CBSE Class 6 Hindi Chapter 13 Ped Ki Baat (पेड़ की बात) Question Answers (Important) from Malhar Book

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सीबीएसई कक्षा 6 हिंदी मल्हार के पाठ 13 पेड़ की बात प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 6 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे पेड़ की बात प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।

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Ped Ki Baat Chapter 13 NCERT Solutions

 

पाठ से
मेरी समझ से

(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (*) बनाइए–
(1) “जैसे पौधे को भी सब भेद मालूम हो गया हो” पौधे को कौन-सा भेद पता लग गया?

  • उसे उल्टा लटकाया गया है।
  • उसे किसी ने सजा दी है।
  • बच्चे को गमला रखना नहीं आया।
  • प्रकाश ऊपर से आ रहा है।

उत्तर- प्रकाश ऊपर से आ रहा है। (*)

(2) पेड़-पौधे जीव-जंतुओं के मित्र कैसे हैं?

  • हमारे जैसे ही साँस लेते हैं।
  • हमारे जैसे ही भोजन ग्रहण करते हैं।
  • हवा को शुद्ध करके सहायता करते हैं।
  • धरती पर हमारे साथ ही जन्मे हैं।

उत्तर- हवा को शुद्ध करके सहायता करते हैं। (*)

(ख) अब अपने मित्रों के साथ चर्चा कीजिए और कारण बताइए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?

उत्तर- हमने पहला उत्तर इसलिए चुना क्योंकि पौधे प्रकृति के नियमों के अनुसार प्रकाश की दिशा में बढ़ते हैं। जब पौधा उल्टा लटकाया जाता है, तब भी वह प्रकाश की ओर मुड़ने लगता है। उन्हें पता लग जाता है कि प्रकाश कहाँ से आ रहा है?

दूसरे प्रश्न के उत्तर में, पेड़-पौधे हमारे मित्र इस कारण हैं कि वे हवा को शुद्ध करते हैं। वे कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करके ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे जीव-जंतुओं को साँस लेने में सहायता मिलती है। यह पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए बहुत जरुरी है।

पंक्तियों पर चर्चा

पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपने समूह में साझा कीजिए और अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए। 

(क) “पेड़-पौधों के रेशे-रेशे में सूरज की किरणें आबद्ध हैं। ईंधन को जलाने पर जो प्रकाश व ताप बाहर प्रकट होता है, वह सूर्य की ही ऊर्जा है।”
उत्तर- यह बात हमें बताती है कि पेड़-पौधे सूरज की रोशनी को अपने अंदर जमा कर लेते हैं। वे सूरज की किरणों से अपना खाना बनाते हैं, जैसे हम खाना खाते हैं और ताकत पाते हैं। जब लकड़ी या सूखे पत्ते जलते हैं, तो उनमें छुपी सूरज की रोशनी और गर्मी बाहर निकल आती है। इसका मतलब है कि हमारी सारी ताकत और रोशनी का असली राजा सूरज ही है। 

(ख) “मधुमक्खी व तितली के साथ वृक्ष की चिरकाल से घनिष्‍ठता है। वे दल-बल सहित फूल देखने आती हैं।”
उत्तर- यह बात हमें बताती है कि पेड़, मधुमक्खियाँ और तितलियाँ अच्छे दोस्त हैं। मधुमक्खियाँ और तितलियाँ फूलों से मीठा रस (शहद और पराग) लेती हैं, जिससे उन्हें खाना मिलता है। बदले में, वे फूलों की मदद करती हैं ताकि नए पेड़-पौधे उग सकें। यानी वे एक-दूसरे की मदद करते हैं और साथ मिलकर खुशी से रहते हैं। यह दोस्ती बहुत ज़रूरी है ताकि हमारे चारों तरफ हरियाली बनी रहे।

मिलकर करें मिलान

पाठ में से चुनकर कुछ वाक्यांश नीचे दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर चर्चा कीजिए और इन्हें इनके सही अर्थ या संदर्भ से मिलाइए। इसके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।

