CBSE Class 10 Hindi Course B Chapter-wise Previous Years Questions (2025) with Solution
Class 10 Hindi (Course B) Question Paper (2025) – Solved Question papers from previous years are very important for preparing for the CBSE Board Exams. It works as a treasure trove. It helps to prepare for the exam precisely. One of key benefits of solving question papers from past board exams is their ability to help identify commonly asked questions. These papers are highly beneficial study resources for students preparing for the upcoming class 10th board examinations. Here we have compiled chapter-wise questions asked in all the sets of CBSE Class 10 Hindi (Course B) question paper (2025).
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Chapter 1 – साखी
प्रश्न 1 – ‘कबीर’ की साखियों में कौन-कौन से जीवन-मूल्य उभरते हैं? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – कबीर की साखियों में अहिंसा, सत्य, विनम्रता, सत्य के मार्ग पर चलने, दूसरों से प्रेम करने, सांसारिक मोह से दूर रहने और ईश्वर में लीन होने जैसे जीवन-मूल्य उभरते हैं।
प्रश्न 2 – ‘समाज में परिवर्तन या सुधार लाने की शुरुआत अपने घर से करनी चाहिए ।‘ – कबीर की साखी के माध्यम से इस कथन को सिद्ध कीजिए । (25-30 शब्दों में)
उत्तर – कबीर की साखी “हम घर जाल्या आपणाँ…” में वे कहते हैं कि उन्होंने पहले अपने ही घर को जलाया, अर्थात् परिवर्तन की शुरुआत स्वयं से की, यहीं से सच्चा सुधार शुरू होता है।
प्रश्न 3 – कबीर के, निंदक को पास रखने वाले विचार से आप कहाँ तक सहमत हैं और क्यों? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – मैं कबीर के निंदक को पास रखने वाले विचार से पूर्णतः सहमत हूँ क्योंकि निंदक के द्वारा की गयी आलोचना हमें अपनी कमियों को समझने और सुधारने का अवसर देती है, जिससे व्यक्तित्व निखरता है।
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Chapter 2 – मीरा के पद
प्रश्न 1 – श्रीकृष्ण की चाकरी करने से मीराबाई को कौन–कौन से लाभ होंगे ? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – मीरा श्री कृष्ण से अनुरोध करती हैं कि वे मीरा को अपना नौकर बना कर रख लें अर्थात मीरा किसी भी तरह श्री कृष्ण के नजदीक रहना चाहती है फिर चाहे नौकर बन कर ही क्यों न रहना पड़े। मीरा नौकर बनकर बागीचा लगाना चाहती है ताकि सुबह उठ कर रोज श्रीकृष्ण के दर्शन पा सके। मीरा वृन्दावन की संकरी गलियों में अपने स्वामी की लीलाओं का बखान करना चाहती है। मीरा का मानना है कि नौकर बनकर उन्हें तीन फायदे होंगे पहला – उन्हें हमेशा कृष्ण के दर्शन प्राप्त होंगे , दूसरा- उन्हें अपने प्रिय की याद नहीं सताएगी और तीसरा- उनकी भाव भक्ति का साम्राज्य बढ़ता ही जायेगा।
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Chapter 3 – मनुष्यता
प्रश्न 1 – ‘मनुष्यता’ कविता में कवि लोगों से किस प्रकार के व्यवहार की अपेक्षा करता है? किन्हीं दो बिंदुओं का उल्लेख कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘मनुष्यता’ कविता में कवि लोगों से परोपकार की भावना और सहानुभूति पूर्ण व्यवहार की अपेक्षा करता है। वह चाहता है कि मनुष्य दूसरों के लिए जिए और त्याग करे।
प्रश्न 2 – किसी भी देश के विकास के लिए उदार व्यक्तियों की आवश्यकता होती है, कैसे? ‘मनुष्यता’ कविता के आधार पर लिखिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘मनुष्यता’ कविता के अनुसार, उदार व्यक्ति अपने त्याग, सहानुभूति और परोपकार से समाज को जोड़ते हैं और दूसरों की भलाई के लिए कार्य करते हैं। ऐसे लोग ही राष्ट्र को नैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाते हैं। उनका योगदान विकास की नींव होता है क्योंकि वे दूसरों के कल्याण में अपना जीवन समर्पित करते हैं।
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Chapter 4 – पर्वत प्रदेश में पावस
प्रश्न 1 – निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए:
पावस ऋतु थी, पर्वत प्रदेश,
पल–पल परिवर्तित प्रकृति–वेश ।
मेखलाकार पर्वत अपार
अपने सहस्र दृग–सुमन फाड़,
अवलोक रहा है बार–बार
नीचे जल में निज महाकार,
– जिसके चरणों में पला ताल
दर्पण–सा फैला है विशाल !
(i) ’पल–पल परिवर्तित प्रकृति–वेश‘ पंक्ति का अभिप्राय है :
(A) प्रकृति अपनी वेशभूषा बार–बार बदल रही है
(B) पर्वतों पर बादल बार–बार रूप बदल रहे हैं
(C) प्रकृति का रूप सौंदर्य पल–पल नए रूप धारण कर रहा है
(D) बादल बार–बार प्रकृति को नया रूप प्रदान कर रहे हैं
उत्तर – (C) प्रकृति का रूप सौंदर्य पल–पल नए रूप धारण कर रहा है
(ii) पर्वतों की आँखें किसे कहा गया है ?
(A) दर्पण को
(B) ताल को
(C) पुष्पों को
(D) मेखला को
उत्तर – (C) पुष्पों को
(iii) तालाब की समानता दर्पण से किस आधार पर की गई है ?
(A) रूपाकार
(C) पारदर्शिता
(B) चमक
(D) स्वच्छता
उत्तर – (D) स्वच्छता
(iv) पर्वत ताल में क्या देख रहा है?
