PSEB Class 10 Hindi Chapter 4 Hum Rajya Liye Marte Hain (हम राज्य लिए मरते हैं) Question Answers (Important) 

 

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PSEB Class 10 Chapter 4 Hum Rajya Liye Marte Hain Textbook Questions

 

अभ्यास

(क) विषय-बोध

I. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए-
(1) प्रस्तुत गीत में उर्मिला किस की प्रशंसा कर रही है ?
उत्तर– प्रस्तुत गीत में उर्मिला किसानों की प्रशंसा कर रही हैं।

(2) किसान संसार को समृद्ध कैसे बनाते हैं ?
उत्तर– किसान खेतों में अन्न उपजाकर संसार को समृद्ध बनाते हैं।

(3) किसान किस प्रकार परिश्रम रूपी समुद्र को धीरज से तैर कर पार करते हैं ?
उत्तर– किसान सहनशीलता और निरंतर श्रम के बल पर परिश्रम रूपी समुद्र को धीरज से तैर कर पार करते हैं।

(4) किसानों का अपने पर गर्व करना कैसे उचित है ?
उत्तर– किसानों का अपने पर गर्व करना उचित है क्योंकि वे अन्नदाता हैं और वे जीवन की छोटी-छोटी खुशियाँ उत्सव की तरह मनाते हैं।

(5) किसान व्यर्थ के वाद-विवाद को छोड़कर किस धर्म का पालन करते हैं ?
उत्तर– किसान व्यर्थ के विवाद छोड़कर अपने मूल धर्म अर्थात् श्रम और सरलता का पालन करते हैं।

(6) “हम राज्य लिए मरते हैं” में उर्मिला राज्य के कारण होने वाले किस कलह की बात कहना चाहती है ?
उत्तर– श्री राम को वनवास दिए जाने की बात और भरत को राज्य देने के कारण उत्पन्न कलह की बात को उर्मिला करना चाहती हैं।

II. निम्नलिखित पद्यांशों की सप्रसंग व्याख्या करें :-

(1) यदि वे करें, उचित है गर्व,
बात बात में उत्सव पर्व,
हम से प्रहरी रक्षक जिनके वे किससे डरते हैं ?
हम राज्य लिए मरते हैं।
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियों में उर्मिला बताती हैं कि किसान अपने जीवन की साधारण खुशी में गर्व क्यों महसूस कर सकते हैं।
व्याख्या– इन पंक्तियों में उर्मिला कहती हैं किसान को अपने ऊपर गर्व करना स्वाभाविक और उचित है। वे हर छोटी-छोटी बात में उत्सव मनाते हैं और अपने सुख को सहज रूप से प्रदर्शित करते हैं। आगे वह कहती हैं कि जब राजा ही उनके रक्षक हैं, तो उन्हें किसी से डरने की आवश्यकता नहीं। वास्तव में वे आत्मनिर्भर और निर्भीक जीवन जीते हैं। आगे उर्मिला राज्य के कलह से दुःखी होते हुए कहती हैं कि हम महलों में रहने वाले लोग राज्य के लिए मरते रहते हैं।

(2) करके मीन मेख सब ओर,
किया करें बुध बाद कठोर,
शाखामयी बुद्धि तजकर वे मूल धर्म धरते हैं
हम राज्य लिए मरते हैं।
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियों में उर्मिला किसान के साधारण जीवन और उनके स्वभाव की प्रशंसा कर रही हैं।
व्याख्या– प्रस्तुत पंक्तियों में उर्मिला कहती हैं कि ज्ञानी लोग हर बात पर झगड़ा करते हैं, दोष निकालते हैं, लंबी-चौड़ी बाते हाँकते रहते हैं और विवाद करते हैं। लेकिन किसान ऐसा नहीं करते, वे शाखाओं वाली जटिल बुद्धि को त्यागकर मूल धर्म को धारण करते हैं, जबकि हम राज्य के लिए मरते रहते हैं, यानी कलह करके दुःखी होते रहते हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि किसान शांति और धर्म का अनुसरण करते हैं और विद्वान लोग कठोर वाद-विवाद में उलझे रहते हैं। उसी तरह हम भी राज्य के लिए लड़ते-मरते रहते हैं।

