माँ (यशोधरा), पिता (सिद्धार्थ) और राहुल का चरित्र-चित्रण | Character Sketch of Mother, Father and Rahul from CBSE Class 7 Hindi Malhar Book Chapter 1 माँ, कह एक कहानी

 

 

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माँ (यशोधरा) का चरित्र चित्रण (Character Sketch of Mother)

 

माँ यशोधरा एक आदर्श माँ का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। अपने पुत्र राहुल के कहानी सुनने की जिद्द को पूरा करने के लिए उसके ही पिता सिद्धार्थ की कहानी सुनाती है। उसका यह कहानी सुनाने का उद्देश्य पुत्र के जीवन में पिता के सामान ही प्रेम, न्याय व् करुणा का भाव उत्पन्न करना था।
यशोधरा भले ही पहले राहुल को डाँटती हैं परन्तु बाद में उसकी जिद्द मान कर कहानी सूना देती है।
यशोधरा पुत्र राहुल को जिद्दी मानती है, परन्तु वह उसे अपने सम्मान की पूँजी भी मानती है।
यशोधरा पुत्र राहुल को कहानी सुनाते हुए प्रकृति का सुंदर वर्णन करती है। जैसे – बगीचे में मन के अनुकूल सुगन्धित हवा बहती थी। बगीचे में रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे। उस बगीचे में फूल पत्तों पर ओस की बूंदें जमी हुई थी जो उषाकालीन किरणों के स्पर्श से झिलमिला रही थीं। प्रातः कालीन हवा के हल्के झोंकों से ओस की बूंदों से मिश्रित फूल पत्ते चमक रहे थे। हवा के इन कोमल झोंकों से तालाब के पानी में भी लहरें उठ रही थीं।
यशोधरा शिकारी के बाण से घायल हंस की दशा को मार्मिक ढंग से वर्णन करती हैं। जैसे – हंस पर किसी ने पैने बाण से प्रहार किया था। उसके एक पंख पर बहुत अधिक चोट आ गई थी।
यशोधरा कहानी के अन्त में पुत्र राहुल को सीख भी देती है कि जब कोई व्यक्ति किसी निर्दोष को मार रहा हो, तो कोई अन्य व्यक्ति उसके बचाव में अवश्य आएगा। क्योंकि भक्षक से रक्षक श्रेष्ठ होता है। न्याय देने वाला दयावान भी श्रेष्ठ होता है। 

 

माँ (यशोधरा) के चरित्र सम्बंधित प्रश्न Questions related to the Character of Mother

Q1. कौन से गुण यशोधरा को एक आदर्श माँ बनाते हैं ?
Q2. माँ अपने पुत्र की किस ज़िद्द को कैसे पूरा करती है ?

 

पिता (सिद्धार्थ) का चरित्र चित्रण Character Sketch of Father

 

सिद्धार्थ एक बहुत ही दयावान, न्यायप्रिय और करुणा के भाव से पूर्ण व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। उनकी शरण में घायल हंस पक्षी को भी नए जन्म की अनुभूति होती थी।
सिद्धार्थ हंस पक्षी के रक्षक थे। इसलिए किसी भी स्थिति में उसे शिकारी को न देने का निश्चय कर चुके थे।
उस पक्षी को ले कर के दयावान सिद्धार्थ और निर्दयी शिकारी के बीच वाद-विवाद बढ़ने लगा। दोनों ही अपने-अपने विषय पर अथवा अपने-अपने पक्ष में अडिग थे। तब यह वाद-विवाद न्यायालय में चला गया।
न्याय सिद्धार्थ के पक्ष में लिया गया क्योंकि भक्षक से रक्षक श्रेष्ठ होता है। न्याय देने वाला दयावान भी श्रेष्ठ होता है। 

 

पिता (सिद्धार्थ) के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to the Character of Father)

Q1. पिता का स्वाभाव कैसा है ?
Q2. माँ पुत्र को पिता के बारे मैं क्या बताती हैं ?

 

राहुल का चरित्र चित्रण

 

सिद्धार्थ पुत्र राहुल नटखट होने के साथ-साथ एक समझदार व्यक्तित्व प्रस्तुत करता है।
जब राहुल को माँ यशोधरा कहानी सुनाने के लिए मना करती है तो वह माँ को लेटे-लेटे ही कोई कहानी सुनाने को कहता है ताकि माँ को परेशानी न हो।
यशोधरा पुत्र राहुल को जब कहानी सुनाती है तो वह कहानी को बहुत ध्यान से सुनता है।
माँ द्वारा हंस की चोट और स्थिति का वर्णन करने पर राहुल अंदाजा लगा लेता है कि कहानी करुणा अर्थात दयालुता से भरी हुई है।
जब सिद्धार्थ ने पाया कि शिकारी को अपने लक्ष्य सिद्धि पर अभिमान था। तो सिद्धार्थ जान गया कि यह कहानी कोमलता का भाव भी लिए हुए है और अति कठोर भाव भी प्रदर्शित कर रही है।
सिद्धार्थ ने माँ द्वारा सुनाई गई कहानी के वास्तविक अर्थ को ठीक तरह से समझ लिया था कि भक्षक से रक्षक श्रेष्ठ होता है। न्याय देने वाला दयावान भी श्रेष्ठ होता है। 

 

राहुल के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to the Character of Rahul)

Q1. राहुल माँ से क्या जिद्द करता है ?
Q2. राहुल माँ के बातों से कैसे प्रभावित होता है ?