(A) आकाश का प्रतिबिंब
(B) रंग–बिरंगे पुष्प
(C) अपना विशाल आकार
(D) बादलों का सौंदर्य
उत्तर – (C) अपना विशाल आकार
(v) प्रस्तुत काव्यांश में कवि ने किसका वर्णन किया है?
(A) वर्षा ऋतु में पर्वतीय प्रदेश की अलौकिक सुषमा
(B) वर्षा ऋतु में रंग–बिरंगे पुष्पों की सुंदरता
(C) पर्वतीय प्रदेशों में पाई जाने वाली वनस्पति
(D) पर्वतों की तलहटी में पलने वाले तालाब
उत्तर – (A) वर्षा ऋतु में पर्वतीय प्रदेश की अलौकिक सुषमा
प्रश्न 2 – बादलों से पर्वत के छिप जाने पर कवि की कल्पना, ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – कवि की कल्पना में इस पल-पल बदलते मौसम में अचानक बादलों के आकाश में छाने से ऐसा लगता है कि पर्वत जैसे गायब हो गए हो। ऐसा लग रहा है मानो आकाश धरती पर टूटकर आ गिरा हो। केवल झरनों का ही शोर सुनाई दे रहा है।
प्रश्न 3 – ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता में कवि ने पर्वत की विशालता को किस प्रकार चित्रित किया है? स्पष्ट कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – कवि कहता है कि करघनी के आकार वाले पहाड़ अपनी हजार पुष्प रूपी आँखें फाड़ कर नीचे जल में अपने विशाल आकार को देख रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि पहाड़ ने जिस तालाब को अपने चरणों में पाला है वह तालाब पहाड़ के लिए विशाल आईने का काम कर रहा है।
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Chapter 5 – तोप
प्रश्न 1 – निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर दिए गए बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों को चुनकर लिखिए:
कंपनी बाग़ के मुहाने पर
धर रखी गई है यह 1857 की तोप
इसकी होती है बड़ी सम्हाल, विरासत में मिले
कंपनी बाग़ की तरह
साल में चमकाई जाती है दो बार।
सुबह शाम आते हैं कंपनी बाग़ में बहुत से सैलानी
उन्हें बताती है यह तोप
कि मैं बड़ी जबर
उड़ा दिए थे मैंने
अच्छे – अच्छे सूरमाओं के धज्जें
अपने ज़माने में
(i) 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में प्रयुक्त तोप को किसने बनवाया था?
(A) झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने
(B) ईस्ट इंडिया कंपनी ने
(C) बहादुरशाह जफर ने
(D) मंगल पांडे ने
उत्तर – (B) ईस्ट इंडिया कंपनी ने
(ii) काव्यांश के आधार पर तोप की विशेषता थी
(A) बहुत सुंदर और बढ़िया थी
(B) पर्यटक उसे देखने आते थे
(C) अपनी क्षमता पर गर्व था
(D) वर्ष में दो बार चमकाया जाता था
उत्तर – (D) वर्ष में दो बार चमकाया जाता था
(iii) वर्ष में तोप चमकाने के दिन होंगे
- गाँधी जयंती
- स्वतंत्रता दिवस
- III. नववर्ष दिवस
- गणतंत्र दिवस
विकल्प :
(A) I-III
(B) II-IV
(C) I-II
(D) III-IV
उत्तर – (B) II-IV
(iv) हमारे शूरवीरों को मौत के घाट उतारने वाली ‘तोप’ को हमने सँभालकर क्यों रखा है।
(A) आज़ादी की जंग का महत्त्वपूर्ण हिस्सा होने के कारण
(B) अंग्रेजों के अत्याचारों का प्रमाण होने के कारण
(C) एक विशाल और ऐतिहासिक तोप होने के कारण
(D) स्वतंत्रता विरोधी ताकतों से सावधान रहने की सीख देने के कारण
उत्तर – (A) आज़ादी की जंग का महत्त्वपूर्ण हिस्सा होने के कारण
(v) ‘कंपनी बाग के मुहाने पर’- पंक्ति में प्रयुक्त ‘मुहाने’ शब्द का अर्थ है।
(A) प्रवेश द्वार
(B) बीचोंबीच
(C) अंतिम द्वार
(D) बाई तरफ
उत्तर – (A) प्रवेश द्वार
प्रश्न 2 – ‘दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद’
‘तोप’ कविता से उद्धृत इन पंक्तियों का प्रतीकार्थ स्पष्ट कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘तोप’ कविता के आधार पर तोप को भूतकाल में बहुत ताकतवर बताया गया है। जिसने अच्छे अच्छे वीरों के चिथड़े उड़ा दिए थे। अर्थात उस समय तोप का डर हर इंसान को था। परन्तु वर्तमान में तोप की स्थिति बहुत बुरी है। छोटे बच्चे इस पर बैठ कर घुड़सवारी का खेल खेलते हैं। जब बच्चे इस पर नहीं खेल रहे होते तब चिड़ियाँ इस पर बैठ कर आपस में बातचीत करने लग जाती हैं। कभी-कभी शरारती चिड़िया खासकर गौरैयें तोप के अंदर घुस जाती हैं। उस छोटी सी चिड़िया के द्वारा कवि सन्देश देना चाहते हैं कि कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो एक ना एक दिन उसका भी अंत निश्चित होता है। किसी भी बुराई को हिम्मत और होंसलों के सहारे खत्म किया जा सकता है।
प्रश्न 3 – तोप पर घुड़सवारी करने वाले बच्चों और शैतानी करने वाली चिड़िया के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है ? ‘तोप‘ कविता के आधार पर लिखिए । (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘तोप’ कविता में कवि बच्चों की घुड़सवारी और चिड़ियों की शरारत के माध्यम से यह संदेश देना चाहता है कि चाहे कोई शक्ति कितनी भी प्रचंड और अजेय क्यों न हो, समय के साथ उसका भी विनाश और मुँह बंद होना निश्चित है। सत्ता और शक्ति हमेशा स्थायी नहीं रहती।
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Chapter 6 – कर चले हम फ़िदा
प्रश्न 1 – निम्नलिखित पठित काव्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों को चुनिए:
कर चले हम फ़िदा जानो – तन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
साँस थमती गई, नब्ज़ जमती गई
फिर भी बढ़ते क़दम को न रुकने दिया
कट गए सर हमारे तो कुछ गम नहीं
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया
मरते-मरते रहा बाँकपन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो…
(I) ‘सर हिमालय का हमने न झुकने दिया’ – पंक्ति में हिमालय किसका प्रतीक है?
