CBSE Class 7 Hindi Chapter 3 Phool Aur Kaanta (फूल और काँंटा) Question Answers (Important) from Malhar Book
Class 7 Hindi Phool Aur Kaanta Question Answers and NCERT Solutions– Looking for Phool Aur Kaanta question answers for CBSE Class 7 Hindi Malhar Book Chapter 3? Look no further! Our comprehensive compilation of important question answers will help you brush up on your subject knowledge.
सीबीएसई कक्षा 7 हिंदी मल्हार के पाठ 3 फूल और काँंटा प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 7 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे फूल और काँंटा प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।
The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract-based questions, multiple choice questions, short answer and long answer questions.
Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams.
- Phool Aur Kaanta NCERT Solutions
- Phool Aur Kaanta Extract Based Questions
- Phool Aur Kaanta Multiple Choice Questions
- Phool Aur Kaanta Extra Question Answers
Related:
Phool Aur Kaanta Chapter 3 NCERT Solutions

पाठ से
मेरी समझ से
(क) कविता के आधार पर नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है ? उनके सामने तारा (★) बनाइए । कुछ प्रश्नों के एक से अधिक उत्तर भी हो सकते हैं।
प्रश्न 1 – कविता में काँटे के बारे में कौन-सा वाक्य सत्य है?
काँटा अपने आस-पास की सुगंध को नष्ट करता है।
काँटा तितलियों और भौंरों को आकर्षित करता है।
काँटा उँगलियों को छेदता है और वस्त्र फाड़ देता है।
काँटा पौधे को हानि पहुँचाता है।
उत्तर – काँटा उँगलियों को छेदता है और वस्त्र फाड़ देता है। (★)

प्रश्न 2 – कविता में फूल और काँटे में समानताओं और विभिन्नताओं का उल्लेख किया गया है। निम्नलिखित में से कौन-सा वाक्य इन्हें सही रूप में व्यक्त करता है?
फूल सुंदरता का प्रतीक है और काँटा कठोरता का ।
फूल और काँटे के बारे में लोगों के विचार समान होते हैं।
फूल और काँटे एक ही पौधे पर उगते हैं, लेकिन उनके स्वभाव भिन्न होते हैं।
फूल और काँटे को समान देखभाल मिलती है फिर भी उनके रंग-ढंग अलग होते हैं।
उत्तर – फूल और काँटे एक ही पौधे पर उगते हैं, लेकिन उनके स्वभाव भिन्न होते हैं। (★)
फूल और काँटे को समान देखभाल मिलती है फिर भी उनके रंग-ढंग अलग होते हैं। (★)

प्रश्न 3 – कविता के आधार पर कौन-सा निष्कर्ष उपयुक्त है ?
व्यक्ति का कुल ही उसके सम्मान का आधार होता है।
व्यक्ति के कार्यों के कारण ही लोग उसका सम्मान करते हैं।
कुल की प्रतिष्ठा हमेशा व्यक्ति के गुणों से बड़ी होती है।
यदि व्यक्ति अच्छे कार्य करता है तो उसके कुल को प्रसिद्धि मिलती है।
उत्तर – व्यक्ति के कार्यों के कारण ही लोग उसका सम्मान करते हैं। (★)
यदि व्यक्ति अच्छे कार्य करता है तो उसके कुल को प्रसिद्धि मिलती है। (★)

प्रश्न 4 – कविता के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सा कथन ‘बड़प्पन’ के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है ?
धन-दौलत और ताकत से व्यक्ति के बड़प्पन का पता चलता है।
कुल के बड़प्पन की प्रशंसा व्यक्ति की कमियों को ढक देती है।
बड़प्पन व्यक्ति के गुणों, स्वभाव और कर्मों से पहचाना जाता है।
कुल का नाम व्यक्ति में बड़प्पन की पहचान का मुख्य आधार है।
उत्तर – बड़प्पन व्यक्ति के गुणों, स्वभाव और कर्मों से पहचाना जाता है। (★)
(ख) हो सकता है कि आपके समूह के साथियों ने अलग-अलग या एक से अधिक उत्तर चुने हों। अपने मित्रों के साथ चर्चा कीजिए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुनें?
उत्तर – (1) कविता में फूल की अपेक्षा काँटे के नकारात्मक स्वभाव का वर्णन किया गया है, इसी कारण इस विकल्प का चयन किया गया है।
(2) मेरे अनुसार इस प्रश्न के दो विकल्प चुनने का कारण है कि फूल और काँटें दोनों का एक ही समान वातावरण व् परिवेश में पालन-पोषण होता है परन्तु फिर भी दोनों अलग-अलग प्रवृत्ति अपनाते हैं।
(3) मेरे द्वारा इस प्रश्न के भी दो विकल्पों का चयन किया गया क्योंकि मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने द्वारा किए अच्छे कार्यों तथा उदार स्वभाव से ही पहचाना जाता है और इसी कारण उसके परिवार या कुल का मान बढ़ता है। अन्यथा कुछ ऐसे भी लोग हैं जो उच्च कुल में जन्म लेने के पश्चात अपने बुरे कार्यों से अपने परिवार का पतन करने में भूमिका निभाते हैं।
(4) मेरे अनुसार ‘बड़प्पन’ का अर्थ व्यक्ति के द्वारा किए अच्छे कर्मों, दूसरों के प्रति उसके स्वभाव तथा उसके भीतर छिपे गुणों से है जो दूसरों की मौलिकता का हनन न करके उन्हें अपने साथ लेकर चलते हैं। ऐसे व्यक्ति जग में प्रसिद्धि पाते हैं क्योंकि उनका स्वभाव छल-कपट से रहित होता है तथा वे दूसरों के लिए भी हितकारी होते हैं।
पंक्तियों पर चर्चा
पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपने समूह में साझा कीजिए और लिखिए-
(क) “मेह उन पर है बरसता एक सा,
एक सी उन पर हवायें हैं बही।
पर सदा ही यह दिखाता है हमें,
ढंग उनके एक से होते नहीं।’
उत्तर – जिस प्रकार बादल का बरसना, हवाओं का बहना आदि सभी परिस्थितियाँ फूल और काँटे के लिए समान होती हैं, फिर भी दोनों के स्वभाव में अंतर होता है। ठीक इसी तरह से परिस्तिथि समान होने पर भी व्यक्ति स्वभाव या व्यवहार में भिन्न हो सकते हैं। फूल और काँटे का प्रतीकात्मक प्रयोग कर कवि ने हमें अप्रत्यक्ष रूप से यह समझाने का प्रयास किया है कि व्यक्ति के स्वभाव और दृष्टिकोण पर निर्भर करता है कि वह दूसरे व्यक्तियों व् जीवों को फूल की तरह सुख देकर सम्मान प्राप्त करे या काँटे के समान दुख देकर अपमान सहन करे।

