CBSE Class 6 Hindi Chapter 12 लोकगीत Important Questions Answers from Vasant Bhag 1 Book 

 

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सीबीएसई कक्षा 6 हिंदी वसंत भाग 1 पुस्तक पाठ 12 के लिए लोकगीत प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 6 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे लोकगीत प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions

 
 

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सार-आधारित प्रश्न Extract Based Questions

सारआधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)

 

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उनके नीचे दिए गए प्रश्नों का उत्तर अपने शब्दों में दीजिए।

 

1.

लोकगीत अपनी लोच, ताज़गी और लोकप्रियता में शास्त्रीय संगीत से भिन्‍न हैं। लोकगीत सीधे जनता के संगीत हैं। घर, गाँव और नगर की जनता के गीत हें ये। इनके लिए साधना की ज़रूरत नहीं होती। त्योहारों और विशेष अवसरों पर ये गाए जाते हैं। सदा से ये गाए जाते रहे हैं और इनके रचनेवाले भी अधिकतर गाँव के लोग ही है। स्त्रियों ने भी इनकी रचना में विशेष भाग लिया है। ये गीत बाजों की मदद के बिना ही या साधारण ढोलक, झाँझ, करताल, बाँसुरी आदि की मदद से गाए जाते हैं।
एक समय था जब शास्त्रीय संगीत के सामने इनको हेय समझा जाता था। 

 

i. लोकगीत निम्नलिखित में से किसकी वजह से शास्त्रीय संगीत से भिन्न हैं?

(क) लोकप्रियता

(ख) सुर

(ग) शब्द

(घ) प्रभाव क्षेत्र

उत्तर: (क) लोकप्रियता

 

ii. लोकगीत कौन गाता है?

(क) अभिनेता और अभिनेत्री

(ख) फिल्मों के गायक

(ग) शहर के बच्चे और महिलाएं 

(घ) गांव के लोग

उत्तर: (घ) गांव के लोग

 

iii.  लोकगीत के लिए निम्नलिखित में से किस की जरूरत नहीं है?

(क) वाद्य यंत्र

(ख) साधना

(ग) सुर

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (ख) साधना

 

iv. लोकगीत के रचनाकार कौन है?

(क) गांव के लोग

(ख) शहर के लोग

(ग) गायक

(घ) प्रोड्यूसर

उत्तर: (क) गांव के लोग

 

2. विविध बोलियों के लोक-साहित्य और लोकगीतों के संग्रह पर कमर बाँधी है और इस प्रकार के अनेक संग्रह अब तक प्रकाशित भी हो गए हैं। लोकगीतों के कई प्रकार हैं। इनका एक प्रकार तो बड़ा ही ओजस्वी और सजीव है। यह इस देश के आदिवासियों का संगीत है। मध्य प्रदेश, दकन, छोटा नागपुर में गोंड-खांड, ओराँव-मुंडा, भील-संथाल आदि फैले हुए हैं, जिनमें आज भी जीवन नियमों की जकड में बँध न सका और निर्द्वंद लहराता है। इनके गीत और नाच अधिकतर साथ-साथ और बड़े-बड़े दलों में गाए और नाचे जाते हैं। बीस-बीस, तीस-तीस आदमियों और औरतों के दल एक साथ या एक-दूसरे के जवाब में गाते हें, दिशाएँ गूँज उठती हैं।
पहाड़ियों के अपने-अपने गीत हैं। उनके अपने-अपने भिन्‍न रूप होते हुए भी अशास्त्रीय होने के कारण उनमें अपनी एक समान भूमि है। गढ़वाल, किन्नौर, काँगड़ा आदि के अपने-अपने गीत और उन्हें गाने की अपनी-अपनी विधियाँ हैं। उनका अलग नाम ही “’पहाड़ी’ पड़ गया है।
वास्तविक लोकगीत देश के गाँवों और देहातों में है। इनका संबंध देहात की जनता से है। बड़ी जान होती है इनमें।

 

i. लोकगीत किनका संगीत है?

