PSEB Class 10 Hindi Chapter 13 Main Aur Mera Desh (मैं और मेरा देश) Question Answers (Important) 

 

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PSEB Class 10 Chapter 13 Main Aur Mera Desh Textbook Questions

 

अभ्यास

(क) विषय-बोध

I. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए :-

1. लेखक को अपनी पूर्णता का बोध कब हुआ ?
उत्तर- लेखक को अपनी पूर्णता का बोध तब हुआ जब उसे लगा कि उसके पास घर, पड़ोस और नगर की सभी खुशियाँ और सुविधाएँ हैं।

2. मानसिक भूकंप से क्या अभिप्राय है?
उत्तर– मानसिक भूकंप से तात्पर्य मन और सोच में आये गहरे बदलाव या झटके से है, जिससे इंसान की धारणाएँ बदल जाती हैं।

3. किस तेजस्वी पुरुष के अनुभव ने लेखक को हिला दिया?
उत्तर– लेखक को स्वर्गीय पंजाब केसरी लाला लाजपतराय के अनुभव ने हिला दिया।

4. मनुष्य के लिए संसार के सारे उपहारों और साधनों को व्यर्थ क्यों कहा?
उत्तर- मनुष्य के लिए संसार के सारे उपहार और साधन व्यर्थ हैं, अगर उसका देश गुलाम या कमजोर है, क्योंकि ऐसे में वे गौरव नहीं दे सकते।

5. युद्ध में ‘जय’ बोलने वालों का क्या महत्व है?
उत्तर– युद्ध में ‘जय’ बोलने वालों का महत्व है क्योंकि वे योद्धाओं का उत्साह और मनोबल बढ़ाते हैं।

6. दर्शकों की तालियाँ खिलाड़ियों पर क्या प्रभाव डालती हैं?
उत्तर– दर्शकों की तालियाँ खिलाड़ियों को नयी ऊर्जा व आत्मविश्वास देती हैं और वे गिरकर फिर उठ जाते हैं।

7. जापान के स्टेशन पर स्वामी रामतीर्थ क्या ढूंढ रहे थे ?
उत्तर– जापान के स्टेशन पर स्वामी रामतीर्थ खाने के लिए ताजे फल ढूंढ रहे थे।

8. कमालपाशा कौन थे?
उत्तर– कमालपाशा तुर्की के राष्ट्रपति थे।

9. बूढ़े किसान ने कमालपाशा को क्या उपहार दिया?
उत्तर– बूढ़े किसान ने कमालपाशा को मिट्टी की हँडिया में पाव-भर शहद उपहार में दिया था।

10. किसान ने पंडित जवाहर लाल नेहरू को क्या उपहार दिया?
उत्तर– किसान ने पंडित जवाहर लाल नेहरू को अपने हाथों बुनी रंगीन सुतलियों की खाट दी थी।

11. लेखक के अनुसार हमारे देश को किन दो बातों की आवश्यकता है?
उत्तर– लेखक के अनुसार, हमारे देश को शक्ति-बोध और सौंदर्य-बोध की आवश्यकता है।

12. शल्य कौन था?
उत्तर– शल्य महाभारत में कर्ण का सारथी था।

II. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार पंक्तियों में दीजिए :-

1. लाला लाजपतराय के किस अनुभव ने लेखक की पूर्णता को अपूर्णता में बदल दिया?
उत्तर– लाला लाजपतराय ने अपने अनुभव में कहा कि वे दुनिया के कई बड़े देशों में गए, लेकिन जहाँ भी गए, भारतवर्ष की गुलामी की शर्म उनके साथ रही। इस अनुभव ने लेखक को एहसास कराया कि जब तक देश स्वतंत्र नहीं है, व्यक्तिगत खुशियों और सफलताओं का कोई महत्त्व नहीं है। इससे लेखक को अपनी पूर्णता अपूर्ण लगने लगी।

2. स्वामी रामतीर्थ द्वारा फलों की टोकरी का मूल्य पूछने पर जापानी युवक ने क्या कहा?
उत्तर– स्वामी रामतीर्थ द्वारा फलों की टोकरी का मूल्य पूछने पर, जापानी युवक ने दाम लेने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि यदि आप इसका मूल्य देना ही चाहते हैं, तो बस इतना करें कि अपने देश जाकर किसी से यह न कहें कि जापान में अच्छे फल नहीं मिलते।

3. किसी देश के विद्यार्थी ने जापान में ऐसा कौन सा काम किया जिससे उसके देश के माथे पर कलंक का टीका लग गया?
उत्तर– एक विदेशी विद्यार्थी ने जापान में पढ़ते समय सरकारी पुस्तकालय की एक किताब से कुछ दुर्लभ चित्र निकालकर अपने पास रख लिए और पुस्तक बिना चित्र के वापस कर दी। जब यह पता चला, तो उसे सज़ा मिली और उसके देश के नाम पर भी पुस्तकालय में प्रतिबंध लगा दिया गया, जिससे उसके देश की प्रतिष्ठा को कलंक लगा।

