CBSE Class 10 Hindi (Course B) Sparsh Bhag 2 Book Chapter10 Tantara-Vamiro Katha Question Answers from previous years question papers (2019-2025) with Solutions
Tantara-Vamiro Katha Previous Year Questions with Answers – Question Answers from Previous years Question papers provide valuable insights into how chapters are typically presented in exams. They are essential for preparing for the CBSE Board Exams, serving as a valuable resource.They can reveal the types of questions commonly asked and highlight the key concepts that require more attention. In this post, we have shared Previous Year Questions for Class 10 Hindi (Course B) Sparsh Bhag 2 Book Chapter 10, “Tantara-Vamiro Katha”.
Questions from the Chapter in 2025 Board Exams
प्रश्न 1 – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के आधार पर रूढ़ियों के विषय में अपने विचार स्पष्ट कीजिए।(25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ में रूढ़ियाँ प्रेम और विवाह जैसे व्यक्तिगत मामलों में हस्तक्षेप करती हैं। भेदभाव और पारंपरिक सीमाएँ उनके प्रेम को असंभव बना देती हैं। तताँरा और वामीरो की कथा इस बात का प्रतीक है कि अगर रूढ़ियों से मुक्त होकर सोचें तो समाज में सच्चे प्रेम और समानता की संभावना बढ़ सकती है।
प्रश्न 2 – तताँरा ने अपने क्रोध का शमन करने के लिए तलवार को धरती में घोंप दिया। आप अपने क्रोध का शमन कैसे कर सकते हैं ? (25-30 शब्दों में)
उत्तर – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ का नायक अपने क्रोध का शमन करने के लिए तलवार को धरती में घोंप उसे दूर तक ले जाता है। हम अपने निजी जीवन में क्रोध का शमन करने के लिए निम्नलिखित कार्य करते हैं जैसे – लम्बी-लम्बी साँसे लेना, उल्टी गिनती गिनना, सकारात्मक चीजों के बारे में सोचना व् आध्यात्मिकता का सहारा लेकर मन को शांत करना। क्रोध को शांत करने का एक तरिका मौन रहना भी है। क्योंकि क्रोध में आप जब भी कोई कार्य करते हैं या किसी को कुछ बोलते हैं तो उसका गलत असर देखने को मिलता है।
प्रश्न 3 – ‘प्रेम सबको जोड़ता है।’ ‘तताँरा-वामीरों कथा’ के आधार पर इस कथन को स्पष्ट कीजिए। (25-30 शब्दों में)
उत्तर – प्रेम को किसी बंधन , सीमा अथवा रीति-रिवाज में नहीं बाँधा जा सकता। यदि कोई जाति, धर्म, क्षेत्र, प्रदेश आदि प्रेम की पवित्र भावना पर पहरे लगाएगा और उसे पनपने का अवसर नहीं देगा, तो इसका परिणाम सुखद नहीं होगा। समाज में जातीय, धार्मिक पर सामाजिक भेद में और अधिक वृद्धि होगी, जिससे अंततः मानवता को ही नुकसान पहुंचेगा। अतः हमें सभी प्रकार के भेदभावों को मिटाकर सभी को अपनाना चाहिए।
Questions which came in 2024 Board Exam
प्रश्न 1 – ‘प्रेम रूढ़ियों का बंधन नहीं मानता’ ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के आधार पर सिद्ध कीजिए।