वाक्यांश अर्थ या संदर्भ
1. बीज का ढक्‍कन दरक गया 1. मटमैली माटी और विषाक्त वायु से सुंदर-सुंदर फूलों में परिवर्तित होते हैं।
2. उसे ‘अंगारक’ वायु कहते हैं 2. जीवन के लिए सूर्य का प्रकाश आधारशक्ति या महत्वपूर्ण है।
3. पत्ते सूर्य ऊर्जा के सहारे ‘अंगारक’ वायु से अंगार निःशेष कर डालते हैं 3. अपनी संपन्नता और भावी पीढ़ी की उत्पत्ति से प्रसन्न-संतुष्टि।
4. प्रकाश ही जीवन का मूलमंत्र है 4. साँस छोड़ने पर निकलने वाली वायु-कार्बन डाईआक्साइड।
5. जैसे फूल-फूल के बहाने वह स्वयं हँस रहा हो 5. सूर्य के प्रकाश से पत्ते विषाक्त वायु के प्रभाव को नष्ट कर देते हैं।
6. इस अपरूप उपादान से किस तरह ऐसे सुंदर फूल खिलते हैं 6. बीज के दोनों दलों में दरार आ गई या फट गए।

उत्तर-

वाक्यांश अर्थ या संदर्भ
1. बीज का ढक्‍कन दरक गया 6. बीज के दोनों दलों में दरार आ गई या फट गए।
2. उसे ‘अंगारक’ वायु कहते हैं 4. साँस छोड़ने पर निकलने वाली वायु-कार्बन डाईआक्साइड।
3. पत्ते सूर्य ऊर्जा के सहारे ‘अंगारक’ वायु से अंगार निःशेष कर डालते हैं 5. सूर्य के प्रकाश से पत्ते विषाक्त वायु के प्रभाव को नष्ट कर देते हैं।
4. प्रकाश ही जीवन का मूलमंत्र है 2. जीवन के लिए सूर्य का प्रकाश आधारशक्ति या महत्वपूर्ण है। 
5. जैसे फूल-फूल के बहाने वह स्वयं हँस रहा हो 3. अपनी संपन्नता और भावी पीढ़ी की उत्पत्ति से प्रसन्न-संतुष्टि।
6. इस अपरूप उपादान से किस तरह ऐसे सुंदर फूल खिलते हैं 1. मटमैली माटी और विषाक्त वायु से सुंदर-सुंदर फूलों में परिवर्तित होते हैं। 

 

सोच-विचार के लिए

पाठ को एक बार फिर से पढ़िए, पता लगाइए और लिखिए— 

(क) बीज के अंकुरित होने में किस-किस का सहयोग मिलता है?
उत्तर- 

  • मिट्टी: बीज को पोषण और आधार प्रदान करती है।
  • जल: वर्षा या सिंचाई से बीज को नमी मिलती है, जिससे वह अंकुरित होता है।
  • वायु: ऑक्सीजन और अन्य गैसें बीज के विकास में सहायक होती हैं।
  • सूर्य का प्रकाश: अंकुर को ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे वह बढ़ता है।
  • तापमान: अनुकूल तापमान बीज को जगाकर उसे अंकुरित करने में सहायता करता है।

 

(ख) पौधे अपना भोजन कैसे प्राप्त करते हैं?
उत्तर- 

  • मिट्टी से: जड़ों के माध्यम से मिट्टी में घुले हुए खनिज और जल को सोखकर।
  • वायु से: पत्तियों के छोटे-छोटे मुँह (छिद्र) वायुमंडल से गैसों को ग्रहण करते हैं।
  • सूर्य के प्रकाश से: पत्तियों में सूर्य की किरणों की सहायता से प्रकाश-संश्लेषण प्रक्रिया द्वारा भोजन तैयार किया जाता है।
  • बारीक नलिकाओं के माध्यम से: पौधों के तने और जड़ों की नलिकाओं के जरिए पानी और पोषक तत्व पूरे पेड़ में प्रवाहित होते हैं।

 

लेख की रचना

इस लेख में एक के बाद एक विचार को लेखक ने सुसंगत रूप से प्रस्तुत किया है। गमले को औंधा लटकाना या मूली काटकर बोना जैसे उदाहरण देकर बात कहना इस लेख का एक तरीका है। अपने तथ्य को वास्तविकता या व्यावहारिकता से जोड़ना भी इस लेख की विशेषता है।

(क) जैसे लेखक ने ‘पेड़ की बात’ कही है वैसे ही अपने आस-पास की चीज़ें देखिए और किसी एक चीज़ पर लेख लिखिए, जैसे–गेहूँ की बात।
उत्तर-