(क) आदिवासियों का

(ख) ग्रामीणों का

(ग) शहरी सभ्य लोगों का

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (क) आदिवासियों का

 

ii. निम्न में से किस जगह के लोकगीत का नाम  पहाड़ी’ पड़ गया है? 

(क) कांगड़ा

(ख) मिजोरम

(ग) आंध्र प्रदेश 

(घ) तमिलनाडु

उत्तर: (क) कांगड़ा

 

iii. हमारे देश का वास्तविक लोकगीत कहां के लोकगीत को कहते हैं?

(क) पहाड़ के

(ख) गाँवों और देहातों के

(ग) शहरों के

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (क) गाँवों और देहातों के

 

iv. लेखक के अनुसार, कहां के लोकगीतों में बड़ी जान होती है? 

(क) पहाड़ के

(ख) गांवों और देहातों के

(ग) शहरों के

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (क) पहाड़ के

3. चेता, कजरी, बारहमासा, सावन आदि मिर्जापुर, बनारस और उत्तर प्रदेश के पूरबी और बिहार के पश्चिमी ज़िलों में गाए जाते हैं। बाउल और भतियाली बंगाल के लोकगीत हैं। पंजाब में माहिया आदि इसी प्रकार के हैं। हीर-राँझा, सोहनी-महीवाल संबंधी गीत पंजाबी में और ढोला-मारू आदि के गीत राजस्थानी में बड़े चाव से गाए जाते हैं।

 

i. बनारस के प्रसिद्ध लोकगीत का नाम बताइए?

(क) चेता

(ख) बारहमासा

(ग) कजरी 

(घ) सावन

उत्तर: (ग) कजरी 

 

ii. सावन किस जगह का प्रसिद्ध लोकगीत है?

(क) मिर्जापुर

(ख) बनारस

(ग) पूरबी उत्तर प्रदेश 

(घ) पश्चिमी बिहार

उत्तर: (घ) पश्चिमी बिहार

 

iii. बारहमासा कहां का प्रसिद्ध लोकगीत है

(क) मिर्जापुर

(ख) बनारस

(ग) पूरबी उत्तर प्रदेश 

(घ) पश्चिमी बिहार

उत्तर: (ग) पूरबी उत्तर प्रदेश 

 

iv. निम्न में से कौन सा लोकगीत बंगाल का प्रसिद्ध लोकगीत है?

(क) बाउल 

(ख) चैताली

(ग) चेता

(घ) ढोला मारू

उत्तर: (क) बाउल 

 

4

इन देहाती गीतों के रचयिता कोरी कल्पना को इतना मान न देकर अपने गीतों के विषय रोज़मर्रा के बहते जीवन से लेते हैं, जिससे वे सीधे मर्म को छू लेते हैं। उनके राग भी साधारणत: पीलू, सारंग, दुर्गा, सावन, सोरठ आदि हैं। कहरवा, बिरहा, धोबिया आदि देहात में बहुत गाए जाते हैं और बड़ी भीड़ आकर्षित करते हैं।

 

i. कौन अपने लोकगीतों में कोरी कल्पना का प्रयोग नहीं करता है?

(क) ग्रामीण

(ख) शहरी

(ग) आदिवासी

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (क) ग्रामीण

 

ii. ग्रामीण लोग अपने लोकगीतों में किस चीज का वर्णन करते हैं?

(क) कोरी कल्पना का

(ख) रोजमर्रा की जिंदगी का

(ग) पौराणिक कथाओं का

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (ख) रोजमर्रा की जिंदगी का 

 

iii. देहाती लोक गीतों में कौन से राग का प्रयोग होता है?

(क) सोरठ 

(ख) सरस्वती

(ग) दोहा 

(घ) चौपाई

उत्तर: (क) सोरठ

 

iv. निम्नलिखित में से कौन सा लोकगीत देहाती समाज में अधिक मात्रा में गाया जाता है?