उत्तर – तताँरा पासा गाँव का एक भला और सबकी मदद करने वाला व्यक्ति था। जब भी कोई मुसीबत में होता तो हर कोई उसी को याद करता था और वह भी भागा -भागा वहाँ उनकी मदद करने के लिए पहुँच जाता था। और वामीरो लपाती गाँव की थी, जो अंदमान-निकोबार द्वीप समूह का भाग है। वामीरो के गाँव की परंपरा थी कि गाँव के नवयुवक और युवतियाँ अपने ही गाँव में वैवाहिक संबंध स्थापित कर सकते थे, अन्य किसी गाँव में नहीं। एक शाम को तताँरा दिन भर की कठोर मेहनत करने के बाद समुद्र के किनारे घूमने गया और वहाँ के माहौल में अपने ही विचारों में खोए हुए तताँरा को मधुर संगीत सुनाई दिया जो उसी के आस पास कोई गा रहा था। और जब वह संगीत का पीछा करने लगा तो उसे वहाँ गीत गाती वामीरो दिखी जिसको देखकर वह अपनी सुध-बुध खो बैठा। तताँरा को देखकर वामीरो की भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी। वामीरो अपने गाँव की परंपरा जानती थी फिर भी दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगे। वे लोगों द्वारा समझाने पर भी एक दूसरे से प्रेम करते रहे। इससे स्पष्ट होता है कि प्रेम रूढ़ियों का बंधन नहीं मानता।
प्रश्न 2 – रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूटना ही अच्छा है, क्यों? ‘तताँरा – वामीरो कथा’ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – रूढ़ियाँ और बंधन समाज को अनुशासित करने व् अकृत्य कर्मों को रोकने के लिए बने होते हैं, परन्तु जब इन्हीं के कारण मनुष्यों की भावनाओं को ठेस पहुँचने लगे और ये सब बोझ लगने लगे तो उनका टूट जाना ही अच्छा होता है। तताँरा-वामीरो की कहानी में हमने जाना कि रूढ़ियों के कारण इनका प्रेम-विवाह नहीं हो सकता था, जिसके कारण दोनों को जान गवानी पड़ी। जहाँ रूढ़ियाँ किसी का भला करने की जगह नुकसान करे और जहाँ रूढ़ियाँ आडंबर लगने लगे वहाँ इनका टूट जाना ही बेहतर होता है। समय के साथ व् परिस्थितियों के मुताबिक़ समाज की भलाई के लिए रूढ़ियों को तोड़ना या उनमें बदलाव करने में कोई बुराई नहीं है।
Questions that appeared in 2023 Board Exams
प्रश्न 1 – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के आधार पर लिखिए कि ‘पशु पर्व’ में तताँरा के क्रोधित होने का क्या कारण था ?
उत्तर – पासा गाँव में ‘पशु पर्व‘ का आयोजन किया गया था। पशु पर्व में हट्टे-कट्टे पशुओं के दिखावे के अलावा पशुओं से युवकों की शक्ति परखने की प्रतियोगिताएं भी होती थी। तताँरा का मन इन में से किसी भी कार्यक्रम में नहीं लग रहा था। उसकी परेशान आँखे तो वामीरो को ढूंढने में व्यस्त थी। जब तताँरा ने वामीरो को देखा तो उसकी आँखें नमी से भरी थी और उसके होंठ डर कर काँप रहे थे। तताँरा को देखते ही वामीरो फूट-फूटकर रोने लगी। तताँरा इस तरह वामीरो को रोता देखकर भावुक हो गया। वामीरो के रोने की आवाज सुनकर वामीरो की माँ वहाँ आ गई और दोनों को एक साथ देख कर गुस्सा हो गई। उसने तताँरा को कई तरह से अपमानित करना शुरू कर दिया। गाँव वाले भी तताँरा के विरोध में बोलने लगे। लोगो की बातों को सुनना अब तताँरा के लिए सहन कर पाना मुश्किल हो रहा था।
प्रश्न 2 – गाँव की रीति के विरुद्ध तताँरा-वामीरो ने क्या कार्य किया और क्यों ? तताँरा-वामीरो कथा के आधार पर लिखिए। तर्कसंगत उत्तर दें।
