Kathputli question answers

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Bhag 2 कठपुतली Important Question Answers Lesson 4

 

Class 7 Hindi Kathputli Question Answers- Looking for Kathputli question answers for CBSE Class 7 Hindi Vasant Bhag 2 Book Chapter 4? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.

सीबीएसई कक्षा 7 हिंदी वसंत भाग 2 पुस्तक पाठ 4 के लिए कठपुतली प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 7 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे कठपुतली प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

 Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

  • Kathputli Extract Based Questions
  • Kathputli Multiple Choice Questions
  • Kathputli Questions Answers
  • Kathputli Extra Question Answers
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    Class 7 Hindi कठपुतली Question Answers Lesson 4 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

    सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

     

    1)
    कठपुतली
    गुस्से से उबली
    बोली – ये धागे
    क्यों हैं मेरे पीछे – आगे ?
    इन्‍हें तोड़ दो ;
    मुझे मेरे पाँवों पर छोड़ दो।

    प्रश्न 1. उपर्युक्त पद्यांश के पाठ का नाम बताएं।
    (क) पापा खो गए
    (ख) हम पंछी उन्मुक्त गगन के
    (ग) हिमालय की बेटियां
    (घ) कठपुतली
    उत्तर – (घ) कठपुतली

    प्रश्न 2. कठपुतली बहुत अधिक गुस्सा क्यों हो उठती है?
    (क) अपनी सहेलियो को देखकर
    (ख) अपने हाथों को देखकर
    (ग) अपने आपको धागों के बंधन में देखकर
    (घ) उपर्युक्त सभी
    उत्तर – (ग) अपने आपको धागों के बंधन में देखकर

    प्रश्न 3. कठपुतली क्या चाहती है?
    (क) सारे धागे तोड़कर स्वतंत्र होना चाहती है।
    (ख) सबके साथ मिलकर रहना चाहती है।
    (ग) दूसरों पर नियंत्रण चाहती है।
    (घ) इनमें से कोई नही
    उत्तर – (क) सारे धागे तोड़कर स्वतंत्र होना चाहती है।

    प्रश्न 4. ‘गुस्से से उबलना’ का मुहावरा है।
    (क) बहुत अधिक गुस्सा आना
    (ख) कम-से-कम गुस्सा आना
    (ग) गुस्सा उबाल देना
    (घ) बहुत थोड़ा गुस्सा आना
    उत्तर – (क) बहुत अधिक गुस्सा आना

    2)
    सुनकर बोलीं और-और
    कठपुतलियाँ
    कि हाँ ,
    बहुत दिन हुए
    हमें अपने मन के छंद छुए।
    मगर…
    पहली कठपुतली सोचने लगी –
    यह कैसी इच्‍छा
    मेरे मन में जगी ?

    प्रश्न 1. उपर्युक्त पद्यांश के कवि का नाम बताएं।
    (क) कबीर दास
    (ख) शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
    (ग) भवानी प्रसाद मिश्र
    (घ) जैनेंद्र कुमार
    उत्तर – (ग) भवानी प्रसाद मिश्र

    प्रश्न 2. पहली कठपुतली के मुँह से स्वतंत्र होने की बात सुनकर अन्य सभी कठपुतलियाँ उससे क्या कहती हैं?
    (क) कि उन्हें बंधन पसंद है।
    (ख) कि हाँ उन्हें भी स्वतंत्र होना है।
    (ग) कि उन्हें स्वतंत्र नहीं होना।
    (घ) उपर्युक्त सभी
    उत्तर – (ख) हाँ उन्हें भी स्वतंत्र होना है।

    प्रश्न 3. ‘मन के छंद’ शब्द का अर्थ है।
    (क) मन में खुशी
    (ख) मन में द्वेष
    (ग) मन में द्वंद्व
    (घ) इनमें से कोई नही
    उत्तर – (क) मन में खुशी

    प्रश्न 4. बिना धागों के कठपुतली का अस्तित्व ____है।
    (क) अच्छा है
    (ख) बेकार है
    (ग) अधूरा है
    (घ) बेजान है
    उत्तर – (घ) बेजान

    प्रश्न 5. इच्छा का पर्यायवाची शब्द क्या है?
    (क) चाहत
    (ख) कामना
    (ग) लालसा
    (घ) उपर्युक्त सभी
    उत्तर – (घ) उपर्युक्त सभी

     

