CBSE Class 7 Hindi Chapter 2 दादी माँ Important Questions Answers from Vasant Bhag 2 Book
Looking for Dadi Maa question answers for CBSE Class 7 Hindi Vasant Bhag 2 Book Chapter 2? Look no further! Our comprehensive compilation of important questions will help you brush up on your subject knowledge.
सीबीएसई कक्षा 7 हिंदी वसंत भाग 2 पुस्तक पाठ 2 के लिए दादी माँ प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 7 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे दादी माँ प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।
The questions listed below are based on the latest CBSE exam pattern, wherein we have given NCERT solutions to the chapter’s extract based questions, multiple choice questions, short answer questions, and long answer questions.
Also, practicing with different kinds of questions can help students learn new ways to solve problems that they may not have seen before. This can ultimately lead to a deeper understanding of the subject matter and better performance on exams.
सार-आधारित प्रश्न Extract Based Questions
सार–आधारित प्रश्न बहुविकल्पीय किस्म के होते हैं, और छात्रों को पैसेज को ध्यान से पढ़कर प्रत्येक प्रश्न के लिए सही विकल्प का चयन करना चाहिए। (Extract-based questions are of the multiple-choice variety, and students must select the correct option for each question by carefully reading the passage.)
1) कमजोरी ही है अपनी, पर सच तो यह है कि ज़रा – सी कठिनाई पड़ते ; बीसों गरमी , बरसात और वसंत देखने के बाद भी, मेरा मन सदा नहीं तो प्रायः अनमना – सा हो जाता है। मेरे शुभचिंतक मित्र मुँह पर मुझे प्रसन्न करने के लिए आने वाली छुट्टियों की सूचना देते हैं और पीठ पीछे मुझे कमजोर और ज़रा – सी प्रतिकूलता से घबराने वाला कहकर मेरा मज़ाक उड़ाते हैं। मैं सोचता हूँ , ‘ अच्छा , अब कभी उन बातों को न सोचूँगा। ठीक है , जाने दो , सोचने से होता ही क्या है ’।
प्रश्न 1. उपर्युक्त गद्यांश के पाठ का नाम और लेखक का नाम लिखिए।
(क) पाठ का नाम- मिठाईवाला , लेखक- भगवती प्रसाद वाजपेयी
(ख) पाठ का नाम- दादी माँ , लेखक का नाम- शिव प्रसाद सिंह
(ग) पाठ का नाम- दीवानों की हस्ती , लेखक- भगवतीचरण वर्मा
(घ) पाठ का नाम- पापा खो गए , लेखक- विजय तेंदुलकर
उतर – (ख) पाठ का नाम- दादी माँ , लेखक का नाम- शिव प्रसाद सिंह
प्रश्न 2. ‘शुभचिंतक’ शब्द का अर्थ ____है।
(क) भलाई चाहने वाला
(ख) चिंतन करने वाला
(ग) शुभ करने वाला
(घ) इनमे से कोई नही
उत्तर – (क) भलाई चाहने वाला
प्रश्न 3. लेखक को खुश करने के लिए उनके मित्र क्या करते थे?
(क) चुटकुले सुनाते थे
(ख) हंसाते थे
(ग) घुमाने ले जाते थे
(घ) आने वाली छुट्टियों की सूचना देते
उत्तर – (घ) आने वाली छुट्टियों की सूचना देते
प्रश्न 4. ‘प्रतिकूल’ का सही विलोम शब्द ‘_____ ‘ है।
(क) विपरीतता
(ख) विरोध
(ग) अनुकूल
(घ) इनमे से कोई नही
उत्तर – (ग) अनुकूल
2) दिन में मैं चादर लपेटे सोया था। दादी माँ आईं, शायद नहाकर आई थीं, उसी झागवाले जल में। पतले-दुबले स्नेह – सने शरीर पर सफ़ेद किनारीहीन धोती, सन – से सफेद बालों के सिरों पर सद्य: टपके हुए जल की शीतलता। आते ही उन्होंने सर, पेट छुए। आँचल की गाँठ खोल किसी अदृश्य शक्तिधारी के चबूतरे की मिट्टी मुँह में डाली , माथे पर लगाई। दिन – रात चारपाई के पास बैठी रहतीं , कभी पंखा झलतीं , कभी जलते हुए हाथ – पैर कपड़े से सहलातीं , सर पर दालचीनी का लेप करतीं और बीसों बार छू – छूकर ज्वर का अनुमान करतीं।
प्रश्न 1. चादर लपेटे दिन में कौन सोया था?