गेहूँ की बात

छोटा-सा गेहूँ का बीज मिट्टी में सोता है। पानी, सूरज की रोशनी और प्यार पाकर वह अंकुर बनता है। धीरे-धीरे हरा पौधा बड़ा होकर सुनहरी बालियों से भर जाता है।
किसान इसे खेतों में उगाते हैं, पानी देते हैं, और ध्यान रखते हैं। जब फसल तैयार होती है, तो गेहूँ से आटा, रोटी और कई स्वादिष्ट चीजें बनती हैं।
हमारी सेहत के लिए गेहूँ बहुत ज़रूरी है। इसलिए हमें इसे बचाना चाहिए और कभी भी खाना बर्बाद नहीं करना चाहिए। 

अनुमान या कल्पना से

अपने समूह में मिलकर चर्चा कीजिए।

(क) “इस तरह संतान के लिए अपना जीवन न्योछावर करके वृक्ष समाप्त हो जाता है।” वृक्ष के समाप्त होने के बाद क्या होता है?
उत्तर- वृक्ष के गिरने के बाद उसकी लकड़ी ईंधन, फर्नीचर, कागज और कई चीज़ों में काम आती है। उसके सूखे पत्ते मिट्टी में मिलकर खाद बना देते हैं। सबसे बड़ी बात, वह अपने बीज छोड़ जाता है, जिससे नए पेड़ उगते हैं और जीवन फिर से शुरू हो जाता है। 

(ख) पेड़-पौधों के बारे में लेखक की रुचि कैसे जागृत हुई होगी?
उत्तर- शायद लेखक ने बचपन में पेड़-पौधों को ध्यान से देखा होगा, बीजों को उगते देखा होगा और खेत-खलिहान में समय बिताया होगा। प्रकृति की सुंदरता और उसकी उपयोगिता ने लेखक को पेड़ों के बारे में लिखने के लिए प्रेरित किया होगा।

प्रवाह चार्ट

बीज से बीज तक की यात्रा का आरेख पूरा कीजिए–

Ped Ki Baat QNA Img 1

उत्तर-

Ped Ki Baat QNA Img 2

अंकुरण

  • मिट्टी के किसी भी पात्र में मिट्टी भरकर उसमें राजमा या चने के 4-5 बीज बो दीजिए।
  • हल्का-सा पानी छिड़क दीजिए।
  • 3-4 दिन तक थोड़ा-थोड़ा पानी डालिए।
  • अब इसमें आए परिवर्तन लेखन पुस्तिका में लिखिए।

(संकेत– एक दिन में पौधे की लंबाई कितनी बढ़ती है, कितने पत्ते निकले, प्रकाश की तरफ़ पौधे मुड़े या नहीं आदि।)
उत्तर- 

  • सबसे पहले मैंने मिट्टी से भरे गमले में राजमा के कुछ बीज बोए। फिर मैंने उसमें हल्का-सा पानी डाला।
  • हर दिन मैं थोड़ा-थोड़ा पानी डालता रहा। तीन-चार दिन बाद मैंने देखा कि बीज का छिलका फट गया और एक नन्हा-सा अंकुर बाहर निकला।
  • कुछ दिन बाद उसमें छोटे-छोटे हरे पत्ते भी निकल आए। मैंने देखा कि पौधा हमेशा सूरज की ओर मुड़ रहा था, जैसे वह रोशनी पाना चाहता हो।
  • हर दिन पौधा थोड़ा लंबा होता गया और उसमें नए पत्ते भी आने लगे। इस तरह बीज धीरे-धीरे एक सुंदर हरे-भरे पौधे में बदल गया। 

 

शब्दों के रूप

नीचे दिए गए चित्र को देखिए।

यहाँ मिट्टी से जुड़े, कुछ शब्द नीचे दिए गए हैं जो उसकी विशेषता बता रहे हैं। अब आप पेड़, सर्दी, सूर्य जैसे शब्दों की विशेषता बताने वाले शब्द बॉक्स बनाकर लिखिए–

Ped Ki Baat QNA Img 3

 

उत्तर-

Ped Ki Baat QNA Img 4

Ped Ki Baat QNA Img 5

 

Ped Ki Baat QNA Img 6

 

