NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Bhag 1 एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा Important Question Answers Lesson 2

 

Class 9 Hindi Everest Meri Shikhar Yatra Question Answers – Looking for Everest Meri Shikhar Yatra question answers for CBSE Class 9 Hindi Sparsh Bhag 1 Book Lesson 2? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.

सीबीएसई कक्षा 9 हिंदी स्पर्श भाग 1 पुस्तक पाठ 2 के लिए एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 9 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

 Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

 

Class 9 Hindi एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा Question Answers Lesson 2 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)


गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –

1)
एवरेस्ट अभियान दल 7 मार्च को दिल्‍ली से काठमांडू के लिए हवाई जहाज़ से चल दिया। एक मज़बूत अग्रिम दल बहुत पहले ही चला गया था जिससे कि वह हमारे “बेस कैंप’ पहुँचने से पहले दुर्गम हिमपात के रास्ते को साफ़ कर सके।
नमचे बाज़ार, शेरपालैंड का एक सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण नगरीय क्षेत्र है। अधिकांश शेरपा इसी स्थान तथा यहीं के आसपास के गाँवों के होते हैं। यह नमचे बाज़ार ही
था, जहाँ से मैंने सर्वप्रथम एवरेस्ट को निहारा, जो नेपालियों में ‘सागरमाथा’ के नाम से प्रसिद्ध है। मुझे यह नाम अच्छा लगा।

i. एवरेस्ट अभियान दल दिल्ली से कब रवाना हुआ?
(क) 6 मार्च
(ख) 7 मार्च
(ग) 8 मार्च
(घ) 9 मार्च
उत्तर: (ख) 7 मार्च

ii. निम्न में से कौन सा क्षेत्र शेरपालैंड का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण नगरीय क्षेत्र है?
(क) नमचे बाजार
(ख) काठमांडू
(ग) ल्होत्से
(घ) पैरिच
उत्तर: (क) नमचे बाजार

iii. अधिकांश शेरपा कहां के रहने वाले थे?
(क) नमचे बाजार
(ख) काठमांडू
(ग) ल्होत्से
(घ) पैरीच
उत्तर: (क) नमचे बाजार

iv. सागरमाथा नाम से कौन सा क्षेत्र प्रसिद्ध था?
(क) काठमांडू
(ख) नमचे बाजार
(ग) ल्होत्से
(घ) पैरीच
उत्तर: (ख) नमचे बाजार

 

2)
एवरेस्ट की तरफ़ गौर से देखते हुए, मैंने एक भारी बर्फ़ का बड़ा फूल (प्लूम) देखा, जो पर्वत-शिखर पर लहराता एक ध्वज-सा लग रहा था। मुझे बताया गया कि यह दृश्य शिखर की ऊपरी सतह के आसपास 50 किलोमीटर अथवा इससे भी अधिक की गति से हवा चलने के कारण बनता था, क्योंकि तेज़ हवा से सूखा बर्फ़ पर्वत पर उड़ता रहता था। बर्फ़ का यह ध्वज 10 किलोमीटर या इससे भी लंबा हो सकता था। शिखर पर जानेवाले प्रत्येक व्यक्ति को दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी पर इन तूफ़ानों को झेलना पड़ता था, विशेषकर खराब मौसम में। यह मुझे डराने के लिए काफ़ी था, फिर भी मैं एवरेस्ट के प्रति विचित्र रूप से आकर्षित थी और इसकी कठिनतम चुनौतियों का सामना करना चाहती थी।
जब हम 26 मार्च को पैरिच पहुँचे, हमें हिम-स्खलन के कारण हुई एक शेरपा कुली की मृत्यु का दुःखद समाचार मिला। खुंभु हिमपात पर जानेवाले अभियान-दल के रास्ते के बाईं तरफ़ सीधी पहाड़ी के धसकने से, ल्होत्से की ओर से एक बहुत बड़ी बर्फ़ की चट्टान नीचे खिसक आई थी। सोलह शेरपा कुलियों के दल में से एक की मृत्यु हो गई और चार घायल हो गए थे।