4. लेखक के अनुसार कोई भी कार्य महान कैसे बन जाता है?
उत्तर– लेखक के अनुसार, कोई भी कार्य तब महान बन जाता है जब उसके पीछे नेक, सच्ची और अच्छी भावना छिपी हो। काम का आकार या उसकी भव्यता ज़रूरी नहीं है, बल्कि उसे करने वाले की नीयत, ईमानदारी और भावना बड़ी होती है। अगर कोई कार्य बड़ी महत्वाकांक्षा या दिखावे के लिए किया जाए लेकिन उसमें सेवा, सच्चाई और देशभक्ति न हो, तो वह कार्य महत्वहीन हो जाता है। वहीं, अगर कोई बहुत छोटा काम भी पूरी सच्चाई, लगन और देश के प्रति प्रेम से किया जाए, तो वह छोटे से छोटा कार्य भी महान बन जाता है और दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकता है।

5. शल्य ने कौन-सा महत्त्वपूर्ण कार्य किया? पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर- पाठ के अनुसार, शल्य कर्ण का सारथी था। जब भी कर्ण अपनी जीत का प्रचार करता, सारथी शल्य अर्जुन की अजेयता का बार-बार जिक्र करके कर्ण के आत्मविश्वास में दरार डाल देता था। इस कारण कर्ण के आत्मविश्वास में संदेह आने लगा जो अंततः उसकी हार की वजह बना।

6. शक्ति-बोध और सौंदर्य बोध से क्या तात्पर्य है? पाठ के आधार पर बताइए।
उत्तर- शक्ति-बोध का अर्थ है ‘अपने देश के प्रति आत्मविश्वास, गर्व, सुरक्षा और सामूहिक ताकत की भावना’। यदि हर नागरिक अपने देश की उपलब्धियों, शक्तियों और ऐतिहासिक गौरव को महसूस करता है, तो उसमें देश के लिए कुछ अच्छा करने की प्रेरणा बनी रहती है। शक्ति-बोध से नागरिकों में आत्मसम्मान और एकता बढ़ती है, जिससे देश मजबूत और सफल बनता है। सौंदर्य-बोध का मतलब है ‘देश की स्वच्छता, सुंदरता, संस्कृति, सभ्यता और अच्छे संस्कार को बनाए रखना तथा उनका सम्मान करना’। जब लोग अपने आस-पास की साफ-सफाई, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत का ध्यान रखते हैं, तो वे देश को और भी अधिक सम्मानित और सुंदर बनाते हैं।

7. हम अपने देश के शक्ति-बोध को किस प्रकार चोट पहुँचाते हैं?
उत्तर– जब हम अपने देश की बुराइयों और कमियों की चर्चा सार्वजनिक रूप से करते हैं या अपने देश की तुलना में हमेशा उसे हीन बताते हैं, तो हम देश के शक्ति-बोध को चोट पहुँचाते हैं और सामूहिक मानसिक बल को कमजोर करते हैं। इससे नागरिकों में निराशा और हीन भावना उत्पन्न होती है और वे अपने देश की अच्छाइयों और क्षमताओं पर भरोसा खोने लगते हैं, जिससे देश की तरक्की और एकता भी बाधित होती है।

8. हम अपने देश के सौंदर्य-बोध को किस प्रकार चोट पहुँचाते हैं ?
उत्तर– हम अपने देश के सौंदर्य-बोध को उस समय चोट पहुँचाते हैं जब हम गंदगी करते हैं, कचरा फैलाते हैं, अशिष्ट व्यवहार करते हैं या सार्वजनिक स्थानों की सफाई और सुंदरता का ध्यान नहीं रखते। जब हम अपने देश के सौंदर्य-बोध को चोट पहुँचाते हैं, तो न केवल हम उसकी सुंदरता को नुकसान पहुँचाते हैं, बल्कि उसकी प्रतिष्ठा और पर्यावरण की रक्षा भी नहीं कर पाते हैं।

9. देश की उच्चता और हीनता की कसौटी क्या है?
उत्तर– देश की उच्चता और हीनता की असली कसौटी चुनाव है। जिस देश के नागरिक समझदारी से अच्छे और योग्य व्यक्ति को अपना मत देते हैं, वह देश उच्च होता है। जहाँ लोग भावनाओं या गलत प्रभाव में आकर मत देते हैं, वह देश हीन होता है।

III. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर छह या सात पंक्तियों में दीजिए :-

1. लाला लाजपतराय जी ने देश के लिए कौन-सा महत्त्वपूर्ण कार्य किया? निबंध के आधार पर उत्तर दीजिए।
उत्तर– लाला लाजपतराय जी ने अपने देश की पराधीनता के समय अपने देश के लिए साहस और देशभक्ति की मिसाल कायम की। उन्होंने बहुत से देशों की यात्राएँ कीं और विदेशों में रहते हुए भारत की गुलामी की लज्जा को स्वयं महसूस किया। उन्होंने देश की गुलामी पर कई लेख और निबंध लिखे और अपने प्रभावशाली भाषणों से देश के लोगों में स्वतंत्रता के प्रति जोश और भावनाएं उत्पन्न कीं। उनके विचारों और अनुभवों ने देशवासियों को आगे बढ़ने और आज़ादी के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार, लाला लाजपत राय जी ने देश की आज़ादी के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए और लोगों को देश की स्वतंत्रता के लिए जागरूक किया।

