NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Bhag 2 डायरी का एक पन्ना Important Question Answers Lesson 11

 

Class 10 Hindi Diary Ka Ek Panna Question Answers – Looking for Diary Ka Ek Panna questions answers for CBSE Class 10 Hindi Sparsh Bhag 2 Book Lesson 11? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.

सीबीएसई कक्षा 10 हिंदी स्पर्श भाग 2 पुस्तक पाठ 11 के लिए डायरी का एक पन्ना प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 10 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से बोर्ड परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे डायरी का एक पन्ना उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams. 

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Class 10 Hindi डायरी का एक पन्ना Question Answers Lesson 11 – सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –

(1)
आज का दिन तो अमर दिन है। आज के ही दिन सारे हिदुस्तान में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। और इस वर्ष भी उसकी पुनरावृत्ति थी जिसके लिए काफ़ी  तैयारियाँ पहले से की गयी थीं। गत वर्ष अपना हिस्सा बहुत साधारण था। इस वर्ष जितना अपने दे सकते थे ,दिया था। केवल प्रचार में दो हज़ार रूपया खर्च किया गया था। सारे काम का भार अपने समझते थे अपने ऊपर है ,और इसी तरह जो कार्यकर्ता थे उनके घर जा – जाकर समझाया था। बड़े बाज़ार के प्रायः मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहरा रहा था और कई मकान तो ऐसे सज़ाएँ गए थे कि ऐसा मालूम होता था कि मानो स्वतंत्रता मिल गई हो। कलकत्ते के प्रत्येक भाग में ही झंडे लगाए गए थे। जिस रास्ते से मनुष्य जाते थे ,उसी रास्ते में उत्साह और नवीनता मालूम होती थी। लोगों का कहना था कि ऐसी सजावट पहले नहीं हुई। मोनुमेंट के निचे जहाँ शाम को सभा होने वाली थी उस जगह को तो भोर में छः बजे से ही पुलिस ने बड़ी संख्या में घेर लिया था ,पर तब भी कई जगह तो भोर में ही झंडा फहराया गया। श्रद्धानन्द पार्क में बंगाल प्रांतीय विद्यार्थी संघ के मंत्री अविनाश बाबू ने झंडा गाड़ा तो पुलिस ने उनको पकड़ लिया तथा और लोगों को मारा या हटा दिया। तारा सुंदरी पार्क में बड़ा बाज़ार कांग्रेस कमेटी के युद्ध मंत्री हरिश्चंद्र सिंह झंडा फहराने गए पर वे भीतर न जा सके। वहाँ पर काफी मारपीट हुई और दो – चार आदमियों के सर फट गए। गुजरती सेविका संघ की ओर से जुलूस निकला जिसमे बहुत सी लड़कियां थी उनको गिरफ्तार कर लिया।

Q1. गद्यांश के अनुसार किस दिन को अमर दिन कहा गया है –
(क) 2 अक्टूबर
(ख) 15 अगस्त
(ग) 26 जनवरी
(घ) 14 नवम्बर
उत्तर – (ग) 26 जनवरी

Q2. प्रचार में कितने रूपए खर्च किए गए थे –
(क) तीन हज़ार रूपया
(ख) दो हज़ार रूपया
(ग) पाँच हज़ार रूपया
(घ) एक हज़ार रूपया
उत्तर – (ख) दो हज़ार रूपया

Q3. निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – आज का दिन तो अमर दिन है। आज के ही दिन सारे हिदुस्तान में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था।
कारण (R) – लेखक 26 जनवरी को अमर दिन कह रहे हैं क्योंकि स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता था और यहाँ पर भी लेखक स्वतंत्रता से पहले के इसी दिन का वर्णन कर रहे हैं।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर – (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

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Q4. शाम की सभा कहाँ होनी थी –
(क) श्रद्धानन्द पार्क में
(ख) मोनुमेंट के निचे
(ग) बड़े बाज़ार में
(घ) तारा सुंदरी पार्क में
उत्तर – (ख) मोनुमेंट के निचे

Q5. झंडा फहराने की कोशिश में क्या धटनाएँ हुईं –
(क) बंगाल प्रांतीय विद्यार्थी संघ के मंत्री अविनाश बाबू ने झंडा गाड़ा तो पुलिस ने उनको पकड़ लिया
(ख) तारा सुंदरी पार्क में बड़ा बाज़ार कांग्रेस कमेटी के युद्ध मंत्री हरिश्चंद्र सिंह झंडा फहराने गए पर वे भीतर न जा सके
(ग) गुजरती सेविका संघ की ओर से जुलूस निकला जिसमे बहुत सी लड़कियां थी उनको गिरफ्तार कर लिया
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी

 