(A) भारत माता के मुकुट का
(B) उत्तर में स्थित पर्वत श्रृंखला का
(C) देश की आन-बान और शान का
(D) देश के प्राकृतिक सौंदर्य का
उत्तर – (C) देश की आन-बान और शान का
(II) ‘साँस थमती गई, नब्ज़ जमती गई’ – पंक्ति के संदर्भ में सैनिकों की इस स्थिति का कारण है-
(A) मार्ग की थकावट और निद्रा
(B) ऊँची-ऊँची पर्वत चोटियाँ
(C) युद्ध में घायल होना
(D) विपरीत प्राकृतिक परिस्थितियाँ
उत्तर – (D) विपरीत प्राकृतिक परिस्थितियाँ
(III) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए। दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन: सामने के खतरों के समक्ष साँसें रुकती थीं फिर भी दुश्मन से मुकाबला करने के लिए कदम बढ़ते ही जाते थे।
कारण: देश की स्वतंत्रता- सुरक्षा सैनिक के लिए सर्वोपरि थी।
विकल्प:
(A) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(B) कथन और कारण दोनों गलत हैं।
(C) कथन सही है, किंतु कारण गलत है।
(D) कथन गलत है, किंतु कारण सही है।
उत्तर – (A) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(IV) शहीद होने वाले सैनिक को किस बात का गर्व है?
(A) देश को सुरक्षित हाथों में सौंपने का
(B) आखिरी साँस तक देश की रक्षा करने का
(C) देश की सीमा पर बलिदान देने का
(D) शत्रु को देश में न आने देने का
उत्तर – (B) आखिरी साँस तक देश की रक्षा करने का
(V) ‘कर चले हम फ़िदा जानो तन साथियो’ – पंक्ति के संदर्भ में ‘फ़िदा’ शब्द का अर्थ है –
(A) भेंट देना
(B) मोहित होना
(C) लुटाना
(D) बलिदान करना
उत्तर – (D) बलिदान करना
प्रश्न 2 – ‘छू न पाए सीता का दामन कोई‘ की प्रतीकात्मकता ‘कर चले हम फ़िदा‘ कविता के संदर्भ में कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘सीता का दामन’ ‘कर चले हम फ़िदा’ कविता में देश की गरिमा, सम्मान और पवित्रता का प्रतीक है। जैसे रामायण में लक्ष्मण ने सीता की रक्षा के लिए लक्ष्मण रेखा खींची थी, वैसे ही कविता में सैनिक यह संकल्प करते हैं कि वे अपने खून से एक सीमा रेखा खींच देंगे, जिसे कोई भी दुश्मन पार नहीं कर सकेगा। ‘छू न पाए सीता का दामन कोई’ का अर्थ है कि देश की प्रतिष्ठा पर आंच न आने पाए। सैनिक अपने प्राणों की आहुति देकर भी देश की रक्षा का व्रत निभाने का संकल्प लेते हैं। इस तरह कविता में राष्ट्ररक्षा को सर्वोपरि कर्तव्य के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
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Chapter 7 – आत्मत्राण
प्रश्न 1 – ‘आत्मत्राण’ कविता की प्रार्थना अन्य प्रार्थनाओं से अलग कैसे है? स्पष्ट कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘आत्मत्राण’ कविता की प्रार्थना अन्य प्रार्थनाओं से अलग है क्योंकि इसमें कवि प्रभु से विपत्तियों से बचाने की याचना नहीं करता, बल्कि विपत्तियों का निर्भयतापूर्वक सामना करने और आत्मबल बनाए रखने की शक्ति माँगता है। वह चाहता है कि सुख-दुःख दोनों में प्रभु पर उसका विश्वास अडिग बना रहे।
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Chapter 8 – बड़े भाई साहब
प्रश्न 1 – निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए:
इतिहास में रावण का हाल तो पढ़ा ही होगा । उसके चरित्र से तुमने कौन–सा उपदेश लिया ? या यों ही पढ़ गए ? महज इम्तिहान पास कर लेना कोई चीज़ नहीं, असल चीज़ है बुद्धि का विकास । जो कुछ पढ़ो, उसका अभिप्राय समझो । रावण भूमंडल का स्वामी था। ऐसे राजाओं को चक्रवर्ती कहते हैं। आजकल अंग्रेज़ों के राज्य का विस्तार बहुत बढ़ा हुआ है, पर इन्हें चक्रवर्ती नहीं कह सकते । संसार में अनेक राष्ट्र अंग्रेज़ों का आधिपत्य स्वीकार नहीं करते, बिलकुल स्वाधीन हैं। रावण चक्रवर्ती राजा था, संसार के सभी महीप उसे कर देते थे। बड़े–बड़े देवता उसकी गुलामी करते थे | आग और पानी के देवता भी उसके दास थे, मगर उसका अंत क्या हुआ ? घमंड ने उसका नाम–निशान तक मिटा दिया, कोई उसे एक चुल्लू भर पानी देने वाला भी न बचा। आदमी और जो कुकर्म चाहे करे, पर अभिमान न करे, इतराए नहीं । अभिमान किया और दीन–दुनिया दोनों से गया ।
(i) गद्यांश में रावण का उदाहरण किस उद्देश्य से दिया गया है ?
