10 Lines on Mahashivratri (महाशिवरात्रि ) in Hindi
महाशिवरात्रि पर 10 लाइन – अक्सर स्कूल के छात्रों को महाशिवरात्रि पर 10 लाइन लिखने को कहा जाता है। इसलिए हम आपके लिए इस लेख में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर Hindi में 10 लाइन लेकर आये हैं। महाशिवरात्रि हिन्दू धर्म के लोगों का सबसे पवित्र व्रत एवं त्योहार माना जाता है जो प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह की चतुर्दशी को मनाया जाता है। महाशिवरात्रि मनाने का कोई एक ठोस कारण नहीं है. इसके मनाने की लोगो की कई मान्यताए प्रचलित है। जिसमे कई लोगो का मानना है, कि इसी दिन भगवान शिव ने ब्रह्मा के रुद्र रूप में जन्म लिया था। कई लोगो इस पर्व को भगवान शिव तथा माता पार्वती के विवाह से भी जोड़ते है। ये पर्व पुरे भारतवर्ष में बड़ी धूम के साथ मनाया जाता है। इस पर्व पर भगवान् शिव की पूजा अर्चना की जाती है. तथा इनके मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।
महाशिवरात्रि पर 10 लाइन (10 Lines on Mahashivratri in Hindi)
- महाशिवरात्रि हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है और इस त्योहार को हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।
- इस त्योहार को भगवान शिव की महान रात्रि के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था।
- साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
- महाशिवरात्रि का यह पावन पर्व भारत सहित पूरी दुनिया में बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
- इस दिन सुबह-सुबह भगवान शिव के मंदिरों पर भक्तों का ताँता लग जाता है सभी भक्त शिवलिंग पर जल, दूध, से अभिषेक करते है साथ ही शहद, भांग, धतूरा, बेलपत्र, बेर, फल-फूल चढ़ाकर उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं।
- इस दिन अधिकांश लोग पूरे दिन व्रत उपवास रखते हैं, भजन कीर्तन करते है।
- कश्मीरी ब्राह्मणों के लिए यह त्योहार सबसे महत्वपूर्ण त्योहार होता है। यह शिव और पार्वती के विवाह के रूप में हर घर में मनाया जाता है।
- उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर सबसे सम्माननीय भगवान शिव का मंदिर है जहाँ हर वर्ष शिव भक्तों की एक बड़ी मण्डली महा शिवरात्रि के दिन पूजा-अर्चना के लिए आती है।
- महाशिवरात्रि से संबंधित पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले हलाहल नामक विष को अपने कंठ में धारण करके ब्रह्मांड को नष्ट होने से बचा लिया था।
- भगवान शिव को भोले, शंकर, महादेव, महाकाल, नटराज, नीलकंठ, शशिधर, गंगाधर, महारुद्र इत्यादि कई नामों से पुकारा जाता है।