(क) लेखक
(ख) माँ
(ग) राघव
(घ) किशन
उत्तर – (क) लेखक
प्रश्न 2. दादी माँ कहां से नहाकर आई थीं?
(क) साफ जल से
(ख) ठंडे जल से
(ग) झाग वाले जल से
(घ) गर्म जल से
उत्तर – (ग) झाग वाले जल से
प्रश्न 3. दादी ने कैसी धोती पहन रखी थी ?
(क) सफ़ेद किनारीहीन धोती
(ख) सफ़ेद गोटा वाली धोती
(ग) सफ़ेद बॉर्डर वाली धोती
(घ) इनमें से कोई नही
उत्तर – (क) सफ़ेद किनारीहीन धोती
प्रश्न 4. बार – बार छू कर ज्वर का अनुमान कौन करता?
(क) माँ
(ख) दादी माँ
(ग) चाची
(घ) राघव
उत्तर – (ख) दादी माँ
3) किशन के विवाह के दिनों की बात है। विवाह के चार – पाँच रोज पहले से ही औरतें रात – रातभर गीत गाती हैं। विवाह की रात को अभिनय भी होता है। यह प्रायः एक ही कथा का हुआ करता है , उसमें विवाह से लेकर पुत्रोत्पत्ति तक के सभी दृश्य दिखाए जाते हैं – सभी पार्ट औरतें ही करती हैं। मैं बीमार होने के कारण बारात में न जा सका।
प्रश्न 1. किसके विवाह के दिनों की बात है?
(क) राघव के
(ख) रघु के
(ग) लेखक के
(घ) किशन के
उत्तर – (घ) किशन के
प्रश्न 2. विवाह के चार – पाँच रोज पहले से ही औरतें क्या करती है?
(क) रातभर खाना बनाती है
(ख) रातभर नाचती गाती है
(ग) रातभर गीत गाती है
(घ) रातभर मिठाई बनाती है
उत्तर – (ग) रातभर गीत गाती है
प्रश्न 3. विवाह की रात को औरतें क्या करती है?
(क) साज-सजावट की तैयारी करती
(ख) अभिनय करती
(ग) गाना गाया करती
(घ) पकवान बनाया करती
उत्तर – (ख) अभिनय करती
प्रश्न 4. कौन बीमार होने के कारण बारात में न जा सका?
(क) लेखक
(ख) दादी माँ
(ग) राघव
(घ) राम
उत्तर – (क) लेखक
4) स्नेह और ममता की मूर्ति दादी माँ की एक – एक बात आज कैसी – कैसी मालूम होती है। परिस्थितियों का वात्याचक्र जीवन को सूखे पत्ते – सा कैसा नचाता है , इसे दादी माँ खूब जानती थीं। दादा की मृत्यु के बाद से ही वे बहुत उदास रहतीं। संसार उन्हें धोखे की टट्टी मालूम होता। दादा ने उन्हें स्वयं जो धोखा दिया। वे सदा उन्हें आगे भेजकर अपने पीछे जाने की झूठी बात कहा करते थे।
प्रश्न 1. दादी माँ किसकी मूर्ति प्रतीत होती थी?
(क) देवी की
(ख) स्नेह और ममता की
(ग) दया की
(घ) इनमे से कोई नही
उत्तर – (ख) स्नेह और ममता की
प्रश्न 2. दादी माँ किसकी मृत्यु के बाद से बहुत उदास रहती थी?
(क) सासु माँ जी की
(ख) ससुर जी की
(ग) अध्यापक जी की
(घ) दादा जी की
उत्तर – (घ) दादा जी की
प्रश्न 3. ‘वात्याचक्र’ शब्द का अर्थ ____है।
(क) चक्रवात
(ख) बवंडर
(ग) अत्यधिक
(घ) इनमे से कोई नही
उत्तर – (ख) बवंडर
प्रश्न 4. दादा ने दादी को कैसे धोखा दिया?
(क) दादी से पहले मरकर
(ख) दादी से बाद मरकर
(ग) दादी को कर्ज में डालकर
(घ) दादी को बेघर करके
उत्तर – (क) दादी से पहले मरकर
बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर (Multiple Choice Questions)
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) एक प्रकार का वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन है जिसमें एक व्यक्ति को उपलब्ध विकल्पों की सूची में से एक या अधिक सही उत्तर चुनने के लिए कहा जाता है। एक एमसीक्यू कई संभावित उत्तरों के साथ एक प्रश्न प्रस्तुत करता है।
प्रश्न 1. ‘दादी माँ’ शीर्षक कहानी के लेखक कौन है?