2. तुर्की के राष्ट्रपति कमालपाशा और भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से संबंधित घटनाओं द्वारा लेखक क्या संदेश देना चाहता है?
उत्तर- तुर्की के राष्ट्रपति कमालपाशा और भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से जुड़ी घटनाओं के माध्यम से लेखक यह संदेश देना चाहता है कि किसी भी उपहार या कार्य का महत्व उसकी भव्यता या कीमत में नहीं, बल्कि देने वाले की भावना और नीयत में होता है। कमालपाशा ने एक साधारण देहाती बूढ़े व्यक्ति का प्यार से लाया गया शहद स्वीकार कर उसे सम्मान दिया, और नेहरू जी ने किसान द्वारा अपने हाथों बुनी गई खाट को सच्चे भाव से सम्मानित किया। लेखक समझाना चाहता है कि जब कोई कार्य या उपहार सच्चे मन, प्रेम और देशभक्ति से दिया जाए, तो वह बहुत बड़ा हो जाता है। यही सच्ची भावना देश की गरिमा, संस्कृति और एकता को मजबूत बनाती है।

3. लेखक ने देश के नागरिकों को चुनावों में किन बातों की ओर ध्यान देने के लिए कहा है ?
उत्तर– लेखक ने देश के नागरिकों को चुनावों में यह सलाह दी है कि वे हमेशा अपने विवेक और समझदारी से सही, योग्य और ईमानदार व्यक्ति को ही अपना मत दें। नागरिकों को किसी के झूठे वादों, भावनात्मक नारों या बाहरी प्रभाव में आकर वोट नहीं देना चाहिए। सही उम्मीदवार का चयन पूरे देश के भविष्य और प्रगति के लिए जरूरी है। लेखक ने यह भी कहा है कि हर नागरिक का यह अधिकार और कर्त्तव्य है कि बिना पक्षपात के सोच-समझकर अपना वोट इस्तेमाल करें, ताकि देश की उच्चता और लोकतंत्र को मजबूती मिल सके।

(ख) भाषा-बोध
I. निम्नलिखित शब्दों की भाववाचक संज्ञा बनाइए :-
शब्द     भाववाचक संज्ञा       शब्द      भाववाचक संज्ञा
मनुष्य    ______________    ऊँचा     ______________
पूर्ण       ______________   लड़ना    ______________
स्वतंत्र   ______________    गुलाम    ______________
उच्च     ______________    व्यक्ति   ______________
हीन      ______________    पुरुष     ______________
उत्तर-

शब्द भाववाचक संज्ञा शब्द भाववाचक संज्ञा
मनुष्य मनुष्यता ऊँचा ऊँचाई
पूर्ण पूर्णता लड़ना लड़ाई
स्वतंत्र स्वतंत्रता गुलाम गुलामी
उच्च उच्चता व्यक्ति व्यक्तित्व
हीन हीनता पुरुष पुरुषत्व

II. निम्नलिखित शब्दों के विशेषण शब्द बनाइए :-
शब्द       विशेषण        शब्द      विशेषण
नगर     _________      राष्ट्र     __________
संसार    _________     भारत  _________
संस्कृति  _________      दया    __________
परिवार  _________      घर      __________
उत्तर-

शब्द विशेषण शब्द विशेषण
नगर नगरीय राष्ट्र राष्ट्रीय
संसार सांसारिक भारत भारतीय
संस्कृति सांस्कृतिक दया दयालु
परिवार पारिवारिक घर घरेलू

III. निम्नलिखित शब्दों के विपरीत शब्द लिखिए:-
शब्द        विपरीत शब्द          शब्द       विपरीत शब्द
ज्ञान      _____________         लाभ      _____________
अंधकार   _____________         सफल     _____________
जीवन    _____________         पराजय    _____________
साधारण  _____________         पक्ष       _____________
स्वतंत्र    _____________         सम्मान    _____________
उत्तर-

शब्द विपरीत शब्द शब्द विपरीत शब्द
ज्ञान अज्ञान लाभ हानि
अंधकार प्रकाश सफल असफल
जीवन मृत्यु पराजय विजय
साधारण असाधारण पक्ष विपक्ष
स्वतंत्र परतंत्र सम्मान अपमान