(A) छोटे भाई को अभिमान के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए
(B) रावण के दुखदायी और एकाकी अंत से परिचित कराने के लिए
(C) रावण को अंग्रेज़ों से भी अधिक शक्तिशाली बताने के लिए
(D) रावण के शक्तिशाली साम्राज्य से परिचित कराने के लिए
उत्तर – (A) छोटे भाई को अभिमान के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए
(ii) रावण को चक्रवर्ती सम्राट कहे जाने का प्रमुख कारण है:
(A) बड़े–बड़े देवताओं को अपने नियंत्रण में रखना
(B) संपूर्ण संसार पर अपना आधिपत्य स्थापित करना
(C) राजा–महाराजाओं से मनमाना कर वसूल करना
(D) अपने राज्य का विस्तार दूर तक करना
उत्तर – (B) संपूर्ण संसार पर अपना आधिपत्य स्थापित करना
(iii) निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों से सही उत्तर चुनकर लिखिए:
कथन: इम्तिहान पास कर लेना कोई चीज़ नहीं, असल चीज़ है बुद्धि का विकास।
कारण: वास्तविक ज्ञान बौद्धिक ज्ञान है जो जीवन को सार्थक बनाता है।
विकल्प:
(A) कथन और कारण दोनों ग़लत हैं।
(B) कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।
(C) कथन ग़लत है, लेकिन कारण सही है।
(D) कथन सही है, लेकिन कारण, कथन की ग़लत व्याख्या करता है।
उत्तर – (B) कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।
(iv) कॉलम-I को कॉलम-II से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए:
| कॉलम-I | कॉलम-II |
| 1. नाम–निशान मिटा देना | I. कहीं का नहीं रहना |
| 2. एक चुल्लू भर पानी न देना | II. अस्तित्व समाप्त करना |
| 3. दीन–दुनिया से जाना | III. थोड़ी भी सहायता न करना |
विकल्प:
(A) 1-III, 2-II, 3-I
(B) 1-I, 2-II, 3-III
(C) 1-II, 2-III, 3-I
(D) 1-II, 2-I, 3-III
उत्तर – (C) 1-II, 2-III, 3-I
(v) गद्यांश के मूल भाव को व्यक्त करने वाला/वाले कथन है/हैं :
- व्यक्ति को घमंड नहीं करना चाहिए।
- शिक्षा प्राप्ति का उद्देश्य ज्ञान के साथ बौद्धिक विकास है।
- देवताओं का अनादर नहीं करना चाहिए।
- किताबें पढ़कर ही शिक्षा प्राप्त की जा सकती है।
विकल्प:
(A) केवल IV
(B) I और II दोनों
(C) केवल II
(D) I और IV दोनों
उत्तर – (B) I और II दोनों
प्रश्न 2 – बुनियाद ही पुख्ता न हो, तो मकान कैसे पायेदार बने?’ ‘बड़े भाई साहब’ कहानी के इस कथन के माध्यम से क्या सीख मिलती है? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – इस पंक्ति से यही सीख मिलती है कि जिस प्रकार एक मकान को मजबूत तथा टिकाऊ बनाने के लिए उसकी नींव को गहरा तथा ठोस बनाया जाता है, ठीक उसी प्रकार से जीवन को अच्छा व् सफल बनाने के लिए जीवन की नींव का मजबूत होना आवश्यक है और जीवन की नींव को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा रूपी भवन की नींव भी बहुत मज़बूत होनी चाहिए, क्योंकि इसके बिना जीवन रूपी मकान पायदार नहीं बन सकता।
प्रश्न 3 – पढ़ाई के प्रति बड़े भाई साहब और छोटे भाई की सोच में क्या अंतर था ? ‘बड़े भाई साहब’ पाठ के आधार पर लिखिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – बड़े भाई साहब पढ़ाई को जीवन निर्माण, चरित्र विकास और भविष्य संवारने का साधन मानते थे, इसलिए वे गंभीरता और मेहनत से पढ़ाई करते थे। जबकि छोटा भाई पढ़ाई को केवल परीक्षा पास करने का माध्यम समझता था और खेल-कूद में अधिक रुचि लेता था। उसके लिए पढ़ाई एक बोझ जैसी थी।
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Chapter 9 – डायरी का एक पन्ना
प्रश्न 1 – धर्मतल्ले पर क्या घटना घटित हुई? ‘डायरी का पन्ना’ पाठ के आधार पर लिखिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – जब स्त्रियाँ मोनुमेंट की सीढियाँ चढ़कर झंडा फहरा रही थीं। तभी सुभाष बाबू को सैनिकों द्वारा पकड़ लिया गया और गाडी में बैठाकर लॉकअप भेज दिया गया। कुछ देर बाद वहाँ से स्त्रियाँ जुलुस बनाकर चलीं और साथ में बहुत बड़ी भीड़ इकट्ठी हो गयी। भीड़ पर पुलिस ने डंडे बरसाने शुरू कर दिए जिससे बहुत से आदमी घायल हो गए। जिस कारण धर्मतल्ले के मोड़ के पास आकर जुलुस टूट गया और करीब 50-60 महिलाएँ वहीँ बैठ गयीं जिसे पुलिस से पकड़कर लालबाजार भेज दिया।
प्रश्न 2 – लोगों तक अपनी बात पहुँचाने के माध्यमों में ‘डायरी का एक पन्ना‘ पाठ में वर्णित तरीकों और वर्तमान तरीकों में क्या अंतर आया है ? स्पष्ट कीजिए । (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ में लोगों तक अपनी बात पहुँचाने के लिए सभाएँ करना, जुलूस निकालना, झंडा फहराना, व्यक्तिगत मिलना-जुलना और मौखिक प्रचार जैसे साधन अपनाए गए थे। यह प्रक्रिया समय और श्रमसाध्य थी। वर्तमान में सोशल मीडिया, टेलीविजन, न्यूज़ चैनल, वेबसाइट, ब्लॉग, ईमेल और मोबाइल एप्स जैसे डिजिटल माध्यमों ने संचार को तेज़, व्यापक और तात्कालिक बना दिया है। अब विचार कुछ ही क्षणों में दुनिया भर में फैल सकते हैं।