(क) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ख) प्रेमचंद
(ग) मनु भंडारी
(घ) शिव प्रसाद सिंह
उत्तर – (घ) शिव प्रसाद सिंह
प्रश्न 2. दादी माँ बीमार को दिए जाने वाले पानी को किस वृक्ष की छाल का छौंक लगवाती थी ?
(क) केले की
(ख) पीपल की
(ग) अमरूद की
(घ) नीम की
उत्तर – (ख) पीपल की
प्रश्न 3. किसकी मृत्यु से दादी अचानक उदास रहने लगी थी ?
(क) दादा की
(ख) पुत्री की
(ग) बेटे की
(घ) पति की
उत्तर – (घ) पति की
प्रश्न 4. बीमार होने पर लेखक को दिनभर खाने के लिए क्या मिलता था ?
(क) नींबू और साबू
(ख) चिउड़ा
(ग) शरबत
(घ) खिचड़ी
उत्तर – (क) नींबू और साबू
प्रश्न 5. दादी माँ से रुपए उधार माँगने कौन आई थी ?
(क) दादी की पड़ोसन
(ख) रामी की चाची
(ग) लेखक की पड़ोसन
(घ) राजू की माता
उत्तर – (ख) रामी की चाची
प्रश्न 6. लेखक के ममेरा भाई का नाम क्या है ?
(क) गोलू
(ख) मदन
(ग) किशन
(घ) राघव
उत्तर – (घ) राघव
प्रश्न 7. कौन दादी को ‘ पूतों फलो दूधों नहाओ ’ का आशीर्वाद दे रहा था।
(क) लेखक की मां
(ख) किशन की पत्नी
(ग) रामी की चाची
(घ) लेखक की चाची
उत्तर – (ग) रामी की चाची
प्रश्न 8. दादी माँ को गाँव में मिलने वाली कितनी किस्म की दवाओं के नाम याद थे ?
(क) पचास
(ख) पैतालीस
(ग) पचपन
(घ) पचासी
उत्तर – (क) पचास
प्रश्न 9. लेखक के बड़े भाई का नाम है ?
(क) राम
(ख) मदन
(ग) राघव
(घ) किशन
उत्तर – (घ) किशन
प्रश्न 10. दादी माँ हमेशा किस बात का ध्यान रखती थी ?
(क) सफाई का
(ख) भोजन का
(ग) टोने – टोटके का
(घ) दवाई का
उत्तर – (क) सफाई का
प्रश्न 11. लेखक के अनुसार किस मास में गाँव के चारों ओर केवल पानी ही पानी हो जाता था?
(क) पूष के दिनों में
(ख) आषाढ़ के दिनों में
(ग) क्वार के दिनों में
(घ) सावन के दिनों में
उत्तर – (ग) क्वार के दिनों में
प्रश्न 12. लेखक ने अगहन मास में खाने की कौन – सी वस्तु का नाम बताया है ?
(क) आम और जामुन
(ख) चिउड़ा और गुड़
(ग) लीची
(घ) खिचड़ी
उत्तर – (ख) चिउड़ा और गुड़
प्रश्न 13. दिन में चादर लपेटे कौन सोया था?
(क) दादी
(ख) लेखक
(ग) किशन
(घ) राघव
उत्तर – (ख) लेखक
प्रश्न 14. चैत्र मास में गुड़ के साथ खाई जाने वाली वस्तु का नाम बताएँ।
(क) लाई
(ख) चिउड़ा
(ग) मक्की के दाने
(घ) चने
उत्तर – (क) लाई
प्रश्न 15. लेखक किस जल में नहाने के बाद बीमार पड़ गया था?
(क) साफ जल में
(ख) खारा जल में
(ग) गंध से भरे हुए झागभरे जल में
(घ) गंदे जल में
उत्तर – (ग) गंध से भरे हुए झागभरे जल में
प्रश्न 16. दादी माँ ने किसका सारा ऋण माफ़ कर दिया था ?
(क) रामी की चाची का
(ख) चचेरे ताया का
(ग) मनोहर का
(घ) इनमें से कोई नही
उत्तर – (क) रामी की चाची का
प्रश्न 17. दादी माँ बुखार होने का अनुमान कैसे लगाया करती थी ?