 

i. लेखिका ने बर्फ का ध्वज किसको कहा?
(क) खुंभु हिमपात
(ख) भारी बर्फ का प्लूम
(ग) पैरिच
(घ) ल्होत्से
उत्तर: (ख) भारी बर्फ का प्लूम

ii. शिखर पर जानेवाले प्रत्येक व्यक्ति को क्या झेलना पड़ता था?
(क) बर्फ का ध्वज
(ख) बर्फ का तूफान
(ग) बर्फ की बड़ी बड़ी चट्टान
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (क) बर्फ का ध्वज

iii. सोलह शेरपा कुलियों के दल में से एक की मृत्यु कैसे हुई?
(क) ल्होत्से की ओर से एक बहुत बड़ी बर्फ़ की चट्टान नीचे खिसकने से
(ख) सीधी पहाड़ी के धसकने से
(ग) खुम्भु हिमपात से
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (क) ल्होत्से की ओर से एक बहुत बड़ी बर्फ़ की चट्टान नीचे खिसकने से

iv. लेखिका पैरिच कब पहुंची?
(क) 23 मार्च
(ख) 24 मार्च
(ग) 25 मार्च
(घ) 26 मार्च
उत्तर: (घ) 26 मार्च

3)
इस समाचार के कारण अभियान दल के सदस्यों के चेहरों पर छाए अवसाद को देखकर हमारे नेता कर्नल खुल्लर ने स्पष्ट किया कि एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करनी चाहिए।
उपनेता प्रेमचंद, जो अग्रिम दल का नेतृत्व कर रहे थे, 26 मार्च को पैरिच लौट आए। उन्होंने हमारी पहली बड़ी बाधा खुंभु हिमपात की स्थिति से हमें अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि उनके दल ने कैंप एक (6000 मी.), जो हिमपात के ठीक ऊपर है, वहाँ तक का रास्ता साफ़ कर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि पुल बनाकर, रस्सियाँ बाँधकर तथा झंडियों से रास्ता चिह्नित कर, सभी बड़ी कठिनाइयों का जायजा ले लिया गया है। उन्होंने इस पर भी ध्यान दिलाया कि ग्लेशियर बर्फ़ की नदी है और बर्फ़ का गिरना अभी जारी है। हिमपात में अनियमित और अनिश्चित बदलाव के कारण अभी तक के किए गए सभी काम व्यर्थ हो सकते हैं और हमें रास्ता खोलने का काम दोबारा करना पड़ सकता है।

 

i. लेखिका के नेता का क्या नाम था?
(क) कर्नल खुल्लर
(ख) कर्नल सोनाराम
(ग) कर्नल प्रेमचंद
(घ) डॉक्टर मीनू मेहता
उत्तर: (क) कर्नल खुल्लर

ii. लेखिका के उपनेता का क्या नाम था?
(क) कर्नल खुल्लर
(ख) कर्नल सोनाराम
(ग) कर्नल प्रेमचंद
(घ) डॉक्टर मीनू मेहता
उत्तर: (ग) कर्नल प्रेमचंद

iii. उपनेता प्रेमचंद पैरिच कब लौट के आ गए?
(क) 23 मार्च
(ख) 24 मार्च
(ग) 25 मार्च
(घ) 26 मार्च
उत्तर: (घ) 26 मार्च

iv. उपनेता प्रेमचंद ने लेखिका को किस बात से अवगत कराया?
(क) खुंभु हिमपात
(ख) भारी बर्फ का प्लूम
(ग) पैरिच
(घ) ल्होत्से
उत्तर: (क) खुंभु हिमपात

 