(ग) रचनात्मक अभिव्यक्ति

1. आप अपने देश के सम्मान और गरिमा को बनाए रखने में क्या योगदान दे सकते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- अपने देश के सम्मान और गरिमा को बनाए रखने के लिए मैं अपने व्यवहार, भाषा और कार्यों में ईमानदारी, संयम, सच्चाई और सेवा-भाव रख सकता हूँ। मैं सार्वजनिक जगहों की सफाई का ध्यान रखूँगा, नियमों का पालन करूँगा और देश को कमजोर दिखाने वाली नकारात्मक बातों से बचूँगा। इसके अलावा, राष्ट्रध्वज, राष्ट्रीय प्रतीकों और कानूनों का सम्मान करना भी मेरा कर्त्तव्य है।

2. हम सभी अपने देश से जुड़े हुए है। हमारे अच्छे और बुरे कार्यों का प्रभाव देश पर पड़ता है। इस संदर्भ में अपने अध्ययन और अनुभव के आधार पर किसी घटना का वर्णन करें।
उत्तर– यह बात सत्य है कि हमारे अच्छे या बुरे कार्यों का असर देश की छवि पर पड़ता है। मैंने एक बार देखा कि एक यात्री ने रेल में खाते समय कचरा जमीन पर गिरा दिया। यह देखकर दूसरे लोगों की भी सोच बदल गई और उन्होंने भी अनुशासनहीनता दिखाई। लेकिन एक व्यक्ति ने सफाई का ध्यान रखा, तब सबने उसका अनुसरण किया और सफाई करने लगे। इससे साफ है कि हमारा आचरण दूसरों को भी प्रभावित करता है और देश की छवि बनती या बिगड़ती है।

3. आप अपने विद्यालय में शक्ति-बोध और सौंदर्य बोध कैसे ला सकते हैं? इस विषय पर कक्षा में चर्चा कीजिए।
उत्तर- अपने विद्यालय में शक्ति-बोध लाने के लिए हम एक-दूसरे का आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं, प्रतियोगिताओं में भाग लेकर विद्यालय का नाम रोशन कर सकते हैं और सकारात्मक सोच को बढ़ावा दे सकते हैं। सौंदर्य-बोध के लिए विद्यालय परिसर में सफाई रख सकते हैं, पौधारोपण कर सकते हैं और दीवारों पर सुंदर चित्र बना सकते हैं। एक-दूसरे को गंदगी या अनुचित व्यवहार से बचने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं और सभी सार्वजनिक स्थानों की सुंदरता बनाए रख सकते हैं।

4. सार्वजनिक सम्पत्ति की सुरक्षा हम सब कैसे करें। इस विषय पर कक्षा में चर्चा कीजिए।
उत्तर– सार्वजनिक सम्पत्ति की सुरक्षा के लिए हम सभी को जागरूक और जिम्मेदार होना चाहिए। स्कूल, पार्क, बस स्टॉप जैसी सार्वजनिक जगहों की चीजों का सही तरीके से इस्तेमाल करें, तोड़फोड़ न करें और दूसरों को भी सावधान करें। यदि कोई सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुँचा रहा है, तो उसे समझाएँ और आवश्यक हो तो संबंधित अधिकारियों को सूचना दें। इस तरह सभी मिलकर धन और देश की संपत्ति की रक्षा कर सकते हैं।

 

PSEB Class 10 Hindi Lesson 13 मैं और मेरा देश गद्यांश आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)

निम्नलिखित गद्याँशों को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उपयुक्त उत्तर दीजिए-

1
हमारे देश के महान संत स्वामी रामतीर्थ एक बार जापान गये। वे रेल में यात्रा कर रहे थे कि एक दिन ऐसा हुआ कि उन्हें खाने को फल न मिले और उन दिनों फल ही उनका भोजन था। गाड़ी एक स्टेशन पर ठहरी, तो वहाँ भी उन्होंने फलों की खोज की पर वे पा न सके। उनके मुँह से निकला, “जापान में शायद अच्छे फल नहीं मिलते।”
एक जापानी युवक प्लेटफार्म पर खड़ा था। वह अपनी पत्नी को रेल में बैठाने आया था, उसने ये शब्द सुन लिए। सुनते ही वह अपनी बात बीच में ही छोड़कर भागा और कहीं दूर से एक टोकरी ताजे फल लाया। वे फल उसने स्वामी रामतीर्थ को भेंट करते हुए कहा, “लीजिए, आपको ताज़े फलों की जरूरत थी।”
स्वामी जी ने समझा यह कोई फल बेचने वाला है और उनके दाम पूछे पर उसने दाम लेने से इन्कार कर दिया। बहुत आग्रह करने पर उसने कहा, “आप इनका मूल्य देना ही चाहते हैं तो वह यह है कि आप अपने देश में जाकर किसी से यह न कहिएगा कि जापान में अच्छे फल नहीं मिलते।”

1. स्वामी रामतीर्थ का उन दिनों मुख्य भोजन क्या था?
(क) रोटी-सब्जी
(ख) फल
(ग) चावल-दाल
(घ) दूध-रोटी
उत्तर- (ख) फल