(ख) “किस तरह कुल की बड़ाई काम दे,
जो किसी में हो बड़प्पन की कसर । ”
उत्तर – उच्च कुल में जन्म लेने मात्र से किसी की विशेषता या गुण को नहीं परखा जा सकता, जब तक कि व्यक्ति के व्यवहार में विनम्रता, दया, परोपकारिता आदि का भाव विद्यमान न हो। यदि किसी व्यक्ति के भीतर गुणों की कमी हो, उसके व्यवहार या चरित्र में महानता न हो, तो एक श्रेष्ठ कुल या ऊँचे परिवार में उसका जन्म लेना व्यर्थ हो जाता है। अतः व्यक्ति को इस बात का घमंड नहीं करना चाहिए कि वह किस कुल में जन्मा है, अपितु वह अपने आचरण से समाज को क्या दे रहा है, यह उसके लिए आवश्यक होना चाहिए।
मिलकर करें मिलान
• इस कविता में ‘फूल’ और ‘काँटा’ के उदाहरण द्वारा लोगों के स्वभावों के अंतर और समानताओं की ओर संकेत किया गया है। दूसरे शब्दों में, ‘फूल’ और ‘काँटा’ प्रतीक के रूप में प्रयोग किए गए हैं। अपने साथियों के साथ मिलकर चर्चा कीजिए कि फूल और काँटा किस-किस के प्रतीक हो सकते हैं। इन्हें उपयुक्त प्रतीकों से जोड़िए-

उत्तर –
| फूल | काँटा |
| दया | स्वार्थ |
| परोपकार | बुराई |
| अच्छाई | दुःख |
| प्रेम | कठोरता |
| सुख | पीड़ा |
| सुंदरता | |
| कोमलता | |
| आनंद |
सोच-विचार के लिए
कविता को एक बार पुनः ध्यान से पढ़िए, पता लगाइए और लिखिए-
(क) कविता में ऐसी कौन-कौन सी समानताओं का उल्लेख किया गया है जो सभी पौधों पर समान रूप से लागू होती हैं?
उत्तर – कविता में ऐसी कई समानताओं का उल्लेख किया गया है, जो सभी पौधों पर समान रूप से लागू होती हैं –
एक ही संसार अथवा जगह पर जन्म लेना।
रात में चाँद की चाँदनी समान रूप से पड़ना।
वर्षा का समान रूप से बरसना।
हवा का समान रूप से मिलना।
(ख) आपको फूल और काँटे के स्वभाव में मुख्य रूप से कौन-सा अंतर दिखाई दिया?
उत्तर – फूल कोमल, सुखदायी, सुगंध देने वाला तथा प्रेमपूर्वक व्यवहार करने वाला है। साथ ही साथ फूल दिल को खुश कर देने वाला स्वभाव रखता है। फूल तितलियों को अपनी गोद में रखता है और भवरों को भी अपने रस का पान कराता है। किंतु इसके विपरीत काँटा कठोर, कष्टदायी तथा अहंकारी प्रवृत्ति वाला होता है। काँटा कभी भी दूसरों को चुभ जाता है और तितलियों व् भवरों को भी नुक्सान पहुंचता है।
(ग) कविता में मुख्य रूप से कौन-सी बात कही गई है? उसे पहचानिए, समझिए और अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – इस कविता में मुख्य रूप से यह बात कही गई है कि व्यक्ति का स्वभाव व् व्यवहार ही उसे महान बनाता है या उसे हीनता की ओर अग्रसर करता है। उच्च कुल में जन्म लेने मात्र से कोई लाभ नहीं होता। हमें फूल की तरह विनम्र, दूसरों की सेवा करने वाला तथा दूसरों को आनंद देने वाला होना चाहिए, न कि काँटे की तरह, जो दूसरों को पीड़ा और दुख ही देता है। उच्च कुल, उच्च जाति या परिस्थितियाँ व्यक्ति के व्यक्तित्व को नहीं दर्शाती, अपितु व्यक्ति का आचरणव् व्यवहार, उसका अच्छा स्वभाव तथा उसके कर्म ही उसकी असली पहचान बनते हैं।
(घ) “किस तरह कुल की बड़ाई काम दे, जो किसी में हो बड़प्पन की कसर।” उदाहरण देकर समझाइए |
उत्तर – इस पंक्ति के माध्यम से यह समझाने का प्रयास किया गया है कि कुल की प्रतिष्ठा तब तक कोई मायने नहीं रखती जब तक कि व्यक्ति के स्वभाव या उसके कर्मों से बड़प्पन न दिखे। इस बात को अच्छे से समझने के लिए आप दुर्योधन का उदाहरण ले सकते है – दुर्योधन जो धृतराष्ट्र का पुत्र और कुरु वंश का राजकुमार था, उसके पास कुल की प्रतिष्ठा जन्म से ही थी परन्तु वह अपने कर्मों, अहंकार, द्वेष और अधर्म के कारण सम्पूर्ण संसार में निंदनीय बना।
(ङ) “है खटकता एक सब की आँख में, दूसरा है सोहता सुर शीश पर।” लोग कैसे स्वभाव के व्यक्तियों की प्रशंसा करते हैं और कैसे स्वभाव वाले व्यक्तियों से दूर रहना पसंद करते हैं?
उत्तर – जो व्यक्ति फूल की भाँति विनम्र, सेवा भाव से पूर्ण, हितकारी, दयालु तथा दूसरों को सदा सुख देने वाला हो, लोग ऐसे स्वभाव के व्यक्तियों की प्रशंसा करते हैं और जो व्यक्ति काँटे की भाँति कठोरता रखने वाले, स्वार्थी तथा दुसरो को सदा कष्ट देने वाले हों, ऐसे स्वभाव वाले लोगों से दूर रहना पसंद करते हैं।
अनुमान और कल्पना से
अपने समूह में मिलकर चर्चा कीजिए—


