Vakya Vichar in Hindi Grammar, Types of Vakya Vichar, Vakya Vichar Examples Vakya Vichar Important Question– वाक्य विचार की परिभाषा, वाक्य विचार के भेद ,उदाहरण और महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
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- परिभाषा
- वाक्य के भेद
- वाक्य विचार के महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
- वाक्य विचार के महत्वपूर्ण बहुविकल्पात्मक प्रश्न
वाक्य-विचार किसे कहते हैं ?
परिभाषा :
मनुष्य अपने भावों या विचारों को वाक्य में ही प्रकट करता है। वाक्य सार्थक शब्दों के व्यवस्थित और क्रमबद्ध समूह से बनते हैं, जो किसी विचार को पूर्ण रूप से प्रकट करते हैं।
दूसरे शब्दों में : ऐसा शब्द-समूह जो अपना अर्थ स्पष्ट कर दे, वाक्य कहलाता है। वाक्य भाषा की एक संपूर्ण इकाई होता है। वाक्य के अंग कर्ता और क्रिया वाक्य के अनिवार्य अंग हैं। इनके बिना वाक्य नहीं बनते। वाक्य में और भी अनेक तत्व होते हैं परंतु वाक्यों की रचना के लिए इन दो तत्वों का होना आवश्यक है।
वाक्य के अंग :
वाक्य के दो अंग होते हैं –
- उद्देश्य
- विधेय
उद्देश्य :
वाक्य में जिसके बारे में कुछ कहा जाता है, उसे उद्देश्य कहते हैं।
जैसे :
राम फल खाता है।
बच्चे पढ़ रहे हैं।
संस्कृत एक प्राचीन भाषा है।
इन वाक्यों में राम, बच्चे तथा संस्कृत के विषय में कुछ बताया गया है। ये उद्देश्य हैं।
“उद्देश्य” को कर्ता भी कहते हैं।
विधेय :
उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाए, उसे विधेय कहते हैं।
दूसरे शब्दों में : वाक्य में उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, वह विधेय कहलाता है। इसमें क्रिया कर्म आदि आते हैं। इन वाक्यों में उद्देश्यों के बारे में कुछ-न-कुछ कहा जाता है।
जैसे :
राम फल खाता है।
बच्चे पढ़ रहे हैं।
संस्कृत एक प्राचीन भाषा है।
इन वाक्यों में फल खाता है, पढ़ रहे हैं तथा एक प्राचीन भाषा है, विधेय है।
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वाक्य के भेद :
वाक्य के भेद के दो आधार हैं –
(क) रचना के आधार पर वाक्य के भेद,
(ख) अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद
रचना के आधार पर वाक्य के भेद :
रचना के अनुसार वाक्य के तीन प्रकार होते हैं –
(क) सरल या साधारण वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्रित वाक्य
सरल या साधारण वाक्य :
जिस वाक्य में एक उद्देश्य और एक विधेय होता है, उसे सरल वाक्य कहते हैं।
जैसे :
(क) स्वाती खाना खा रही है।
(ख) मोहन घूम रहा है।
(ग) रोहित पुस्तक पढ़ रहा है।
इन सब वाक्यों में कर्ता एक-एक है और क्रिया भी एक-एक है। अतः ये सब वाक्य सरल वाक्य हैं।
संयुक्त वाक्य :
जिस वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र वाक्य समुच्चयबोधक शब्द से जुड़े रहते हैं, वह संयुक्त वाक्य कहलाता है।
जैसे :
(क) नेहा ने खाना खाया, बस्ता उठाया और स्कूल चली गई।
(ख) मोर नाच रहा है परंतु मोरनी चुपचाप बैठी है।
ये वाक्य दो-दो सरल उपवाक्यों से जुड़े हुए हैं। इनको और, परंतु अर्थात योजक से (समुच्चयबोधक) जोड़े हुए हैं, अतः ये संयुक्त वाक्य हैं।
मिश्रवाक्य :
जिस वाक्य में एक प्रधान वाक्य होता है और अन्य वाक्य उस पर आश्रित या गौण होते हैं, उसे मिश्रित वाक्य कहते हैं।
जैसे :
(क) जो कल घर आया था, वह बाहर खड़ा है।
(ख) राधा विद्यालय नहीं जा सकी, क्योंकि वह बीमार है।
उपर्युक्त पहले वाक्य में जो कल घर आया था और दूसरे वाक्य में राधा विद्यालय नहीं जा सकी प्रधान उपवाक्य हैं, जो क्रमशः वह बाहर खड़ा है तथा क्योंकि वह बीमार है, आश्रित उपवाक्यों से जुड़े हैं। अतः ये मिश्र वाक्य हैं।
अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद
अर्थ के अनुसार वाक्य आठ प्रकार के होते हैं –
- विधानवाचक
- निषेधवाचक
- इच्छावाचक
- प्रश्नवाचक
- आज्ञावाचक
- संकेतवाचक
- विस्मयसूचक
- संदेहवाचक
विधानवाचक वाक्य:
जिन वाक्यों से किसी कार्य के करने का सामान्य बोध होता है, उन्हें विधानवाचक कहते हैं।
जैसे :
(क) राकेश व्यायाम कर रहा है।
(ख) अंशु अपना कार्य करती है।
निषेधवाचक वाक्य :
जिस वाक्य में किसी बात या काम के न होने का बोध हो, वह निषेधात्मक वाक्य कहलाता है।
जैसे :
(क) उसने खाना नहीं खाया।
(ख) कक्षा में शोर मत मचाओ।
प्रश्नवाचक वाक्य :
जिसे वाक्य का प्रयोग प्रश्न पूछने के लिए किया जाए, उसे प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे :
(क) तुम्हारे पिताजी का क्या नाम है?
