सिस्टर सूसान, महेश और सरस्वती का चरित्र-चित्रण | Character Sketch of Sister Susan, Mahesh and Saraswati from PSEB Class 10 Hindi Book Chapter 10 Nurse
- Character Sketch of Sister Susan
- Questions related to the Character of Sister Susan
- Character Sketch of Mahesh
- Questions related to the Character of Mahesh
- Character Sketch of Saraswati
- Questions related to the Character of Saraswati
Related:
सिस्टर सूसान का चरित्र चित्रण (Character Sketch of Sister Susan)
सिस्टर सूसान ‘नर्स’ कहानी की दूसरी प्रमुख पात्र है। जो कहानी को एक नई दिशा देती है। आधी से ज्यादा कहानी उसी के इर्द-गिर्द घूमती है।
- मेहनती – सिस्टर सूसान एक बहुत ही मेहनती नर्स है। वह बच्चों का सभी से तापमान रिकॉर्ड करती है और फिर सभी को दवाई और सूप भी पिलाती है।
- ईमानदार – सिस्टर सूसान अपना काम पूरी ईमानदारी से करती है। वह सभी बच्चों का अच्छे से ध्यान रखती है और सभी को एक सामान प्यार करती है। इसका प्रमाण तब मिलता है जब वह वार्ड में आती है और सभी बच्चों के चेहरे पर उसे देखकर मुस्कान आ जाती है। वह ईमानदार है, यदि ऐसा न होता तो महेश की माँ से उपहार भी ले सकती थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
- सरल हृदय वाली – सूसान सरल हृदय वाली नारी है। वह अस्पताल के बच्चों को एक माँ के समान प्यार करती है। उसमें स्थितियों को समझने और उसके अनुसार स्वयं को ढालने की शक्ति है।
- ममतामयी नारी – सिस्टर सूसान का चरित्र ममतामयी नारी का चरित्र है। वह अस्पताल के बच्चों को एक माँ के समान प्यार करती है। बच्चों को कहानी सुनाती है। बच्चों से बातें करती है।
- बाल मनोविज्ञान ज्ञाता – वह बाल मनोविज्ञान को समझती है। वह महेश को रोता देख उसकी पीड़ा को समझकर उसकी मनोव्यथा को दूर करने की पूरी कोशिश की है। वह महेश को खुश करने के लिए अपने बच्चे की झूठी कहानी बनती है। जो महेश पर असर करती है और वह 13 दिन आराम से अस्पताल में रहता है।
सिस्टर सूसान के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to the Character of Sister Susan)
Q1. सिस्टर सुसन के चरित्र को उजागर कीजिये।
Q2. महेश को घर जैसा महसूस करवाने के लिए सिस्टर सुसन ने क्या बातें की ?
महेश का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Mahesh)
- भावुक – महेश एक छः साल का छोटा सा बच्चा था। वह अस्पताल में भर्ती था क्योंकि उसका आप्रेशन हुआ था। अस्पताल में परिचित मरीज से छ: बजे तक ही मिल पाते थे। परन्तु महेश की जिद्द के कारण उसकी माँ सरस्वती समय पूरा हो जाने पर भी अस्पताल में रुकी हुई थी। वह अपनी माँ के बिना अस्पताल में नहीं रहना चाहता था।
- संवेदनशील – नौ नंबर बैड वाले बच्चे ने सरस्वती को बताया था कि ऑप्रेशन के बाद महेश माँ-माँ पुकारता हुआ रो रहा था। माँ के जाने के बाद वार्ड में नौ नंबर वाला बच्चा महेश को समझा रहा था किंतु महेश कुछ सुनने को तैयार नहीं था। वह तो बस माँ की रट लगाए हुए था। थोड़ी देर बाद चारों ओर जब खामोशी छा गई तब भी महेश की मम्मी-मम्मी की हिचकी गूंज रही थी।
- भोला-भाला – जब सिस्टर सुसान में अपने बेटे के बारे में महेश को बताया तो वह उसकी सभी बातों पर विश्वास कर लेता है और अपनी माँ को भी सारी बातें बताता है। सिस्टर सुसान की बातों में आ कर वह अपने अस्पताल के दिन बड़े आराम से काटता है। और किसी को तंग नहीं करता।
- बहन से प्यार व् माँ की चिंता करने वाला – महेश बहुत छोटा है। परन्तु जब वह सुसान से सुनता है कि उसके अस्पताल आने पर उसका बेटा बहुत रोता है जिससे उसे परेशानी होती है। तो वह अपनी माँ से अपनी बहन के पास जल्दी जाने को कहता है। ताकि उसकी बहन भी न रोए और उसके रोने से माँ भी परेशान न हों।
महेश के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to the Character of Mahesh)
Q1. महेश अपनी माँ से ज़िद्द क्यों करता है?
Q2. महेश अस्पताल में कैसा महसूस करता है?
सरस्वती का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Saraswati)
- ममत्त्व से भरपूर – सरस्वती चाहकर भी अपने बच्चे को अस्पताल में छोड़ कर नहीं जा पा रही थी। क्योंकि महेश अपनी माँ को अपने पास रोकना चाहता था। सरस्वती ने अस्पताल के कानून का पालन करने के लिए महेश को नौ नंबर बैड वाले बच्चे के पास छोड़ दिया क्योंकि वह दूसरे बच्चों से ज्यादा समझदार और बड़ा था। सरस्वती जल्दी से अस्पताल के गेट के पास तो चली गई परन्तु उसे अपने बच्चे को इस तरह छोड़ कर जाना अच्छा नहीं लग रहा था। उसकी आँखों से आँसू छलक रहे थे।
- नियमों का पालन करने वाली – अपने छोटे से बच्चे को अकेले अस्पताल में छोड़ कर न जाने का मन होते हुए भी अस्पताल के नियमों के कारण सरस्वती महेश को रोता हुआ ही अस्पताल में छोड़ देती है। भले ही उसे कितना भी दुःख क्यों न हुआ हो।
- दूसरों के परोपकार को चुकाने वाली – जब सरस्वती को पता चलता है कि सिस्टर सुसान ने एक माँ की तरह उसके महेश की देखभाल की है तो वह उसका धन्यवाद करने के लिए अस्पताल जाती है। साथ-ही-साथ वह उसके लिए फूलों का गुच्छा और उसके बेटे के लिए उपहार भी ले जाती है।
सरस्वती के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to the Character of Saraswati)
Q1. सरस्वती एक अच्छी माँ कैसे साबित होती है?
Q2. सरस्वती अपने बच्चे के लिए क्या क्या त्याग करती है?