    Class 7 Hindi Vasant Lesson 4 कठपुतली बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

    बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

    प्रश्न 1. ‘कठपुतली’ पाठ के रचयिता कौन है?
    (क) सुभद्रा कुमारी चौहान
    (ख) भवानी प्रसाद मिश्र
    (ग) शिवानी प्रसाद मिश्र
    (घ) मैथिलीशरण गुप्त
    उत्तर – (ख) भवानी प्रसाद मिश्र

    प्रश्न 2. ‘कठपुतली’ शब्द का क्या अर्थ है?
    (क) कठ की गुड़िया
    (ख) लडकी की पुतली
    (ग) प्लास्टिक की गुड़िया
    (घ) काठ की पुतली
    उत्तर – (घ) काठ की पुतली

    प्रश्न 3. कठपुतली कविता में कितनी पंक्तियाँ हैं?
    (क) 12 पंक्तियाँ हैं।
    (ख) 15 पंक्तियाँ हैं।
    (ग) 17 पंक्तियाँ हैं।
    (घ) 11 पंक्तियाँ हैं।
    उत्तर – (ख) 15 पंक्तियाँ हैं।

    प्रश्न 4. कठपुतली को किस बात का दुख था?
    (क) दूसरों के इशारे पर नाचने का
    (ख) कुछ नया न कर पाने का
    (ग) सभी धागे टूटने पर
    (घ) बोल न पाने के कारण
    उत्तर – (क) दूसरों के इशारे पर नाचने का

    प्रश्न 5. कठपुतली ने क्या तोड़ने के लिए कहा?
    (क) बंधन
    (ख) जंजीर
    (ग) धागा
    (घ) रस्सी
    उत्तर – (ग) धागा

    प्रश्न 6. कठपुतली का जीवन किसके हाथ में था?
    (क) कवि के हाथ में
    (ख) अपनों के हाथ में
    (ग) दूसरी कठपुतलियों के हाथ में
    (घ) दूसरों के हाथों में
    उत्तर – (घ) दूसरों के हाथों में

    प्रश्न 7. कठपुतली को किनसे परेशानी थी?
    (क) धागों से
    (ख) लकड़ी से
    (ग) अपने पांवों से
    (घ) इनमें से कोई नही
    उत्तर – (क) धागों से

    प्रश्न 8. कठपुतली ने दूसरी कठपुतलियों से क्या कहा?
    (क) आत्मनिर्भर होने के लिए
    (ख) बंधन तोड़ने के लिए
    (ग) स्वतंत्र होने के लिए
    (घ) उपरोक्त सभी
    उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी

    प्रश्न 9. इस पाठ में गुलामी किसे पसंद नहीं थी?
    (क) कवि को
    (ख) कठपुतली को
    (ग) जीवों को
    (घ) उपरोक्त सभी
    उत्तर – (ख) कठपुतली को

    प्रश्न 10. कठपुतली के मन में कौन सी इच्छा जागी?
    (क) नाचने को
    (ख) घूमने की
    (ग) स्वतंत्र होने की
    (घ) इनमे से कोई नही
    उत्तर – (ग) स्वतंत्र होने की

    प्रश्न 11. कठपुतली धागे तोड़ने का आग्रह क्यों करती है?
    (क) क्योंकि वह खुश होना चाहती है
    (ख) क्योंकि वह गुलामी करना चाहती है
    (ग) क्योंकि वह स्वतंत्र होना चाहती है
    (घ) क्योंकि वह आत्मकथा लिखना चाहती है
    उत्तर – (ग) क्योंकि वह स्वतंत्र होना चाहती है

    प्रश्न 12. पहली कठपुतली की बात सुनकर दूसरी कठपुतलियों ने क्या प्रतिक्रिया दी?
    (क) हाँ में हाँ मिलायी
    (ख) सभी ने ना बोला
    (ग) न में न मिलायी
    (घ) किसी ने हाँ तो किसी ने ना
    उत्तर – (क) हाँ में हाँ मिलायी

    प्रश्न 13. कठपुतली धागे तोड़ने के लिए किस प्रकार बोली?
    (क) प्रेमपूर्वक
    (ख) खुशी से
    (ग) संकेत से
    (घ) गुस्से से
    उत्तर – (घ) गुस्से से

