्थ्य, प्यार और सफलता का आशीर्वाद दें। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “भगवान कृष्ण आपकी सभी चिंताओं को दूर कर आपको खुशियां दें। हैप्पी जन्माष्टमी!”
मित्रों के लिए श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ
- “जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं, मित्र! हमारी मित्रता कृष्ण-सुदामा जैसी निरंतर बनी रहे।”
- “बाँके बिहारी के जन्मदिन पर आपके और आपके परिवार के जीवन में आये ढेर सारी खुशियाँ आए। शुभ जन्माष्टमी, मित्र!”
- “मित्र इस जन्माष्टमी के पावन अवसर पर तुम्हारे जीवन में शांति, प्रेम और आनंद की बारिश हो। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “भगवान श्री कृष्ण की कृपा से तुम्हारा जीवन सदा आनंदमय हो, दु:ख और दर्द से मुक्त रहो। शुभ जन्माष्टमी, मित्र!”
- “हैप्पी जन्माष्टमी, मित्र! भगवान कृष्ण का आशीर्वाद से तुम्हारे सभी इच्छाएं पूरी हो, मेरी यही कामना है।”
- “हे मित्र, तुम्हारे बिना मेरा अस्तित्व अधूरा है। श्रीकृष्ण तुम्हारी हर मनोकामना पूरी करे। शुभ जन्माष्टमी!”
- “भगवान श्री कृष्ण की अनुपम कृपा से तुम्हारे अधूरे सपने साकार हो जाएं, यही मेरी विनती है। शुभ जन्माष्टमी, मित्र!”
- “ मित्र, जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! कान्हा, तुम्हारे हृदय को शांति और आत्मीयता दे।”
- “हैप्पी जन्माष्टमी, मित्र! कृष्ण की कृपा से हर पल सुखद हो, आत्मा में शांति और प्रेम का अभिवादन हो।”
- “मित्र जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ! भगवान, तुम्हारे जीवन को उज्जवलता से भर दे!”,
- “दोस्त, तुम्हारे जीवन के संघर्ष में भगवान कृष्ण की आशीर्वाद से हर मुश्किल आसान हो। शुभ जन्माष्टमी!”
- “जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान श्री कृष्ण, हर घड़ी तुम्हारे साथ चलने का साहस और विश्वास दे।”
- “हैप्पी जन्माष्टमी, मित्र! भगवान श्री कृष्ण तुम्हें विवेक और धैर्य की शक्ति दे, जिससे तुम हर संघर्ष को जीत सको।”
- “शुभ जन्माष्टमी, मित्र! भगवान श्री कृष्ण तुम्हारे बुराईयों को क्षमा करें, तुम्हे शक्ति दें कि तुम दूसरों की मदद कर सको।”
- “जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं, मित्र! भगवान कृष्ण तुम्हारे हिस्से का दुख दूर करे। तुम सदा खुश रहो यही मेरी कामना है।”
- “मित्र जन्माष्टमी की शुभकामनाएं! भगवान कृष्ण का नाम लो, दिल की हर चिंता को भुला दो।”
- “मित्र जन्माष्टमी की शुभकामनाएं! इस जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर तुम्हारी हर मनोकामना पूरी हो।”
- “शुभ जन्माष्टमी, मित्र! भगवान, तुम्हारे जीवन को अमृत से भर दे, मन को सुख और संतोष से भरे।”
- “हैप्पी जन्माष्टमी, मित्र! भगवान कृष्ण, तुम्हारे मार्ग को प्रकाशित करें, जो सत्य और निःस्वार्थता की ओर ले जाए।”
- “मित्र जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान कृष्ण मन की शांति और शक्ति प्रदान करें, तुम्हारी सहायता करें।”
- तुम्हारी मित्रता ही मुझे संकटों से जूझने का साहस देती है, तुम मेरे लिए कान्हा से कम नहीं हो मित्र! जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की काव्यात्मक शुभकामनाएँ
- “मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया जमुना के तट पे विराजे है, मोर मुकुट पर कानों में कुंडल कर में मुरलिया साजे है।”
- “हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की, नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “माखन चुरा जिसने खाया, बंसी बजाकर जिसने नचाया, ख़ुशी मनाओ उनके जन्मदिन की, जिसने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया।”
- “श्री कृष्ण के कदम आपके घर आये, आप खुशियों के दीप जलाये, परेशानी आपसे आँखे चुराए। श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “चंदन की ख़ुशबू को रेशम का हार, सावन की सुगंध और बारिश की फुहार, राधा की उम्मीद को कन्हैया का प्यार, मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्यौहार।”
- “खुश रहे आप सदा आपके यश का विस्तार हो, जन्माष्टमी के रंगों में रंगा सारा संसार हो। जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “राधा की भक्ति, मुरली की मिठास, माखन का स्वाद और गोपियों का रास, सब मिलके बनाता हैं जन्माष्टमी का दिन ख़ास।”
- “आपके द्वार पर ठाकुर जी आए, आपका आँगन सदा खुशियों से महकता रहे। जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “कृष्ण जिनका नाम, गोकुल जिनका धाम, ऐसे श्री कृष्ण भगवान को हम सब का प्रणाम, जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा, एक मात स्वामी सखा हमारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “राधा की चाहत है कृष्णा, उसके दिल की विरासत है कृष्णा ! चाहें कितना भी रास रचा ले कृष्णा, दुनिया तो फिर भी कहती है, राधे-कृष्णा, राधे-कृष्णा !”