प्रश्न 3 – डायरी का एक पन्ना’ पाठ में लेखक द्वारा कई आंदोलनकारियों का उल्लेख हुआ है, जिनसे हम साधारणतः अपरिचित हैं। इसके पीछे लेखक का क्या दृष्टिकोण हो सकता है? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ में लेखक ने साधारण आंदोलनकारियों का उल्लेख इसलिए किया है ताकि यह बताया जा सके कि अनगिनत गुमनाम, साधारण लोगों के त्याग, संघर्ष और बलिदान से ही आज़ादी संभव हो सकी। लेखक का उद्देश्य था कि इन अनदेखे नायकों के योगदान को भी सम्मान मिले और आने वाली पीढ़ियाँ यह समझें कि राष्ट्र निर्माण में हर व्यक्ति की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है।
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Chapter 10 – तताँरा वामीरो कथा
प्रश्न 1 – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के आधार पर रूढ़ियों के विषय में अपने विचार स्पष्ट कीजिए।(25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ में रूढ़ियाँ प्रेम और विवाह जैसे व्यक्तिगत मामलों में हस्तक्षेप करती हैं। भेदभाव और पारंपरिक सीमाएँ उनके प्रेम को असंभव बना देती हैं। तताँरा और वामीरो की कथा इस बात का प्रतीक है कि अगर रूढ़ियों से मुक्त होकर सोचें तो समाज में सच्चे प्रेम और समानता की संभावना बढ़ सकती है।
प्रश्न 2 – तताँरा ने अपने क्रोध का शमन करने के लिए तलवार को धरती में घोंप दिया। आप अपने क्रोध का शमन कैसे कर सकते हैं ? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ का नायक अपने क्रोध का शमन करने के लिए तलवार को धरती में घोंप उसे दूर तक ले जाता है। हम अपने निजी जीवन में क्रोध का शमन करने के लिए निम्नलिखित कार्य करते हैं जैसे – लम्बी-लम्बी साँसे लेना, उल्टी गिनती गिनना, सकारात्मक चीजों के बारे में सोचना व् आध्यात्मिकता का सहारा लेकर मन को शांत करना। क्रोध को शांत करने का एक तरिका मौन रहना भी है। क्योंकि क्रोध में आप जब भी कोई कार्य करते हैं या किसी को कुछ बोलते हैं तो उसका गलत असर देखने को मिलता है।
प्रश्न 3 – ‘प्रेम सबको जोड़ता है।’ ‘तताँरा-वामीरों कथा’ के आधार पर इस कथन को स्पष्ट कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – प्रेम को किसी बंधन , सीमा अथवा रीति-रिवाज में नहीं बाँधा जा सकता। यदि कोई जाति, धर्म, क्षेत्र, प्रदेश आदि प्रेम की पवित्र भावना पर पहरे लगाएगा और उसे पनपने का अवसर नहीं देगा, तो इसका परिणाम सुखद नहीं होगा। समाज में जातीय, धार्मिक पर सामाजिक भेद में और अधिक वृद्धि होगी, जिससे अंततः मानवता को ही नुकसान पहुंचेगा। अतः हमें सभी प्रकार के भेदभावों को मिटाकर सभी को अपनाना चाहिए।
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Chapter 11 – तीसरी क़सम के शिल्पकार शैलेंद्र
प्रश्न 1 – शैलेंद्र ने साहित्य की एक अत्यंत मार्मिक कृति को सैल्यूलाइड पर पूरी सार्थकता से उतारा है। ‘तीसरी क़सम‘ फ़िल्म के आधार पर सिद्ध कीजिए । (25-30 शब्दों में)
उत्तर – शैलेंद्र ने ‘तीसरी क़सम’ फ़िल्म के माध्यम से फणीश्वरनाथ रेणु की कृति को सैल्यूलाइड पर पूरी सार्थकता से प्रस्तुत किया। उन्होंने फिल्म में भावनाओं और करुणा को वास्तविकता के साथ, बिना किसी अतिशयोक्ति के, दिखाया। शैलेंद्र की सटीक गीत-रचनाएँ और राजकपूर का उत्कृष्ट अभिनय मिलकर इस फिल्म को एक साहित्यिक कृति के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जो दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ती है।
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Chapter 12 – अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले
प्रश्न 1 – निम्नलिखित पठित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उचित विकल्प चुनकर लिखिए:
उत्तर – ग्वालियर से बंबई की दूरी ने संसार को काफ़ी कुछ बदल दिया है। वर्सोवा में जहाँ आज मेरा घर है, पहले यहाँ दूर तक जंगल था। पेड़ थे, परिंदे थे और दूसरे जानवर थे। अब यहाँ समंदर के किनारे लंबी-चौड़ी बस्ती बन गई है। इस बस्ती ने न जाने कितने परिंदों-चरिंदों से उनका घर छीन लिया है। इनमें से कुछ शहर छोड़कर चले गए हैं। जो नहीं जा सके हैं उन्होंने यहाँ-वहाँ डेरा डाल लिया है। इनमें से दो कबूतरों ने मेरे फ्लैट के एक मचान में घोंसला बना लिया है। बच्चे अभी छोटे हैं। उनके खिलाने-पिलाने की ज़िम्मेदारी अभी बड़े कबूतरों की है। वे दिन में कई-कई बार आते- जाते हैं। और क्यों न आएँ जाएँ आखिर उनका भी घर है। लेकिन उनके आने-जाने से हमें परेशानी भी होती है। वे कभी किसी चीज़ को गिराकर तोड़ देते हैं। कभी मेरी लाइब्रेरी में घुसकर कबीर या मिर्जा गालिब को सताने लगते हैं। इस रोज़ रोज़ की परेशानी से तंग आकर मेरी पत्नी ने उस जगह जहाँ उनका आशियाना था, एक जाली लगा दी है, उनके बच्चों को दूसरी जगह कर दिया है। उनके आने की खिड़की को भी बंद किया जाने लगा है। खिड़की के बाहर अब दोनों कबूतर रात भर खामोश और उदास बैठे रहते हैं।
(I) लेखक पहले कहाँ रहता था और अब कहाँ रहने लगा है?