(3) होते कहीं वहीं हम लोग,
कौन भोगता फिर ये भोग ?
उन्हीं अन्नदाताओं के सुख आज दुःख हरते हैं।
हम राज्य लिए मरते हैं।
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियों में उर्मिला किसानों के जीवन की तुलना राज्य के लालच में लगे हुए लोगों से कर रही हैं।
व्याख्या- प्रस्तुत पंक्तियों में उर्मिला कहती हैं कि यदि हम लोग-भी किसान होते तो राज्य के कलह से उत्पन्न दुःखों को कौन भोगता। उर्मिला के अनुसार राज्य करना आसान नहीं है, अनेक प्रकार के कष्टों को सहन करना पड़ता है। आगे उर्मिला कहती हैं कि किसान हमारे अन्न दाता हैं। इनका सुखमय जीवन देखकर हमारे अनेकों कष्ट दूर हो सकते हैं। परन्तु दुःख की बात यह है कि सब कुछ जानते हुए भी हम राज्य के घमंड में लड़ते-झगड़ते रहते हैं।

(ख) भाषा – बोध

I. निम्नलिखित शब्दों के विपरीत शब्द लिखें:
सम्पन्न _________________ सुलभ _________________
धनी _________________ उचित _________________
उदार _________________ कठोर _________________
रक्षक _________________ धर्म _________________
उत्तर-

शब्द विपरीत शब्द शब्द विपरीत शब्द
सम्पन्न विपन्न  सुलभ दुर्लभ 
धनी निर्धन  उचित अनुचित 
उदार अनुदार कठोर कोमल
रक्षक भक्षक धर्म अधर्म 

II. निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखें :
पत्नी _________________
कर्षक _________________
सागर _________________
उत्सव _________________
उत्तर-

शब्द पर्यायवाची
पत्नी भार्या, अर्धांगिनी 
कर्षक किसान, कृषक
सागर समुद्र, सिंधु 
उत्सव पर्व, त्योहार

III. निम्नलिखित भिन्नार्थक शब्दों के अर्थ लिखकर वाक्य बनाएं:
शब्द अर्थ वाक्य
अन्न _________________ ________________________
अन्य _________________ ________________________
उदार _________________ ________________________
उधार _________________ ________________________
उत्तर-

शब्द अर्थ वाक्य
अन्न अनाज किसान कठिन परिश्रम से अन्न उगाते हैं।
अन्य दूसरा  अपनी भलाई के साथ हमें अन्य लोगों की भलाई का भी ध्यान रखना चाहिए।
उदार दानी किसान का मन बहुत उदार होता है।
उधार ऋण  पिताजी ने दुकान से सामान उधार लिया।

 

PSEB Class 10 Hindi Lesson 4 हम राज्य लिए मरते हैं पद्यांश आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

 

निम्नलिखित पद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये-

1
हम राज्य लिए मरते हैं ।
सच्चा राज्य परन्तु हमारे कर्षक ही करते हैं।
जिनके खेतों में है अन्न,
कौन अधिक उनसे सम्पन्न ?
पत्नी सहित विचरते हैं वे, भव वैभव भरते हैं,

1. प्रस्तुत पंक्तियाँ किस रचना से ली गई हैं?
(क) भारत-भारती
(ख) पंचवटी
(ग) साकेत
(घ) यशोधरा
उत्तर– (ग) साकेत

2. इन पंक्तियों में किसानों को किस कारण से अधिक सम्पन्न बताया गया है?
(क) उनके पास धन-संपत्ति है
(ख) उनके पास राज्य की शक्ति है
(ग) वे राजपरिवार के सदस्य हैं
(घ) उनके खेतों में अन्न है
उत्तर- (घ) उनके खेतों में अन्न है

3. उर्मिला की दृष्टि में किसका जीवन सुखद है?
(क) किसानों का
(ख) सैनिकों का
(ग) कवियों का
(घ) राजाओं का
उत्तर– (क) किसानों का

4. उर्मिला राज्य की अपेक्षा किसानों को अधिक सम्पन्न क्यों मानती हैं?
उत्तर- उर्मिला मानती हैं कि वास्तविक सुख और सम्पन्नता किसानों के पास है क्योंकि वे अन्न उपजाकर संसार का पोषण करते हैं। वे अपने परिवार के साथ संतोषपूर्ण जीवन जीते हैं, जबकि राजपरिवार कलह और कष्टों से ग्रस्त रहता है।