उत्तर – गाँव की रीति के विरुद्ध तताँरा-वामीरो ने एक दूसरे से प्रेम किया था और यह प्रेम गाँव की रीती के विरुद्ध इसलिए था क्योंकि तताँरा और वामीरो के गाँव की रीति थी कि वहाँ के निवासी केवल अपने गाँववालों के साथ ही विवाह कर सकते थे। गाँव के बाहर के किसी लड़के या लड़की से विवाह करना अनुचित माना जाता था।
प्रश्न 3 – पशु-पर्व में तताँरा के प्रति वामीरो की माँ का व्यवहार उचित था या अनुचित? तर्क सहित अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
उत्तर – पासा गाँव में ‘पशु पर्व’ का आयोजन किया गया था। तताँरा का मन कार्यक्रम में नहीं लग रहा था। उसकी परेशान आँखे तो वामीरो को ढूंढने में व्यस्त थी। जब तताँरा ने वामीरो को देखा तो उसकी आँखें नमी से भरी थी और उसके होंठ डर कर काँप रहे थे। तताँरा को देखते ही वामीरो फूट-फूटकर रोने लगी। तताँरा इस तरह वामीरो को रोता देखकर भावुक हो गया। वामीरो के रोने की आवाज सुनकर वामीरो की माँ वहाँ आ गई और दोनों को एक साथ देख कर गुस्सा हो गई। उसने तताँरा को कई तरह से अपमानित करना शुरू कर दिया। गाँव वाले भी तताँरा के विरोध में बोलने लगे। हमारे अनुसार वामीरो की माँ का व्यवहार अनुचित था। तताँरा-वामीरो एक दूसरे से प्रेम करते थे। वामीरो की माँ व् गाँव वालों को उनकी भावनाओं को समझना चाहिए था।
प्रश्न 4 – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ का नायक अपने क्रोध का शमन करने के लिए तलवार को धरती में घोंप उसे दूर तक ले जाता है। आप अपने निजी जीवन में क्रोध का शमन करने के लिए क्या-क्या करते हैं ?
उत्तर – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ का नायक अपने क्रोध का शमन करने के लिए तलवार को धरती में घोंप उसे दूर तक ले जाता है। हम अपने निजी जीवन में क्रोध का शमन करने के लिए निम्नलिखित कार्य करते हैं जैसे – लम्बी-लम्बी साँसे लेना, उल्टी गिनती गिनना, सकारात्मक चीजों के बारे में सोचना व् आध्यात्मिकता का सहारा लेकर मन को शांत करना। क्रोध को शांत करने का एक तरीका मौन रहना भी है। क्योंकि क्रोध में आप जब भी कोई कार्य करते हैं या किसी को कुछ बोलते हैं तो उसका गलत असर देखने को मिलता है।
प्रश्न 5 – तताँरा और वामीरो की मृत्यु कैसे हुई और उनकी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया ? अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – तताँरा-वामीरो को एक साथ देख कर जब वामीरो की माँ ने तताँरा को कई तरह से अपमानित करना शुरू कर दिया और गाँव वाले भी तताँरा के विरोध में बोलने लगे। तब लोगों की बातों को सुनना तताँरा के लिए सहन कर पाना मुश्किल हो रहा था। अचानक उसका हाथ उसकी तलवार पर आकर टिक गया। गुस्से से उसने तलवार निकाली। उसने अपने गुस्से को शांत करने के लिए अपनी पूरी शक्ति से तलवार को धरती में गाड़ दिया और अपनी पूरी ताकत से उसे खींचने लगा। जो लकीर तताँरा ने खींची थी उस लकीर की सीध में धरती फटती जा रही थी। तताँरा द्वीप के एक ओर था और वामीरो दूसरी ओर। बहता हुआ तताँरा कहाँ गया?, उसके बाद उसका क्या हुआ ये कोई नहीं जान सका। इधर वामीरो तताँरा से अलग होने के कारण पागल हो गई। उसने खाना -पीना छोड़ दिया था। परिवार से वह कहीं अलग हो गई। लोगों ने उसे ढूंढने की बहुत कोशिश की परंतु अब वामीरो का भी कोई सुराग नहीं मिला कि वह कहाँ गई?