    प्रश्न 14. निम्नलिखित में से उचित शब्द चुनकर पंक्ति को पूरा कीजिए- ‘बहुत दिन हुए हमें अपने मन के _____ छुए’।
    (क) छंद
    (ख) कंद
    (ग) भाव
    (घ) इनमें से कोई नही
    उत्तर – (क) छंद

    प्रश्न 15. इस कविता के माध्यम से कवि ने किसके महत्व को बताया है?
    (क) समय के
    (ख) स्वतंत्रता के
    (ग) धन के
    (घ) धागों के
    उत्तर – (ख) स्वतंत्रता के

     

    Class 7 Hindi कठपुतली प्रश्न और उत्तर Questions Answers

     

    कविता से

    प्रश्न 1. कठपुतली को गुस्सा क्यों आया ?
    उत्तर – कठपुतली लंबे समय से धागों के बंधन में बंधी – बंधी परेशान हो चुकी है। उसके आगे – पीछे हर जगह धागे ही धागे हैं , जो उसे पसंद नहीं है। साथ ही साथ वह खुद से कोई काम नहीं कर सकती , उसे हमेशा दूसरों की उंगलियों के इशारों पर नाचना पड़ता है। इसलिए उसे गुस्सा आया। उसे इन धागों के बंधन से स्वतंत्र होकर अपने पैरों पर चलना है। वह इस गुलामी की जिंदगी से छुटकारा पाना चाहती है।

    प्रश्न 2. कठपुतली को अपने पाँवों पर खड़ी होने की इच्छा है, लेकिन वह क्यों नहीं खड़ी होती ?
    उत्तर – अपने पैरों पर खड़े होने की इच्छा होने के बावजूद भी कठपुतली अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पाती है क्योंकि आज तक की अपनी पूरी जिंदगी में वह धागों की सहायता से ही अपने पैरों पर खड़ी हुई है, उसमें बिना धागों की मदद के अपने पैरों पर खड़े होने की शक्ति नहीं है। केवल इच्छा के दम पर ही वो अपने पैरों पर खड़े होने का जोखिम नहीं उठा पाती। इसी कारण उसे यह डर भी है कि कहीं उसके बिना धागों के अपने पैरों पर खड़े होने की इच्छा से उसे या अन्य कठपुतलियों को कोई परेशानी ना हो जाए।

    प्रश्न 3. पहली कठपुतली की बात दूसरी कठपुतलियों को क्यों अच्छी लगी ?
    उत्तर – पहली कठपुतली की बात अन्य सभी कठपुतलियों को इसलिए अच्छी लगी क्योंकि पहली कठपुतली की तरह वो भी धागों के बंधन से स्वतंत्र होना चाहती थीं। उन्हें भी अपने पैरों पर खड़ा होना था और अपनी इच्छा के अनुसार चलना था। वे भी दूसरों के इशारों पर गुलामी की जिंदगी नहीं जीना चाहती थी। इसी कारण जब पहली कठपुतली ने स्वतन्त्र होने की बात कही तो सभी कठपुतलियों को वह बात बहुत पसंद आई।

    प्रश्न 4. पहली कठपुतली ने स्वयं कहा कि – ‘ ये धागे / क्यों हैं मेरे पीछे – आगे ? / इन्हें तोड़ दो ; /मुझे मेरे पाँवों पर छोड़ दो। ’ – तो फिर वह चिंतित क्यों हुई कि – ‘ ये कैसी इच्छा / मेरे मन में जगी ? ’ नीचे दिए वाक्यों की सहायता से अपने विचार व्यक्त कीजिए –

    • उसे दूसरी कठपुतलियों की जिम्मेदारी महसूस होने लगी।
    • उसे शीघ्र स्वतंत्र होने की चिंता होने लगी।
    • वह स्वतंत्रता की इच्छा को साकार करने और स्वतंत्रता को हमेशा बनाए रखने के उपाय सोचने लगी।
    • वह डर गई, क्योंकि उसकी उम्र कम थी।