- “माखन चोर नन्द किशोर, बांधी जिसने प्रीत की डोर, हरे कृष्ण हरे मुरारी, पूजती जिन्हें दुनिया सारी, आओ उनके गुण गाएं सब मिल के श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाएं!”
- “भगवान् श्री कृष्ण स्वयं आप के घर आये, आप ख़ुशी से दिए जलाये, इस महोत्सव को आप बड़े धूम-धाम से मनाएँ, हमारी तरफ से कृष्ण जन्मोत्सव की ढेर सारी शुभकामनाएँ। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “दही की हांडी, बारिश की फुहार, माखन चुराने आए नंदलाल। हैप्पी जन्माष्टमी!”
- “वृन्दावन की खुशबू राधा कृष्ण का प्यार कन्हैया का नटखटपन मां यशोदा की फटकार मुबारक हो आप सबको जन्माष्टमी का त्यौहार!”
- “गीत सोहर गूंज रहे हैं, चारो तरफ मचा है शोर, खुशियाँ ही खुशियाँ छाई, आ गया देखो माखन चोर। शुभ जन्माष्टमी!”
- “पलकें झुकें, और नमन हो जाए, मस्तक झुके, और वंदन हो जाए, ऐसी नज़र, कंहाँ से लाऊँ, मेरे कन्हैया, कि आपको याद करूँ और आपके दर्शन हो जाए।”
- “मिश्री से मीठे नन्दलाल के बोल, इनकी बातें हैं सबसे अनमोल, जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर, दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल।”
- “खुशियों की मटकी हर घर द्वार सजे, आर्थिक उन्नती जन जन तक पहुंचे। श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”
- “गोकुल में है जिनका वास, गोपियों संग रचाए जो रास, देवकी यशोदा जिनकी मैया, ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया। शुभ जन्माष्टमी!”
श्री कृष्ण जी के अनमोल विचार
- “अपने कर्म पर ध्यान दें, फल की चिंता मत करें। कर्म करना हमारा धर्म है और फल ईश्वर के हाथ में है।”
- “जीवन में जो भी होता है अच्छे के लिए होता है। इस विश्वास के साथ आगे बढ़े।”
- “जैसे पुराने वस्त्र त्याग दिए जाते है वैसे ही आत्मा भी शरीर बदलती है। आत्मा अजर – अमर है।”
- “आत्मा को कोई शस्त्र न काट सकती है ना ही आग उसे जला सकती है। यह अविनाशी है।”
- “जब जब धर्म की हानि होती है, मै अवतार लेता हूं। अधर्म पर धर्म की जीत निश्चित है।”
- “बल, घमंड, अहंकार, वासना, क्रोध और संग्र्ह ये छ: शत्रु मनुष्य को पतन की ओर ले जाते है।”
- “जो कुछ हुआ, अच्छे के लिए हुआ। जो हो रहा है अच्छे के लिए हो रहा है। जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा।”
- “मैं सभी प्राणियों के हृदय में स्थित आत्मा हूं। मैं सभी प्राणियों का आदि, मध्य और अंत भी हूं।”
- “मैं हमेशा तुम्हारे साथ और तुम्हारे आसपास रहता हूं चाहे तुम कुछ भी कर रहे हों।”
- “इस शरीर का मोह मत करो, यह तो माटी है माटी में मिल जायेगा, अमर तो आत्मा है जो परमात्मा में मिल जाएगी।”
- “अपने अनिवार्य कर्तव्य का पालन करें, क्योंकि क्रिया वास्तव में निष्क्रियता से बेहतर है।”
- “श्रीकृष्ण कहते हैं कि समय हमेशा चलता रहता है कभी रुकता नहीं ! यदि आज बुरा समय है तो कल अच्छा होगा !” इसलिए आप बिना किसी स्वार्थ के सिर्फ कर्म कीजिए, फल समय खुद देगा।”
- “आत्मा का अंतिम लक्ष्य परमात्मा में मिल जाना होता है।”
- “अहंकार करने पर इंसान की, वंश, वैभव, प्रतिष्ठा तीनों ही समाप्त हो जाते हैं।”
- “इस संसार में कुछ भी स्थाई नहीं है।”
- “सच्चा प्रेम वह होता है, जिससे दूर रहने के बाद भी हर पल दिल में उसी इंसान का नाम हो।”
- “कर्म का फल व्यक्ति को उसी तरह ढूंढ लेता है, जैसे कोई बछड़ा सैकड़ों गायों के बीच अपनी मां को ढूंढ लेता है।”
- “क्रोध इंसान का सबसे बड़ा शत्रु होता है, क्रोध आने पर इंसान की सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है उस व्यक्ति के पतन में ज्यादा समय नहीं लगता।”
- “मन को नियंत्रण में रखना किसी घोड़े के नवजात शिशु को नियंत्रण में रखने जितना कठिन होता है।”
- “सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है, ना ही कही और है।”
- “मन ही हमारे सारे दुखों का कारण है जिसने मन पर काबू पा लिया वह व्यक्ति मन में पैदा होने वाले बेकार की चिंता और इच्छा से मुक्ति पा लेता है।”
- “जीवन ना कल में है, ना आज में है, जीवन सिर्फ इस पल में है, इस पल का अनुभव ही जीवन है।”
आध्यात्मिक शुभकामनाएँ
- भगवान की शांति उनके साथ है जिनके मन और आत्मा सद्भाव में हैं, जो इच्छा और क्रोध से मुक्त हैं, जो अपनी आत्मा को जानते है। हैप्पी जन्माष्टमी!