5. प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से उर्मिला किस जीवन की प्रशंसा करती हैं?
उत्तर- उर्मिला किसानों के जीवन की प्रशंसा करती हैं। वह मानती हैं कि किसान मेहनती, सरल और सुखी होते हैं। वे अन्न पैदा करके सबको सम्पन्न बनाते हैं और अपने परिवार सहित शांति और संतोष के साथ जीवन व्यतीत करते हैं।

 

2
हम राज्य लिए मरते हैं।
वे गोधन के धनी उदार,
उनको सुलभ सुधा की धार,
सहनशीलता के आगर वे श्रम सागर तरते हैं।
हम राज्य लिए मरते हैं।

1. किसानों को किस कारण ‘गोधन के धनी’ कहा गया है?
(क) उनके पास बहुत धन है
(ख) उनके पास बहुत गाय-बैल हैं
(ग) वे राज्य चलाते हैं
(घ) वे सैनिकों को भोजन देते हैं
उत्तर- (ख) उनके पास बहुत गाय-बैल हैं

2. किसानों को ‘सहनशीलता का आगर’ क्यों कहा गया है?
(क) वे युद्ध करते हैं
(ख) वे शांति से जीवन जीते हैं
(ग) वे कठिन परिश्रम और कठिनाइयाँ धैर्य से सहते हैं
(घ) वे राज्य में न्याय करते हैं
उत्तर– (ग) वे कठिन परिश्रम और कठिनाइयाँ धैर्य से सहते हैं

3. ‘श्रम सागर तरते हैं’ का क्या अर्थ है?
(क) वे मेहनत के समुद्र को पार करते हैं
(ख) वे नदी पार करते हैं
(ग) वे व्यापार करते हैं
(घ) वे युद्ध जीतते हैं
उत्तर– (क) वे मेहनत के समुद्र को पार करते हैं

4. किसानों को उदार क्यों कहा गया है?
उत्तर- किसानों को उदार इसलिए कहा गया है क्योंकि वे गोधन के धनी होते हुए भी सबका पोषण करते हैं। वे अपने श्रम और सहनशीलता से अन्न पैदा करते हैं और समाज को समृद्ध बनाते हैं।

5. किसानों का जीवन राज्य के जीवन से कैसे भिन्न है?
उत्तर– राज्य का जीवन कलह और कष्टों से भरा हुआ है, जबकि किसान का जीवन श्रम, सहनशीलता और संतोष पर आधारित है। वे कठिन परिश्रम करके सुख और सम्पन्नता प्राप्त करते हैं और सबके जीवन में समृद्धि लाते हैं।

 

3
यदि वे करें, उचित है गर्व,
बात बात में उत्सव – पर्व,
हम से प्रहरी रक्षक जिनके, वे किससे डरते हैं ?
हम राज्य लिए मरते हैं।

1. किसान हर छोटी-छोटी बात पर क्या करते हैं?
(क) दुखी होते हैं
(ख) उत्सव और पर्व मनाते हैं
(ग) राज्य के लिए युद्ध करते हैं
(घ) पहरेदारी करते हैं
उत्तर– (ख) उत्सव और पर्व मनाते हैं

2. किसानों को किसी से डरने की आवश्यकता क्यों नहीं होती?
(क) क्योंकि वे बहुत धनवान हैं
(ख) क्योंकि वे राजा के रक्षक हैं
(ग) क्योंकि राजा स्वयं उनके प्रहरी और रक्षक हैं
(घ) क्योंकि वे युद्धकला जानते हैं
उत्तर– (ग) क्योंकि राजा स्वयं उनके प्रहरी और रक्षक हैं

3. ‘उचित है गर्व’ से क्या अभिप्राय है?
(क) किसानों को अपने जीवन पर अभिमान करना स्वाभाविक है
(ख) राजा को राज्य पर गर्व करना चाहिए
(ग) सैनिकों को अपनी शक्ति पर गर्व करना चाहिए
(घ) विद्वानों को अपने ज्ञान पर गर्व करना चाहिए
उत्तर- (क) किसानों को अपने जीवन पर अभिमान करना स्वाभाविक है