2. जापानी युवक ने स्वामी जी को फल देने के बदले क्या माँगा?
(क) पैसे
(ख) धन्यवाद पत्र
(ग) यह वचन कि वे अपने देश में जापान के फलों की बुराई न करें
(घ) फोटो पर हस्ताक्षर
उत्तर– (ग) यह वचन कि वे अपने देश में जापान के फलों की बुराई न करें

3. जापानी युवक प्लेटफार्म पर क्यों आया था?
(क) अपनी पत्नी को रेल में बैठाने
(ख) फल बेचने
(ग) स्वामी जी से मिलने
(घ) स्टेशन मास्टर से मिलने
उत्तर– (क) अपनी पत्नी को रेल में बैठाने

4. जापानी युवक ने स्वामी जी को नि:शुल्क फल क्यों दिए?
उत्तर– युवक ने देश-गौरव और अच्छी छवि बनाए रखने के हेतु फल नि:शुल्क दिए और बदले में केवल यह वचन माँगा कि वे अपने देश में जाकर यह न कहें कि जापान में अच्छे फल नहीं मिलते।

5. इस गद्याँश से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर– इस गद्याँश से शिक्षा मिलती है कि सच्ची देशभक्ति केवल शब्दों में नहीं, बल्कि व्यवहार में दिखती है; अपने देश की छवि की रक्षा के लिए छोटे-से छोटे अवसर पर उदारता दिखानी चाहिए।

2
इस गौरव की ऊँचाई का अनुमान आप दूसरी घटना सुनकर ही पूरी तरह लगा सकेंगे। एक दूसरे देश का निवासी एक युवक जापान में शिक्षा लेने आया। एक दिन वह सरकारी पुस्तकालय से कोई पुस्तक पढ़ने को लाया। इस पुस्तक में कुछ दुर्लभ चित्र थे। ये चित्र इस युवक ने पुस्तक में से निकाल लिए और पुस्तक वापस कर आया। किसी जापानी विद्यार्थी ने यह देख लिया और पुस्तकालय को उसकी सूचना दे दी। पुलिस ने तलाशी लेकर वे चित्र उस विद्यार्थी के कमरे से बरामद किए और उस विद्यार्थी को जापान से निकाल दिया गया।
मामला यहीं तक रहता, तो कोई बात न थी। अपराधी को दंड मिलना ही चाहिए पर मामला यहीं तक नहीं रुका और उस पुस्तकालय के बाहर बोर्ड पर लिख दिया गया कि उस देश का (जिसका वह विद्यार्थी था) कोई निवासी इस पुस्तकालय में प्रवेश नहीं कर सकता।
मतलब साफ है, एक दम साफ कि जहाँ एक युवक ने अपने काम से अपने देश का सिर ऊँचा किया था, वहीं एक युवक ने अपने काम से अपने देश के मस्तक पर कलंक का ऐसा टीका लगाया, जो जाने कितने वर्षों तक संसार की आँखों में उसे लांछित करता रहा।

1.जापान में पढ़ने आये युवक ने पुस्तक से क्या निकाल लिया?
(क) पैसे
(ख) दुर्लभ चित्र
(ग) कागज
(घ) पुस्तकालय कार्ड
उत्तर– (ख) दुर्लभ चित्र

2. उस विद्यार्थी के चित्र चुराने के बाद पुस्तकालय ने क्या निर्णय लिया?
(क) पुस्तकालय बंद कर दिया
(ख) पुस्तकें जलाईं
(ग) बोर्ड लगाया कि उसके देश के कोई निवासी प्रवेश नहीं कर सकते
(घ) जापानी छात्रों को निकाल दिया
उत्तर- (ग) बोर्ड लगाया कि उसके देश के कोई निवासी प्रवेश नहीं कर सकते

3. जापान में शिक्षा लेने गये युवक ने कौन सा अनुचित कार्य किया?
उत्तर– युवक ने सरकारी पुस्तकालय से पढ़ने के लिए लाई पुस्तक में से दुर्लभ चित्र निकाल लिए और पुस्तक बिना चित्रों के लौटा दी।

4. जापानी पुस्तकालय ने किस कारण उस देश के सभी निवासियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया?
उत्तर– क्योंकि एक युवक द्वारा पुस्तक से चित्र चुराने के कारण संस्था ने उस देश के सभी नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दी, ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो।

5. इस घटना से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर- इस घटना से यह शिक्षा मिलती है कि एक नागरिक के बुरे कार्यों का प्रभाव पूरे देश की छवि पर पड़ता है और राष्ट्र की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचती है, इसलिए हर व्यक्ति को अपने आचरण के प्रति सजग रहना चाहिए।