(A) बंबई (मुंबई) – ग्वालियर
(B) वर्सोवा- ग्वालियर
(C) बंबई – वर्सोवा
(D) ग्वालियर – बंबई
उत्तर – (D) ग्वालियर – बंबई
(II) लेखक जब वर्सोवा रहने आया तो वहाँ स्थिति कैसी थी?
(A) प्राकृतिक वातावरण समृद्ध था।
(B) आधुनिक सुविधाओं से भरपूर वातावरण था।
(C) हवा-पानी की पर्याप्त सुविधा थी।
(D) अड़ोस-पड़ोस बहुत अच्छा था।
उत्तर – (A) प्राकृतिक वातावरण समृद्ध था।
(III) कबूतरों की उदासी का कारण था
(A) वे अपने बच्चों को खाना नहीं दे पाते थे
(B) घर में अंदर जाने के रास्ते बंद हो गए थे।
(C) बच्चे जाली के पीछे रह गए थे।
(D) बच्चे जाली से बाहर आना चाह रहे थे।
उत्तर – (B) घर में अंदर जाने के रास्ते बंद हो गए थे।
(IV) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए। दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन: लेखक की पत्नी ने कबूतरों के घोंसले का स्थान बदल दिया।
कारण: वे घर के अंदर घुसकर टेबल-पुस्तकें आदि गंदी कर देते थे।
(A) कथन सही है, किंतु कारण गलत है।
(B) कथन तथा कारण दोनों गलत हैं।
(C) कथन गलत है, किंतु कारण सही है।
(D) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
उत्तर – (D) कथन सही है और कारण उसकी सही व्याख्या है।
(V) गद्यांश के आधार पर बढ़ते शहरीकरण का क्या दुष्परिणाम निकला?
(A) पर्यावरण दूषित हो गया।
(B) जीवन फ्लैटों में सिमट गया।
(C) जीव-जंतु घर से बेघर हो गए।
(D) समुद्र किनारे घनी आबादी बस गई।
उत्तर – (C) जीव-जंतु घर से बेघर हो गए।
प्रश्न 2 – निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए गए बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उचित विकल्प चुनकर लिखिए:
उत्तर – दुनिया कैसे वजूद में आई? पहले क्या थी? किस बिन्दु से इसकी यात्रा शुरू हुई? इन प्रश्नों के उत्तर विज्ञान अपनी तरह से देता है, धार्मिक ग्रन्थ अपनी-अपनी तरह से। संसार की रचना भले ही कैसे हुई हो लेकिन धरती किसी एक की नहीं है। पंछी, मानव, पशु, नदी, पर्वत, समंदर आदि की इसमें बराबर की हिस्सेदारी है। यह और बात है कि इस हिस्सेदारी में मानव जाति ने अपनी बुद्धि से बड़ी-बड़ी दीवारे खड़ी कर दी हैं। पहले पूरा संसार एक परिवार की समान था अब टुकड़ों में बँटकर एक-दूसरे से दूर हो चूका है। पहले बड़े-बड़े दालानों-आँगनों में सब मिल-जुलकर रहते थे अब छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में जीवन सिमटने लगा है। बढ़ती हुई आबादियों ने समंदर के पीछे सरकाना शुरू कर दिया है, पेड़ों को रास्तों से हटाना शुरू कर दिया है , फैलते हुए प्रदूषण ने पंछियों को बस्तियों से भगाना शुरू कर दिया है।
(i) धरती के बारे में क्या कहा गया है?
(A) धरती मानव की है
(B) धरती का अस्तित्व पहले से है
(C) धरती सबकी साझी है
(D) धरती सहनशीला है।
उत्तर – (C) धरती सबकी साझी है
(ii) निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए:
कथन : पहले धरती पर प्रत्येक जीव-जन्तु अपना अधिकार समझते और मिलजुलकर रहते।
कारण: ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना में विश्वास रखते थे।
विकल्प :
(A) कथन और कारण दोनों गलत हैं।
(B) कथन सही है लेकिन कारण गलत है।
(C) कथन गलत है किंतु कारण सही है।
(D) कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण कथन की सही व्याख्या है।
उत्तर – (D) कथन और कारण दोनों सही हैं और कारण कथन की सही व्याख्या है।
(iii) संयुक्त परिवारों की वर्तमान में क्या स्थिति है?