4)
“बेस कैंप’ में पहुँचने से पहले हमें एक और मृत्यु की खबर मिली। जलवायु अनुकूल न होने के कारण एक रसोई सहायक की मृत्यु हो गई थी। निश्चित रूप से हम आशाजनक स्थिति में नहीं चल रहे थे।
एवरेस्ट शिखर को मैंने पहले दो बार देखा था, लेकिन एक दूरी से। बेस कैंप पहुँचने पर दूसरे दिन मैंने एवरेस्ट पर्वत तथा इसकी अन्य श्रेणियों को देखा। मैं भौचक्का होकर खड़ी रह गई और एवरेस्ट, ल्होत्से और नुत्से की ऊँचाइयों से घिरी, बर्फ़ीली टेढ़ी-मेढ़ी नदी को निहारती रही। हिमपात अपने आपमें एक तरह से बर्फ़ के खंडों का अव्यवस्थित ढंग से गिरना ही था। हमें बताया गया कि ग्लेशियर के बहने से अकसर बर्फ़ में हलचल हो जाती थी, जिससे बड़ी-बड़ी बर्फ़ की चट्टानें तत्काल गिर जाया करती थीं और अन्य कारणों से भी अचानक प्राय: खतरनाक स्थिति धारण कर लेती थीं। सीधे धरातल पर दरार पड़ने का विचार और इस दरार का गहरे-चौड़े हिम-विदर में बदल जाने का मात्र खयाल ही बहुत डरावना था। इससे भी ज़्यादा भयानक इस बात की  जानकारी थी कि हमारे संपूर्ण प्रवास के दौरान हिमपात लगभग एक दर्जन आरोहियों और कुलियों को प्रतिदिन छूता रहेगा।
दूसरे दिन नए आनेवाले अपने अधिकांश सामान को हम हिमपात के आधे रास्ते तक ले गए। डॉ. मीनू मेहता ने हमें अल्यूमिनियम की सीढ़ियों से अस्थायी पुलों का बनाना, लट्टों और रस्सियों का उपयोग, बर्फ़ की आड़ी-तिरछी दीवारों पर रस्सियों को बाँधना और हमारे अग्रिम दल के अभियांत्रिकी कार्यों के बारे में हमें विस्तृत जानकारी दी।

i. बेस कैंप पहुंचने से पहले लेखिका को कौन सी बुरी खबर मिली?
(क) रसोई सहायक की मृत्यु
(ख) नेता की मृत्यु
(ग) उपनेता की मृत्यु
(घ) शेरपा की मृत्यु
उत्तर: (क) रसोई सहायक की मृत्यु

ii. लेखिका के रसोई सहायक की मृत्यु कैसे हुई?
(क) दुर्घटना से
(ख) पोलर बियर के हमला करने से
(ग) प्रतिकूल जलवायु से
(घ) फूड प्वाइजनिंग से
उत्तर: (ग) प्रतिकूल जलवायु से

iii. बेसकैंप पहुंचने से पहले लेखिका ने एवरेस्ट को कितनी बार देखा था?
(क) 2
(ख) 3
(ग) 4
(घ) 5
उत्तर: (क) 2

iv. लेखिका के अग्रिम दल के अभियांत्रिकी कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी किसने दी?
(क) कर्नल खुल्लर
(ख) कर्नल सोनाराम
(ग) कर्नल प्रेमचंद
(घ) डॉक्टर मीनू मेहता
उत्तर: (घ) डॉक्टर मीनू मेहता

 

5)
तीसरा दिन हिमपात से कैंप-एक तक सामान ढोकर चढ़ाई का अभ्यास करने के लिए निश्चित था। रीता गोंबू तथा मैं साथ-साथ चढ़ रहे थे। हमारे पास एक वॉकी-टॉकी था, जिससे हम अपने हर कदम की जानकारी बेस कैंप पर दे रहे थे। कर्नल खुल्लर उस समय खुश हुए, जब हमने उन्हें अपने पहुँचने की सूचना दी क्योंकि कैंप-एक पर पहुँचनेवाली केवल हम दो ही महिलाएँ थीं। अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा अंतत: साउथ कोल पहुँच गए और 29 अप्रैल को 7900 मीटर पर उन्होंने केंप-चार लगाया। यह संतोषजनक प्रगति थी।
जब अप्रैल में मैं बेस कैंप में थी, तेनजिंग अपनी सबसे छोटी सुपुत्री डेकी के साथ हमारे पास आए थे। उन्होंने इस बात पर विशेष महत्त्व दिया कि दल के प्रत्येक सदस्य और प्रत्येक शेरपा कुली से बातचीत की जाए। जब मेरी बारी आई, मैंने अपना परिचय यह कहकर दिया कि मैं बिलकुल ही नौसिखिया हूँ और एवरेस्ट मेरा पहला अभियान है। तेनजिंग हँसे और मुझसे कहा कि एवरेस्ट उनके लिए भी पहला अभियान है, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि शिखर पर पहुँचने से पहले उन्हें सात बार एवरेस्ट पर जाना पड़ा था। फिर अपना हाथ मेरे कंधे पर रखते हुए उन्होंने कहा, “तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो। तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए।”
5-6 मई 1984 को बुद्ध पूर्णिमा के दिन मैं ल्होत्से की बफ़ीली सीधी ढलान पर लगाए गए सुंदर रंगीन नाइलॉन के बने तंबू के कैंप-तीन में थी। कैंप में 10 और व्यक्ति थे।