(क) गरबा

(ख) गिद्दा

(ग) सरहुल

(घ) बिरहा

उत्तर: (घ) बिरहा

5. भोजपुरी में करीब तीस-चालीस बरसों से ‘बिदेसिया’ का प्रचार हुआ है। गाने वालों के अनेक समूह इन्हें गाते हुए देहात में फिरते हैं। उधर के ज़िलों में विशेषकर बिहार में बिदेसिया से बढ़कर दूसरे गाने लोकप्रिय नहीं हैं। इन गीतों में अधिकतर रसिकप्रियों और प्रियाओं की बात रहती है, परदेशी प्रेमी की और इनसे करुणा और विरह का रस बरसता है। जंगल की जातियों आदि के भी दल-गीत होते हैं जो अधिकतर बिरहा आदि में गाए जाते हैं। पुरुष एक ओर और स्त्रियाँ दूसरी ओर एक-दूसरे के जवाब के रूप में दल बाँधकर गाते हैं और दिशाएँ गुँजा देते हैं। पर इधर कुछ काल से इस प्रकार के दलीय गायन का हास हुआ है।

 

i. भोजपुर का प्रसिद्ध लोकगीत कौन सा है?

(क) बिरहा 

(ख) बिदेसिया

(ग) मटकोड

(घ) आल्हा

उत्तर: (ख) बिदेसिया

 

ii. भोजपुर में विदेशिया लोकगीत कब से प्रचलित हुआ?

(क) 30 से 40 वर्षों से

(ख) 45 से 50 वर्षों से

(ग) 60 से 70 वर्षों से 

(घ) 100 से 120 वर्षों से

उत्तर: (क) 30 से 40 वर्षों से

 

iii. बिहार की आदिवासी जनजातियों के बीच कौन सा लोकगीत प्रसिद्ध है?

(क) बिरहा 

(ख) बिदेसिया

(ग) मटकोड

(घ) आल्हा

उत्तर: (क) बिरहा 

 

iv. बिहार में दलीय गायन निम्नलिखित में से किन के बीच प्रसिद्ध है?

(क) औरतों

(ख) ग्रामीणों

(ग) दंपत्तियों

(घ) आदिवासियों

उत्तर: (घ) आदिवासियों

 

6. एक दूसरे प्रकार के बड़े लोकप्रिय गाने आल्हा के हैं। अधिकतर ये बुंदेलखंडी में गाए जाते हैं। आरंभ तो इसका चंदेल राजाओं के राजकवि जगनिक से माना जाता है जिसने आल्हा-ऊदल की वीरता का अपने महाकाव्य में बखान किया, पर निश्चय ही उसके छंद को लेकर जनबोली में उसके विषय को दूसरे देहाती कवियों ने भी समय-समय पर अपने  गीतों में उतारा और ये गीत हमारे गाँवों में आज भी बहुत प्रेम से गाए जाते हैं। इन्हें गाने वाले गाँव-गाँव ढोलक लिए गाते फिरते हैं। इसी की सीमा पर उन गीतों का भी स्थान है जिन्हें नट रस्सियों पर खेल करते हुए गाते हैं। अधिकतर ये गद्य पद्यात्मक हैं और इनके अपने बोल हैं।

 

i. बुंदेलखंड में निम्नलिखित में से कौन सा लोकगीत प्रसिद्ध है?

(क) बिरहा 

(ख) बिदेसिया

(ग) मटकोड

(घ) आल्हा

उत्तर: (घ) आल्हा

 

ii. निम्न में से आल्हा के रचयिता कौन हैं?

(क) जगनिक

(ख) आल्हा ऊदल

(ग) रुद्रदमन

(घ) महेंद्रदमन

उत्तर: (क) जगनिक

 

iii. जगनिक निम्नलिखित में से किसके राज्य कवि थे?

(क) महाराणा प्रताप 

(ख) पृथ्वीराज चौहान 

(ग) चंदेल राजाओ 

(घ) परमार राजाओं

उत्तर: (ग) चंदेल राजाओ 

 

iv. आल्हा निम्नलिखित में से किस प्रकृति का लोकगीत है?

(क) पद्यात्मक

(ख) गद्यात्मक

(ग) वाद विवाद

(घ) नाटक

उत्तर: (क) पद्यात्मक

 

बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर (Multiple Choice Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।

  1. निम्न में से कौन लोकगीत नामक पाठ के लेखक कौन हैं?