(2)
सुभाष बाबू के जुलूस का भार पूर्णोदास पर था पर वह प्रबंध कर चुका था। स्त्री समाज अपनी तैयारी में लगा था। जगह – जगह से स्त्रियाँ अपना जुलूस निकलने की तथा ठीक स्थान पर पहुँचने की कोशिश कर रही थी। मोनुमेंट के पास जैसे प्रबंध भोर में था वैसे करीब एक बजे नहीं रहा। इससे लोगों को आशा होने लगी कि शायद पुलिस अपना रंग ना दिखलावे पर वह कब रुकने वाली थी। तीन बजे से ही मैदान में हजारों आदमियों की भीड़ होने लगी और लोग टोलियाँ बना -बनाकर मैदान में घूमने लगे। आज जो बात थी वह निराली थी। जब से कानून भंग का काम शुरू हुआ है तब से आज तक इतनी बड़ी सभा ऐसे मैदान में नहीं की गई थी और यह सभा तो कहना चाहिए कि ओपन लड़ाई थी। पुलिस कमिश्नर का नोटिस निकल चूका था कि अमुक – अमुक धारा के अनुसार कोई सभा नहीं हो सकती। जो लोग काम करने वाले थे उन सबको इंस्पेक्टरों के द्वारा नोटिस और सुचना दे दी गई थी कि आप यदि सभा में भाग लेंगें तो दोषी समझे जाएंगे। इधर कौंसिल की ओर से नोटिस निकल गया था कि मोनुमेंट के निचे ठीक चार बजकर चैबीस मिनट पर झंडा फहराया जाएगा तथा स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी। सर्वसाधारण की उपस्थिति होनी चाहिए। खुला चेलेंज देकर ऐसी सभा पहले कभी नहीं हुई थी। ठीक चार बजकर दस मिनट पर सुभाष बाबू जुलूस ले कर आए। उनको चौरंगी पर ही रोका गया ,पर भीड़ की अधिकता के कारण पुलिस जुलूस को नहीं रोक सकी। मैदान के मोड़ पर पहुँचते ही पुलिस ने लाठियाँ चलना शुरू कर दी ,बहुत लोग घायल हुए ,सुभाष बाबू पर भी लाठियाँ पड़ी। सुभाष बाबू बहुत ज़ोर से वन्दे -मातरम् बोल रहे थे। ज्योतिर्मय गांगुली ने सुभाष बाबू से कहा ,आप इधर आ जाइए। पर सुभाष बाबू ने कहा आगे बढ़ना है।

Q1. ‘इससे लोगों को आशा होने लगी कि शायद पुलिस अपना रंग ना दिखलावे पर वह कब रुकने वाली थी।’ वाक्य का आशय है कि –
(क) पुलिस का रवैया देख कर लोग डर गए थे
(ख) पुलिस का रवैया देख कर लोगों को लगा कि पुलिस सख्ती से काम नहीं लेगी किन्तु लोगों का अंदाजा गलत था
(ग) पुलिस लोगों को देख कर रुकी नहीं और लाठी चलाने लगी
(घ) लोगों को आशा होने लगी कि पुलिस सभा भांग नहीं करेगी
उत्तर – (ख) पुलिस का रवैया देख कर लोगों को लगा कि पुलिस सख्ती से काम नहीं लेगी किन्तु लोगों का अंदाजा गलत था

Q2. पुलिस कमिश्नर ने कौन सा नोटिस निकाला था –
(क) अमुक – अमुक धारा के अनुसार सभी घरों में ही रहें
(ख) अमुक – अमुक धारा के अनुसार झंडा नहीं फहराया जा सकता
(ग) अमुक – अमुक धारा के अनुसार लोग इकठ्ठे नहीं हो सकते
(घ) अमुक – अमुक धारा के अनुसार कोई सभा नहीं हो सकती
उत्तर – (घ) अमुक – अमुक धारा के अनुसार कोई सभा नहीं हो सकती

Q3. निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – स्त्री समाज अपनी तैयारी में लगा था। जगह – जगह से स्त्रियाँ अपना जुलूस निकलने की तथा ठीक स्थान पर पहुँचने की कोशिश कर रही थी।
कारण (R) – स्वतंत्रता की लड़ाई में स्त्रियों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया था।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर – (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

Q4. कौंसिल की ओर से क्या नोटिस निकल गया था –
(क) मोनुमेंट के निचे ठीक चार बजकर चैबीस मिनट पर झंडा फहराया जाएगा
(ख) स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी
(ग) सर्वसाधारण की उपस्थिति होनी चाहिए
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी

Q5. मैदान के मोड़ पर पहुंचते ही क्या हुआ –
(क) पुलिस ने लाठियाँ चलना शुरू कर दी
(ख) बहुत लोग घायल हुए ,सुभाष बाबू पर भी लाठियाँ पड़ी
(ग) सुभाष बाबू बहुत ज़ोर से वन्दे -मातरम् बोल रहे थे
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी

(3)
यह सब तो अपने सुनी हुई लिख रहे हैं पर सुभाष बाबू का और अपना विशेष फासला नहीं था। सुभाष बाबू बड़े जोर से वन्दे -मातरम बोलते थे,यह अपनी आँख से देखा। पुलिस भयानक रूप से लाठियाँ चला रही थी। क्षितिज चटर्जी का फटा हुआ सिर देखकर तथा उसका बहता हुआ खून देखकर आँख मिंच जाती थी इधर यह हालत हो रही थी कि उधर स्त्रियाँ मोनुमेंट की सीढ़ियों पर चढ़ झंडा फहरा रही थी और घोषणा पढ़ रही थी। स्त्रियाँ बहुत बड़ी संख्या में पहुँच गई थी। प्रायः सबके पास झंडा था। जो वालेंटियर गए थे वे अपने स्थान से लाठियाँ पड़ने पर भी हटते नहीं थे। सुभाष बाबू को पकड़ लिया गया और गाड़ी में बैठा कर लालबाज़ार लॉकअप में भेज दिया गया। कुछ देर बाद ही स्त्रियां जुलूस बना कर वहाँ से चलीं। साथ ही बहुत बड़ी भीड़ इकठ्ठी हो गई। बीच में पुलिस कुछ ठंडी पड़ी थी ,उसने फिर डंडे चलने शुरू कर दिए। अबकी बार भीड़ ज्यादा होने के कारण ज्यादा आदमी घायल हुए। धर्मतल्ले के मोड़ पर आकर जुलूस टूट गया और करीब 50 -60 स्त्रियाँ वहीँ मोड़ पर बैठ गई। पुलिस ने उन्हें पकड़कर लालबाजार भेज दिया। स्त्रियों का एक भाग आगे बड़ा ,जिनका नेतृत्व विमल प्रतिभा कर रही थी। उनको बहू बाजार के मोड़ पर रोका गया और वे वहीँ मोड़ पर बैठ गई। आसपास बहुत बड़ी भीड़ इकठ्ठी हो गई। जिस पर पुलिस बीच – बीच में लाठी चलती थी। इस प्रकार करीब पौने घंटे के बाद पुलिस की लारी आई और उनको लालबाज़ार ले जाया गया। और भी कई आदमियों को पकड़ा गया। वृजलाल गोयनका जो कई दिन से अपने साथ काम कर रहा था और दमदम जेल में भी अपने साथ था, पकड़ा गया। पहले तो वह डंडा लेकर वन्दे -मातरम बोलता हुआ मोनुमेंट की और इतनी जोर से दौड़ा कि अपने आप ही गिर पड़ा और उसे एक अंग्रेजी घुड़सवार ने लाठी मारी फिर पकड़ कर कुछ दूर लेजाने के बाद छोड़ दिया। इस पर वह स्त्रियों के जुलूस में शामिल हो गया और वह पर भी उसको छोड़ दिया। तब वह दो सौ आदमियों का जुलूस बनाकर लालबाज़ार गया और वहां पर गिरफ्तार हो गया।

Q1. ‘यह सब तो अपने सुनी हुई लिख रहे हैं पर सुभाष बाबू का और अपना विशेष फासला नहीं था। सुभाष बाबू बड़े जोर से वन्दे -मातरम बोलते थे,यह अपनी आँख से देखा।’ वाक्य का आशय है कि –
(क) सब कुछ लेखक सुनी सुनाई बातें लिख रहा है
(ख) जब सुभाष बाबू को लाठियाँ पड़ रही थी और वे बड़े जोर से वन्दे -मातरम बोलते थे यह सब लेखक ने अपनी आँखों से देखा था
(ग) लेखक और सुभाष बाबू के बीच का फासला अधिक नहीं था
(घ) लेखक ने सुभाष बाबू को वन्दे मातरम बोलते स्वयं देखा था
उत्तर – (ख) जब सुभाष बाबू को लाठियाँ पड़ रही थी और वे बड़े जोर से वन्दे -मातरम बोलते थे यह सब लेखक ने अपनी आँखों से देखा था

Q2. सुभाष बाबू को पकड़ लिया गया और गाड़ी में बैठा कर —————- में भेज दिया गया –
(क) जेल में
(ख) गाँधी जी के आश्रम में
(ग) लालबाज़ार लॉकअप
(घ) बड़े बाज़ार लॉकअप में
उत्तर – (ग) लालबाज़ार लॉकअप