(ख) तुम क्या पढ़ रहे हो?
आज्ञावाचक वाक्य :
जिन वाक्यों से आज्ञा, अनुमति, प्रार्थना आदि का बोध होता है, वह आज्ञावाचक वाक्य कहलाता है।
जैसे :
(क) सदा सत्य बोलो।
(ख) अपना कमरा साफ़ करो।
विस्मयादिवाचक वाक्य :
जिन वाक्यों के द्वारा विस्मय, हर्ष, शोक, घृणा, प्रशंसा आदि के भाव प्रकट किए जाते हैं, वह विस्मयादिवाचक वाक्य कहलाता है।
जैसे :
(क) वाह! क्या दृश्य है।
(ख) अरे! तुम आ गए।
संदेहवाचक वाक्य :
जिस वाक्य में किसी कार्य के होने के बारे में संदेह या सम्भावना प्रकट की जाती है, उसे संदेहवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे :
(क) पता नहीं सरिता आएगी या नहीं। (संदेह)
(ख) आज पिता जी आ सकते है। (संभावना)
इच्छावाचक वाक्य :
जिस वाक्य से दूसरों के लिए आशीर्वाद, कामना, इच्छा आदि का बोध हो, उसे इच्छावाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे :
(क) आपका जीवन सुखी हो। भगवान सबका भला करे।
(ख) जुग-जुग जियो।
संकेतवाचक वाक्य :
जिस वाक्य में संकेत या शर्त हो, उसे संकेतवाचक वाक्य कहते हैं।
जैसे :
(क) यदि वर्षा होती तो फ़सल अच्छी होती।
(ख) वर्षा रुक जाती तो बाजार जाते।
वाक्य विचार के महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1 : वाक्य-विचार को परिभाषित कीजिए।
उत्तर : मनुष्य अपने भावों या विचारों को वाक्य में ही प्रकट करता है। ऐसा शब्द-समूह जो अपना अर्थ स्पष्ट कर दे, वाक्य कहलाता है। वाक्य भाषा की एक संपूर्ण इकाई होता है। वाक्य के अंग कर्ता और क्रिया वाक्य के अनिवार्य अंग हैं। इनके बिना वाक्य नहीं बनते। वाक्य में और भी अनेक तत्व होते हैं परंतु वाक्यों की रचना के लिए इन दो तत्वों का होना आवश्यक है।
प्रश्न 2 – वाक्य के कितने अंग हैं? परिभाषित कीजिए।
उत्तर : वाक्य के दो अंग होते हैं :
- उद्देश्य
- विधेय
उद्देश्य : वाक्य में जिसके बारे में कुछ कहा जाता है, उसे उद्देश्य कहते हैं।
जैसे : राम फल खाता है।, बच्चे पढ़ रहे हैं।, संस्कृत एक प्राचीन भाषा है।
इन वाक्यों में राम, बच्चे तथा संस्कृत के विषय में कुछ बताया गया है। ये उद्देश्य हैं। “उद्देश्य” को कर्ता भी कहते हैं।
विधेय : वाक्य में उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, वह विधेय कहलाता है। इसमें क्रिया कर्म आदि आते हैं। इन वाक्यों में उद्देश्यों के बारे में कुछ-न-कुछ कहा जाता है।
जैसे : राम फल खाता है।, बच्चे पढ़ रहे हैं।, संस्कृत एक प्राचीन भाषा है।
इन वाक्यों में फल खाता है, पढ़ रहे हैं तथा एक प्राचीन भाषा है, विधेय है।
प्रश्न 3 – रचना के आधार पर वाक्य के कौन – कौन भेद हैं?