(A) एकल परिवारों में सिमटना
(B) स्वार्थ का हावी होना
(C) परस्पर मिलनसारिता
(D) सभी एक-दूसरे के सहायक
उत्तर – (A) एकल परिवारों में सिमटना
(iv) बढ़ती जनसंख्या का प्रभाव हुआ
(A) समुद्र को धकेलना शुरू हुआ
(B) सब अपने लिए स्थान खोजने लगे
(C) संसाधनों की खोज शुरू हुई
(D) लूट-पाट बढ़ने लगी।
उत्तर – (B) सब अपने लिए स्थान खोजने लगे
(v) कॉलम-1 और कॉलम-2 को सुमेलित करके सही उत्तर चुनिए ।
| कॉलम-1 | कॉलम -2 |
| 1. प्रदूषण ने | I. पेड़ साफ़ कर दिए |
| 2. बढ़ती आबादी ने | II. परिभाषा बदल गई |
| 3. परिवार की | III. पक्षियों को बेघर किया |
विकल्प :
(A) 1-II, 2-I, 3-III
(B) 1-I, 2-III, 3-II
(C) 1-II, 2-III, 3-I
(D) 1-III, 2-I, 3-II
उत्तर – (D) 1-III, 2-I, 3-II
प्रश्न 2 – निदा फाज़ली की माँ के जीव–जंतुओं और प्रकृति के प्रेम और अपनी माँ की सोच में आप क्या समानता पाते हैं? स्पष्ट कीजिए । (25-30 शब्दों में)
उत्तर – निदा फाज़ली की माँ का जीव-जंतुओं और प्रकृति के प्रति प्रेम उनकी सहानुभूति और करुणा को बताता है। मेरी माँ को भी पशु-पक्षियों से बहुत लगाव है और प्रकृति की संरक्षक भी हैं, वह जीव-जन्तुओं के लिए भोजन की व्यवस्था करती हैं। यह समानता दोनों की संवेदनशीलता और जीवन के प्रति सहानुभूति को दर्शाती है।
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Chapter 13 – पतझर में टूटी पत्तियाँ
प्रश्न 1 – ‘झेन की देन’ प्रसंग से लेखक किस तथ्य को उजागर करना चाहता है? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘झेन की देन’ प्रसंग से लेखक यह तथ्य उजागर करना चाहते हैं कि जापानियों का ध्यान और शांति की परंपरा मानसिक शांति, आत्म-संयम और संतुलन को बढ़ावा देती है, जो आज की तेज़ और तनावपूर्ण जिंदगी में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह प्रसंग हमें जीवन के प्रति नए दृष्टिकोण और सुकून पाने की दिशा में प्रेरित करता है।
प्रश्न 2 – ‘गिनी का सोना’ पाठ में दिए गए प्रसंग के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘गिन्नी का सोना’ पाठ में लेखक शुद्ध सोने और सोने के सिक्के में अंतर को दर्शाते हुए यह बताते हैं कि उच्च चरित्र में कोई मिलावट नहीं होती, जैसे शुद्ध सोना बिना मिलावट के होता है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने चरित्र में ताँबा अर्थात मिलावटी व्यवहार मिला देते हैं। यह प्रसंग हमें यह समझाने का प्रयास करता है कि जीवन में आदर्शों को महत्व देना चाहिए, न कि केवल व्यावहारिकता को।
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Sanchayan Bhag 2 Book
Chapter 1 – हरिहर काका
प्रश्न 1 – ‘हरिहर काका’ कहानी में ठाकुरबारी के महंत ने हरिहर काका को अपने जाल में फँसाने के लिए क्या प्रयास किया? आजकल बुजुर्गों के साथ साइबर अपराध होते हैं, आप उनसे बचने के लिए उन्हें क्या सुझाव देंगे? (40-50 शब्दों में)
उत्तर – ठाकुरबारी के महंत ने हरिहर काका को अपने जाल में फँसाने के लिए उन्हें बहुत बहलाया-फुसलाया। महंत हरिहर काका से कहता है कि उनके हिस्से में जितने खेत हैं वे उनको भगवान के नाम लिख दें। ऐसा करने से उन्हें सीधे स्वर्ग की प्राप्ति होगी। हरिहर द्वारा ऐसा न करने पर महंत ने अपने आदमियों से हरिहर को अगवा करवाकर जायदाद पर उनके अँगूठे के निशान ले लिए। आजकल बुजुर्गों को साइबर अपराध से बचने के लिए बैंकिंग जानकारी साझा न करने, अंजान लिंक न खोलने और संदेहास्पद कॉल से सतर्क रहने की सलाह दी जानी चाहिए।
प्रश्न 2 – ‘हरिहर काका‘ पाठ में हरिहर काका की तुलना मझधार में फँसी नाव पर सवार लोगों से किस आधार पर की गई है ? स्पष्ट कीजिए । (40-50 शब्दों में)
उत्तर – ‘हरिहर काका’ पाठ में हरिहर काका की तुलना मँझधार में फँसी नाव पर सवार लोगों से इसलिए की गई है क्योंकि वे दोनों तरफ से असहाय हो गए थे। न तो परिवार उनके साथ था और न ही समाज। अपने अधिकारों और अस्तित्व के लिए वे अकेले संघर्ष कर रहे हैं। लोग सिर्फ उनकी जायदाद हड़पना चाहते थे।
प्रश्न 3 – हरिहर काका को वृद्धावस्था में किन परेशानियों का सामना करना पड़ा? बुजुर्गों के खुशहाल जीवन के लिए आप क्या सुझाव देंगे ? (40-50 शब्दों में)
उत्तर – हरिहर काका को वृद्धावस्था में उपेक्षा, लालच, असुरक्षा और अपनों के छल-कपट का सामना करना पड़ा। परिवार और समाज के लोग सिर्फ हरिहर काका से उनकी जायदाद को हड़पना चाहते थे।