निकोबार निवासियों ने इस घटना के बाद अपनी परम्परा को बदला और दूसरे गाँव में भी विवाह सम्बन्ध बनाने लगे। तताँरा-वामीरो की जो एक-दूसरे के लिए त्यागमयी मृत्यु थी वह शायद इसी सुखद बदलाव के लिए थी।
प्रश्न 6 – तताँरा बार-बार वामीरो से गीत को पूरा करने का आग्रह क्यों कर रहा था ? गीत पूरा करने के आग्रह में उसके व्यक्तित्व की कौन-सी विशेषता उभर कर आती है ?
उत्तर – जो गीत तताँरा को सुनाई दे रहा था, वह इतना अधिक प्रभावी था कि तताँरा उस गीत को सुन कर अपना होश हवास खोने लगा था। गीत सुनते हुए तताँरा की अवस्था ऐसी हो गई थी जैसी अवस्था नींद आने से पहले होती है, इस अवस्था को लहरों की एक तेज़ लहर ने तोड़ा। होश में आते ही तताँरा उस दिशा में बढ़ने के लिए मजबूर हो गया जहाँ से वो गीत सुनाई दे रहा था। समुद्र की लहरों के कारण जब वामीरो अपना गाना भूल गई तो तताँरा ने उसे गीत को पूर्ण करने का आग्रह किया। गीत पूरा करने के आग्रह में उसके व्यक्तित्व की कई विशेषता उभर कर सामने आती है जैसे – तताँरा को संगीत पसंद है। तताँरा वामीरो को परेशान नहीं करना चाहता था।
प्रश्न 7 – “तताँरा-वामीरो कथा’ पाठ के आधार पर ‘पशु-पर्व’ में होने वाली घटना का उल्लेख कीजिए।
उत्तर – पासा गाँव में ‘पशु पर्व ‘का आयोजन किया गया था। पशु पर्व में हट्टे-कट्टे पशुओं के दिखावे के अलावा पशुओं से युवकों की शक्ति परखने की प्रतियोगिताएं भी होती थी। तताँरा का मन इन में से किसी भी कार्यक्रम में नहीं लग रहा था। उसकी परेशान आँखे तो वामीरो को ढूंढने में व्यस्त थी। जब तताँरा ने वामीरो को देखा तो उसकी आँखें नमी से भरी थी और उसके होंठ डर कर काँप रहे थे। तताँरा को देखते ही वामीरो फूट-फूटकर रोने लगी। तताँरा इस तरह वामीरो को रोता देखकर भावुक हो गया। वामीरो के रोने की आवाज सुनकर वामीरो की माँ वहाँ आ गई और दोनों को एक साथ देख कर गुस्सा हो गई। उसने तताँरा को कई तरह से अपमानित करना शुरू कर दिया। गाँव वाले भी तताँरा के विरोध में बोलने लगे। लोगो की बातों को सुनना अब तताँरा के लिए सहन कर पाना मुश्किल हो रहा था।
प्रश्न 8 – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के अनुसार गाँव वाले तताँरा के सदाचारी व्यक्तित्व से परिचित और प्रभावित थे फिर भी वामीरो के मामले में उन्होंने उसका साथ क्यों नहीं दिया ?