    उत्तर – पहली कठपुतली अपने आगे – पीछे बंधे धागों के बंधन और दूसरों के इशारों पर चल – चल कर परेशान हो चुकी है, उसके मन में स्वतंत्र होने की भावना बहुत अधिक तीव्र होती है। इसलिए उसने अपनी स्वतंत्रता के लिए आवाज उठाई और किसी के भी इशारे पर चलने से इनकार करने का फैसला लिया। इस पर अन्य सभी कठपुतलियाँ उसका समर्थन करती हैं और उसके साथ विद्रोह करने की बात कहती हैं। तब पहली कठपुतली को एहसास होता है कि उसके ऊपर कितनी बड़ी जिम्मेदारी आ गयी है। वो सोचने लगती है कि क्या वो इतनी बड़ी जिम्मेदारी निभा पाएगी ? इस बात का क्या भरोसा है कि स्वतंत्र होने के बाद वो ख़ुश रह पाएंगी ? क्योंकि कहीं न कहीं कठपुतली को भी पता है कि उसकी यह स्वतंत्र होने की इच्छा सही नहीं है, वह जानती है कि बिना धागों के उसका अस्तित्व बेजान है। इन बातों की वजह से ही पहली कठपुतली अपने फैसले के बारे में दोबारा सोचने पर मजबूर हो गयी और उसे लगने लगा कि उसके मन की इच्छा सही भी है या नहीं।

    कविता से आगे

    1. ‘बहुत दिन हुए / हमें अपने मन के छंद छुए।’- इस पंक्ति का अर्थ और क्या हो सकता है? अगले पृष्ठ पर दिए हुए वाक्यों की सहायता से सोचिए और अर्थ लिखिए-
    (क) बहुत दिन हो गए, मन में कोई उमंग नहीं आई।
    (ख) बहुत दिन हो गए, मन के भीतर कविता-सी कोई बात नहीं उठी, जिसमें छंद हो, लय हो।
    (ग) बहुत दिन हो गए, गाने-गुनगुनाने का मन नहीं हुआ।
    (घ) बहुत दिन हो गए, मन का दुख दूर नहीं हुआ और न मन में खुशी आई।
    उत्तर – ‘बहुत दिन हुए / हमें अपने मन के छंद छुए’ पंक्ति का यह अर्थ है कि बहुत दिन हो गए, मन में कोई ख़ुशी नही आई अर्थात यहाँ कठपुतलियाँ कहती हैं कि बहुत दिनों से हमने अपनी मर्ज़ी से अपनी खुशी के लिए कुछ नहीं किया। इसी कारण से हमारे मन की सभी इच्छाएँ खत्म हो गई है, हमारे मन का दुख दूर नहीं हुआ।

    प्रश्न 2. नीचे दो स्वतंत्रता आंदोलनों के वर्ष दिए गए हैं। इन दोनों आंदोलनों के दो-दो स्वतंत्रता सेनानियों के नाम लिखिए-
    (क) सन् 1857 …………………………… ……………………………
    (ख) सन् 1942 …………………………… ……………………………
    उत्तर –
    (क) सन् 1857 – (i) रानी लक्ष्मीबाई (ii) बेगम हज़रत महल
    (ख) सन् 1942 – (i) चंद्रशेखर आज़ाद (ii) भगत सिंह।

    अनुमान और कल्पना

    प्रश्न 1. स्वतंत्र होने की लड़ाई कठपुतलियों ने कैसे लड़ी होंगी और स्वतंत्र होने के बाद स्वावलंबी होने के लिए क्या-क्या प्रयत्न किए होंगे? यदि उन्हें फिर से धागे में बाँधकर नचाने के प्रयास हुए होंगे तब उन्होंने अपनी रक्षा किस तरह के उपायों से की होगी ?
    उत्तर – स्वतंत्र होने के लिए कठपुतलियों ने पहले तो एकजुट होकर पराधीनता के खिलाफ आवाज उठाई होगी। फिर अपने सारे धागों को तोड़ दिया होगा। और स्वतंत्र होने के बाद स्वावलंबी होने के लिए उन्होंने एकाग्रता, हिम्मत और धैर्य के साथ संघर्ष किया होगा। यदि उन्हें फिर से धागे में बाँधकर नचाने के प्रयास किया गया होगा तो उन्होंने मिलकर इसका विरोध किया होगा तथा अपनी इच्छा अनुसार एवं स्वतंत्रता के साथ आगे कदम बढ़ाए होंगे।

    भाषा की बात

    प्रश्न 1. कई बार जब दो शब्द आपस में जुड़ते हैं तो उनके मूल रूप में परिवर्तन हो जाता है। कठपुतली शब्द में भी इस प्रकार का सामान्य परिवर्तन हुआ है। जब काठ और पुतली दो शब्द एक साथ हुए कठपुतली शब्द बन गया और इससे बोलने में सरलता आ गई। इस प्रकार के कुछ शब्द बनाइए-
    जैसे-काठ (कठ) से बना-कठगुलाब, कठफोड़ा