(क) दूसरे से पूछकर
(ख) शरीर छूकर
(ग) आवाज से
(घ) थर्मामीटर से
उत्तर – (ख) शरीर छूकर
प्रश्न 18. लेखक का कौन सा भाई बरामदे में सो रहा था ?
(क) बड़े भाई किशन
(ख) ममेरा भाई राघव
(ग) लेखक के दूर का भाई
(घ) इनमें से कोई नही
उत्तर – (ख) ममेरा भाई राघव
प्रश्न 19. किसकी माँ ने लेखक की चादर खींच ली ?
(क) देबू की माँ ने
(ख) चाची की माँ ने
(ग) रामी की माँ ने
(घ) राघव की माँ ने
उत्तर – (क) देबू की माँ ने
प्रश्न 20. लेखक किसको धन्नो चाची बुलाता था?
(क) देबू की माँ को
(ख) चाचा के पत्नी को
(ग) रामी की चाची को
(घ) इनमें से कोई नही
उत्तर – (ग) रामी की चाची को
प्रश्न और उत्तर Questions Answers
कहानी से
प्रश्न 1. लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ – साथ बचपन की और किन – किन बातों की याद आ जाती है ?
उत्तर – जब लेखक को किशन भाई के पत्र से मालूम हुआ कि दादी माँ की मृत्यु हो गई है तो उसके सामने दादी माँ के साथ बिताए उसके सभी पल सजीव हो उठे। दादी माँ की याद के साथ ही उसे अपने बचपन की दूसरी यादें भी स्मरण हो आई जैसे – क्वार के दिनों में गाँव के चारों ओर पानी भर जाना , गंधपूर्ण झागभरे जलाशयों में कूदना , बुखार का आना , बीमार होने पर दादी माँ का दिन – रात उसके बिस्तर के समीप रहकर उसकी सेवा करना , किशन भैया की शादी पर औरतों द्वारा गाए जाने वाले गीत और अभिनय के समय चादर ओढ़ – कर चुपके से बिना किसी को खबर हुए सोना और हँसी को न रोक पाने के कारण पकड़े जाना , दादी माँ का दूसरी महिलाओं के साथ बहस करना , दादी माँ का रामी की चाची को डाँटना और बाद में बिना किसी को बताए रामी की चाची की आर्थिक सहायता करना , रामी चाची का दादी माँ को आशीर्वाद देना , दादी माँ का परिवार की सहायता के लिए स्वार्थहीन व्यवहार आदि भी लेखक को याद आ जाते हैं क्योंकि ये सभी स्मृतियाँ कहीं – न – कहीं दादी माँ से ही जुड़ी हुई थी।
प्रश्न 2. दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब क्यों हो गई थी ?
उत्तर – दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी , क्योंकि दादा की मृत्यु के बाद से ही सीली जगहों पर उगने वाले पौधे की तरह बढ़ने वाले फजूल के लोग और मित्रता का ढोंग कर हानि पहुँचाने वाले दोस्तों की शुभचिंता ने स्थिति को और भी अधिक अस्थिर कर दिया था, कहने का तात्पर्य यह है कि हानि पहुँचाने वाली सलाह देने वाले लोगों के कारण लेखक की दादी माँ की परेशानियाँ और भी ज्यादा बढ़ गई थी। गलत मित्रों की संगति ने घर का सारा धन पहले ही नष्ट कर डाला था। इसके अलावा दादा जी के श्राद्ध में भी दादी माँ के मना करने के बावजूद लेखक के पिता जी ने बेहिसाब दौलत व्यर्थ में खर्च की। यह संपत्ति घर की नहीं थी, कर्ज में ली गई थी। दादी माँ के मना करने के बावजूद उन्होंने नहीं माना जिससे घर की माली हालत डाँवाडोल हो गई। घर पर कर्ज बढ़ता चला जा रहा था।
प्रश्न 3. दादी माँ के स्वभाव का कौन – सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों ?