(क) कल्पना कीजिए कि चाँदनी, हवा और मेघ केवल एक पौधे पर बरसते हैं। बाकी पौधे इन सबके बिना कैसे दिखेंगे और उनके जीवन पर इसका क्या प्रभाव होगा?
उत्तर – चाँदनी रात में पौधों को शीतलता प्रदान करती है यदि किसी पौधे को रात में चाँदनी न मिले तो वे पौधे अंधकार में रहेंगे, वे मुरझाने लगेंगे। हवा के बिना बाकी पौधे ठीक से बड़े नहीं हो पाएँगे, क्योंकि हवा सभी के लिए महत्वपूर्ण है। हवा के बिना उनकी पत्तियाँ सूखने व गिरने लगेंगी। मेघ के जल के बिना अन्य पौधे प्यासे रह जाएँगे, उनका जीवन खत्म हो जाएगा, क्योंकि उनकी मिट्टी सूख जाएगी। चाँदनी, हवा और मेघ के जल के बिना बाकी पौधे मुरझाए हुए लगेंगे तथा उनकी जीवन-शक्ति खत्म-सी हो जाएगी।
(ख) यदि सभी पौधे एक जैसे होते तो दुनिया कैसी लगती?
उत्तर – प्रकृति में अनेक भिन्नताएं हैं, जो किसी न किसी रूप में व्यक्ति को प्रेरित करती हैं। कठिन जीवन में कैसे साहस के साथ बढ़ना है या विषम परिस्थितियों में कैसे रास्ता निकालना है इत्यादि। यदि दुनिया में सभी पौधे एक जैसे होते जो दुनिया में सब जगह एक ही आकार की पत्तियों, रंग तथा सुगंध वाले फूल-पौधे होते। बिना नएपन, विविधता के जीवन नीरस और उबाऊ लगता। मनुष्य को प्रकृति से किसी प्रकार की प्रेरणा नहीं मिलती तथा उसका जीवन प्रेरणा रहित हो जाता।
(ग) यदि काँटे न होते और हर पौधा केवल फूलों से भरा होता तो क्या होता?
उत्तर – प्रकृति में कोई भी चीज बिना वजह से नहीं होती। काँटे भी एक तरह से पौधों के सुरक्षा कवच होते हैं। यदि हर पौधा केवल फूलों से भरा होता तो फूलों की रक्षा करने वाला कोई नहीं होता। पशु-पक्षी उनको आसानी से नुक्सान पहुँचा सकते हैं। कई स्थानों पर विशेष कर रेगिस्तानी और कठोर जलवायु वाले क्षेत्रों में पौधों को अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए काँटों की आवश्यकता होती है। नहीं तो उनका जीवन संकट में पड़ सकता है क्योंकि बिना काँटों के वे जीवित नहीं रह पाएंगे।
(घ) कल्पना कीजिए कि एक तितली काँटे से मित्रता करना चाहती है, उनके बीच कैसा संवाद होगा?
उत्तर – यदि एक तितली काँटे से मित्रता करना चाहती है, तो तितली का काँटे से संवाद कुछ इस प्रकार का होगा –
तितली – काँटे सखा! गर्मी की ऐसी चिलचिलाती धूप में भी तुम पहले जैसे ही दिख रहे हो। इसका क्या कारण है?
काँटा – अरे सखी! मेरा स्वभाव तो ऐसा ही है। मैं भी तुम्हारी तरह रंग-बिरंगा और मुलायम होना चाहता हूँ। पर ऐसा मेरे नसीब में कहाँ!
तितली – अरे सखा! तुम अपने आपकी दूसरों से तुलना मत करो। क्योंकि तुम्हारे नुकीले स्वभाव के कारण ही फूल सुरक्षित महसूस करते हैं।
काँटा – (हैरानी से) पर मुझे देखकर तो सभी डरते हैं।
तितली – (मुस्कुराकर) तुम बाहर से कठोर हो, लेकिन तुम्हारे अंदर भी जीवन के लिए प्रेम है। तुम तो फूलों के रक्षा कवच हो ।
काँटा – शुक्रिया सखी, तुम्हारी बातें सुनकर मुझे अपने स्वभाव पर गर्व हो रहा है। आज मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मुझे कोई मित्र मिल गया हो।
तितली – हाँ-हाँ, क्यों नहीं। आज से हम पक्के मित्र हैं। (फिर थोड़ी शरारत के साथ) पर थोड़ा संभलकर कहीं तुम्हारे नुकीले अंग मेरे कोमल पंखों को नुक्सान न पहुंचा दें।
(ङ) कल्पना कीजिए कि आपको किसी काँटे, फूल या दोनों के गुणों के साथ जीवन जीने का अवसर मिलता है। आप किसके गुणों को अपनाना चाहेंगे? कारण सहित बताइए।
उत्तर – यदि मुझे किसी काँटे, फूल या दोनों के गुणों के साथ जीवन जीने का अवसर मिलता है, तो मैं काँटे और फूल दोनों के गुणों को अपनाना चाहूँगी क्योंकि एक ओर जहाँ फूल हमें कोमलता, मधुरता, प्रेम, करुणा व् सेवा भाव जैसे गुणों को सिखाता है। वहीं दूसरी ओर काँटे से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हमें कठिन परिस्थितियों में भी कैसे टिके रहना है। कांटे हमें शक्तिशाली बनने रहने तथा कठिनाइयों का सामना करने की सीख देते हैं।
शब्द से जुड़े शब्द
नीचे दिए गए रिक्त स्थानों में ‘बड़प्पन’ से जुड़े शब्द अपने समूह में चर्चा करके लिखिए-

उत्तर –

बड़प्पन
‘बड़प्पन’ शब्द ‘बड़ा’ और ‘पन’ से मिलकर बना है। इसका अर्थ होता है – बड़ाई, श्रेष्ठ या बड़ा होने का भाव, महत्व, गौरव। इसका उपयोग मुख्य रूप से व्यक्तित्व, गुण और चरित्र की ऊँचाई या महानता बताने के लिए किया जाता है, जैसे – उनकी सादगी और बड़प्पन ने सबका मन जीत लिया।
- नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं जो किसी भाव को व्यक्त करते हैं। इनमें से जो शब्द ‘बड़प्पन’ के भाव व्यक्त करते हैं, उन पर एक गोला बनाइए, जो बड़प्पन का भाव व्यक्त नहीं करते हैं, उनके नीचे रेखा खींचिए।
| सहनशीलता | दया | अहंकार | विश्वास | घमंड | ईर्ष्या |
| द्वेष | प्रतिशोध | क्रूरता | उदारता | विनम्रता | त्याग |
| संतोष | समर्पण | आदर | सम्मान | निष्ठा | परोपकार |
| सद्भावना | स्वार्थ | अपमान | अविश्वास | झूठ | अधीरता |
| लालच | झगड़ालूपन |
उत्तर –