Q3. निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – उधर स्त्रियाँ मोनुमेंट की सीढ़ियों पर चढ़ झंडा फहरा रही थी और घोषणा पढ़ रही थी।
कारण (R) – क्योंकि पुलिस की लाठीचार्ज के कारण पुरुष वहाँ समय से नहीं पहुँच पाए थे।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर – (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

Q4. स्त्रियों का जलूस कहाँ आ कर टूट गया –
(क) धर्मतल्ले के मोड़ पर
(ख) लालबाजार लॉकअप पर
(ग) बड़े बाज़ार के मोड़ पर
(घ) मॉन्युमेंट के पास ही
उत्तर – (क) धर्मतल्ले के मोड़ पर

Q5. वृजलाल गोयनका ने गिरफ़्तार होने के लिए क्या किया –
(क) वह डंडा लेकर वन्दे -मातरम बोलता हुआ मोनुमेंट की और इतनी जोर से दौड़ा
(ख) वह स्त्रियों के जुलूस में शामिल हो गया
(ग) वह दो सौ आदमियों का जुलूस बनाकर लालबाज़ार गया और वहां पर गिरफ्तार हो गया
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) वह दो सौ आदमियों का जुलूस बनाकर लालबाज़ार गया और वहां पर गिरफ्तार हो गया

 

(4)
मदालसा भी पकड़ी गई थी। उससे मालूम हुआ कि उसको थाने में भी मारा था। सब मिलाकर 105 स्त्रियाँ पकड़ी गयी थी। बाद में रात को नौ बजे सबको छोड़ दिया गया। कलकत्ता में आज तक इतनी स्त्रियाँ एक साथ गिरफ्तार नहीं की गई थी। करीब आठ बजे खादी भण्डार आए तो कांग्रेस ऑफिस से फ़ोन आया कि यहाँ बहुत आदमी चोट खा कर आये हैं और कई की हालत संगीन है उनके लिए गाड़ी चाहिए। जानकीदेवी के साथ वहां गए ,बहुत लोगो को चोट लगी हुई थी। डॉक्टर दासगुप्ता उनकी देखरेख और फ़ोटो उतरवा रहे थे। उस समय तक 67 वहाँ आ चुके थे। बाद में तो 103 तक आ पहुंचे। अस्पताल गए, लोगो को देखने से मालूम हुआ कि 160 आदमी तो अस्पतालों में पहुंचे और जो लोग घरों में चले गए ,वो अलग हैं। इस प्रकार दो सौ घायल जरूर हुए है। पकडे गए आदमियों की संख्या का पता नहीं चला। पर लाल बाजार के लॉकअप में स्त्रियों की संख्या 105 थी। आज तो जो कुछ हुआ वह अपूर्व हुआ है। बंगाल के नाम या कलकत्ता के नाम पर कलंक था कि यहाँ काम नहीं हो रहा है। वह आज बहुत अंश में धूल गया और लोग सोचने लग गए कि यहाँ भी बहुत सा काम हो सकता है।

Q1. ‘मदालसा भी पकड़ी गई थी। उससे मालूम हुआ कि उसको थाने में भी मारा था। सब मिलाकर 105 स्त्रियाँ पकड़ी गयी थी।’ वाक्य का आशय है कि –
(क) स्त्रियों ने बढ़चढ़ कर स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था और उन पर भी बहुत अत्याचार हुए थे
(ख) मदालसा स्वतंत्रता सैनानी थी
(ग) स्त्रियाँ बड़ी संख्या में गिरफ़्तार हुई थीं
(घ) लेखक सब कुछ अपनी डायरी में लिखते थे
उत्तर – (क) स्त्रियों ने बढ़चढ़ कर स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था और उन पर भी बहुत अत्याचार हुए थे

Q2. गिरफ़्तार हुई स्त्रियों की संख्या कितनी थीं –
(क) 67
(ख) 103
(ग) 160
(घ) 105
उत्तर – (घ) 105

Q3. निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – अस्पताल गए, लोगो को देखने से मालूम हुआ कि 160 आदमी तो अस्पतालों में पहुंचे और जो लोग घरों में चले गए ,वो अलग हैं। इस प्रकार दो सौ घायल जरूर हुए है।
कारण (R) – उस दिन घायलों की संख्या का अंदाजा नहीं लगाया जा सका था क्योंकि पुलिस ने भयंकर लाठीचार्ज किया था और लोग भी टस से मस नहीं हुए थे।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर – (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

Q4. बंगाल के नाम या कलकत्ता के नाम पर कलंक था कि –
(क) यहाँ काम नहीं हो रहा है
(ख) यहाँ काम हो रहा है
(ग) यहाँ काम करने वालों की कमी है
(घ) यहाँ काम हो ही नहीं सकता
उत्तर – (क) यहाँ काम नहीं हो रहा है