पाठ से आगे

मेरे प्रिय

नीचे दी गई तालिका से प्रत्येक के लिए अपनी पसंद के तीन-तीन नाम लिखिए—

फूल पक्षी वृक्ष पुस्तक खेल

उत्तर- 

फूल पक्षी वृक्ष पुस्तक खेल
गुलाब  तोता  बरगद  पंचतंत्र  क्रिकेट 
कमल  मोर नीम गीता  फूटबाल
डहेलिया  कबूतर  गुलमोहर हैरी पॉटर  हॉकी 

 

आज की पहेली

इस शब्द सीढ़ी में पाठ में आए शब्द हैं। उन्हें पूरा कीजिए और पाठ में रेखांकित कीजिए—

Ped Ki Baat QNA Img 7

उत्तर-

Ped Ki Baat QNA Img 8

 

Class 6 Hindi Ped Ki Baat – Extract Based Questions (गद्यांश पर आधारित प्रश्न)

निम्नलिखित गद्याँशों को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये-

1
बहुत दिनों तक मिट्टी के नीचे बीज पड़े रहे। इसी तरह महीना-दर-महीना बीतता गया। सर्दियों के बाद वसंत आया। उसके बाद वर्षा की शुरुआत में दो-एक दिन पानी बरसा। अब और छिपे रहने की आवश्‍यकता नहीं थी! मानों बाहर से कोई शिशु को पुकार रहा हो, ‘और सोए मत रहो, ऊपर उठ जाओ, सूरज की रोशनी देखो।’ आहिस्ता-आहिस्ता बीज का ढक्कन दरक गया, दो सुकोमल पत्तियों के बीच अंकुर बाहर निकला। अंकुर का एक अंश नीचे माटी में मज़बूती से गड़ गया और दूसरा अंश माटी भेदकर ऊपर की ओर उठा। क्या तुमने अंकुर को उठते देखा है? जैसे कोई शिशु अपना नन्हा-सा सिर उठाकर आश्चर्य से नई दुनिया को देख रहा है!

1. बीज का ढक्कन किस समय दरक गया?
(क) गर्मियों में
(ख) शरद ऋतु में
(ग) वर्षा ऋतु की शुरुआत में
(घ) पतझड़ के समय
उत्तर- (ग) वर्षा ऋतु की शुरुआत में

2. अंकुर का कौन-सा भाग मिट्टी में मजबूती से गड़ जाता है?
(क) ऊपरी भाग
(ख) निचला भाग
(ग) पूरा अंकुर
(घ) केवल पत्तियाँ
उत्तर- (ख) निचला भाग

3. अंकुर के ऊपर उठने की तुलना किससे की गई है?
(क) नन्हे बच्चे के सिर उठाने से
(ख) परिंदे के उड़ने से
(ग) नदी के बहने से
(घ) सूरज के चमकने से
उत्तर- (क) नन्हे बच्चे के सिर उठाने से

4. लेखक ने बीज के अंकुरण की प्रक्रिया को किसके जागने की तरह बताया है?
उत्तर– लेखक ने बीज के अंकुरण को ऐसे बताया है जैसे कोई शिशु गहरी नींद से जागकर आश्चर्य से नई दुनिया को देख रहा हो।

5. अंकुर का कौन-सा भाग ऊपर उठता है और कौन-सा भाग नीचे जाता है?
उत्तर- अंकुर का एक भाग (तना) ऊपर की ओर बढ़ता है और दूसरा भाग (जड़) मिट्टी में मजबूती से गड़ा रहता है।

2
वृक्ष का अंकुर निकलने पर जो अंश माटी के भीतर प्रवेश करता है, उसका नाम जड़ है और जो अंश ऊपर की ओर बढ़ता है, उसे तना कहते हैं। सभी पेड़-पौधों में ‘जड़ व तना’ ये दो भाग मिलेंगे। यह एक आश्‍चर्य की बात है कि पेड़-पौधों को जिस तरह ही रखो, जड़ नीचे की ओर जाएगी व तना ऊपर की ओर उठेगा। एक गमले में पौधा था। परीक्षण करने के लिए कुछ दिन गमले को औंधा लटकाए रखा।
पौधे का स‍िर नीचे की तरफ़ लटका रहा और जड़ ऊपर की ओर रही। दो-एक दिन बाद क्या देखता हूँ कि जैसे पौधे को भी सब भेद मालूम हो गया हो। उसकी सब पत्तियाँ और डालियाँ टेढ़ी होकर ऊपर की तरफ़ उठ आईं तथा जड़ घूमकर नीचे की ओर लटक गई। तुमने कई बार सर्दियों में मूली काटकर बोई होगी। देखा होगा, पहले पत्ते व फूल नीचे की ओर रहे। कुछ दिन बाद देखोगे कि पत्ते और फूल ऊपर की ओर उठ आए हैं।