उत्तर – दादी माँ के स्वभाव में वो अनेक पक्ष थे, जो हमें अच्छे लगते थे , जैसे – दादी माँ का निस्वार्थ सभी की सेवा करने वाला पक्ष, बच्चों के लिए संरक्षणी वाला पक्ष, परोपकारी व सरस स्वभाव आदि का पक्ष हमें सबसे अच्छा लगता है , क्योंकि इन्हीं के कारण ही वे दूसरों का मन जीतने में सदैव सफल रही थी। लेखक के बीमार होने पर दादी द्वारा उसकी सेवा करना, गाँव में भी किसी के भी बीमार पड़ने पर वहाँ पहुँच जाना, रामी चाची की बेटी की शादी पर उसके घर जाकर उसकी सहायता करना व पिछला बकाया ऋण माफ़ करना, पिताजी की आर्थिक तंगी देखकर दादाजी की आखिरी निशानी सोने का कंगन उन्हें देना आदि दर्शाता है कि दूसरों की मदद करना ही उनके जीवन का प्रमुख उद्देश्य था। दादी माँ का स्वभाव दयालु है। उनके स्वभाव का यही पक्ष सबसे अच्छा लगता है। दादी माँ अपने घर के सदस्य से लेकर गरीबों तक की मदद करने से पीछे नहीं हटती हैं।
कहानी से आगे
प्रश्न 1. आपने इस कहानी में महीनों के नाम पढ़े, जैसे- क्वार, आषाढ़, माघ। इन महीनों में मौसम कैसा रहता है, लिखिए।
उत्तर –
महीनों के नाम
मौसम
क्वार
गरमी का अंत, इस समय हल्की-हल्की ठंड होती है तथा आसमान साफ़ रहता है।
आषाढ़
वर्षा का मौसम होता है, वर्षा न होने से गरमी भी होती है।
माघ
इस महीने काफी सर्दी होती है।
प्रश्न 2. ‘अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं ‘-लेखक के इस कथन के अनुसार यह बताइए कि किस मौसम में कौन-कौन सी चीज़ें वशेष रूप से मिलती है?
उत्तर –
i) क्वार (गरमी) के महीने में तरबूज, खरबूज, फालसे, लीची, कटहल, भिंडी, घीया, तोरई, ककड़ी और खीरा आदि मिलते है।
ii) आषाढ़ (बारिश) के महीने में आम, जामुन, चेरी, आलुबुखारा, खुरमानी, करेले, परवल, बैंगन और फलियां आदि मिलते है।
iii) माघ (सरदी) के महीने में केले ,संतरे, कीवी, गुड़, पालक, बथुआ, सरसो, मटर, मुली और गोभी आदि मिलते है।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. इस कहानी में कई बार ऋण लेने की बात आपने पढ़ी। अनुमान लगाइए, किन-किन पारिवारिक परिस्थितियों में गाँव के लोगों को ऋण लेना पड़ता होगा और यह उन्हें कहाँ से मिलता होगा? बड़ों से बातचीत कर इस विषय में लिखिए।
उत्तर – गाँव के लोगों का आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है। इसलिए बच्चों की पढ़ाई की फीस भरने के लिए, खेती – बाड़ी करने के लिए, शादी-विवाह के खर्च के लिए, घर /ज़मीन खरीदने या बनवाने आदि के लिए ऋण लेना पड़ता है । यह ऋण उन्हें अपनों से, गाँव के साहूकार, ज़मींदारो से या बैंकों से मिलता है।
प्रश्न 2. घर पर होने वाले उत्सवों/समारोहों में बच्चे क्या-क्या करते हैं? अपने और अपने मित्रों के अनुभवों के आधार पर लिखिए।
उत्तर – घर पर होने वाले उत्सवों/समारोहों में बच्चे नए कपड़े पहनकर खूब मस्ती करते हैं, घर की सजावट में हाथ बटाते हैं, नाच-गाकर घर में ख़ुशी का माहौल बनाते हैं और व्यंजनों का लुफ्त उठाते हैं।
भाषा की बात
प्रश्न 1. नीचे दी गई पंक्तियों पर ध्यान दीजिए-
ज़रा-सी कठिनाई पड़ते
अनमना-सा हो जाता है
सन-से सफ़ेद
समानता का बोध कराने के लिए सा, सी, से का प्रयोग किया जाता है। ऐसे पाँच और शब्द लिखिए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर – समानता का बोध कराने वाले शब्द-
i) जैसा – यह कपड़ा दूध जैसा सफ़ेद है।
ii) लम्बा-सा – यह लंबा-सा आदमी इधर ही आ रहा है।
iii) पत्थर सा – उसका दिल पत्थर – सा कठोर है।
iv) झील सी – उसकी आँखें झील – सी नीली थी।
v) छोटी-सी – वहाँ छोटी−सी लड़की खेल रही थी।