उत्तर : रचना के अनुसार वाक्य के तीन प्रकार होते हैं –
- (क) सरल या साधारण वाक्य
- (ख) संयुक्त वाक्य
- (ग) मिश्रित वाक्य
प्रश्न 4 – मिश्रवाक्य किसे कहते हैं?
उत्तर : जिस वाक्य में एक प्रधान वाक्य होता है और अन्य वाक्य उस पर आश्रित या गौण होते हैं, उसे मिश्रित वाक्य कहते हैं।
जैसे :
(क) जो कल घर आया था, वह बाहर खड़ा है।
(ख) राधा विद्यालय नहीं जा सकी, क्योंकि वह बीमार है।
उपर्युक्त पहले वाक्य में जो कल घर आया था और दूसरे वाक्य में राधा विद्यालय नहीं जा सकी प्रधान उपवाक्य हैं, जो क्रमशः वह बाहर खड़ा है तथा क्योंकि वह बीमार है, आश्रित उपवाक्यों से जुड़े हैं। अतः ये मिश्र वाक्य हैं।
प्रश्न 5 – अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद हैं ?
उत्तर : अर्थ के अनुसार वाक्य आठ प्रकार के होते हैं
- विधानवाचक
- निषेधवाचक
- इच्छावाचक
- प्रश्नवाचक
- आज्ञावाचक
- संकेतवाचक
- विस्मयसूचक
- संदेहवाचक
वाक्य विचार के महत्वपूर्ण बहुविकल्पात्मक प्रश्न
प्रश्न 1 – वाक्य कहते हैं?
(क) शब्दों के सार्थक समूह को
(ख) शब्दों के निरर्थक समूह को
(ग) वर्णों के समूह को
(घ) उपर्युक्त सभी को
उत्तर – (क) शब्दों के सार्थक समूह को
प्रश्न 2 – राम फल खाता है, वाक्य में उद्देश्य है –
(क) खाता है
(ख) फल
(ग) राम
(घ) पूर्ण वाक्य
उत्तर – (ग) राम
प्रश्न 3 – बच्चे पढ़ रहे हैं, वाक्य में विधेय है –
(क) बच्चे
(ख) रहे हैं
(ग) पढ़
(घ) पढ़ रहे हैं
उत्तर – (घ) पढ़ रहे हैं
प्रश्न 4 – मोहन घूम रहा है, वाक्य के किस भेद के अंतर्गत आता है।
(क) मिश्र वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) सरल वाक्य
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ग) सरल वाक्य
प्रश्न 5 – राधा विद्यालय नहीं जा सकी, क्योंकि वह बीमार है, यह कौन-सा वाक्य है?
(क) मिश्र वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) सरल वाक्य
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (क) मिश्र वाक्य
प्रश्न 6 – संगीता अपना कार्य करती है, यह कौन-सा वाक्य है?
(क) मिश्र वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) सरल वाक्य
(घ) विधानवाचक
उत्तर – (घ) विधानवाचक
प्रश्न 7 – सीता गाना नहीं गाएगी, यह कौन-सा वाक्य है?
(क) विधानवाचक
(ख) निषेधवाचक
(ग) प्रश्न वाचक
(घ) संदेह वाचक
उत्तर – (ख) निषेधवाचक
प्रश्न 8 – तुम्हारी माता जी का क्या नाम है?, यह कौन-सा वाक्य है?
(क) विधानवाचक
(ख) निषेधवाचक
(ग) प्रश्न वाचक
(घ) संदेह वाचक
उत्तर – (ग) प्रश्न वाचक
प्रश्न 9 – पता नहीं कविता आएगी या नहीं, यह कौन-सा वाक्य है?
(क) विधानवाचक
(ख) निषेधवाचक
(ग) प्रश्न वाचक
(घ) संदेह वाचक
उत्तर – (घ) संदेह वाचक
प्रश्न 10 – वर्षा रुक जाती तो बाजार जाते, यह कौन-सा वाक्य है?
(क) संकेतवाचक
(ख) निषेधवाचक
(ग) प्रश्न वाचक
(घ) संदेह वाचक
उत्तर – (क) संकेतवाचक