कविता की रचना

“फूल लेकर तितलियों को गोद में,
भौंर को अपना अनूठा रस पिला।
निज सुगंधों औ निराले रंग से,
है सदा देता कली का जी खिला । “
इस पंक्ति में रेखांकित शब्द पर ध्यान दीजिए। क्या आपने इस शब्द को पहले कहीं पढ़ा है? यह शब्द है— ‘और’। कविता में ‘र’ वर्ण नहीं लिखा गया है। कई बार बोलते हुए हम शब्द की अंतिम ध्वनि उच्चरित नहीं करते हैं। कवि भी कविता की लय के अनुसार ऐसा प्रयोग करते हैं। इस कविता में ऐसी अनेक विशेषताएँ छिपी हैं, जैसे— प्यार में डूबी तितलियों के स्थान पर ‘प्यार-डूबी तितलियों का प्रयोग किया गया है। हर दूसरी पंक्ति का अंतिम शब्द मिलती-जुलती ध्वनि वाला यानी ‘तुकांत’ है आदि।
(क) अपने समूह के साथ मिलकर इन विशेषताओं की सूची बनाइए। अपने समूह की सूची को कक्षा में सबके साथ साझा कीजिए।
उत्तर – उपरोक्त उदाहरण की तरह कविता में आए ऐसे शब्दों या विशेषताओं की सूची निम्नलिखित रूप से बनाई जा सकती है –
कविता की गेयता बनाए रखने के लिए पदक्रम को अनूठे तरिके से प्रयोग किया गया है। जैसे- ‘ हैं जनम लेते जगह में एक ही’।
कविता में तुकांत शब्दों की वजह से संगीतात्मकता प्रभावशाली रूप से व्यक्त हुई है। जैसे – पालता – डालता, बही- नहीं आदि।
कविता में लाक्षणिता का उपयोग किया गया है; जैसे- ‘फूल लेकर तितलियों की गोद में’।
कविता में उपमा अलंकार का सुंदर प्रयोग प्रदर्शित होता है। जैसे – ‘जीवन एक फूल की तरह है और कठिनाइयाँ काँटों की तरह।
(ख) नीचे इस कविता की कुछ विशेषताएँ और वे पंक्तियाँ दी गई हैं जिनमें ये विशेषताएँ झलकती हैं। विशेषताओं का सही पंक्तियों से मिलान कीजिए। आप कविता की पंक्तियों में एक से अधिक विशेषताएँ भी ढूँढ सकते हैं।
| कविता की विशेषताएँ | कविता की पंक्तियाँ |
| 1. एक ही वर्ण से शुरू होने वाले दो शब्द एक ही पंक्ति में साथ-साथ आए हैं। | 1. किस तरह कुल की बड़ाई काम दे |
| 2. मुहावरे का प्रयोग किया गया है। | 2. भौंर को अपना अनूठा रस पिला |
| 3. प्रश्न पूछा गया है। | 3. फाड़ देता है किसी का वर बसन |
| 4. प्राकृतिक वस्तुओं, जैसे— पेड़-पौधों में मानवीय कार्यों और भावनाओं का वर्णन किया गया है। | 4. है खटकता एक सब की आँख में,
दूसरा है सोहता सुर शीश पर |
| 5. एक-दूसरे के विपरीत अर्थ वाले शब्दों का प्रयोग किया गया है। | 5. है सदा देता कली का जी खिला |
| 6. फूल लेकर तितलियों को गोद में |
उत्तर –
| कविता की विशेषताएँ | कविता की पंक्तियाँ |
| 1. एक ही वर्ण से शुरू होने वाले दो शब्द एक ही पंक्ति में साथ–साथ आए हैं। | 2. भौंर को अपना अनूठा रस पिला
4. है खटकता एक सब की आँख में, दूसरा है सोहता सुर शीश पर |
| 2. मुहावरे का प्रयोग किया गया है। | 4. है खटकता एक सब की आँख में,
दूसरा है सोहता सुर शीश पर 5. है सदा देता कली का जी खिला |
| 3. प्रश्न पूछा गया है। | 1. किस तरह कुल की बड़ाई काम दे
3. फाड़ देता है किसी का वर बसन |
| 4. प्राकृतिक वस्तुओं, जैसे— पेड़–पौधों में मानवीय कार्यों और भावनाओं का वर्णन किया गया है। | 2. भौंर को अपना अनूठा रस पिला
6. फूल लेकर तितलियों को गोद में |
| 5. एक–दूसरे के विपरीत अर्थ वाले शब्दों का प्रयोग किया गया है। | 4. है खटकता एक सब की आँख में,
दूसरा है सोहता सुर शीश पर |
कविता का सौंदर्य
(क) आगे कविता की कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं। इनमें कुछ शब्द हटा दिए गए हैं और साथ में मिलते-जुलते अर्थ वाले शब्द भी दिए गए हैं। इनमें से प्रत्येक शब्द से वह पंक्ति पूरी करके देखिए जो शब्द उस पंक्ति में जँच रहे हैं, उन पर घेरा बनाइए।
1. हैं जनम लेते जगह में एक ही,
एक ही पौधा उन्हें है पालता।
______में उन पर चमकता _____भी, (रात, रात्रि, रजनी, निशा) (शशि, चंद्रमा, चाँद, राकेश, इंदु)
एक ही सी चाँदनी है डालता।
उत्तर –
हैं जनम लेते जगह में एक ही,
एक ही पौधा उन्हें है पालता।
___(रात, रात्रि) ___में उन पर चमकता __(चंद्रमा, चाँद)___भी,
एक ही सी चाँदनी है डालता।
2. _________उन पर है बरसता एक सा, (मेह, बादल, मेघ, जलद)
एक सी उन पर ________हैं बही। (वायु, पवन, समीर, मारुत, बयारें, हवायें)
पर सदा ही यह दिखाता है हमें,
ढंग उनके एक से होते नहीं।
उत्तर –
___ (मेह, बादल)___उन पर है बरसता एक सा,
एक सी उन पर ___(बयारें, हवायें)__हैं बही।
पर सदा ही यह दिखाता है हमें,
ढंग उनके एक से होते नहीं।
(ख) अपने समूह में चर्चा करके पता लगाइए कि कौन-सा शब्द रिक्त स्थानों में सबसे अधिक साथियों को जँच रहा है और क्यों?
उत्तर – कविता की इन पंक्तियों में सबसे अधिक वही शब्द जँच रहे हैं जिनका प्रयोग कवि द्वारा कविता में किया गया है। इनके अतिरिक्त हमने कुछ और शब्द भी चुने हैं, जो कि जँच रहे हैं। इन शब्दों को चुनने का कारण यह है कि तत्सम शब्दों के तत्सम शब्द ; देशज शब्दों के साथ देशज शब्द तथा तद्भव शब्दों साथ तद्भव शब्दों का प्रयोग अच्छा लगता है।
विशेषण
“भौंर का है बेध देता श्याम तन।”

