ममता और हुमायूँ (मुग़ल) का चरित्र-चित्रण |Character Sketch of Mamta and Humayun (Mughal) from PSEB Class 10 Hindi Book Chapter 7 Mamta
- Character Sketch of Mamata
- Questions related to the Character of Mamta
- Character Sketch of Humayun
- Questions related to the character of Humayun
Related:
ममता का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Mamta)
- ईमानदार व्यक्तित्व- ममता ने अपने पिता द्वारा लिया गया रिश्वत का सोना ठुकरा दिया। इससे उसके ईमानदार व्यक्तित्व का पता चलता है।
- धार्मिक और आदर्शवादी- ममता ने हमेशा अपने धर्म का पालन किया। कठिन परिस्थिति में भी उसने ‘अतिथि देवो भव’ का आदर्श निभाया और थके पथिक को आश्रय दिया।
- दयालु और संवेदनशील- जब घायल और प्यासा सैनिक (हुमायूँ) उसके पास आया तो पहले विरोध करने के बाद भी उसने उसे पानी पिलाया और शरण दी। इससे ममता की दया भावना स्पष्ट होती हैं।
- निस्वार्थ और परोपकारी- ममता ने कभी अपने उपकार का बदला नहीं माँगा। हुमायूँ उसके घर बनाने का आदेश देकर चला गया, पर ममता ने उसका लाभ नहीं उठाया।
- त्यागमयी और सहनशील- वह विधवा होकर भी अपमानित जीवन सहती रही। अपने दुखों को भूलकर वह हमेशा दूसरों के सुख-दुख में सहभागी बनी रही।
- देशभक्त और सच्चरित्र- इस कहानी में ममता ने विदेशी और विधर्मियों के प्रति रोष दिखाया है। वह नहीं चाहती थी कि हिंदू संस्कृति रिश्वत या लोभ से कलंकित हो।
- वृद्धावस्था में भी आदर्शनिष्ठ- सत्तर वर्ष की आयु में भी उसने अपनी सच्चाई और आदर्शों को बनाए रखा। अंत समय में भी उसने अपने धर्म और कर्त्तव्य को सर्वोपरि माना।
ममता के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to the Character of Mamta)
Q1. किन बातों से पता चलता है की ममता धार्मिक विचार रखती है ?
Q2. ममता अपने पिता से भिन्न कैसे थी ?
हुमायूँ (मुग़ल) का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Humayun)
- पराजित और निराश सैनिक- हुमायूँ चौसा युद्ध में शेरशाह से पराजित होकर भागा हुआ सैनिक था। थका हुआ, प्यासा और निराश होकर वह ममता की कुटिया तक पहुँचा। उस समय उसकी दशा दीन और दयनीय थी।
- साहसी और सत्यप्रिय- जब ममता उस पर छल करने का आरोप लगाती है तो वह कहता कि तैमूर का वंशधर स्त्री से छल नहीं करेगा। इससे उसकी सत्यप्रियता और साहस प्रकट होते हैं।
- दयालु और कृतज्ञ- ममता से आश्रय और पानी पाकर उसने कृतज्ञता जताई। जाते समय उसने अपने सैनिकों से कहा कि उस स्त्री का घर बनवा देना जिसने उसे आश्रय दिया था। यह उसके दयालु और कृतज्ञ हृदय को बताता है।
- विनम्र और संस्कारवान- जब उसने चंद्रमा की रोशनी में ममता का तेजस्वी मुख देखा तो उसने मन ही मन उसे प्रणाम किया। इससे उसकी विनम्रता और स्त्रियों के प्रति आदरभाव स्पष्ट होता है।
- भाग्यवादी और सहनशील- हुमायूँ ने अपनी पराजय को ‘भाग्य का खेल’ माना। परिस्थितियों से टूटने के बजाय उसने सहनशीलता दिखाई।
हुमायूँ (मुग़ल) के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions Related the the Character of Humayun)
Q1. किन बातों से पता चलता है कि हुमायूँ दयालू और कृतज्ञ था ?
Q2. हुमायूँ के चरित्र के विभिन्न पेहलूओं को उजागर कीजिये।