 

i. कैंप एक पर कितनी महिलाएं पहुंची थी?
(क) 2
(ख) 3
(ग) 4
(घ) 5
उत्तर: (क) 2

ii. लेखिका के साथ और कौन कैंप 1 पर पहुंचा था?
(क) नेता खुल्लर
(ख) रीता गोंबू
(ग) डॉक्टर मीनू मेहता
(घ) डेकी
उत्तर: (ख) रीता गोंबू

iii. कैंप चार किसने लगाया?
(क) नेता खुल्लर, अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा
(ख) लेखिका, अंगदोरजी, नेता खुल्लर, लोपसांग और गगन बिस्सा
(ग) अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा
(घ) रीता गोंबू, डेकी, लेखिका, नेता खुल्लर
उत्तर: (ग) अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा

iv. तेनजिंग की सबसे छोटी बेटी का क्या नाम था?
(क) रीता गोंबू
(ख) डेकी
(ग) अंगदोरजी
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (ख) डेकी

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Class 9 Hindi Sparsh Lesson 2 एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा बहुविकल्पीय प्रश् (Multiple Choice Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

 

Q1. बेस कैंप पहुंचने से पहले लेखिका को कौन सी बुरी खबर मिली?
(क) रसोई सहायक की मृत्यु
(ख) नेता की मृत्यु
(ग) उपनेता की मृत्यु
(घ) शेरपा की मृत्यु
उत्तर: (क) रसोई सहायक की मृत्यु

Q2. लेखिका के नेता का क्या नाम था?
(क) कर्नल खुल्लर
(ख) कर्नल सोनाराम
(ग) कर्नल प्रेमचंद
(घ) डॉक्टर मीनू मेहता
उत्तर: (क) कर्नल खुल्लर

Q3. शिखर पर जानेवाले प्रत्येक व्यक्ति को क्या झेलना पड़ता था?
(क) बर्फ का ध्वज
(ख) बर्फ का तूफान
(ग) बर्फ की बड़ी बड़ी चट्टान
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (क) बर्फ का ध्वज

Q4. लेखिका के साथ और कौन कैंप 1 पर पहुंचा था?
(क) नेता खुल्लर
(ख) रीता गोंबू
(ग) डॉक्टर मीनू मेहता
(घ) डेकी
उत्तर: (ख) रीता गोंबू

Q5. कैंप चार किसने लगाया?
(क) नेता खुल्लर, अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा
(ख) लेखिका, अंगदोरजी, नेता खुल्लर, लोपसांग और गगन बिस्सा
(ग) अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा
(घ) रीता गोंबू, डेकी, लेखिका, नेता खुल्लर
उत्तर: (ग) अंगदोरजी, लोपसांग और गगन बिस्सा

Q6. लेखिका के अग्रिम दल के अभियांत्रिकी कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी किसने दी?
(क) कर्नल खुल्लर
(ख) कर्नल सोनाराम
(ग) कर्नल प्रेमचंद
(घ) डॉक्टर मीनू मेहता
उत्तर: (घ) डॉक्टर मीनू मेहता

Q7. तेनजिंग की सबसे छोटी बेटी का क्या नाम था?
(क) रीता गोंबू
(ख) डेकी
(ग) अंगदोरजी
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (ख) डेकी

Q8. लेखिका का एवरेस्ट अभियान दल दिल्ली से कब रवाना हुआ?
(क) 6 मार्च
(ख) 7 मार्च
(ग) 8 मार्च
(घ) 9 मार्च
उत्तर: (ख) 7 मार्च

Q9. कैंप एक पर कितनी महिलाएं पहुंची थी?
(क) 2
(ख) 3
(ग) 4
(घ) 5
उत्तर: (क) 2

Q10. लेखिका ने कहां से एवरेस्ट को सर्वप्रथम निहारा?
(क) नमचे बाजार
(ख) काठमांडू
(ग) ल्होत्से
(घ) पैरीच
उत्तर: (क) नमचे बाजार