4. किसानों को गर्व करने का अधिकार क्यों है?
उत्तर– किसानों को गर्व करने का अधिकार है क्योंकि वे सादा और संतुष्ट जीवन जीते हैं। वे हर छोटी-छोटी खुशी को उत्सव की तरह मनाते हैं और बिना किसी भय के, निर्भय होकर जीवन व्यतीत करते हैं।

5. किसानों का जीवन राजपरिवार के जीवन से किस प्रकार श्रेष्ठ है?
उत्तर- किसानों का जीवन शांत, संतोषपूर्ण और निर्भय है। वे बिना कलह के प्रसन्न रहते हैं और साधारण सुखों में भी उत्सव मना लेते हैं। इसके विपरीत, राजपरिवार राज्य के झगड़ों और कष्टों से हमेशा दुखी रहता है।

4
करके मीन मेख सब ओर,
किया करें बुध वाद कठोर,
शाखामयी बुद्धि तजकर वे मूल धर्म धरते हैं।
हम राज्य लिए मरते हैं।

1. ज्ञानी लोग हर जगह क्या करते हैं?
(क) खेती करते हैं
(ख) मीन-मेख निकालते और कठोर वाद-विवाद करते हैं
(ग) राज्य का शासन संभालते हैं
(घ) उत्सव और पर्व मनाते हैं
उत्तर- (ख) मीन-मेख निकालते और कठोर वाद-विवाद करते हैं

2. किसान किसे छोड़कर मूल धर्म का पालन करते हैं?
(क) श्रम
(ख) खेती
(ग) शाखामयी बुद्धि
(घ) सहनशीलता
उत्तर- (ग) शाखामयी बुद्धि

3. इन पंक्तियों में उर्मिला किसकी प्रशंसा कर रही हैं?
(क) किसानों की
(ख) सैनिकों की
(ग) राजाओं की
(घ) विद्वानों की
उत्तर– (क) किसानों की

4. उर्मिला विद्वानों और किसानों में क्या अंतर बताती हैं?
उत्तर– उर्मिला कहती हैं कि विद्वान हर जगह मीन-मेख निकालते हैं और कठोर वाद-विवाद में उलझे रहते हैं। इसके विपरीत, किसान इन सब जटिलताओं से दूर रहते हुए सरलता से मूल धर्म का पालन करते हैं।

5. ‘मूल धर्म धरते हैं’ का क्या अर्थ है?
उत्तर– ‘मूल धर्म धरते हैं’ का अर्थ है कि किसान अपने असली कर्तव्य यानी खेती-बाड़ी, परिश्रम और सादगी का पालन करते हैं। वे व्यर्थ की बहसों और चतुराई से दूर रहकर सच्चे जीवन-मूल्यों को अपनाते हैं।

 

PSEB Class 10 Hindi Lesson 4 हम राज्य लिए मरते हैं बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

1. “हम राज्य लिए मरते हैं” कविता का अंश किस ग्रंथ से लिया गया है?
(क) कामायनी
(ख) साकेत
(ग) भारत-भारती
(घ) पंचवटी
उत्तर– (ख) साकेत

2. उर्मिला किसकी पत्नी हैं?
(क) श्रीराम
(ख) भरत
(ग) लक्ष्मण
(घ) शत्रुघ्न
उत्तर- (ग) लक्ष्मण

3. ‘कर्षक’ शब्द का अर्थ है-
(क) किसान
(ख) सैनिक
(ग) व्यापारी
(घ) शिक्षक
उत्तर– (क) किसान

4. उर्मिला राज्य के किस कारण से दुखी हैं?
(क) वैभव से
(ख) कलह और कष्टों से
(ग) यात्रा से
(घ) शिक्षा से
उत्तर– (ख) कलह और कष्टों से

5. किसान किसे उत्पन्न करते हैं?
(क) सोना
(ख) पशु
(ग) राज्य
(घ) अन्न
उत्तर– (घ) अन्न

6. किसानों के पास कौन-सा धन है?
(क) गोधन
(ख) सोना-चाँदी
(ग) रत्न
(घ) राजपाट
उत्तर– (क) गोधन

7. ‘सुधा की धार’ किसे कहा गया है?
(क) गंगा का जल
(ख) अनाज का दाना
(ग) अमृत का रस
(घ) गाय का दूध
उत्तर– (घ) गाय का दूध

8. किसान किस गुण से भरे होते हैं?
(क) क्रोध
(ख) सहनशीलता
(ग) ईर्ष्या
(घ) घमंड
उत्तर– (ख) सहनशीलता