‘श्याम तन’ का अर्थ है- काला शरीर । यहाँ ‘श्याम’ शब्द भँवरे के ‘शरीर’ की विशेषता बता रहा है, अर्थात् ‘श्याम’ ‘विशेषण’ है। ‘तन’ एक संज्ञा शब्द है जिसकी विशेषता बताई जा रही है अर्थात् ‘तन’ ‘विशेष्य’ शब्द है।
(क) नीचे दी गई पंक्तियों में विशेषण और विशेष्य शब्दों की पहचान करके लिखिए –
| पंक्ति | विशेषण | विशेष्य |
| 1. भौर का है बेध देता श्याम तन | श्याम | तन |
| 2. फाड़ देता है किसी का वर बसन | ||
| 3. भौंर को अपना अनूठा रस पिला | ||
| 4. निज सुगंधों औ निराले ढंग से |
उत्तर –
| पंक्ति | विशेषण | विशेष्य |
| 1. भौर का है बेध देता श्याम तन | श्याम | तन |
| 2. फाड़ देता है किसी का वर बसन | वर | बसन |
| 3. भौंर को अपना अनूठा रस पिला | अनूठा | रस |
| 4. निज सुगंधों औ निराले ढंग से | निराले | ढंग |
(ख) नीचे दिए गए विशेष्यों के लिए अपने मन से विशेषण सोचकर लिखिए-
| 1. फूल | ||
| 2. काँटा | ||
| 3. मेह | ||
| 4. चाँद | ||
| 5. रात |
उत्तर –
| 1. फूल | सुंदर | रंग-बिरंगे |
| 2. काँटा | मोटा | नुकीला |
| 3. मेह | घना | काला |
| 4. चाँद | आधा | पूरा |
| 5. रात | अँधेरी | डरावनी |
पाठ से आगे
आपकी बात
(क) यदि आपको फूल और काँटे में से किसी एक को चुनना हो तो आप किसे चुनेंगे और क्यों ?
उत्तर – मैं फूल को चुनूँगी क्योंकि फूल का स्वभाव कोमल व् सेवा भाव से पूर्ण है। वह दूसरों को खुशियाँ बाँटता है। लोगों के जीवन में सुगंध और सुंदरता भर देता है। फूल की तरह हम भी लोगों में प्रेम, खुशियाँ व् सेवा भाव आदि बाँटने का कार्य कर सकते हैं।
(ख) कविता में बताया गया है कि फूल अपनी सुगंध और व्यवहार से चारों ओर प्रसन्नता और आनंद फैला देता है। आप अपने मित्रों या परिवार के जीवन में प्रसन्नता और आनंद लाने के लिए क्या-क्या करते हैं और क्या-क्या कर सकते हैं?
उत्तर – कविता में फूल जिस तरह अपनी सुगंध और व्यवहार से चारों ओर प्रसन्नता और आनंद फैला देता है। हम भी मित्रों या परिवार के जीवन में प्रसन्नता और आनंद लाने के लिए कई कार्य करते हैं। जैसे –
मैं अपने परिवार के सदस्यों के जीवन में प्रसन्नता और आनंद लाने के लिए बड़ों की आज्ञा का पालन करती हूँ, घर के छोटे-छोटे कामों में अपनी माँ व् बहन का हाथ बँटाती हूँ इत्यादि।
मित्रों के जीवन में प्रसन्नता लाने के लिए मैं उनके सुख दुःख में साथ रहती हूँ। उनसे ईर्ष्या नहीं करती।
परिवार के सदस्यों व मित्रों से हम अपनी गलती के लिए क्षमा माँग सकते हैं।
बड़े बुजुर्गों को बातों को एक अच्छा श्रोता बनकर सुन सकते हैं। उनके साथ समय बिता सकते हैं।
छोटों के साथ मिलकर खेल – खेल सकते हैं।
खुले दिल से सबकी सराहना कर सकते हैं।
(ग) ‘फूल’ और ‘काँटे’ एक-दूसरे से बिलकुल भिन्न हैं। फिर भी साथ-साथ पाए जाते हैं। अपने आस-पास से ऐसे अन्य उदाहरण दीजिए ।
(संकेत – वस्तुएँ, जैसे- नमक और चीनी; स्वभाव, जैसे- शांत और क्रोधी; स्वाद, जैसे- खट्टा-मीठा; रंग, जैसे- काला- सफेद, अनुभव, जैसे- सुख-दुख आदि)
उत्तर –
वस्तुएँ – आग-पानी
स्वभाव – कोमल-कठोर
स्वाद – खट्टा-नमकीन
रंग – नीला-पीला
अनुभव – ख़ुशी-निराशा
(घ) “छेद कर काँटा किसी की उँगलियाँ, फाड़ देता है किसी का वर बसन। ” आप अपने आस-पास की किसी समस्या का वर्णन कीजिए, जिसे आप ‘काँटे’ के समान महसूस करते हैं। उस समस्या का समाधान भी सुझाइए |
उत्तर – मेरे आस-पास की एक समस्या जो काँटे के समान चुभती है, वह है – दूसरों के दुःख को देखकर भी अनदेखा करना।
कई बार घर के ही सदस्य अन्य सदस्यों के दुःख को देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। यदि उन्हें बताया भी जाए कि हमें किस बात से तकलीफ हो रही है फिर भी वे हमारी समस्या को मजाक में ले कर कोई ध्यान नहीं देते। इससे कई बार मनमुटाव की भी स्थिति हो जाती है।
काँटे जैसी इस समस्या का समाधान – परिवार वह ताकत है जो बाहर की किसी भी समस्या से लड़ सकता है। परिवार के सभी सदस्यों को चाहिए कि वे एक दूसरे की समस्यायों को ध्यान में रखकर उनका साथ दें। बाहर के लोगों की बातों में आकर परिवार में मतभेद न करें।
सृजन
(क) इस कविता के बारे में एक चित्र बनाइए। आप चित्र में जहाँ चाहें, अपने मनोनीत रंग भर सकते हैं। आप बिना रंगों या केवल उपलब्ध रंगों की सहायता से भी चित्र बना सकते हैं। चित्र बिलकुल मौलिक लगे इसकी चिंता करने की भी आवश्यकता नहीं है। आप अपनी कल्पना को जैसे मन करे, वैसे साकार कर सकते हैं।