प्रश्न 2. कहानी में ‘छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं, पूछ-पूछकर घरवालों को परेशान कर देतीं’ – जैसे वाक्य आए हैं। किसी क्रिया को ज़ोर देकर कहने के लिए एक से अधिक बार एक ही शब्द का प्रयोग होता है। जैसे वहाँ जा-जाकर थक गया, उन्हें ढूँढ़-ढूँढ़कर देख लिया। इस प्रकार के पाँच वाक्य बनाइए।
उत्तर –
i) सोहेल भाग – भागकर थक गया।|
ii) राधा फूट – फूटकर रोने लगी।
iii) मीना और सुन्दर कब से एक दूसरे को देख – देखकर हँस रहे है।
iv) पंकज राज को समझा – समझाकर थक गया परंतु वह नहीं माना।
v) भीड़ ने चोर को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।
प्रश्न 3. बोलचाल में प्रयोग होने वाले शब्द और वाक्यांश ‘दादी माँ’ कहानी में हैं। इन शब्दों और वाक्यांशों से पता चलता है कि यह कहानी किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित है। ऐसे शब्दों और वाक्यांशों में क्षेत्रीय बोलचाल की खूबियाँ होती हैं। उदाहरण के लिए-निकसार, बरह्मा, उरिन, चिउड़ा, छौंका इत्यादि शब्दों को देखा जा सकता है। इन शब्दों का उच्चारण अन्य क्षेत्रीय बोलियों में अलग ढंग से होता है, जैसे-चिउड़ा को चिड़वा, चूड़त्र, पोहा और इसी तरह छौंका को छौंक, तड़का भी कहा जाता है। निकसार, उरिन और बरह्मा शब्द क्रमशः निकास, उऋण और ब्रह्मा शब्द का क्षेत्रीय रूप हैं। इस प्रकार के दस शब्दों को बोलचाल में उपयोग होनेवाली भाषा/बोली से एकत्र कीजिए और कक्षा में लिखकर दिखाइए।
उत्तर – बोलचाल में उपयोग होने वाली भाषा/बोली से एकत्र दस शब्द
i) किरपा – कृपा
ii) रमायन – रामायण
iii) कृशन – कृष्ण
iv) लक्षमन – लक्ष्मण
v) लच्छमी – लक्ष्मी
vi) रिसतेदार – रिश्तेदार
vii) माटी – मिट्टी
viii) भाग – भाग्य
ix) छोरा – लड़का
x) काज – कार्य
Dadi Maa – Extra Question Answer
प्रश्न 1. लेखक के मित्र लेखक का मजाक क्यों उड़ाते थे?
उत्तर – लेखक को थोड़ी सी बात पर गाँव, घर तथा परिवार की चिंता होने लगती थी। वह अपने घर जाने के लिए लालायित होने लगते थे। इसी कारण लेखक के कुछ भलाई चाहने वाले मित्र लेखक के मुँह पर तो लेखक को खुश करने के लिए आने वाली छुट्टियों की सूचना देते थे ताकि लेखक छुट्टियों की बात सुन कर खुश हो जाए परन्तु वही लेखक के पीठ पीछे लेखक को कमजोर और थोड़ी-सी विपरीत परिस्थिति से घबराने वाला कहकर लेखक का मज़ाक उड़ाते थे।
प्रश्न 2. लेखक के बीमार पड़ जाने पर दादी माँ लेखक की किस प्रकार देखभाल करती थी?
उत्तर –लेखक के बीमार पड़ जाने पर लेखक की दादी माँ बहुत चिंतित हो जाया करती थी। दादी माँ दिन – रात लेखक की चारपाई के पास ही बैठी रहती थी, कभी लेखक के लिए पंखा झुलाती, कभी लेखक के जलते हुए हाथ-पैर को ठंडे कपड़े से सहलाती, तो कभी लेखक के सर पर दालचीनी का लेप करती और बार – बार छूकर बुखार का अनुमान करती। दादी माँ लेखक का बहुत ध्यान रखती थी।
प्रश्न 3. दादी माँ को बीमारियों के उपचार के संबंध में क्या जानकारी थी? विस्तार से बताइए।
उत्तर – दादी माँ को गाँव में जितनी दवाएँ (जड़ी – बूटियाँ ) थी, उन सभी किस्म की दवाओं के नाम याद थे। गाँव में कोई भी बीमार होता तो दादी माँ उसके पास पहुँच जाती थी और वहाँ पर बीमार की जाँच माथा, हाथ या पेट छूकर करती थी तथा जाँच के बाद भूत से लेकर मलेरिया, त्रिदोष नामक रोग, निमोनिया तक का अंदाज़ा पूरे विश्वास के साथ करती थी। हैजा, चेचक जैसी महामारी के दिनों में वह रोज सवेरे उठकर स्नान करने के बाद लौंग की कलियों और गुड़ को मिलाकर बनाया गया पानी पीती थी और फिर धुप – बत्ती करती थी। और साफ – सफाई का ध्यान रखती थी।
प्रश्न 4. किसकी शादी तय होने से से दादी माँ बहुत खुश थी?