- आप वही हैं जिस पर आप विश्वास करते हैं, आप वही बन जाते हैं जिस पर आपको विश्वास है कि आप बन सकते हैं।
- अपने आप को भौतिकवादी चीजों से न जोड़ें क्योंकि वे पीड़ा और दुःख लाती हैं।
- डर लगने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन उस डर को कभी भी खुद पर हावी न होने दें. खुद पर काबू रखकर ही सफलता को पाना संभव है।
- आपको अपना कर्तव्य लोगों का मार्गदर्शन करने और सार्वभौमिक कल्याण की दृष्टि से करना चाहिए।
- भगवान तो कृष्ण हैं, जो सच्चिदानन्द स्वरूप हैं। उनका कोई आदि नहीं है, क्योंकि वे प्रत्येक वस्तु के आदि हैं। भगवान गोविंद समस्त कारणों के कारण हैं।
- जिस प्रकार श्री कृष्ण जी का सुदर्शन चक्र चलता है उसी प्रकार समय का चक्र भी चलता है, बिना विचलित हुए बस अपने लक्ष्य की ओर ध्यान दें और कर्म करते चले जाएं।
- आध्यात्मिकता कोई अलौकिक बात नहीं है, ये तो मनुष्य के अस्तित्व की मूल बात है, उसका सार है।
- ईश्वर तो कण-कण में है, फिर भी इंसान इन्हें मंदिरों, मस्जिदों, चर्च और गुरुद्वारे में ढूँढता हैं।
- दुख की घड़ी में बिल्कुल मत डगमगाए क्योंकि, जिस प्रकार मौसम आते जाते रहते हैं उसी प्रकार सुख दुख आते जाते रहते हैं।”
- संसार में कोई भी मनुष्य सर्वगुण संपन्न नहीं है, इसलिए कुछ कमियों को नजरअंदाज करके रिश्ते बनाए रखिए।
- जहाँ प्रेम है…वही ईश्वर है…!
- जो रास्ता ईश्वर ने आपके लिए खोला है उसे कोई भी बंद नहीं कर सकता है; इसलिए हमेशा हर परिस्थिति में खुद पर विश्वास रखें।
- परिस्थिति बदलना जब मुमकिन ना हो तो मन की स्थिति बदल लीजिए, सब कुछ अपने आप ही ठीक हो जाएगा।
- संसार में सबसे श्रेष्ठ संबंध भगवान के साथ ही है जिसमें कभी दुख नही मिलता।
- किसी को देने के लिए सबसे अच्छा उपहार उसकी भावनाओं को समझना और आदर करना है।
- जहाँ भगवान की कृपा होती है, वहाँ सुख-शांति स्वतः आती है!
- मन की सोच सुंदर हो तो, सारा संसार सुंदर लगता है।
Conclusion
जन्माष्टमी का यह पावन पर्व हमें भगवान श्री कृष्ण के आदर्शों और उनके जीवन की गहराइयों को समझने का अवसर प्रदान करता है। उनके अनमोल संदेश और लीलाओं से प्रेरित होकर हम अपने जीवन में सत्य, प्रेम और धर्म की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। इस विशेष दिन को अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर मनाना न केवल आनंददायक होता है, बल्कि यह हमारी भक्ति और एकता को भी सुदृढ़ करता है। चलिए, हम सभी मिलकर इस जन्माष्टमी को भगवान कृष्ण की कृपा और आशीर्वाद से भरपूर बनाएं और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लें।
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