Q5. प्रस्तुत गद्यांश से क्या पता चलता है –
(क) स्वतंत्रता संग्राम में स्त्रियों ने भी पुरुषों के साथ कंधे से कन्धा मिला कर साथ दिया था
(ख) स्वतंत्रता के लिए सभी किसी भी हद तक जाने को तैयार थे
(ग) बंगाल के नाम या कलकत्ता के नाम पर जो कलंक था उसका बहुत अंश धूल गया था
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी

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Class 10 Hindi Sparsh Lesson 11 डायरी का एक पन्ना बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

Q1- इस कहानी के लेखक कौन हैं ?
A) सीताराम
B) सेकसरिया
C) सीताराम सेकसरिया
D) कोई नहीं

Q2- सीताराम सेकसरिया का जन्म कब हुआ ?
A) १८९२ में
B) १८९१ में
C) १८९० में
D) कोई नहीं

Q3- सीताराम सेकसरिया का जन्म कहाँ हुआ था ?
A) राजस्थान के नवलगढ़ में
B) राजस्थान के चूरू में
C) राजस्थान के सीरत में
D) कोई नहीं

Q4- लेखक ने पढ़ना लिखना बिना स्कूल गए कैसे सीखा ?
A) स्वध्याय से
B) गुरु से
C) माता पिता से
D) कोई नहीं

Q5- लेखक को पदम श्री से कब सम्मानित किया गया ?
A) १९६२ में
B) १९६१ में
C) १९७१ में
D) कोई नहीं

Q6- डायरी का पन्ना कहानी कब लिखी गई ?
A) २६ जनवरी १९३१ को
B) २६ जनवरी १९३२
C) २६ जनवरी १९३३
D) कोई नहीं

Q7- लेखक की प्रमुख रचनाओं के नाम बताएं |
A) मन की बात
b) नई याद
C) एक कार्यकर्त्ता की डायरी
d) सभी

Q8- लेखक की भाषा पर दूसरी कौन सी भाषा का प्रभाव दिखाई देता है ?
A) बांग्ला
B) कन्नड़
C) तेलगू
D) सभी

Q9- लेखक ने तत्सम और तदभव शब्दों के साथ कौन से शब्दों का प्रयोग किया है ?
A) देशज
B) विदेशी
C) अलंकारित
D) सभी

Q10- लेखक की रचनाओं में किस शैली का अधिक प्रयोग हुआ है ?
A) आत्मकथात्मक
B) अलंकारित
C) उपमायुक्त
D) सभी

Q11- लेखक ने किस दिन को अमर कहा है ?
A) २६ जनवरी १९३१
B) २६ जनवरी १९३२
C) २६ जनवरी १९३३
D) २६ जनवरी १९३१9

Q12- बड़े बाज़ार के मकानों पर क्या फहराया गया था ?
A) राष्ट्रीय झंडा
B) काला झंडा
C) केसरिया
D) हरा झंडा

Q13- कोलकत्ता में किस बात की ख़ुशी मनाई जा रही थी ?
A) राष्टीय झंडा फहराने की
B) घुड़ सवारों के आने की
C) अघोषित स्वतंत्रता मिलने की ख़ुशी में
D) कोई नहीं

Q14- मोन्यूमेंट को पुलिस ने कितने बजे घेरा ?
A) ४ बजे
B) ५ बजे
C) ६ बजे
D) 9 बजे

Q15- बंगाल प्रांतीय विद्यार्थी संग के मंत्री कौन थे ?
A) अविनाश बाबू
B) सुभाष बाबू
C) जानकी देवी
D) कोई नहीं

Q16- हरीश चंद्र सिंह ने झंडा कहाँ फहराया ?
A) मोन्यूमेंट के नीचे
B) तारा सुंदरी पार्क में
C) श्रद्धानन्द पार्क में
D) कोई नहीं

Q17- जलूस किसने निकाला ?
A) कांग्रेस सेवा दल ने
B) गुजरती सेविका संघ ने
C) बड़ा बाज़ार कमेटी ने
D) कोई नहीं

Q18- सुभाष बाबू के जलूस का भार किस पर था ?
A) पूर्णोदास पर
B) स्त्रियो पर
C) पुलिस पर
D) कोई नहीं

Q19- लेखक ने सभा ओपन लड़ाई की संज्ञा क्यों दी ?
A) क्रांतिकारियों की खुली चुनौती के कारण
B) खुले मैदान के कारण
C) स्त्री समाज के कारण
D) कोई नहीं

Q20- पुलिस कमिश्नर ने क्या नोटिस निकाला था ?
A) क्रांतिकारिओं को सभा न करने की सलाह का
B) क्रांतिकारिओं सहानुभूति का
C) क्रांतिकारिओं के सहयोग का
D) कोई नहीं