(क) सूर्यकांत त्रिपाठी निराला 

(ख) भगवतशरण उपाध्याय

(ग) लाला श्रीनिवासदास

(घ) भारतेंदु हरिश्चंद्र 

उत्तर: (ख) भगवतशरण उपाध्याय

 

  1. लोकगीत नामक कृति हिंदी के किस विधा का उदाहरण है?

(क) कहानी

(ख) संस्मरण

(ग) रेखाचित्र

(घ) निबंध

उत्तर: (घ) निबंध

 

  1. निम्न मैं से आल्हा लोकगीत की प्रमुख विशेषता कौन सी है?

(क) दल बनाकर गाना

(ख) गांव गांव में जाकर गाना

(ग) ढोलक लिए गांव के चौपार में गाना

(घ) होली में गाना

उत्तर: (ख) गांव गांव में जाकर गाना

 

  1. आल्हा में किसका वर्णन रहता है|

(क) आल्हा की वीरता की

(ख) ऊदल की वीरता की

(ग) जगनिक के देशभक्ति का

(घ) विकल्प क और ख दोनों

उत्तर: (घ) विकल्प क और ख दोनों

 

  1. निम्न में से रसिया की प्रमुख विशेषता कौन सी है?

(क) नाच

(ख) समूह में गाना और नाचना

(ग) दल बांधना

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (ग) दल बांधना

 

  1. ब्रज मैं कौन सा लोकगीत प्रसिद्ध है?

(क) रसिया

(ख) चापड 

(ग) केशव

(घ) मुरलीमनोहर

उत्तर: (क) रसिया

 

  1. निम्न में से गरबा की प्रमुख विशेषता कौन सी है?

(क) घूम घूम कर नाचना

(ख) बिना किसी वाद्य यंत्र के गाना

(ग) केवल गीत गाना

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (क) घूम घूम कर नाचना

 

  1. गरबा में कौन भाग लेता है?

(क) औरते

(ख)  बच्चे

(ग) आदमी

(घ) आदमी और औरतें

उत्तर: (क) औरते

 

  1. गुजरात में कौन सा लोकगीत प्रसिद्ध है?

(क) गरबा

(ख) गिद्दा 

(ग) सरहुल

(घ) बिरहा

उत्तर: (क) गरबा

 

  1. स्त्रियां निम्नलिखित में से किस की मदद से लोकगीत गाती हैं?

(क) नागाड़ा 

(ख) ढोलक

(ग) मजीरा

(घ) हारमोनियम

उत्तर: (ख) ढोलक

 

  1. निम्न में से किस कवि ने लोकगीतों में स्त्रियों के प्रतिभाग की बात स्वीकारी है?

(क) कालिदास

(ख) सूर्यकांत त्रिपाठी निराला 

(ग) मैथिलीशरण गुप्त 

(घ) मीराबाई

उत्तर: (क) कालिदास

 

  1. पूरब में निम्नलिखित में से किस के लोक गीत गाए जाते हैं?

(क) मैथिल

(ख) कोकिल

(ग) विकल्प क और ख दोनों

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (ग) विकल्प क और ख दोनों

 

  1. स्त्रियां निम्नलिखित में से किस मौसम में लोकगीत गाती हैं?

(क) गर्मी

(ख) बरसात

(ग) ठंड 

(घ) बसंत

उत्तर: (ख) बरसात

 

  1. नारियों की लोकगीतों की निम्न में से कौन सी प्रमुख विशेषता है?

(क) नाच

(ख) समूह में गाना और नाचना

(ग) दल बांधना

(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं 

उत्तर: (ग) दल बांधना

 

  1. लोकगीतों में निम्न में से किस भाषा का प्रयोग होता है?

(क) स्थानीय

(ख) शास्त्रीय

(ग) अंग्रेजी हिंदी मिश्रित

(घ) अनगढ़

उत्तर: (क) स्थानीय

 

16.बुंदेलखंड में निम्नलिखित में से कौन सा लोकगीत प्रसिद्ध है?