3
महान कमालपाशा उन दिनों अपने देश तुर्की के राष्ट्रपति थे। राजधानी में उनकी वर्षगाँठ बहुत धूमधाम से मनाई गई। देश के लोगों ने उस दिन लाखों रुपए के उपहार उन्हें भेंट किए। वर्षगाँठ का उत्सव समाप्त कर जब वे अपने भवन के ऊपर चले गए तो एक देहाती बूढ़ा उन्हें वर्षगाँठ का उपहार भेंट करने आया। सेक्रेटरी ने कहा, “अब तो समय बीत गया है।” बूढ़े ने कहा, “मैं तीस मील से पैदल चलकर आ रहा हूँ, इसलिए मुझे देर हो गई।”
राष्ट्रपति तक उसकी सूचना भेजी गई। कमालपाशा विश्राम के वस्त्र बदल चुके थे। वे उन्हीं कपड़ों के नीचे चले आए और उन्होंने आदर के साथ बूढ़े किसान का उपहार स्वीकार किया। यह उपहार मिट्टी की छोटी-सी हँडिया में पाव-भर शहद था, जिसे बूढ़ा स्वयं तोड़कर लाया था। कमालपाशा ने हँडिया को स्वयं खोला और उसमें दो उँगलियाँ भरकर चाटने के बाद तीसरी ऊँगली शहद से भरकर बूढ़े के मुँह में दे दी। बूढ़ा निहाल हो गया।
राष्ट्रपति ने कहा, “दादा, आज सर्वोत्तम उपहार तुमने ही मुझे भेंट किया, क्योंकि इसमें तुम्हारे हृदय का शुद्ध प्यार है।” उन्होंने आदेश दिया कि राष्ट्रपति की शाही कार में शाही-सम्मान के साथ उनके दादा को गाँव तक पहुँचाया जाए। क्या वह शहद बहुत कीमती था? क्या उसमें मोती हीरे मिले हुए थे? न, उस शहद के पीछे उसके लाने वाले की भावना थी, जिसने उसे सौ लालों का एक लाल बना दिया।

1.कमालपाशा की वर्षगाँठ कहाँ मनाई गई?
(क) गाँव में
(ख) मंदिर में
(ग) राजधानी में
(घ) स्कूल में
उत्तर- (ग) राजधानी में

2. बूढ़े व्यक्ति को उपहार देने के लिए क्यों देर हो गयी?
(क) गाड़ी सही समय पर नहीं आई थी
(ख) वह तीस मील पैदल चलकर आया था
(ग) उसे रास्ता नहीं पता था
(घ) वह बीमार था
उत्तर- (ख) वह तीस मील पैदल चलकर आया था

3. बूढ़े व्यक्ति ने क्या उपहार दिया?
(क) मिट्टी का बर्तन
(ख) फूलों का गुलदस्ता
(ग) मिठाई का डिब्बा
(घ) मिट्टी की हँडिया में शहद
उत्तर- (घ) मिट्टी की हँडिया में शहद

4. कमालपाशा ने बूढ़े व्यक्ति के उपहार को कैसे स्वीकार किया?
उत्तर- उन्होंने बूढ़े व्यक्ति के उपहार को आदर के साथ स्वीकार किया, खुद हँडिया खोली, शहद चाटा और बूढ़े के मुँह में शहद की तीसरी ऊँगली डाल दी।

5. राष्ट्रपति ने बूढ़े व्यक्ति के सम्मान में क्या किया?
उत्तर– उन्होंने आदेश दिया कि बूढ़े व्यक्ति को राष्ट्रपति की शाही कार में शाही सम्मान के साथ उनके गाँव तक पहुँचाया जाए।

4
हमारे देश में भी एक ऐसी ही घटना घटी थी। एक किसान ने रंगीन सुतलियों से एक खाट बुनी और उसे रेल में रखकर वह दिल्ली लाया। दिल्ली स्टेशन से उस खाट को अपने कंधे पर रख, वह भारत के प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की कोठी पर पहुँचा। पंडित जी कोठी से बाहर आए तो वह खाट उसने उन्हें दी। पंडित जी को देखकर, वह इतना भाव-मुग्ध हो गया कि कुछ कह ही न सका। पंडित जी ने पूछा, “क्या चाहते हो तुम?”
उसने कहा, “यही कि आप इसे स्वीकार करें।” प्रधानमंत्री ने उसका यह उपहार प्यार से स्वीकार किया और अपना एक फोटो दस्तखत करके उसे स्वयं भी उपहार में दिया। जिस दस्तख़ती फोटो के लिए देश के बड़े-बड़े लोग, विद्वान और धनी तरसते हैं, वह क्या उस मामूली खाट के बदले में दिया गया था? न, वह तो उस खाट वाले की भावना का ही सम्मान था।
“क्यों जी, हम यह कैसे जान सकते हैं कि हमारा काम देश के अनुकूल है या नहीं?”
वाह, क्या सवाल पूछा है, आपने! सवाल क्या बातचीत में आपने तो एक कीमती मोती ही जड़ दिया यह, पर इसके उत्तर में सिर्फ़ “हाँ” या “न” से काम न चलेगा। मुझे थोड़ा विवरण देना पड़ेगा।
हम अपने कार्यों को देश के अनुकूल होने की कसौटी पर कस कर चलने की आदत डालें, यह बहुत उचित है, बहुत सुन्दर है, पर हम इसमें तब तक सफल नहीं हो सकते, जब तक कि हम अपने देश की भीतरी दशा को ठीक-ठीक न समझ लें और उसे हमेशा अपने सामने न रखें।

