CBSE Class 9 Hindi Chapter 12 अग्निपथ Important Questions Answers from Sparsh Bhag 1 Book
Looking for Agnipath question answers for CBSE Class 9 Hindi Sparsh Bhag 1 Book Lesson 12? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.
सीबीएसई कक्षा 9 हिंदी स्पर्श भाग 1 पुस्तक पाठ 12 के लिए अग्निपथ प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 9 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे अग्निपथ प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।
The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions.
Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams.
- अग्निपथ सार-आधारित प्रश्न
- अग्निपथ बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर
- अग्निपथ प्रश्न और उत्तर
- “अग्निपथ” Class 9 Hindi Chapter 12 Summary, Explanation, Notes, NCERT Solutions
- NCERT Class 9 Hindi Chapter 12 MCQs
सार-आधारित प्रश्न Extract Based Questions
सार–आधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)
पद्यांश को पढ़कर पूंछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
1)
अग्नि पथ
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
वृक्ष हों भले खडे,
हों घने, हों बडे,
एक पत्र-छाँह भी माँग मत, माँग मत, माँग मत!
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
तू न थकेगा कभी!
तू न थमेगा कभी!
तू न मुड़ेगा कभी!-कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ!
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
यह महान दृश्य है-
चल रहा मनुष्य है
अश्रु-स्वेद-रक्त से लथपथ, लथपथ, लथपथ!
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
i. कवि क्या मांगने को मना कर रहे हैं?
(क) छांह
(ख) अग्नि पथ
(ग) सहायता
(घ) पैसे
उत्तर: (क) छांह
ii. प्रस्तुत पद्यांश में पत्र शब्द का क्या अर्थ है?
(क) वृक्ष
(ख) पत्ती
(ग) फूल
(घ) छाया
उत्तर: (ख) पत्ती
iii. प्रस्तुत पदयांश में कवि किसकी शपथ लेने को बोल रहा?
(क) न रुकने का
(ख) न थकने का
(ग) विकल्प क और ख दोनों
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (ग) विकल्प क और ख दोनों
iv. प्रस्तुत पदयांश में स्वेद का क्या अर्थ है?
(क) पसीना
(ख) आंसू
(ग) खून
(घ) पानी
उत्तर: (क) पसीना
बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर (Multiple Choice Questions)
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।
- अग्निपथ नामक कविता में स्वेद का क्या अर्थ है?
(क) पसीना
(ख) आंसू
(ग) खून
(घ) पानी
उत्तर: (क) पसीना
- अग्निपथ नामक कविता में कवि किसकी शपथ लेने को बोल रहा?
(क) न रुकने का
(ख) न थकने का
(ग) विकल्प क और ख दोनों
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (ग) विकल्प क और ख दोनों
3.अग्निपथ नामक कविता में कवि क्या मांगने को मना कर रहे हैं?
(क) छांह
(ख) अग्नि पथ
(ग) सहायता
(घ) पैसे
उत्तर: (क) छांह
4.अग्निपथ नामक कविता में कवि किसको शपथ लेने को बोल रहा?
(क) मनुष्य को
(ख) समस्त संसार को
(ग) पौधों को
(घ) भगवान को
उत्तर: (क) मनुष्य को
- अग्निपथ नामक कविता में कवि अग्निपथ किसके लिए बोल रहा?
(क) समस्त संसार
(ख) पौधों
(ग) मनुष्य
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (ग) मनुष्य
- अग्निपथ नामक कविता में अश्रु नाम का क्या अर्थ है?
(क) आंसू
(ख) पसीना
(ग) खून
(घ) पानी
उत्तर: (क) आंसू
- अग्निपथ नामक कविता में अग्निपथ किसको कहा गया है?
(क) मनुष्य के जीवन को
(ख) युद्धभूमि को
(ग) गरीब जनता के जीवन को
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) मनुष्य के जीवन को
- अग्निपथ नामक कविता में कवि किसके बारे में बात कर रहा है?
(क) मनुष्य के जीवन की कठिनाइयों के बारे में
(ख) युद्ध भूमि के बारे में
(ग) पुरातन संस्कृति के बारे में
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) मनुष्य के जीवन की कठिनाइयों के बारे में
- “एक पत्र-छाँह भी माँग मत”, ये कवि किसके लिए बोल रहा है?
(क) मनुष्य
(ख) योद्धा
(ग) स्वाभिमानी व्यक्ति
(घ) मजदूर
उत्तर: (क) मनुष्य
- “वृक्ष हों भले खडे” किसके लिए बोला गया है?
(क) बड़े बड़े वृक्षों के लिए
(ख) मनुष्य के जीवन की कठिनाइयों के लिए
(ग) बड़े जंगल के लिए
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (ख) मनुष्य के जीवन की कठिनाइयों के लिए
- “तू थमेगा नहीं”, किसके लिए बोला गया है?