Q21- लेखक ने खुली आँख से क्या देखा ?
A) नेता जी सुभाष चंद्र बोस को
B) नेता जी सुभाष चंद्र बोस को नारे लगाते और पुलिस को लाठियाँ बरसाते
C) पुलिस को लाठियाँ बरसाते
D) कोई नहीं

Q22- किस दृश्य को देख कर आँख मिच जाती थी ?
A) पुलिस के अत्याचार को देख कर
B) पुलिस को देख कर
C) क्रांतिकारियों को देख कर
D) कोई नहीं

Q23- जब पुलिस ने लाठियाँ बरसाई तो स्त्रियाँ कहाँ चली गई ?
A) मोन्यूमेंट की तरफ झंडा फहराने
B) मोन्यूमेंट की तरफ
C) मोन्यूमेंट के नीचे
D) कोई नहीं

Q24– कलकत्ता वासियों के लिए २६ जनवरी १९३१ का दिन क्यों महत्त्वपूर्ण था ?
A) लोगो ने अंग्रेजी सरकार का डट कर विरोध किया
B) स्वतन्त्रता दिवस मनाया
C) स्वतन्त्रता की घोषणा पढ़ डाली
D) सभी

Q25- २६ जनवरी १९३१ के दिन को अमर बनाने की तैयारी कैसे की गई ?
A) इस दिन को देश का दूसरा स्वतन्त्रता दिवस बनाया गया
B) एक बड़ी सभा की गयी
C) सभी
D) लोगो को अपने घरो पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने को कहा गया

Q26- जुलूस के लाल बाजार आने पर लोगो का क्या हाल हुआ ?
A) बुरा हाल
B) लाठियाँ बरसी
C) जुलूस एक बड़ी भीड़ बन गया
D) सभी

Q27- विद्यार्थी संग के मंत्री अविनाश बाबू के झंडा गाड़ने पर क्या प्रतिक्रिया हुई ?
A) पुलिस ने उनको पकड़ लिया
B) सभी लोगो को पुलिस ने मारा
C) सभी लोगो को पुलिस ने हटा दिया
D) सभी

Q28- धर्म तल्ले के मोड़ पर आकर जुलूस क्यों टूट गया ?
A) पुलिस की लाठियों के कारण
B) भीड़ के कारण
C) कोई नहीं
D) सभी

Q29- कौंसिल के नोटिस में क्या था ?
A) चार बज कर चौबीस मिनट पर झंडा फेहराया जायेगा
B) स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी
C) सर्वसधारण की उपस्तिथि जरूरी
D) सभी

Q30- कौंसिल का नोटिस अंग्रेज सरकार के लिए क्या था ?
A) खुली चुनौती
B) धमकी
C) एक निवेदन
D) सभी

 

जवाब कुंजी Answer Key

Question No.

Answer

Question No.

Answer

1.

C

16.

C

2.

A

17.

B

3.

A

18.

A

4.

A

19.

A

5.

A

20.

A

6.

A

21.

B

7.

D

22.

A

8.

A

23.

A

9.

A

24.

D

10.

A

25.

C

11.

A

26.

D

12.

A

27.

D

13.

C

28.

A

14.

A

29.

D

15.

A

30.

A

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Class 10 Hindi डायरी का एक पन्ना प्रश्न और उत्तर (including questions from Previous Years Question Papers)

 

In this post we are also providing important questions for CBSE Class 10 Boards in the coming session. These questions have been taken from previous years class 10 Board exams and the year is mentioned in the bracket along with the question.

 

Q1. बड़े बाज़ार के प्रायः माकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहराने के क्या कारण  थे?(CBSE 2019)
उत्तर – बड़े बाज़ार के प्रायः माकानों पर 26 जनवरी, 1931 के दिन राष्ट्रीय झंडा फहराया जा रहा था। उस दिन लोगों में उत्साह कोई भावना थी। सभी को देशभक्ति और नवीनता का अहसास था। उस दिन राष्ट्रीय झंडा फहराने का एक मुख्य कारण यह था कि लोगों को इससे स्वतंत्रता का अहसाह हो रहा था।Q2. 26 जनवरी, 1931 के दिन बड़े बाज़ार का माहौल कैसा था? (CBSE 2011, 2016)
उत्तर – 26 जनवरी, 1931 के दिन बड़े बाज़ार की साज-सज़्ज़ा सबको उत्साहित कर रही थी। कई मकान तो इस प्रकार सजाए गए थे मानो स्वतंत्रता मिल गई हो। कलकत्ता में हर जगह झंडे लगाए गए थे , जिन्हे देख कर लोग उत्साहित हो रहे थे। वस्तुतः लोग जिस रास्ते से भी जाते उसी रास्ते पर नवीनता तथा उत्साह दिखाई पड़ता था।