Q11. उपनेता प्रेमचंद ने लेखिका को किस बात से अवगत कराया?
(क) खुंभु हिमपात
(ख) भारी बर्फ का प्लूम
(ग) पैरिच
(घ) ल्होत्से
उत्तर: (क) खुंभु हिमपात

Q12. अधिकांश शेरपा कहां के रहने वाले थे?
(क) नमचे बाजार
(ख) काठमांडू
(ग) ल्होत्से
(घ) पैरीच
उत्तर: (क) नमचे बाजार

Q13. उपनेता प्रेमचंद पैरिच कब लौट के आ गए?
(क) 23 मार्च
(ख) 24 मार्च
(ग) 25 मार्च
(घ) 26 मार्च
उत्तर: (घ) 26 मार्च

Q14. लेखिका को एवरेस्ट में चढ़ने के लिए किसने प्रोत्साहित किया?
(क) रीता गोंबू
(ख) डेकी
(ग) अंगदोरजी
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (ग) अंगदोरजी

Q15. लेखिका पैरिच कब पहुंची?
(क) 23 मार्च
(ख) 24 मार्च
(ग) 25 मार्च
(घ) 26 मार्च
उत्तर: (घ) 26 मार्च

Q16. बेसकैंप पहुंचने से पहले लेखिका ने एवरेस्ट को कितनी बार देखा था?
(क) 2
(ख) 3
(ग) 4
(घ) 5
उत्तर: (क) 2

Q17. साउथ कोल किस नाम से प्रसिद्ध है?
(क) डेथ वैली
(ख) पृथ्वी पर बहुत अधिक कठोर जगह
(ग) स्नोलैंड
(घ) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (ख) पृथ्वी पर बहुत अधिक कठोर जगह

Q18. लेखिका ने किस दिन एवरेस्ट फतह की?
(क) 20 मई 1984
(ख) 21 मई 1984
(ग) 22 मई 1984
(घ) 23 मई 1984
उत्तर: (घ) 23 मई 1984

Q19. लेखिका के रसोई सहायक की मृत्यु कैसे हुई?
(क) दुर्घटना से
(ख) पोलर बियर के हमला करने से
(ग) प्रतिकूल जलवायु से
(घ) फूड प्वाइजनिंग से
उत्तर: (ग) प्रतिकूल जलवायु से

Q20. सागरमाथा नाम से कौन सा क्षेत्र प्रसिद्ध था?
(क) काठमांडू
(ख) नमचे बाजार
(ग) ल्होत्से
(घ) पैरीच
उत्तर: (ख) नमचे बाजार

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Class 9 Hindi एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा प्रश्न और उत्तर (including questions from Previous Years Question Papers)

Q1. एवरेस्ट पर चढ़ने के बाद लेखिका ने सर्वप्रथम क्या किया?
उत्तर: एवरेस्ट पर चढ़ने के बाद लेखिका घुटनों के बल बैठी और बर्फ़ पर अपने माथे को लगाकर ‘सागरमाथे” के ताज का चुंबन लिया। फिर बिना उठे ही लेखिका ने अपने थेले से दुर्गा माँ का चित्र और हनुमान चालीसा निकाला। लेखिका ने इनको अपने साथ लाए लाल कपडे में लपेटा, छोटी-सी पूजा-अर्चना की और इनको बर्फ़ में दबा दिया। 

Q2. लेखिका के एवरेस्ट मिशन में डॉक्टर मीनू मेहता के योगदान का वर्णन कीजिए?
उत्तर: डॉक्टर मीनू मेहता ने लेखिका को अल्यूमिनियम की सीढ़ियों से अस्थायी पुलों का बनाना, लट्टों और रस्सियों का उपयोग, बर्फ़ की आड़ी-तिरछी दीवारों पर रस्सियों को बाँधना और उनके अग्रिम दल के अभियांत्रिकी कार्यों के बारे में उनको विस्तृत जानकारी दी।