उत्तर –किशन भैया की शादी तय होने से दादी माँ बहुत खुश थी। दादी माँ के हौसले और ख़ुशी की कोई सीमा ही नहीं थी। ऐसा लगता था जैसे सारे घर के काम का जिम्मा उन्होंने अपने सर पर उठा लिया है। पूरा दिन घर के कामों में उलझी रहती थी। दादी माँ इतनी प्रसन्न हुई कि उन्होंने सारी जिम्मेदारी खुद ही उठाने का निश्चय किया जिससे घर में काफी शोर तथा हलचल हो गयी थी।
प्रश्न 5. रामी की चाची दादी माँ को ‘पूतों फलो दूधों नहाओ’ का आशीर्वाद क्यों दे रही थी?
उत्तर- रामी की चाची दादी माँ को ‘पूतो फलो दूधो नहाओ’ का आशीर्वाद इसलिए दे रही थीं, क्योंकि दादी माँ ने रामी की चाची का सारा ऋण माफ़ कर दिया था, साथ में उन्होंने उसकी बेटी की शादी के लिए दस रुपए की सहायता भी की और कहा कि जैसी तेरी बेटी वैसी मेरी। दस-पाँच रुपये के लिए हँसाई न हो।
प्रश्न 6. लेखक की दादी माँ क्यों उदास रहती थी?
उत्तर – लेखक के दादा की मृत्यु के बाद से ही लेखक की दादी माँ बहुत उदास रहती थी। दादा की मृत्यु के बाद उनके लिए संसार कोई मायने नहीं रखता था। क्योंकि दादा ने उन्हें स्वयं धोखा दिया था। लेखक के दादा हमेशा दादी माँ को कहा करते थे कि वे कभी उनका साथ कभी नहीं छोड़ेंगे।
प्रश्न 7. लेखक के पिता जी और किशन भैया मन मारे क्यों बैठे थे?
उत्तर – लेखक के पिता जी और किशन भैया मन मारे इसलिए बैठे थे क्योंकि घर में आर्थिक तंगी थी। कोई काम पूरा नहीं हो पा रहा था। अब कोई बाबू रुपया देता नहीं था और कितने लोगों के तो अभी पिछला उधार भी देना बाकी था उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था। इसलिए वे परेशान बैठे थे।
प्रश्न 8. दादी माँ ने अपने वंश की अंतिम निशानी सोने का कंगन अपने बेटे को क्यों दिया?
उत्तर- जब दादी माँ को पता चला कि उनके बच्चे उधार न चुका पाने के कारण बहुत परेशान है तो उन्होंने कहा कि वे लोग क्यों परेशान हो रहे हैं, दादी माँ ने लेखक के पिता का माथा सहलाते हुए कहा कि अभी वे जिन्दा हैं किसी को परेशान होने की जरुरत नहीं है। लेखक की दादी ने अपनी संदूक खोला और उसके अंदर से एक कंगन निकाली। और लेखक के पिता जी से कहा कि यह चमकता कंगन उन्हें दादा जी ने इसी दिन के लिए पहनाया था। उनका गला भर आया और उन्होंने कहा कि उन्होंने इस कंगन को पहना नहीं, इसे सहेज कर रखती आई हैं। यह कंगन उनके वंश की निशानी है। दादी माँ उन सब की मदद के लिए अपना पुश्तैनी कंगन दे दिया और कहा कि पुराने लोग ऐसे ही मुसीबत के दिनों के लिए पूँजी संजो कर रखा करते थे।
Also See:
- Dadi Maa Summary, Explanation
- Class 7 Hindi Lesson Explanation, Summary
- Class 7 Hindi Chapter wise Word Meanings