Q3. तारा सुंदरी पार्क में पुलिस ने लोगों को रोकने के लिए क्या किया?
उत्तर – तारा सुंदरी पार्क में बड़ा बाजार कांग्रेस कमेटी के युद्ध मंत्री हरिश्चंद सिंह को झंडा फहराने भीतर न जाने दिया। पुलिस ने वहाँ काफ़ी मारपीट की जिसमें दो-चार आदमियों के सिर फट गए। गुजराती सेविका संघ की ओर से निकाले गए जुलूस में शामिल लड़कियों को गिरफ्तार कर उन्हें रोकने का प्रयास किया गया।

Q4. पुलिस कमिश्नर द्वारा निकाली गई नोटिस का कथ्य स्पष्ट करते हुए बताइए कि यह नोटिस क्यों निकाली गई होगी?
उत्तर – पुलिस कमिश्नर द्वारा निकाली गई नोटिस का कथ्य यह था कि अमुक-अमुक धारा के अंतर्गत सभा नहीं हो सकती है। यदि आप भाग लेंगे तो दोषी समझे जाएँगे। यह नोटिस इसलिए निकाली गई होगी ताकि इस दिन झंडा फहराने और स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा लेने के कार्यक्रम को विफल बनाया जा सके।

Q5. कौंसिल की तरफ़ से निकाली गर्ट नोटिस का प्रकट एवं उद्देश्य क्या था?
उत्तर – कौंसिल द्वारा निकाली गई नोटिस का मूलकथ्य यह था कि मोनुमेंट के नीचे ठीक चार बजकर चौबीस मिनट पर झंडा फहराया जाएगा तथा स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी। सर्वसाधारण की उपस्थिति होनी चाहिए। इस नोटिस का उद्देश्य था स्वतंत्रता दिवस मनाने की पुनरावृत्ति करना तथा पूर्ण आजादी की माँग करना।

Q6. सुभाष बाबू ने कब और कैसे  जुलुस निकाला? यह दिन किस अमर दिन की स्मृति में था? (CBSE 2010)
उत्तर – सुभाष बाबू ने 26 जनवरी 1931 को कोलकाता में जुलुस निकाला। यह जुलुस सरकारी कानूनों का उल्लंघन करते हुए सार्वजनिक रूप से निकाला गया। यह दिन 26 जनवरी 1930 को सम्पूर्ण भारत में मनाए गए प्रथम स्वतंत्रता दिवस की अमर स्मृति में था।

Q7. ‘ओपन लड़ाई’ किसे कहा गया है? यह अपूर्ण क्यों थी? (CBSE 2019)
उत्तर – अंग्रेजी सरकार द्वारा विभिन्न धाराओं के तहत सार्वजानिक सभाओं को ग़ैर-कानूनी ठहरा दिया गया था और पुलिस सरकार के आदेश पालन को तत्पर थी। इन सबके बावजूद कैंसिल द्वारा नोटिस निकाला गया कि मोनुमेंट के निचे ठीक चार बजकर चौबीस मिनट पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा तथा स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी। इसे ही ओपन लड़ाई कहा गया। यह अपूर्ण थी क्योंकि इससे पूर्ण कभी इतना बड़ा जुलूस नहीं निकाला गया था।

Q8. “एक संगठित समाज कृतसंकल्प हो तो ऐसा कुछ भी नहीं जो वह न कर सके।” ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ के सम्बन्ध में कहे गए उक्त कथन की उदाहरण सहित पुष्टि कीजिए। (CBSE 2020)
उत्तर – ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ क्रांतिकारियों की कुर्बानियों की याद दिलाते हुए तथ्य की पुष्टि करता है कि यदि एक संगठित समाज कृतसंकल्प हो तो ऐसा कुछ भी नहीं, जो वह न कर सके। 26 जनवरी, 1931 के दिन कलकत्ता में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए हजारों की संख्या में स्त्री-पुरुषों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अंग्रेजी प्रशासकों ने इसे उनका अपराध मानते हुए उन पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया, जिसमें अधिक संख्या में लोग घायल हुए, किन्तु फिर भी अंग्रेजों के क्रूर अत्याचारों को सहन करते हुए भी कलकत्तावासियों ने संगठित होकर अपूर्ण उत्साह, साहस एवं बलिदान का परिचय दिया। साथ ही अपने संकल्प को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