(क) मनुष्य
(ख) पक्षी
(ग) योद्धा
(घ) जानवर
उत्तर: (क) मनुष्य
- “तू रुकेगा नहीं”, किसके लिए बोला गया है?
(क) मनुष्य
(ख) पक्षी
(ग) योद्धा
(घ) जानवर
उत्तर: (क) मनुष्य
- कवि के अनुसार महान दृश्य कौन सा है?
(क) अश्रु स्वेद रक्त से लथपथ मनुष्य
(ख) देश की तरक्की
(ग) गरीब की सहायता
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) अश्रु स्वेद रक्त से लथपथ मनुष्य
- “तू मुड़ेगा नहीं”, किसके लिए बोला गया है?
(क) मनुष्य
(ख) पक्षी
(ग) योद्धा
(घ) जानवर
उत्तर: (क) मनुष्य
- कवि के अनुसार अग्निपथ नामक कविता में मनुष्य का जीवन कैसा है?
(क) चुनौती युक्त
(ख) सुखी
(ग) वैभवपूर्ण
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (क) चुनौती युक्त
प्रश्न और उत्तर Questions Answers
- एक पत्र-छाँह भी माँग मत, माँग मत, माँग मत! पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए?
उत्तर: प्रस्तुत पंक्ति में कवि यह बताना चाह रहे हैं कि हे मनुष्य तुझे चाहे जितनी विपत्ति आ जाए तू किसी से एक पत्ते की छाया बराबर भी सहायता नहीं मांगेगा।
- कवि ने इस कविता का नाम अग्निपथ क्यों रखा है?
उत्तर: कवि ने इस कविता का नाम अग्निपथ इसलिए रखा है क्योंकि यह कविता मनुष्य के जीवन में आने वाले संकट और इस संकट में दृढ़ता से खड़े होने का उपदेश देती है।
- कवि ने मनुष्य को किस की शपथ लेने के लिए कहा है?
उत्तर: कवि ने मनुष्य को कभी न थकने कभी न रुकने और कभी पीछे न मुड़ने की शपथ लेने के लिए कहा है।
- कवि महान दृश्य किसको बोल रहा है?
उत्तर: जीवन के अग्निपथ में दृढ़ता से चलता हुआ मनुष्य आंसू, पसीना और खून से लथपथ है लेकिन फिर भी हार नहीं मान रहा है। कवि इसी दृश्य को महान दृश्य बोल रहा है।
- अग्निपथ कविता का केंद्रीय भाव अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए?
उत्तर: कवि ने अग्निपथ कविता के माध्यम से जीवन रूपी अग्नि से युक्त पथ की व्याख्या की है और बताया है कि चाहे जितनी बड़ी समस्याएं हो और चाहे जो भी आपकी सहायता के लिए खड़ा हो लेकिन आपको उन सभी समस्याओं को पार करना है और किसी की भी सहायता नहीं लेनी है।
हे! मनुष्य तू इस अग्निपथ पर चलते हुए शपथ खा कि तू कभी रुकेगा नहीं, ना कभी थकेगा न ही तू पीछे मुड़कर देखेगा। इस महान अग्निपथ में जो भी साहसी मनुष्य आंसू, पसीना और खून से लथपथ होकर अपने पथ में आगे बढ़ता है वही सफलता प्राप्त करता है। कवि के अनुसार यही जीवन का सबसे बड़ा और महान दृश्य है।
- कवि ने अग्निपथ शब्द किसके लिए इस्तेमाल किया है?
उत्तर: कवि ने अग्निपथ शब्द मनुष्य के जीवन में आने वाली कठिनाइयों के लिए इस्तेमाल किया है।
- “अश्रु-स्वेद-रक्त से लथपथ, लथपथ, लथपथ!” पंक्ति का अर्थ अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए?
उत्तर: कवि ने अश्रु स्वेद रक्त शब्द मनुष्य के जीवन के तीन प्रमुख स्थितियों और भाव के बारे में इस्तेमाल किया है।
कवि कहते हैं कि हे! मनुष्य तू इस अग्निपथ पर चलते हुए शपथ खा कि तू कभी रुकेगा नहीं, ना कभी थकेगा न ही तू पीछे मुड़कर देखेगा। इस महान अग्निपथ में जो भी साहसी मनुष्य आंसू, पसीना और खून से लथपथ होकर अपने पथ में आगे बढ़ता है वही सफलता प्राप्त करता है।
- कवि इस कविता में मनुष्य से क्या अपेक्षा कर रहा है?
उत्तर: कवि इस कविता के माध्यम से मनुष्य को उपदेश देते हुए बता रहे हैं कि हे मनुष्य चाहे तेरी जिंदगी में जितनी भी विपत्तियां आए तुझे किसी की सहायता लिए बिना और बिना पीछे मुड़े ही उन सभी विपत्तियों का साहस पूर्वक सामना करना है।
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