1.किसान ने खाट कैसे बनाई थी?
(क) लकड़ी से
(ख) सुतलियों से
(ग) लोहे से
(घ) प्लास्टिक से
उत्तर- (ख) सुतलियों से

2. किसान खाट लेकर कहाँ पहुँचा?
(क) प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की कोठी पर
(ख) राष्ट्रपति आवास पर
(ग) स्थानीय पंचायत में
(घ) रेलवे स्टेशन पर
उत्तर– (क) प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की कोठी पर

3. पंडित नेहरू ने किसान को क्या दिया?
(क) एक चेक
(ख) कोई उपहार नहीं
(ग) नया घर
(घ) हस्ताक्षरित फोटो
उत्तर– (घ) हस्ताक्षरित फोटो

4. भाव-मुग्ध में कौन-सा समास है?
(क) द्वंद्व समास
(ख) बहुव्रीहि समास
(ग) अव्ययीभाव समास
(घ) तत्पुरुष समास
उत्तर- (घ) तत्पुरुष समास

5. किसान ने पंडित नेहरू को कौन सा उपहार दिया?
उत्तर- किसान ने पंडित नेहरू को रंगीन सुतलियों से बनी एक खाट भेंट की।

 

PSEB Class 10 Hindi Lesson 13 मैं और मेरा देश बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)

1.”अकेला चना क्या भाड़ फोड़े” कहावत का क्या अर्थ है?
(क) अकेला व्यक्ति बड़ा होता है
(ख) अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता
(ग) अकेला व्यक्ति सफल हो जाता है
(घ) अकेला व्यक्ति कमजोर है
उत्तर- (ख) अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता

2. ‘मैं और मेरा देश’ के लेखक कौन हैं?
(क) सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
(ख) हरिवंश राय बच्चन
(ग) सुमित्रानंदन पंत
(घ) कन्हैया लाल मिश्र ‘प्रभाकर’
उत्तर- (घ) कन्हैया लाल मिश्र ‘प्रभाकर’

3. नागरिक का सबसे बड़ा कर्तव्य क्या है?
(क) परिवार चलाना
(ख) देश का सम्मान बनाए रखना
(ग) व्यवसाय करना
(घ) संपत्ति अर्जित करना
उत्तर- (ख) देश का सम्मान बनाए रखना

4. लेखक ने किस चीज़ को देश की हीनता की कसौटी बताया है?
(क) चुनाव
(ख) शिक्षा
(ग) राजनीति
(घ) व्यापार
उत्तर- (क) चुनाव

5. शल्य ने कर्ण के आत्मविश्वास को कैसे प्रभावित किया?
(क) उसे प्रेरित किया
(ख) उसे धोखा दिया
(ग) अर्जुन की प्रशंसा कर उसके मन में संदेह डाला
(घ) उसकी सहायता की
उत्तर– (ग) अर्जुन की प्रशंसा कर उसके मन में संदेह डाला

6. शल्य कौन था?
(क) अर्जुन का मित्र
(ख) कर्ण का सारथी
(ग) दुर्योधन का भाई
(घ) कृष्ण का दूत
उत्तर– (ख) कर्ण का सारथी

7. लेखक के अनुसार जीवन क्या है?
(क) युद्ध
(ख) खेल
(ग) व्यापार
(घ) कविता
उत्तर– (क) युद्ध

8. जीवन की लेखक किससे तुलना करता है?
(क) गुड़िया से
(ख) समुद्र के तट से
(ग) पर्वत से
(घ) पुस्तक से
उत्तर– (ख) समुद्र के तट से

9. लेखक के अनुसार हीन कार्य कौन सा है?
(क) जिसके पीछे अच्छी भावना न हो
(ख) जो छोटा हो
(ग) जो समाजसेवा हो
(घ) जो देशहित में हो
उत्तर– (क) जिसके पीछे अच्छी भावना न हो

10. भारतीय किसान ने प्रधानमंत्री नेहरू को क्या दिया?
(क) शहद
(ख) फल
(ग) पत्र
(घ) खाट
उत्तर- (घ) खाट

11. कमाल पाशा ने उस किसान के लिए क्या किया?
(क) पुरस्कृत किया
(ख) कार में शाही सम्मान से पहुँचवाया
(ग) भोजन कराया
(घ) धन दिया
उत्तर– (ख) कार में शाही सम्मान से पहुँचवाया

12. कमाल पाशा किस देश के राष्ट्रपति थे?
(क) तुर्की
(ख) मिस्र
(ग) ईरान
(घ) अरब
उत्तर– (क) तुर्की

13. लेखक किस दो बोध की आवश्यकता बताता है?
(क) धर्म और विज्ञान
(ख) शक्ति-बोध और सौंदर्य-बोध
(ग) ज्ञान और धन
(घ) श्रम और साहस
उत्तर– (ख) शक्ति-बोध और सौंदर्य-बोध