Q9. 26 जनवरी, 1937 को कोलकाता के स्तों पर उत्साह और नवीनता देखते ही बनती थी। इसके कारणों एवं नएपन का वर्णन कीजिए।
उत्तर – 26 जनवरी, 1931 को कोलकाता में स्वतंत्रता दिवस मनाये जाने की पुनरावृत्ति होनी थी। इस दृष्टि से इस महत्त्वपूर्ण दिन को अत्यंत हर्षोल्लास से मनाया जाना था। इस बार का उत्साह भी देखते ही बनता था। इसके प्रचार मात्र पर ही दो हज़ारे रुपये खर्च किए गए थे। कार्यकर्ताओं को झंडा देते हुए उन्हें घर-घर जाकर समझाया गया था कि आंदोलन की सफलता उनके प्रयासों पर ही निर्भर करती है। ऐसे में आगे आकर उन्हें ही सारा इंतजाम करना था। इसे सफल बनाने के लिए घरों और रास्तों पर झंडे लगाए गए थे। इसके अलावा जुलूस में शामिल, लोगों का उत्साह चरम पर था। उन्हें पुलिस की लाठियाँ भी रोक पाने में असमर्थ साबित हो रही थीं।

Q10. 26 जनवरी, 1931 को सुभाष बाबू का एक नया रूप एवं सशक्त नेतृत्व देखने को मिला। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – 26 जनवरी, 1931 को कोलकाता में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाना था। गतवर्ष इसी दिन पूर्ण स्वराज्य पाने के लिए झंडा तो फहराया गया था पर इसका आयोजन भव्य न बन सका था। आज झंडा फहराने और प्रतिज्ञा लेने के इस कार्यक्रम में सुभाषचंद्र के क्रांतिकारी रूप का दर्शन हो रहा था। वे जुलूस के साथ असीम उत्साह के साथ मोनुमेंट की ओर बढ़ रहे थे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने लाठियाँ भाँजनी शुरू कर दी थी फिर भी वे चोट की परवाह किए बिना निडरता से आगे ही आगे बढ़ते जा रहे थे और ज़ोर-ज़ोर से ‘वंदे मातरम्’ बोलते जा रहे थे। पुलिस की लाठियाँ उन पर भी पड़ी।
यह देख ज्योतिर्मय गांगुली ने उन्हें पुलिस से दूर अपनी ओर आने के लिए कहा पर सुभाषचंद्र ने कहा, आगे बढ़ना है। उनका यह कथन जुलूस को भी प्रेरित कर रहा था।

Q11. वृजलाल गोयनका कौन थे? झंडा दिवस को सफल बनाने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डालिए।
उत्तर – वृजलाल गोयनका स्वतंत्रता सेनानी थे, जो कई दिनों से लेखक के साथ काम कर रहे थे। वे दमदम जेल में भी लेखक के साथ थे। वे झंडा दिवस 26 जनवरी, 1931 को सभास्थल की ओर जाते हुए पकड़े गए। पहले तो वे झंडा लेकर ‘वंदे मातरम्’ बोलते हुए इतनी तेज गति से भागे कि अपने आप गिर गए। एक अंग्रेज घुड़सवार ने उन्हें लाठी मारी और पकड़ा परंतु थोड़ी दूर जाने के बाद छोड़ दिया। इस पर वे स्त्रियों के झुंड में शामिल हो गए, तब पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। तब वे दो सौ आदमियों का जुलूस लेकर लालबाजार गए जहाँ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

Q12. ‘डायरी का एक पन्ना’ नामक पाठ के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है? (CBSE 2013, 2018)
अथवा
‘डायरी का एक पन्ना’ के माध्यम से आपने गुलाम भारत के स्वतंत्रता दिवस के आयोजन के विषय में जाना। आज हम आजाद भारत में आजादी का अमृत  महोत्सव मना रहे हैं।
देश के प्रति अपने कर्तव्यों को बताते हुए पाठ से प्राप्त सिख का वर्णन कीजिए। (CBSE 2022)
उत्तर – ‘डायरी का एक पन्ना’ नामक पाठ स्वतंत्रता का मूल्य समझाने एवं देश प्रेम व राष्ट्रभक्ति को जगाने तथा प्रगाढ़ करने का संदेश छिपाए हुए है। पाठ में सन् 1931 के गुलाम भारत के लोगों की सच्ची तस्वीर प्रस्तुत की गई है कि किस प्रकार निहत्थे किंतु संगठित भारतवासियों के मन में स्वतंत्रता पाने की भावना बलवती हुई और इसे पाने के लिए लोगों ने न लाठियों की चिंता की और न जेल जाने की। वे आत्मोत्सर्ग के लिए तैयार रहते थे। यह पाठ हमें अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करने की जहाँ प्रेरणा देता है, वहीं यह संदेश भी देता है कि क्रांतिकारियों की कुर्बानियों को याद करके संगठित होकर काम करने से कोई काम असाध्य नहीं रह जाता है।

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