9. ‘हम राज्य लिए मरते हैं’ ‘साकेत’ के किस सर्ग से उद्धृत है?
(क) नवम्
(ख) अष्टम्
(ग) द्वितीय
(घ) चतुर्थ
उत्तर- (क) नवम्

10. उर्मिला किसानों के जीवन को किससे बेहतर बताती हैं?
(क) सैनिकों से
(ख) राजपरिवार से
(ग) विद्वानों से
(घ) व्यापारियों से
उत्तर- (ख) राजपरिवार से

11. किसानों का सुख देखकर क्या होता है?
(क) राजा प्रसन्न होते हैं
(ख) कलह बढ़ जाता है
(ग) दुःख दूर हो जाते हैं
(घ) विद्वान चुप हो जाते हैं
उत्तर- (ग) दुःख दूर हो जाते हैं

12. किसान को किस उपाधि से सम्मानित किया गया है?
(क) धनदाता
(ख) अन्नदाता
(ग) राज्यदाता
(घ) रक्षक
उत्तर- (ख) अन्नदाता

13. यदि राजपरिवार किसान होता, तो क्या न होता?
(क) राज्य
(ख) कलह और दुःख
(ग) सुख
(घ) वैभव
उत्तर- (ख) कलह और दुःख

14. ‘हम राज्य लिए मरते हैं’ का आशय है-
(क) राज्य के कारण दुःखी होना
(ख) राज्य प्राप्त करना
(ग) राज्य छोड़ देना
(घ) राज्य का वैभव देखना
उत्तर– (क) राज्य के कारण दुःखी होना

15. कविता में किसका जीवन सरल और शांतिपूर्ण बताया गया है?
(क) सैनिकों का
(ख) राजाओं का
(ग) किसानों का
(घ) व्यापारियों का
उत्तर– (ग) किसानों का

16. विद्वान लोग किसमें उलझे रहते हैं?
(क) खेती में
(ख) कठोर वाद-विवाद में
(ग) परिश्रम में
(घ) धर्म में
उत्तर- (ख) कठोर वाद-विवाद में

17. किसान किसे छोड़कर मूल धर्म अपनाते हैं?
(क) वाद-विवाद
(ख) विद्या
(ग) शाखामयी बुद्धि
(घ) राज्य
उत्तर- (ग) शाखामयी बुद्धि

18. किसान छोटी-छोटी बातों में क्या करते हैं?
(क) कलह करते हैं
(ख) उत्सव और पर्व मनाते हैं
(ग) परिश्रम छोड़ देते हैं
(घ) राज्य प्राप्त करते हैं
उत्तर- (ख) उत्सव और पर्व मनाते हैं

19. निम्नलिखित में से ‘सुधा’ का पर्यायवाची शब्द है-
(क) नीर
(ख) क्षीर
(ग) अमृत
(घ) अश्क
उत्तर- (ग) अमृत

20. किसानों को किसी से डरने की आवश्यकता क्यों नहीं?
(क) क्योंकि वे अमीर हैं
(ख) क्योंकि राजा उनके रक्षक हैं
(ग) क्योंकि वे पढ़े-लिखे हैं
(घ) क्योंकि वे शक्तिशाली हैं
उत्तर– (ख) क्योंकि राजा उनके रक्षक हैं


 

 

PSEB Class 10 Hindi हम राज्य लिए मरते हैं प्रश्न और उत्तर (Extra Question Answers)

1. उर्मिला किसानों को सच्चा ‘राज्य’ संभालने वाला क्यों मानती हैं?
उत्तर- उर्मिला मानती हैं कि असली राज्य का संचालन किसान ही करते हैं, क्योंकि वही भूमि को उपजाऊ बनाकर अन्न पैदा करते हैं। वे छोटी-छोटी बात पर उत्सव मनाते हैं। उनके बिना कोई भी राज्य समृद्ध नहीं हो सकता।

2. किसानों का जीवन राजपरिवार से अधिक सुखी क्यों बताया गया है?
उत्तर- राजपरिवार के जीवन में कलह, युद्ध और राजनीति से जुड़ी परेशानियाँ अधिक होती हैं। इसके विपरीत, किसान अपनी पत्नी और परिवार के साथ सरल, शांतिपूर्ण और संतोषजनक जीवन जीते हैं। वे अपनी मेहनत से धन और अन्न प्राप्त करते हैं। इसीलिए उर्मिला कहती हैं कि किसानों का जीवन राजपरिवार की अपेक्षा अधिक सुखमय है।