14. लेखक के अनुसार, देश का गौरव और हीनता किससे जुड़ा है?
(क) सरकार से
(ख) नागरिक से
(ग) सैनिकों से
(घ) नेताओं से
उत्तर- (ख) नागरिक से

15. जापानी युवक ने स्वामी जी से क्या अनुरोध किया?
(क) फल का दाम दें
(ख) जापान में रहें
(ग) अपने देश में यह न कहें कि जापान में अच्छे फल नहीं मिलते
(घ) प्रवचन दें
उत्तर– (ग) अपने देश में यह न कहें कि जापान में अच्छे फल नहीं मिलते

16. स्वामी रामतीर्थ किस देश गए थे?
(क) चीन
(ख) जापान
(ग) अमेरिका
(घ) इंग्लैंड
उत्तर– (ख) जापान

17. लेखक को अपने देश के प्रति क्या कर्तव्य महसूस हुआ?
(क) धन कमाना
(ख) विदेश यात्रा करना
(ग) देश की स्वतंत्रता और सम्मान की रक्षा करना
(घ) शासन में भाग लेना
उत्तर– (ग) देश की स्वतंत्रता और सम्मान की रक्षा करना

18. लाला लाजपत राय का अनुभव क्या था?
(क) विदेशों में सुख
(ख) भारत की गुलामी का कलंक
(ग) लोगों का प्यार
(घ) व्यापार की उन्नति
उत्तर- (ख) भारत की गुलामी का कलंक

19. लाला लाजपत राय को किस नाम से जाना जाता था?
(क) पंजाब केसरी
(ख) लोकमान्य
(ग) नेताजी
(घ) कविराज
उत्तर- (क) पंजाब केसरी

20. वह ‘भूकंप’ क्या था?
(क) प्राकृतिक घटना
(ख) देश में विद्रोह
(ग) मानसिक विचारों का परिवर्तन
(घ) नगर में हंगामा
उत्तर- (ग) मानसिक विचारों का परिवर्तन

 

PSEB Class 10 Hindi मैं और मेरा देश प्रश्न और उत्तर (Extra Question Answers)

1.लेखक ने किन दो बातों को देश के लिए आवश्यक बताया?
उत्तर- लेखक ने शक्ति-बोध और सौंदर्य-बोध को देश के उत्थान के लिए सबसे आवश्यक बताया है।

2. लेखक ने चुनाव को कसौटी क्यों कहा है?
उत्तर– क्योंकि समझदारी से दिया गया मत देश की ऊँचाई तय करता है, जबकि गलत व्यक्ति को दिया गया मत देश को हीन बना देता है।

3. शल्य की घटना से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर– शल्य के नकारात्मक वचनों ने कर्ण का आत्मविश्वास तोड़ा। इससे सीख मिलती है कि संदेह या निराशा भी पराजय का कारण बन सकती है।

4. लेखक के अनुसार जीवन क्या है?
उत्तर– जीवन एक युद्ध है जिसमें हर व्यक्ति की भूमिका महत्त्वपूर्ण है चाहे वह योद्धा हो या प्रोत्साहन देने वाला दर्शक।

5. लेखक ‘मैं और मेरा देश’ को अलग क्यों नहीं मानता?
उत्तर- क्योंकि व्यक्ति और देश दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। नागरिक का सम्मान देश से और देश का गौरव नागरिकों से जुड़ा है।

6. लेखक के अनुसार हर नागरिक का क्या कर्तव्य है?
उत्तर- हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने देश के सम्मान और स्वतंत्रता की रक्षा करे तथा अपने आचरण से देश का नाम ऊँचा करे।

7. लाला लाजपत राय का अनुभव क्या था?
उत्तर- उन्होंने विदेश यात्रा के दौरान महसूस किया कि भारत की गुलामी का कलंक उनके माथे पर है और जब तक देश स्वतंत्र नहीं होगा, गौरव अधूरा रहेगा।

8. मानसिक भूकंप का अर्थ क्या है?
उत्तर- मानसिक भूकंप का अर्थ है विचारों और भावनाओं में गहरा परिवर्तन। लाला लाजपत राय के अनुभव ने लेखक के मन में यही झटका पैदा किया।

9. लेखक को अपनी पूर्णता का अनुभव कैसे हुआ?
उत्तर– लेखक को तब पूर्णता का अनुभव हुआ जब उसे अपने घर, पड़ोस और नगर से ममता, ज्ञान और सम्मान मिला। उसे लगा कि उसकी जीवन-स्थितियाँ सुन्दर और संगठित हैं तथा अब उसे किसी चीज़ की कमी नहीं है।

10. सौंदर्य-बोध का क्या महत्व है?
उत्तर– सौंदर्य-बोध देश की संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है। गंदगी, असभ्यता और अव्यवस्था से देश की छवि को नुकसान पहुँचता है।