Q3. लेखिका और तेनजिंग तथा उनकी बेटी के बीच के संवाद का वर्णन कीजिए?
उत्तर: लेखिका बताती हैं कि जब वह अप्रैल में बेस कैंप में थी, तेनजिंग अपनी सबसे छोटी सुपुत्री डेकी के साथ उनके पास आए थे। डेकी को लेखिका ने अपना परिचय यह कहकर दिया कि वह बिलकुल ही नौसिखिया हैं और एवरेस्ट उनका पहला अभियान है। तेनजिंग हँसे और उनसे कहा कि एवरेस्ट उनके लिए भी पहला अभियान है। फिर अपना हाथ लेखिका के कंधे पर रखते हुए उन्होंने कहा, “तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो। तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए।”

Q4. उपनेता प्रेमचंद ने लेखिका को किन स्थितियों से अवगत कराया?
उत्तर: उपनेता प्रेमचंद ने लेखिका को बताया कि उन्होंने कहा कि उनके दल ने कैंप एक (6000 मी.), जो हिमपात के ठीक ऊपर है, वहाँ तक का रास्ता साफ़ कर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि पुल बनाकर, रस्सियाँ बाँधकर तथा झंडियों से रास्ता चिह्नित करके बताया कि ग्लेशियर बर्फ़ की नदी है और बर्फ़ का गिरना अभी जारी है।

Q5. नजदीक से एवरेस्ट को देखकर लेखिका को कैसा लगा?
उत्तर: लेखिका बताती हैं कि इससे पहले उन्होंने एवरेस्ट को 2 बार देखी थी लेकिन दूर से। जब वह एवरेस्ट और उसकी श्रेणियों को देखी तो भौचक्का होकर खड़ी रह गई और एवरेस्ट, ल्होत्से और नुत्से की ऊँचाइयों से घिरी, बर्फ़ीली टेढ़ी-मेढ़ी नदी को निहारती रही। 

Q6. लोपसांग ने तंबू का रास्ता कैसे साफ किया?
उत्तर: लेखिका बताती हैं कि लोपसांग अपनी स्विस छुरी की मदद से उनके तंबू का रास्ता साफ़ करने में सफल हो गए थे। बड़े-बड़े हिमपिंडों को मुश्किल से हटाते हुए उन्होंने लेखिका के चारों तरफ़ की कड़े जमे बर्फ़ की खुदाई की और लेखिका को उस बर्फ़ की कब्र से निकाल बाहर खींच लाने में सफल हो गए।

Q7. एवरेस्ट फतेह करने के बाद कर्नल खुल्लर ने लेखिका को कैसे बधाई दी?
उत्तर: लेखिका बताती है कि, कर्नल खुल्लर उनकी सफलता से बहुत प्रसन्‍न थे। उन्होंने लेखिका को बधाई देते हुए कहा, “वे तुम्हारी इस अनूठी उपलब्धि के लिए लेखिका के माता-पिता को बधाई देना चाहते हैं!” कर्नल खल्लर बोले कि देश को लेखिका की उपलब्धि पर गर्व है और अब वह अब ऐसे संसार में वापस जाओगी, जो उनके लिए अपने  पीछे छोड़े हुए संसार से एकदम भिन्‍न होगा!

Q8. लेखिका ने साउथ कोल पहुंचने के बाद क्या-क्या किया?
उत्तर: लेखिका बताती हैं कि जैसे ही वे साउथ कोल कैंप पहुँची, उसके अगले दिन ही उन्होंने अपनी महत्त्वपूर्ण चढ़ाई की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने खाना, कुकिंग गैस तथा कुछ ऑक्सीजन सिलिंडर इकट्ठे किए। दोपहर बाद उन्होंने अपने दल के दूसरे सदस्यों की मदद करने और अपने एक थरमस को जूस से और दूसरे को गरम चाय से भरने के लिए नीचे जाने का निश्चय किया। 

Q9. लेखिका के कैंप पर गिरे बर्फ के पिंड का वर्णन कीजिए?
उत्तर: लेखिका बताती हैं रात में 2.30 बजे एक लंबा बर्फ़ का पिंड उनके कैंप के ठीक ऊपर ल्होत्से ग्लेशियर से टूटकर नीचे आ गिरा था और उसका विशाल हिमपुंज बन गया था। हिमखंडों, बर्फ़ के टुकड़ों तथा जमी हुई बर्फ़ के इस विशालकाय पुंज ने, एक एक्सप्रेस रेलगाड़ी की तेज़ गति और भीषण गर्जना के साथ, सीधी ढलान से नीचे आते हुए उनके कैंप को तहस-नहस कर दिया। 

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