(ख) मान लीजिए कि फूल और काँटे के बीच बातचीत हो रही है। उनकी बातचीत या संवाद अपनी कल्पना से लिखिए।
संवाद का विषय निम्नलिखित हो सकता है-
उनके गुणों और विशेषताओं पर चर्चा।
यह समझाना कि उनका जीवन में क्या योगदान है।
उदाहरण
फूल- मैं दूसरों के जीवन में सुगंध और सुख फैलाने आया हूँ।
काँटा- और मैं संघर्ष की याद दिलाने और सुरक्षा देने के लिए हूँ।
उत्तर –
फूल – (घमंड से) अरे काँटे भाई! लोग मुझे देखकर खुश होते हैं, मेरी खुशबू उन्हें अच्छी लगती हैं। वे मुझे सुंदरता और प्रेम का प्रतीक मानते हैं।
काँटा – (गंभीर होकर) फूल भाई! तुम्हारी कोमलता और महक सचमुच सभी का दिल खुश कर देती है। लेकिन क्या तुम जानते हो कि अगर मैं न होता, तो तुम्हारी इस सुंदरता को कोई भी आसानी से नष्ट कर सकता था।
फूल – (झिझकते हुए) बिलकुल सही कहा! तुम तो मेरी रक्षा करते हो। जब भी कोई मुझे नुक्सान पहुँचाने आता है, उसका पहले तुमसे सामना होता है।
काँटा – (गर्व से) हाँ, तुम्हारी दृष्टि में भले ही मैं कठोर हूँ, पर मेरा उद्देश्य सिर्फ़ तुम्हारी सुरक्षा है। जीवन में हर चीज़ कोमल नहीं होती, कभी-कभी कठोरता भी ज़रूरी होती है। सही मायने में देखा जाए तो मैं संघर्ष और सहनशीलता का प्रतीक हूँ।
फूल – (मुस्कुराते हुए) सच कहा भाई! मैं तो सभी को सौंदर्य, प्रेम और शांति देता हूँ, लेकिन अगर तुम न हो, तो मैं सुरक्षित नहीं। तुम्हारी बातों से तो आज मुझे भी नई सीख मिली। कोमलता और कठोरता, दोनों मिलकर ही जीवन को संतुलित बनाते हैं।
काँटा – और हाँ भाई, यही हमारी पहचान है कि एक प्रेम और सौंदर्य देता है, दूसरा साहस और सुरक्षा। जीवन में सफल होने के लिए दोनों की बराबर ज़रूरत है।
आज की पहेली
नीचे कुछ ऐसे पेड़-पौधों के चित्र दिए गए हैं जिनमें फूल और काँटे साथ-साथ पाए जाते हैं। चित्रों को सही नामों के साथ रेखा खींचकर जोड़िए —