उत्तर – ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के अनुसार गाँव वाले तताँरा के सदाचारी व्यक्तित्व से परिचित और प्रभावित थे फिर भी वामीरो के मामले में उन्होंने उसका साथ नहीं दिया क्योंकि तताँरा और वामीरो के गाँव की रीति थी कि वहाँ के निवासी केवल अपने गाँववालों के साथ ही विवाह कर सकते थे। गाँव के बाहर के किसी लड़के या लड़की से विवाह करना अनुचित माना जाता था।
प्रश्न 9 – तताँरा -वामीरो कथा के आधार पर लिखिए कि आप कैसे कह सकते हैं कि तताँरा की तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी ? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – तताँरा हमेशा अपनी पारम्परिक पोशाक ही पहनता था और हमेशा अपनी कमर में एक लकड़ी की तलवार को बाँधे रखता था। लोगों का मानना था कि उस तलवार में लकड़ी के होने के बावजूद भी अनोखी दैवीय शक्तियाँ हैं। तताँरा कभी भी अपनी तलवार को अपने से अलग नहीं करता था। वह दूसरों के सामने तलवार का प्रयोग भी नहीं करता था। परन्तु उसके साहस से पूर्ण कार्यों के कारण लोगों का तलवार में अनोखी शक्ति होने पर विश्वास था। तताँरा की तलवार जिज्ञासा पैदा करने वाला एक ऐसा राज था जिसको कोई नहीं जानता था।
प्रश्न 10 – पशु पर्व में अपने क्रोध को शांत करने के लिए तताँरा ने क्या किया ? उसकी प्रतिक्रिया के पक्ष या विपक्ष में तर्कसम्मत उत्तर दीजिए।
उत्तर – तताँरा-वामीरो को एक साथ देख कर जब वामीरो की माँ ने तताँरा को कई तरह से अपमानित करना शुरू कर दिया और गाँव वाले भी तताँरा के विरोध में बोलने लगे। तब लोगों की बातों को सुनना तताँरा के लिए सहन कर पाना मुश्किल हो रहा था। अचानक उसका हाथ उसकी तलवार पर आकर टिक गया। गुस्से से उसने तलवार निकली। उसने अपने गुस्से को शांत करने के लिए अपनी पूरी शक्ति से तलवार को धरती में गाड़ दिया और अपनी पूरी ताकत से उसे खींचने लगा। जो लकीर तताँरा ने खींची थी उस लकीर की सीध में धरती फटती जा रही थी। यदि तताँरा की प्रतिक्रिया के पक्ष में देखें तो तताँरा का इस तरह गुस्सा होना बिलकुल सही था क्योंकि कोई भी उसकी भावनाओं को समझ नहीं रहा था। परन्तु यदि विपक्ष की बात करें तो तताँरा को इतना गुस्सा नहीं करना चाहिए था। उसे सभी को समझाने का प्रयास करना चाहिए था।
Questions from the Chapter in 2020 Board Exams
प्रश्न 1 – ‘प्रेम सबको जोड़ता है।’ ‘तताँरा-वामीरो कथा’ पाठ के आधार पर इस कथन की पुष्टि कीजिए।(लगभग 30-40 शब्दों में)
उत्तर – प्रेम को किसी बंधन , सीमा अथवा रीति-रिवाज में नहीं बाँधा जा सकता। यदि कोई जाति,धर्म, क्षेत्र, प्रदेश आदि प्रेम की पवित्र भावना पर पहरे लगाएगा और उसे पनपने का अवसर नहीं देगा, तो इसका परिणाम सुखद नहीं होगा। समाज में जातीय, धार्मिक पर सामाजिक भेद में और अधिक वृद्धि होगी, जिससे अंततः मानवता को ही नुकसान पहुंचेगा। अतः हमें सभी प्रकार के भेदभावों को मिटाकर सभी को अपनाना चाहिए।
प्रश्न 2 – तताँरा -वामीरो के त्याग के बाद उनके समाज में क्या सुखद परिवर्तन आया?(लगभग 30-40 शब्दों में)
उत्तर – निकोबार निवासियों ने तताँरा – वामीरो की त्यागमयी मृत्यु के बाद अपनी परम्परा को बदला और दूसरे गाँव में भी विवाह सम्बन्ध बनने लगे। तताँरा – वामीरो की जो एक -दूसरे के लिए त्यागमयी मृत्यु थी वह शायद इसी सुखद बदलाव के लिए थी।