3. ‘हम राज्य लिए मरते हैं’ पंक्ति से कवि क्या भाव व्यक्त करना चाहते हैं?
उत्तर– इस पंक्ति के माध्यम से कवि बताना चाहते हैं कि राजपरिवार के लोग राज्य के लिए आपसी संघर्ष और कलह में अपनी ऊर्जा नष्ट करते हैं। वे शांति और सुख प्राप्त करने के बजाय दुःख और कष्ट पाते हैं। राज्य के लोग राज्य प्राप्ति के लिए लड़ते-झगड़ते रहते हैं।

4. किसान सहनशीलता का उदाहरण किस प्रकार प्रस्तुत करते हैं?
उत्तर- किसान विपरीत परिस्थितियों और कठिनाइयों का धैर्यपूर्वक सामना करते हैं। वे तपती धूप, वर्षा और तूफ़ानों के बीच भी खेतों में मेहनत करते हैं। कठिन श्रम को वे सहज रूप से स्वीकार करते हैं और किसी प्रकार का कलह नहीं करते। इसीलिए उन्हें सहनशीलता का वास्तविक प्रतीक माना गया है।

5. उर्मिला किसानों को ‘उदार’ क्यों कहती हैं?
उत्तर- किसान उदार इसलिए कहलाते हैं क्योंकि वे अपनी मेहनत से प्राप्त अन्न और उपज केवल अपने लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए उपलब्ध कराते हैं। उनका श्रम दूसरों के जीवन को समृद्ध बनाता है। बिना किसी स्वार्थ के वे दूसरों की भूख मिटाते हैं, यही उनकी उदारता का प्रमाण है।

6. किसानों को ‘अन्नदाता’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर- किसानों को ‘अन्नदाता’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे खेतों में परिश्रम करके अन्न पैदा करते हैं। बिना उनके श्रम के न तो परिवार चल सकता है और न ही राज्य। समाज के सभी वर्ग किसानों पर निर्भर हैं। इसीलिए उन्हें सही अर्थों में ‘अन्नदाता’ कहा जाता है।

7. उर्मिला किसानों के गर्व को उचित क्यों मानती हैं?
उत्तर– उर्मिला कहती हैं कि यदि किसान अपने श्रम और साधनों पर गर्व करते हैं तो वह उचित है। वे अन्न पैदा करके समाज की भूख मिटाते हैं। उनके पास गोधन, अन्न और परिवार का सुख है। इसलिए उनका आत्मसम्मान स्वाभाविक है।

8. ‘शाखामयी बुद्धि’ का क्या अर्थ है और किसान इसे क्यों छोड़ते हैं?
उत्तर- ‘शाखामयी बुद्धि’ का अर्थ है तर्क-वितर्क और विवादों में उलझी हुई बुद्धि। कवि कहते हैं कि किसान इस तरह के व्यर्थ विवादों को त्यागकर मूल धर्म यानी परिश्रम और सादगी का पालन करते हैं। वे व्यावहारिक जीवन जीते हैं और कर्म को ही सर्वोपरि मानते हैं।

9. उर्मिला किसानों के जीवन को आदर्श क्यों मानती हैं?
उत्तर– उर्मिला मानती हैं कि किसानों का जीवन ही वास्तविक आदर्श है। वे श्रम, सहनशीलता, उदारता और संतोष का पालन करते हैं। उनका जीवन प्रकृति और परिवार से जुड़ा हुआ है। इसके विपरीत राजपरिवार में कलह और कष्ट ही अधिक हैं।

10. किसानों को ‘गोधन के धनी’ कहने का क्या तात्पर्य है?
उत्तर– भारत के ग्रामीण जीवन में गोधन (गाय-भैंस आदि पशु) सम्पन्नता और समृद्धि का प्रतीक है। किसान पशुपालन के द्वारा दूध, घी और अन्य साधन प्राप्त करते हैं। इसी कारण कवि उन्हें ‘गोधन के धनी’ कहते हैं, जो वास्तव में उनके आर्थिक और सामाजिक वैभव को प्रकट करता है।