1. वृक्ष के अंकुर का कौन-सा भाग मिट्टी के अंदर प्रवेश करता है?
(क) जड़
(ख) पत्तियाँ
(ग) तना
(घ) शाखाएँ
उत्तर– (क) जड़

2. पेड़-पौधों को किसी भी दिशा में रखने पर उनका तना किस ओर बढ़ता है?
(क) नीचे की ओर
(ख) ऊपर की ओर
(ग) टेढ़ा होकर बढ़ता है
(घ) स्थिर रहता है
उत्तर- (ख) ऊपर की ओर

3. परीक्षण के लिए जब गमले को औंधा लटकाया गया, तो पौधे ने कैसा व्यवहार किया?
(क) वह उसी अवस्था में बना रहा
(ख) तना नीचे और जड़ ऊपर ही रही
(ग) पत्तियाँ और डालियाँ ऊपर की ओर उठ गईं और जड़ नीचे की ओर मुड़ गई
(घ) पौधा सूख गया
उत्तर- (ग) पत्तियाँ और डालियाँ ऊपर की ओर उठ गईं और जड़ नीचे की ओर मुड़ गई

4. जड़ और तने की दिशा का निर्धारण कैसे होता है?
उत्तर- जड़ हमेशा नीचे की ओर बढ़ती है क्योंकि वह गुरुत्वाकर्षण की ओर आकर्षित होती है, जबकि तना ऊपर की ओर बढ़ता है क्योंकि वह प्रकाश की ओर बढ़ने का प्रयास करता है।

5. मूली को काटकर बोने के बाद उसमें क्या परिवर्तन देखने को मिलता है?
उत्तर– मूली को काटकर बोने के बाद शुरू में उसके पत्ते और फूल नीचे की ओर रहते हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद वे ऊपर की ओर उठ जाते हैं।

3
इसके अलावा वृक्ष के पत्ते हवा से आहार ग्रहण करते हैं। पत्तों में अनगिनत छोटे-छोटे मुँह होते हैं। सूक्ष्मदर्शी के जरिए अनगिनत मुँह पर अनगिनत होंठ देखे जा सकते हैं। जब आहार करने की ज़रूरत न हो तब दोनों होंठ बंद हो जाते हैं। जब हम श्‍वास-प्रश्‍वास ग्रहण करते हैं तब प्रश्‍वास के साथ एक प्रकार की विषाक्त वायु बाहर निकलती है, उसे ‘अंगारक’ वायु कहते हैं। अगर यह ज़हरीली हवा पृथ्वी पर इकट्ठी होती रहे तो तमाम जीव-जंतु कुछ ही दिनों में उसका सेवन करके नष्‍ट हो सकते हैं। ज़रा विधाता की करुणा का चमत्कार तो देखो, जो जीव-जंतुओं के लिए जहर है, पेड़-पौधे उसी का सेवन करके उसे पूर्ण तथा शुद्ध कर देते हैं। पेड़ के पत्तों पर जब सूर्य का प्रकाश पड़ता है, तब पत्ते सूर्य ऊर्जा के सहारे ‘अंगारक’ वायु से अंगार निःशेष कर डालते हैं। और यही अंगार वृक्ष के शरीर में प्रवेश करके उसका संवर्द्धन करते हैं। पेड़-पौधे प्रकाश चाहते हैं। प्रकाश न मिलने पर ये बच नहीं सकते। पेड़-पौधों की सर्वाधिक कोशिश यही रहती है कि किसी तरह उन्हें थोड़ा-सा प्रकाश मिल जाए। यदि खिड़की के पास गमले में पौधा रखो, तब देखोगे कि सारी पत्तियाँ व डालियाँ अंधकार से बचकर प्रकाश की ओर बढ़ रही हैं। वन-अरण्‍य में जाने पर पता लगेगा कि तमाम पेड़-पौधे इस होड़ में सचेष्‍ट हैं कि कौन जल्दी से सिर उठाकर पहले प्रकाश को झपट ले। बेल-लताएँ छाया में पड़ी रहने से, प्रकाश के अभाव में मर जाएँगी। इसलिए वे पेड़ों से लिपटती हुई, निरंतर ऊपर की ओर अग्रसर होती रहती हैं।