प्रश्न 3 – तताँरा वामीरो की कथा स्थानीय समाज में किन कारणों से प्रसिद्ध हो गई?(लगभग 30-40 शब्दों में)
उत्तर – तताँरा-वामीरो की कथा स्थानीय समाज में इसलिए प्रसिद्ध हो गई क्योंकि उनकी प्रेम कथा ने उनके समाज की रूढ़िवादी परंपरा को तोड़ दिया था। उनके सच्चे प्रेम ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह के लोगों को सोचने पर मजबूर किया कि विवाह संबंध आपसी प्रेम के आधार पर होने चाहिए, न कि सामाजिक बंधनों के आधार पर।
प्रश्न 4 – तताँरा-वामीरो की मृत्यु क्यों हुई और उससे सुखद परिवर्तन क्या हुआ?(लगभग 30-40 शब्दों में)
उत्तर – तताँरा-वामीरो अपने-अपने गाँव की प्रथाओं के कारण विवाह नहीं कर सकें और एक दूसरे से बिछड़ गए। तताँरा-वामीरो का एक दूसरे से बिछड़ना ही उनकी मृत्यु का कारण बना। निकोबार निवासीयों ने तताँरा – वामीरो की त्यागमयी मृत्यु के बाद अपनी परम्परा को बदला और दूसरे गाँव में भी विवाह सम्बन्ध बनने लगे। तताँरा – वामीरो की जो एक-दूसरे के लिए त्यागमयी मृत्यु थी वह शायद इसी सुखद बदलाव के लिए थी।
प्रश्न 5 – तताँरा की तलवार के बारे में लोगों की क्या धारणा थी?(लगभग 30-40 शब्दों में)
उत्तर – तताँरा हमेशा अपनी पारम्परिक पोशाक ही पहनता था और हमेशा अपनी कमर में एक लकड़ी की तलवार को बाँधे रखता था। लोगों का मानना था कि उस तलवार में लकड़ी की होने के बावजूद भी अनोखी दैवीय शक्तियाँ हैं।वह दूसरों के सामने तलवार का प्रयोग भी नहीं करता था। परन्तु उसके साहस से पूर्ण कार्यों के कारण लोगों का तलवार में अनोखी शक्ति होने पर विश्वास था।
प्रश्न 6 – आज भी तताँरा वामीरो की प्रेमकथा घर-घर में सुनाई जाती है, क्यों?(लगभग 30-40 शब्दों में)
उत्तर – तताँरा-वामीरो की प्रेमकथा निकोबारियों के घर-घर सुनाने के कई कारण हैं जिनमें प्रमुख है – तताँरा और वामीरो के त्याग और बलिदान को हर बच्चे को समझाने के लिए तथा लोगों की समाज और परम्परा के प्रति समझ को विकसित करने के कारण। साथ-ही-साथ परिवर्तन के लिए त्याग के महत्त्व को समझाने के लिए भी तताँरा-वामीरो की प्रेमकथा निकोबारियों के घर-घर में सुनाई जाती है।
प्रश्न 7 – “रूढ़ियाँ जब बंधन बन, बोझ बनने लगें तब उनका टूटना ही अच्छा है।” ‘तताँरा-वामीरो कथा’ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।(लगभग 30-40 शब्दों में)
उत्तर – रूढ़ियाँ और बंधन समाज को अनुशासित करने के लिए बने होते हैं ,परन्तु जब इन्ही के कारण मनुष्यों की भावनाओं को ठेस पहुँचने लगे और ये सब बोझ लगने लगे तो उनका टूट जाना ही अच्छा होता है। तताँरा – वामीरो की कहानी में हमनें जाना कि रूढ़ियों के कारण इनका प्रेम-विवाह नहीं हो सकता था ,जिसके कारण दोनों को जान गवानी पड़ी। जहाँ रूढ़ियाँ किसी का भला करने की जगह नुकसान करे और जहाँ रूढ़ियाँ आडंबर लगने लगे वहाँ इनका टूट जाना ही बेहतर होता है।
2019 Exam Question and Answers from the chapter
प्रश्न 1 – तताँरा-वामीरो की त्यागभरी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर – निकोबार निवासियों ने तताँरा – वामीरो की त्यागमयी मृत्यु के बाद अपनी परम्परा को बदला और दूसरे गाँव में भी विवाह सम्बन्ध बनने लगे। तताँरा – वामीरो की जो एक-दूसरे के लिए त्यागमयी मृत्यु थी वह शायद इसी सुखद बदलाव के लिए थी।