उत्तर –

Class 7 Hindi Phool Aur Kaanta– Extract Based Questions (गद्यांश पर आधारित प्रश्न)
1 –
हैं जनम लेते जगत में एक ही‚
एक ही पौधा उन्हें है पालता।
रात में उन पर चमकता चांद भी‚
एक ही–सी चांदनी है डालता।
प्रश्न 1 – काव्यांश के अनुसार फूल और काँटे कहाँ पैदा होते हैं?
(क) संसार में
(ख) खेत में
(ग) पेड़ में
(घ) एक ही जगह
उत्तर – (घ) एक ही जगह
प्रश्न 2 – काव्यांश के अनुसार फूल और काँटे को कौन पालता है?
(क) दोनों का पालन-पोषण अलग-अलग पौधों पर होता है
(ख) एक ही पौधे पर दोनों का पालन-पोषण होता है
(ग) दोनों का पालन-पोषण गमले में होता है
(घ) दोनों एक ही खेत में पलते हैं
उत्तर – (ख) एक ही पौधे पर दोनों का पालन-पोषण होता है
प्रश्न 3 – एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर फूल और कांटें का स्वभाव कैसा होता है?
(क) फूल और कांटें का स्वभाव अलग-अलग होता है
(ख) फूल और कांटें का स्वभाव एक सामान होता है
(ग) फूल और कांटें का स्वभाव थोड़ा-थोड़ा समान होता है
(घ) फूल और कांटें का स्वभाव कोमल होता है
उत्तर – (क) फूल और कांटें का स्वभाव अलग-अलग होता है
प्रश्न 4 – काव्यांश का आशय स्पष्ट कीजिए?
(क) एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर भी फूल और कांटें का स्वभाव एक सामान होता है
(ख) एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर भी फूल और कांटें का स्वभाव थोड़ा-थोड़ा समान होता है
(ग) एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर भी फूल और कांटें का स्वभाव अलग-अलग होता है
(घ) एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर भी फूल और कांटें का स्वभाव कोमल होता है
उत्तर – (ग) एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर भी फूल और कांटें का स्वभाव अलग-अलग होता है
प्रश्न 5 – फूल और काँटा’ कविता में कौन-से भाव मुख्य रूप से प्रकट होते हैं?
(क) घृणा और विद्रोह
(ख) कोमलता और कठोरता
(ग) क्रोध और प्रतिशोध
(घ) मोह और लालच
उत्तर – (ख) कोमलता और कठोरता
2 –
छेद कर कांटा किसी की उंगलियां‚
फाड़ देता है किसी का वर वसन।
और प्यारी तितलियों का पर कतर‚
भौंर का है वेध देता श्याम तन।
प्रश्न 1 – काव्यांश के अनुसार वर का क्या अर्थ है?
(क) वरण करना
(ख) दूल्हा
(ग) सुंदर
(घ) सक्षम
उत्तर – (ग) सुंदर
प्रश्न 2 – काव्यांश के अनुसार वेध का क्या अर्थ है?
(क) कठोर
(ख) बड़ा
(ग) तेज़
(घ) घायल
उत्तर – (घ) घायल
प्रश्न 3 – काँटा तितलियों के साथ कैसा व्यवहार करता है?
(क) उन्हें प्रेमपूर्वक अपने पास आने देता है।
(ख) उनके पंखों को कतरकर छिन्न-भिन्न कर देता है।
(ग) उन्हें फूलों के पास जाने से मना करता है।
(घ) उनके श्याम वर्णी शरीर को बेध देता है।
उत्तर – (ख) उनके पंखों को कतरकर छिन्न-भिन्न कर देता है।
प्रश्न 4 – काँटे के हानिकारक स्वभाव का क्या कारण है?
(क) काँटा किसी की भी ऊँगली में चुभ जाता है
(ख) किसी के भी सुन्दर व् अच्छे कपड़ों में फस कर उन्हें फाड़ देता है
(ग) सुन्दर और प्यारी तितलियों के नाजुक पंखों को भी काट देता है
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – सुन्दर और प्यारी तितलियों के नाजुक पंखों और काले भवरों के शरीर को कौन घायल कर सकता है?
(क) फूल
(ख) काँटा
(ग) पौधा
(घ) हवा
उत्तर – (ख) काँटा
3 –
फूल लेकर तितलियों को गोद में‚
भौंर को अपना अनूठा रस पिला।
निज सुगंधी औ’ निराले रंग से‚
है सदा देता कली दिल की खिला।
प्रश्न 1 – कविता में फूल किस स्वभाव का प्रतीक है?
(क) कठोर और क्रोधी
(ख) कोमल और सुंदरता
(ग) चंचल और अस्थिर
(घ) उदास और निराश
उत्तर – (ख) कोमल और सुंदरता
प्रश्न 2 – भौंर को अपना अनूठा रस पिला’ पंक्ति का अर्थ क्या है?
(क) फूल भँवरों को अपनी गोद में बिठाते हैं।
(ख) भँवरे फूलों की सुगंध सभी ओर बिखेरते हैं।
(ग) फूल भँवरों को अपने रस का पान कराते हैं।
(घ) भँवरे फूलों को रस लाकर देते हैं।
उत्तर – (ग) फूल भँवरों को अपने रस का पान कराते हैं।
प्रश्न 3 – हमारे मन को किस बात से प्रसन्नता का आभास होता है?
(क) फूलों द्वारा तितलियों को अपनी गोद में लेने से।
(ख) काँटे द्वारा तितलियों के पंख कतरने से।
(ग) फूलों की सुगंध और उनके निराले रंगों से ।
(घ) इनमें सभी।
उत्तर – (ग) फूलों की सुगंध और उनके निराले रंगों से ।
प्रश्न 4 – काव्यांश की इन पंक्तियों में फूलों के लिए इनमें से कौन-सा भाव प्रदर्शित हुआ है?
(क) सुंदर, कोमल और सुगंधित होने का
(ख) सबको अपनी सुगंध और रंगों से आकर्षित करने का
(ग) खुशी और आनंद के प्रतीक रूप में देखने का
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी।
प्रश्न 5 – कथन (A) और कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़कर उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए-
कथन (A) : ‘फूल और काँटा’ कविता के माध्यम से जीवन की वास्तविकता से परिचित कराया गया है।
कारण (R) : फूल के बिना काँटे का अस्तित्व नहीं है। विकल्प –
(क) कथन (A) सही है किंतु कारण (R) उसकी सही व्याख्या नहीं करता है।
(ख) कारण (R) सही है किंतु कथन (A) गलत है।
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
(घ) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
उत्तर – (क) कथन (A) सही है किंतु कारण (R) उसकी सही व्याख्या नहीं करता है।
4 –
खटकता है एक सबकी आंख में‚
दूसरा है सोहता सुर सीस पर।
किस तरह कुल की बड़ाई काम दे‚
जो किसी में हो बड़प्पन की कसर।
प्रश्न 1 – पंक्तियों के आधार पर बताइए की सबकी आँखों में खटकने का क्या अर्थ है?
(क) जो दूसरों को दुख देता है।
(ख) जो दूसरों को दुख के साथ सुख भी देता है।
(ग) जो दूसरों को सुख देता है।
(घ) जो दूसरों को देखकर ईर्ष्या करता है।
उत्तर – (क) जो दूसरों को दुख देता है।
प्रश्न 2 – फूल कहाँ सुशोभित होता है ?
(क) देवताओं व् सज्जनों के सिर पर
(ख) दानवों व् नीच लोगों के चरणों में
(ग) उच्च कुल के लोगों के सिर पर
(घ) बड़प्पन रखने वालों के चरणों में
उत्तर – (क) देवताओं व् सज्जनों के सिर पर
प्रश्न 3 – काव्यांश के अनुसार खटकने का क्या अर्थ है?
(क) खटखटाना
(ख) अच्छा लगना
(ग) अच्छा न लगना
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ग) अच्छा न लगना
प्रश्न 4 – व्यक्ति किस कारण से महान बन सकता है?
(क) अपने कर्मों एवं दूसरों पर पड़ने वाले अच्छे प्रभाव के कारण