(क) बिरहा 

(ख) बिदेसिया

(ग) मटकोड

(घ) आल्हा

उत्तर: (घ) आल्हा

 

  1. निम्न में से आल्हा के रचयिता कौन हैं?

(क) जगनिक

(ख) आल्हा ऊदल

(ग) रुद्रदमन

(घ) महेंद्रदमन

उत्तर: (क) जगनिक

 

  1. जगनिक निम्नलिखित में से किसके राज्य कवि थे?

(क) महाराणा प्रताप 

(ख) पृथ्वीराज चौहान 

(ग) चंदेल राजाओ 

(घ) परमार राजाओं

उत्तर: (ग) चंदेल राजाओ 

 

19.निम्न में कौन पंजाब का प्रसिद्ध लोकगीत है?

(क) माहिया

(ख) ढोला मारू

(ग) चेता

(घ) कजरी

उत्तर: (क) माहिया

 

  1. निम्नलिखित में से कौन राजस्थान का प्रसिद्ध लोक गीत है?

(क) माहिया

(ख) ढोला मारू

(ग) चेता

(घ) कजरी

उत्तर: (ख) ढोला मारू

 

प्रश्न और उत्तर Questions Answers 

 

1.लोकगीत किस प्रकार शास्त्रीय संगीत से भिन्न है?

उत्तर: लोकगीत अपनी लोच, ताज़गी और लोकप्रियता में शास्त्रीय संगीत से भिन्‍न हैं। लोकगीत सीधे जनता के संगीत हैं। घर, गाँव और नगर की जनता के गीत हें ये। इनके लिए साधना की ज़रूरत नहीं होती। त्योहारों और विशेष अवसरों पर ये गाए जाते हैं। सदा से ये गाए जाते रहे हैं और इनके रचनेवाले भी अधिकतर गाँव के लोग ही है। 

 

  1. आदिवासी समाज में लोकगीत का प्रदर्शन कैसे किया जाता है?

उत्तर: मध्य प्रदेश, दकन, छोटा नागपुर में गोंड-खांड, ओराँव-मुंडा, भील-संथाल आदि में लोकगीत और नाच अधिकतर साथ-साथ और बड़े-बड़े दलों में गाए और नाचे जाते हैं। बीस-बीस, तीस-तीस आदमियों और औरतों के दल एक साथ या एक-दूसरे के जवाब में गाते हें, दिशाएँ गूँज उठती हैं।

 

  1. पहाड़ी क्षेत्रों के लोकगीत के बारे में बताइए?

उत्तर: पहाड़ियों के अपने-अपने गीत हैं। उनके अपने-अपने भिन्‍न रूप होते हुए भी अशास्त्रीय होने के कारण उनमें अपनी एक समान भूमि है। गढ़वाल, किन्नौर, काँगड़ा आदि के अपने-अपने गीत और उन्हें गाने की अपनी-अपनी विधियाँ हैं। उनका अलग नाम ही “’पहाड़ी’ पड़ गया है।

 

  1. भारत के विभिन्न में भागों में प्रसिद्ध लोक गीतों का वर्णन कीजिए?

उत्तर: चेता, कजरी, बारहमासा, सावन आदि मिर्जापुर, बनारस और उत्तर प्रदेश के पूरबी और बिहार के पश्चिमी ज़िलों में गाए जाते हैं। बाउल और भतियाली बंगाल के लोकगीत हैं। पंजाब में माहिया आदि इसी प्रकार के हैं। हीर-राँझा, सोहनी-महीवाल संबंधी गीत पंजाबी में और ढोला-मारू आदि के गीत राजस्थानी में बड़े चाव से गाए जाते हैं।

 

  1. लोकगीतों और ग्रामीण समाज में संबंध का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए?

उत्तर: लेखक भगवतशरण उपाध्याय के मुताबिक लोकगीतों के असली रचयिता ग्रामीण ही होते हैं और यह लोकगीत भारत में शहरीकरण के लगभग 100 साल पहले से ही प्रसिद्ध हैं। 

 

  1. ग्रामीण लोकगीतों की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए?