बुजुर्गों के खुशहाल जीवन के लिए उन्हें सम्मान देना, समय देना, भावनात्मक सहारा और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहिए।
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Chapter 2 – सपनों के-से दिन
प्रश्न 1 – ‘खेलकूद बच्चों को अनुशासित, सक्रिय और मिलनसार बनाता है।’ – इस कथन पर अपने विचार ‘सपनों के से दिन’ पाठ से उदाहरण देते हुए लिखिए। (40-50 शब्दों में)
उत्तर – ‘सपनों के-से दिन’ पाठ में लेखक बताते हैं कि बच्चे चोट खाने, डाँट खाने के बावजूद हर दिन खेलने पहुँच जाते थे। खेल-कूद से बच्चे न केवल शारीरिक रूप से सक्रिय रहते थे, बल्कि आपस में सहयोग करना, हार-जीत सहना और अनुशासन का पालन करना भी सीखते थे।
प्रश्न 2 – ‘कोई भी भाषा आपसी व्यवहार में बाधा नहीं बनती।’ अपने आसपास से कोई उदाहरण देकर इस तथ्य की पुष्टि कीजिए। (40-50 शब्दों में)
उत्तर – मेरे पड़ोस में एक बंगाली परिवार रहता है, जो हिन्दी अच्छी तरह नहीं बोल पाता। फिर भी हाव-भाव, टूटी-फूटी हिन्दी और मुस्कान से हम आसानी से संवाद कर लेते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि भावना और सहयोग से भाषा की बाधा भी दूर हो जाती है।
प्रश्न 3 – ‘सपनों के–से दिन’ पाठ में अंग्रेज़ों द्वारा गाँव के नवयुवकों को फ़ौज में भर्ती करने के लिए नौटंकी द्वारा उन्हें आकर्षित करने का उल्लेख किया गया है। वर्तमान समय में प्रचार–प्रसार के तरीकों में क्या परिवर्तन आया है? (40-50 शब्दों में)
उत्तर – ‘सपनों के से दिन’ पाठ में अंग्रेजों द्वारा गाँव के नवयुवकों को सेना में भर्ती करने के लिए नौटंकी का सहारा लिया गया। क्योंकि उस समय प्रचार-प्रसार के साधन नहीं थे। लोगों को किसी भी बात के लिए जागरूक करने का नौटंकी एक माध्यम था। जिसका अंग्रेजों ने सहारा लिया। परन्तु वर्तमान समय में प्रचार-प्रसार के साधनों में, तरीकों में बहुत अंतर आया है। आज यदि किसी को कोई जानकारी देनी हो तो समाचार पत्र, दूरदर्शन, रेडियो व् इंटरनेट जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन साधनों से अत्यधिक शीघ्रता से जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाई जा सकती है।
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Chapter 3 – टोपी शुक्ला
प्रश्न 1 – ‘रिश्तों की बुनियाद प्रेम है।’ ‘टोपी शुक्ला’ पाठ से उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए। (40-50 शब्दों में)
उत्तर – ‘रिश्तों की बुनियाद ‘प्रेम’ है।’ यह कथन ‘टोपी शुक्ला’ पाठ से स्पष्ट होता है। टोपी शुक्ला पाठ से ज्ञात होता है कि टोपी के घर में उसकी दादी, माता-पिता के अलावा एक बड़ा और एक छोटा भाई भी है। उसके घर में काम करने वाली सीता और केतकी नामक दो नौकरानियाँ हैं। परन्तु टोपी अपने घर में प्रेम के लिए तरसता है। टोपी को जो प्रेम उसके परिवार से नहीं मिला वही प्रेम उसे अपने मित्र इफ़्फ़न और उसकी दादी और अपने घर की नौकरानी सीता से मिलता है। प्रेम न तो जाति देखता है और न ही मज़हब। टोपी को जहाँ अपने ही परिवार से प्रेम नहीं मिला वहाँ उसे वही प्रेम बाहर दूसरे लोगों से मिला। इस प्रकार नि:संदेह कहा जा सकता है कि प्रेम मानवीय रिश्तों की बुनियाद है। प्रेम किसी से भी, कहीं भी, कभी भी हो सकता है। इसकी कोई सीमा नहीं होती।
प्रश्न 2 – ‘टोपी शुक्ला‘ पाठ में टोपी के लगातार दो बार फ़ेल हो जाने के जो कारण दिए गए हैं, क्या आप उनसे सहमत हैं ? सहमति या असहमति दोनों स्थितियों में अपने विचार व्यक्त कीजिए । (40-50 शब्दों में)
उत्तर – टोपी शुक्ला के लगातार दो बार फेल होने के कारणों से मैं सहमत हूँ। पारिवारिक उपेक्षा, भावनात्मक असुरक्षा और आत्मसम्मान की कमी ने उसके पढ़ाई में रुचि को प्रभावित किया। अगर परिवार के लोग उसे गंभीरता से लेते, सही मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देते तो वह बेहतर कर सकता था।
प्रश्न 3 – आपका घनिष्ठ मित्र दूसरे मजहब का है, आपके घर में उसका स्वागत किस प्रकार होता है? विस्तार से लिखिए। (40-50 शब्दों में)उत्तर – मेरा घनिष्ठ मित्र दूसरे मजहब का है, फिर भी हमारे घर में उसका स्वागत बहुत आदर और स्नेह के साथ होता है। परिवार के सभी सदस्य उसे अपने परिवार का ही एक हिस्सा मानते हैं। हम एक-दूसरे के धर्म और परंपराओं का सम्मान करते हैं। त्योहारों पर हम एक-दूसरे के घर जाकर साथ मिलकर खुशियाँ मनाते हैं, जिससे हमारे रिश्ते और भी मजबूत होते हैं।
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