    हाथ-हथ सोना-सोन मिट्टी-मट

    उत्तर –
    i) हाथ – हथ से बना हथकड़ी, हथकरघा।
    ii) सोना – सोन से बना सोनपापड़ी, सोनजुही, सोनभद्र, सोनहलवा।
    iii) मिट्ठी – मट से बना मटका, मटमैला।

    प्रश्न 2. कविता की भाषा में लय या तालमेल बनाने के लिए प्रचलित शब्दों और वाक्यों में बदलाव होता है। जैसे- आगे-पीछे अधिक प्रचलित शब्दों की जोड़ी है, लेकिन कविता में ‘पीछे-आगे’ का प्रयोग हुआ है। यहाँ ‘आगे’ का ‘…बोली ये धागे’ से ध्वनि का तालमेल है। इस प्रकार के शब्दों की जोड़ियों में आप भी परिवर्तन कीजिए- दुबला-पतला, इधर-उधर, ऊपर-नीचे, दाएँ-बाएँ, गोरा-काला, लाल-पीला आदि।

    उत्तर –
    i) दाँए – बाँए = बाँए – दाँए।
    ii) लाल – पीला = पीला – लाल।
    iii) ऊपर – नीचे = नीचे – ऊपर।
    iv) दुबला – पतला = पतला – दुबला।
    v) गोरा – काला = काला – गोरा।
    vi) इधर – उधर = उधर – इधर।

     

    Class 7 Hindi कठपुतली अतिरिक्त प्रश्न उत्तर (Extra Question Answers)

    प्रश्न 1. कविता में कठपुतली किस पर गुस्सा कर रही है?
    उत्तर – कविता में कठपुतली धागे पर गुस्सा कर रही हैं। वह ऐसा इसलिए कर रही है क्यूँकि उसे लगता हैं उसकी जीवन रुपी डोर धागे पर निर्भर हैं।

    प्रश्न 2. कठपुतली बहुत अधिक गुस्सा होते हुए क्या कह उठती है?
    उत्तर – कठपुतली बहुत अधिक गुस्सा होते हुए कह उठती है कि उसके आगे – पीछे ये धागे क्यों बांधे गए हैं, ये सभी धागे तोड़ दो और उसे उसके पैरों पर छोड़ दो। वो दूसरों के हाथों में बंधकर नाचने से परेशान हो गयी है और वह अब स्वतंत्र होना चाहती है। वह इन धागों से मुक्त हो कर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है।

    प्रश्न 3. पहली कठपुतली से दूसरी कठपुतलियाँ क्यों प्रभावित हुई?
    उत्तर – जब पहली कठपुतली सारे धागे तोड़कर स्वतंत्र होने की बात करती है तो उसकी बातों से दूसरी कठपुतलियाँ प्रभावित होती है और उनके मन में भी स्वतंत्र होने इच्छा जाग उठती है। सारी कठपुतलियाँ अपना समर्थन देते हुए कहती हैं कि इन धागों के बंधन में बंधे हुए बहुत दिन हो गए हैं और उन्होंने इतने दिनों में अपने मन में ख़ुशी का एहसास भी नहीं किया है। वे भी स्वतंत्र हो कर रहना चाहती हैं जिससे उनके मन को खुशी प्राप्त हो।

    प्रश्न 4. जब सभी कठपुतलियाँ स्वतंत्र होने की बात करती है तो पहली कठपुतली सोच में क्यों पड़ जाती है ?
    उत्तर – जब बाकी सभी कठपुतलियाँ पहली कठपुतली की स्वतंत्र हो कर रहने की बात का समर्थन करती हैं और सभी स्वतंत्र होने की बात करती हैं, तो पहली कठपुतली सोच में पड़ जाती है कि क्या वह सही कर रही है, क्या वो सभी कठपुतलियों की स्वतंत्रता की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ले पाएगी, क्या उसकी स्वतंत्र होने की इच्छा जायज़ है।
    पहली कठपुतली का आत्मविश्वास डगमगा जाता है। क्योंकि कहीं न कहीं कठपुतली को भी पता है कि उसकी यह स्वतंत्र होने की इच्छा सही नहीं है, वह जानती है कि बिना धागों के उसका अस्तित्व बेजान है।

     

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