उत्तर: ग्रामीण लोकगीतों के रचयिता कोरी कल्पना को इतना मान न देकर अपने गीतों के विषय रोज़मर्रा के बहते जीवन से लेते हैं, जिससे वे सीधे मर्म को छू लेते हैं। ग्रामीण लोक गीतों की भाषा स्थानीय होती है तथा इसमें कोई भी दुर्गम शब्द का प्रयोग नहीं किया जाता है। 

इनके राग भी साधारणत: पीलू, सारंग, दुर्गा, सावन, सोरठ आदि हैं। कहरवा, बिरहा, धोबिया आदि देहात में बहुत गाए जाते हैं और बड़ी भीड़ आकर्षित करते हैं।

 

  1. बिहारी लोकगीतों की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए?

उत्तर: भोजपुरी में करीब तीस-चालीस बरसों से ‘बिदेसिया’ का प्रचार हुआ है। गाने वालों के अनेक समूह इन्हें गाते हुए देहात में फिरते हैं। उधर के ज़िलों में विशेषकर बिहार में बिदेसिया से बढ़कर दूसरे गाने लोकप्रिय नहीं हैं। इन गीतों में अधिकतर रसिकप्रियों और प्रियाओं की बात रहती है, परदेशी प्रेमी की और इनसे करुणा और विरह का रस बरसता है। जंगल की जातियों आदि के भी दल-गीत होते हैं जो अधिकतर बिरहा आदि में गाए जाते हैं। पुरुष एक ओर और स्त्रियाँ दूसरी ओर एक-दूसरे के जवाब के रूप में दल बाँधकर गाते हैं और दिशाएँ गुँजा देते हैं। 

 

  1. बुंदेलखंड में प्रचलित लोक गीतों की प्रमुख विशेषताओं उसके इतिहास का संक्षिप्त में विवरण दीजिए?

उत्तर: बुंदेलखंड में प्रचलित लोक गीतों के अविष्कारक चंदेल राजाओं के राजकवि जगनिक से माना जाता है जिसने आल्हा-ऊदल की वीरता का अपने महाकाव्य में बखान किया, पर निश्चय ही उसके छंद को लेकर जनबोली में उसके विषय को दूसरे देहाती कवियों ने भी समय-समय पर अपने  गीतों में उतारा और ये गीत हमारे गाँवों में आज भी बहुत प्रेम से गाए जाते हैं। इन्हें गाने वाले गाँव-गाँव ढोलक लिए गाते फिरते हैं। इसी की सीमा पर उन गीतों का भी स्थान है जिन्हें नट रस्सियों पर खेल करते हुए गाते हैं। अधिकतर ये गद्य पद्यात्मक हैं और इनके अपने बोल हैं।

 

  1. लोकगीतों की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए?

उत्तर: लोकगीत का शाब्दिक अर्थ होता है सामान्य लोग जीवन का संगीत इनको गाने के लिए किसी भी विशेष प्रशिक्षण हुआ विशेष साधना एवं यंत्रों की जरूरत नहीं होती है इसको साधारण गांव के लोग भी ढोलक एवं मजीरा के साथ गा सकते हैं लोकगीतों की भाषा में किसी कठिन और असामाजिक शब्दों का प्रयोग नहीं किया जा सकता। अपितु लोकगीतों मे साधारण बोलचाल की बोली का ही प्रयोग किया जाता है। 

 

  1. स्त्रियों द्वारा गाए जाने वाले लोकगीत की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए?

उत्तर: ग्रामीण क्षेत्रों में वस्तुतः कुछ लोकगीत केवल केवल स्त्रियों द्वारा ही गाए जा सकते हैं यह स्त्रियां दलों में रहकर लोक गीत गाती हैं वस्तुतः इनके सुर और ताल नहीं मिलते। किंतु कुछ विशेष अवसरों, जैसे; होली, शादी, ज्योनार आदि में स्त्रियों द्वारा गाए जाने वाले इस लोकगीत की अपनी ही प्रधानता है। इन लोकगीतों में सामान्य ढोल मजीरा के अलावा कभी कभी नाच भी होता है।