(ख) अपने गुणों के कारण
(ग) दूसरों के प्रति भेदभाव रखने के कारण
(घ) (क) व (ख) दोनों।
उत्तर – (घ) (क) व (ख) दोनों।
प्रश्न 5 – उच्च कुल के व्यक्ति के स्वभाव में बड़प्पन की कमी रहने पर क्या होता है?
(क) सभी उससे प्रेमपूर्वक व्यवहार करने लगते हैं।
(ख) वह कहीं आदर-सत्कार नहीं पाता।
(ग) ऐसे व्यक्ति को सभी पसंद करते हैं
(घ) ऐसे व्यक्ति सभी का आदर सत्कार पाते हैं
उत्तर – (ख) वह कहीं आदर-सत्कार नहीं पाता।
Class 7 Hindi Malhar Lesson 3 Phool Aur Kaanta Multiple choice Questions (बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्रश्न 1 – फूल और कांटे’ कविता के कवि कौन हैं?
(क) रामधारी सिंह दिनकर
(ख) अयोध्या सिंह ‘दिनकर ‘
(ग) अयोध्या सिंह ‘उपाध्याय’
(घ) रामधारी सिंह ‘उपाध्याय’
उत्तर – (ग) अयोध्या सिंह ‘उपाध्याय’
प्रश्न 2 – इस कविता के माध्यम से कवि क्या सन्देश देना चाहते हैं?
(क) ऊँचे कुल में जन्म लेना ही सब कुछ होता है
(ख) किसी ऊँचे कुल में जन्म लेना ही सब कुछ नहीं होता
(ग) किसी ऊँचे कुल में जन्म लेना पर्याप्त होता है
(घ) किसी छोटे कुल में जन्म लेना ही सब कुछ नहीं होता
उत्तर – (ख) किसी ऊँचे कुल में जन्म लेना ही सब कुछ नहीं होता
प्रश्न 3 – महानता के शिखर तक ले जाने में कौन योगदान देते हैं?
(क) कठोर व्यवहार
(ख) उच्च कुल
(ग) अच्छे कर्म व् कार्य
(घ) एक समान परिवेश व् वातावरण
उत्तर – (ग) अच्छे कर्म व् कार्य
प्रश्न 4 – एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर फूल और कांटें का स्वभाव कैसा होता है?
(क) फूल और कांटें का स्वभाव अलग-अलग होता है
(ख) फूल और कांटें का स्वभाव एक सामान होता है
(ग) फूल और कांटें का स्वभाव थोड़ा-थोड़ा समान होता है
(घ) फूल और कांटें का स्वभाव कोमल होता है
उत्तर – (क) फूल और कांटें का स्वभाव अलग-अलग होता है
प्रश्न 5 – मेह का अर्थ क्या है?
(क) महीना
(ख) वर्षा
(ग) मंहगा
(घ) मेरा
उत्तर – (ख) वर्षा
प्रश्न 6 – कौन दिखाता है कि फूल और कांटे दोनों के स्वभाव और व्यवहार में बहुत फर्क होता है?
(क) पेड़
(ख) समय
(ग) वातावरण
(घ) परिवेश
उत्तर – (ख) समय
प्रश्न 7 – काव्यांश के अनुसार वर का क्या अर्थ है?
(क) वरण करना
(ख) दूल्हा
(ग) सुंदर
(घ) सक्षम
उत्तर – (ग) सुंदर
प्रश्न 8 – काव्यांश के अनुसार वसन का क्या अर्थ है?
(क) वस्त्र
(ख) बसना
(ग) भवन
(घ) स्वास
उत्तर – (क) वस्त्र
प्रश्न 9 – काव्यांश के अनुसार वेध का क्या अर्थ है?
(क) कठोर
(ख) बड़ा
(ग) तेज़
(घ) घायल
उत्तर – (घ) घायल
प्रश्न 10 – काँटे के हानिकारक स्वभाव का क्या कारण है?
(क) काँटा किसी की भी ऊँगली में चुभ जाता है
(ख) किसी के भी सुन्दर व् अच्छे कपड़ों में फस कर उन्हें फाड़ देता है
(ग) सुन्दर और प्यारी तितलियों के नाजुक पंखों को भी काट देता है
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 11 – काव्यांश के अनुसार अनूठा का क्या अर्थ है?
(क) बढ़िया
(ख) अनोखा
(ग) अद्भुत
(घ) विचित्र
उत्तर – (क) बढ़िया
प्रश्न 12 – काव्यांश के अनुसार ‘कली दिल की खिल’ जाने का क्या अर्थ है?
(क) दिल में दर्द होना
(ख) दिल में फूल खिलना
(ग) प्रसन्न कर देना
(घ) किसी को खुश करना
उत्तर – (ग) प्रसन्न कर देना
प्रश्न 13 – काँटों का स्वभाव फूल से कैसे विपरीत है?
(क) फूल तितलियों को अपनी गोद में ले लेता है
(ख) भवरों को अपना अच्छा व् बढ़िया रास पिलाता है
(ग) फूल के कोमल स्वभाव व् सुगंध से दिल खुश हो जाता है
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 14 – कविता के अनुसार सोहता का क्या अर्थ है?
(क) शोभित होना
(ख) सुहाना
(ग) चमकदार होना
(घ) मुलायम होना
उत्तर – (क) शोभित होना
प्रश्न 15 – कविता में सुर का क्या अर्थ है?
(क) देवता
(ख) सज्जन
(ग) असुर
(घ) (क) और (ख) दोनों
उत्तर – (घ) (क) और (ख) दोनों
Phool Aur Kaanta Extra Question Answers (अतिरिक्त प्रश्न उत्तर)
प्रश्न 1 – ‘फूल और कांटे’ कविता के माध्यम से कवि क्या सन्देश देना चाहता है?
उत्तर – ‘फूल और कांटे’ कविता के माध्यम से कवि यह सन्देश देना चाहते हैं कि किसी ऊँचे कुल में जन्म लेना ही सब कुछ नहीं होता क्योंकि किसी के कर्म ही होते हैं जो उसे महानता के शिखर तक ले जाते हैं। इसमें उसके जन्म या कुल का कोई योगदान नहीं होता।
प्रश्न 2 – ‘हैं जनम लेते जगत में एक ही‚ एक ही पौधा उन्हें है पालता।’ पंक्ति का क्या आशय है?
उत्तर – फूल और काँटे एक ही संसार में जन्म लेते हैं अर्थात एक ही जगह पैदा होते हैं। एक ही पौधा उन्हें पालता है अर्थात एक ही पौधे पर दोनों का पालन-पोषण होता है। कहने का आशय यह है कि एक समान परिवेश व् वातावरण मिलने पर भी फूल और कांटें का स्वभाव अलग-अलग होता है।
प्रश्न 3 – ‘ढंग उनके एक–से होते नहीं।’ पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – सब कुछ एक समान मिलने पर भी समय दिखाता है कि दोनों के स्वभाव और व्यवहार में बहुत फर्क होता है, दोनों के ढंग एक सामान नहीं होते। कहने का आशय यह है कि एक समान पालन-पोषण होने पर भी दोनों का स्वभाव और व्यवहार अलग-अलग होता है।
प्रश्न 4 – काँटों का स्वभाव हानिकारक क्यों है?
उत्तर – काँटा किसी की भी ऊँगली में चुभ जाता है। किसी के भी सुन्दर व् अच्छे कपड़ों में फस कर उन्हें फाड़ देता है। सुन्दर और प्यारी तितलियों के नाजुक पंखों को भी काट सकता है और काले भवरों के शरीर को भी घायल कर सकता है। कहने का आशय यह है कि काँटों का स्वभाव हानिकारक है।
प्रश्न 5 – फूल का स्वभाव कैसा है?
उत्तर – काँटों के स्वभाव के विपरीत फूल तितलियों को अपनी गोद में ले लेता है और भवरों को भी अपना अच्छा व् बढ़िया रास पिलाता है। अपनी सुगंध और रंग-बिरंगे रंगों से फूल हमेशा ही दिल में ख़ुशी की कली खिला देता है। कहने का आशय यह है कि फूल के कोमल स्वभाव व् सुगंध से दिल खुश हो जाता है।
प्रश्न 6 – फूल और काटें के स्वभाव में क्या अंतर् है?
उत्तर – काँटा सभी को चुभता है इसलिए सभी को बुरा लगता है। दूसरी और फूल सभी को अच्छा लगता है और देवता व् सज्जन लोगों के सिर पर शोभा देता है। कवि कहते हैं कि यदि किसी व्यक्ति के स्वभाव व् व्यवहार में बड़प्पन की कमी हो तो उसे उच्च कुल भी उसकी प्रतिष्ठा को नहीं बचा सकता। कहने का आशय यह है कि बड़प्पन आपके स्वभाव में ही दिखता है न की आपके वंश व् प्रतिष्ठित खानदान से।