प्रश्न 2 – रूढ़ियाँ जब बंधन बनने लगें तो उनका टूट जाना क्यों अच्छा है? कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि रूढ़ियाँ तोड़ने के लिए तताँरा-वामीरो को क्या त्याग करना पड़ा।
उत्तर – रूढ़ियाँ और बंधन समाज को अनुशासित करने के लिए बने होते हैं, परन्तु जब इन्हीं के कारण मनुष्यों की भावनाओं को ठेस पहुँचने लगे और ये सब बोझ लगने लगे तो उनका टूट जाना ही अच्छा होता है। तताँरा – वामीरो की कहानी में हमनें जाना कि रूढ़ियों के कारण इनका प्रेम-विवाह नहीं हो सकता था, जिसके कारण दोनों को जान गवानी पड़ी। जहाँ रूढ़ियाँ किसी का भला करने की जगह नुकसान करे और जहाँ रूढ़ियाँ आडंबर लगने लगे वहाँ इनका टूट जाना ही बेहतर होता है। तताँरा-वामीरो एक दूसरे से प्रेम करते थे तताँरा के गाँव के आयोजन में वामीरो की तलाश थी तभी वामीरो दिखाई दी तब तक तताँरा को देखकर वह रो पड़ी। तताँरा जब तक कुछ समझ पाता, वामीरो की माँ वहाँ पहुँच गई और क्रोधित हो उठी। उसने तताँरा को अपमानित किया। तताँरा यह सहन न कर पाया उसने क्रोध में अपनी तलवार से जमीन को दो भागों में बाँट दिया और स्वयं सागर की लहरों में विलीन हो गया। तताँरा -वामीरो को जीवन का त्याग करना पड़ा। इस प्रकार दोनों को प्रेम व प्राणों का बलिदान करना पड़ा।
प्रश्न 3 – निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?
उत्तर – तताँरा एक भला और सबकी मदद करने वाला व्यक्ति था। वह हमेशा ही दूसरों की सहायता के लिए तैयार रहता था। जब भी कोई मुसीबत में होता तो हर कोई उसी को याद करता था और वह भी भागा-भागा वहाँ उनकी मदद करने के लिए पहुँच जाता था। उसका व्यक्तित्व तो आकर्षक था ही उसके साथ ही साथ लोगों का उसके करीब रहने का एक सबसे बड़ा कारण था उसका सबको अपना मानने का स्वभाव।
प्रश्न 4 – तताँरा-वामीरो कथा के दो उद्देश्य स्पष्ट कीजिए। क्या लेखक उन्हें ठीक से प्रस्तुत कर सका है? लिखिए।
उत्तर – तताँरा वामीरो कथा के माध्यम से लेखक, कथा के उद्देश्यों को सफलता से प्रस्तुत कर पाया है। जैसे – प्रेम को किसी बंधन, सीमा अथवा रीति-रिवाज में नहीं बाँधा जा सकता। यदि कोई जाति, धर्म, क्षेत्र, प्रदेश आदि प्रेम की पवित्र भावना पर पहरे लगाएगा और उसे पनपने का अवसर नहीं देगा, तो इसका परिणाम सुखद नहीं होगा। समाज में जातीय, धार्मिक पर सामाजिक भेद में और अधिक वृद्धि होगी, जिससे अंततः मानवता को ही नुकसान पहुंचेगा। अतः हमें सभी प्रकार के भेदभावों को मिटाकर सभी को अपनाना चाहिए।
रूढ़ियाँ और बंधन समाज को अनुशासित करने के लिए बने होते हैं, परन्तु जब इन्हीं के कारण मनुष्यों की भावनाओं को ठेस पहुँचने लगे और ये सब बोझ लगने लगे तो उनका टूट जाना ही अच्छा होता है। तताँरा – वामीरो की कहानी में हमनें जाना कि रूढ़ियों के कारण इनका प्रेम -विवाह नहीं हो सकता था, जिसके कारण दोनों को जान गवानी पड़ी। जहाँ रूढ़ियाँ किसी का भला करने की जगह नुकसान करे और जहाँ रूढ़ियाँ आडंबर लगने लगे वहाँ इनका टूट जाना ही बेहतर होता है।
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