1. वृक्ष के पत्तों में छोटे-छोटे मुँह किस उद्देश्य से होते हैं?
(क) जल संग्रहण के लिए
(ख) आहार ग्रहण करने के लिए
(ग) वायु प्रवाह के लिए
(घ) कीड़ों को आकर्षित करने के लिए
उत्तर- (ख) आहार ग्रहण करने के लिए

2. ‘अंगारक’ वायु किसे कहते हैं?
(क) ऑक्सीजन
(ख) नाइट्रोजन
(ग) कार्बन डाइऑक्साइड
(घ) हाइड्रोजन
उत्तर- (ग) कार्बन डाइऑक्साइड

3. बेल-लताओं को जीवित रहने के लिए क्या करना पड़ता है?
(क) वे अन्य पेड़ों से लिपटकर ऊपर चढ़ती हैं
(ख) वे जमीन में गहराई तक चली जाती हैं
(ग) वे अधिक मात्रा में जल संग्रह करती हैं
(घ) वे अंधकार में भी बढ़ सकती हैं
उत्तर- (क) वे अन्य पेड़ों से लिपटकर ऊपर चढ़ती हैं

4. पेड़-पौधे ‘अंगारक’ वायु से क्या करते हैं?
उत्तर- पेड़-पौधे ‘अंगारक’ वायु (कार्बन डाइऑक्साइड) को ग्रहण करके उसे शुद्ध बना देते हैं। सूर्य के प्रकाश की सहायता से वे इसे अपने बढ़ने के लिए उपयोग करते हैं।

5. पेड़-पौधों की सर्वाधिक कोशिश क्या होती है?
उत्तर- पेड़-पौधे हमेशा प्रकाश की ओर बढ़ने का प्रयास करते हैं, क्योंकि प्रकाश के बिना वे जीवित नहीं रह सकते।

4
वृक्ष अपने फूलों में शहद का संचय करके रखते हैं। मधुमक्खी व तितली बड़े चाव से मधुपान करती हैं। मधुमक्खी के आगमन से वृक्ष का भी उपकार होता है। तुम लोगों ने फूल में पराग-कण देखे होंगे। मधुमक्खियाँ एक फूल के पराग-कण दूसरे फूल पर ले जाती हैं। पराग-कण के बिना बीज पक नहीं सकता।
इस प्रकार फूल में बीज फलता है। अपने शरीर का रस पिलाकर वृक्ष बीजों का पोषण करता है। अब अपनी जिंदगी के लिए उसे मोह-माया का लोभ नहीं है। तिल-तिल कर संतान की खातिर सब-कुछ लुटा देता है। जो शरीर कुछ दिन पहले हरा-भरा था, अब वह बिल्कुल सूख गया है। अपने ही शरीर का भार उठाने की शक्ति क्षीण हो चली है। पहले हवा बयार करती हुई आगे बढ़ जाती थी। पत्ते हवा के संग क्रीड़ा करते थे। छोटी-छोटी डालियाँ ताल-ताल पर नाच उठती थीं। अब सूखा पेड़ हवा का आघात सहन नहीं कर सकता। हवा का बस एक थपेड़ा लगते ही वह थर-थर काँपने लगता है। एक-एक करके सभी डालियाँ टूट पड़ती हैं। अंत में एक दिन अकस्मात पेड़ जड़ सहित भूमि पर गिर पड़ता है।
इस तरह संतान के लिए अपना जीवन न्योछावर करके वृक्ष समाप्त हो जाता है।

1.वृक्ष अपने बीजों का पोषण किस प्रकार करता है?
(क) हवा और पानी से
(ख) अपने शरीर का रस देकर
(ग) सूरज की रोशनी से
(घ) मिट्टी के खनिज से
उत्तर– (ख) अपने शरीर का रस देकर

2. वृक्ष के सूखने का मुख्य कारण क्या होता है?
(क) पानी की कमी
(ख) सूरज की रोशनी की अधिकता
(ग) संतान के लिए अपने सभी पोषक तत्व लुटा देना
(घ) मिट्टी की उर्वरता का कम होना
उत्तर– (ग) संतान के लिए अपने सभी पोषक तत्व लुटा देना

3. बीज बनने की प्रक्रिया कैसे होती है?
उत्तर– वृक्ष अपने फूलों में पराग-कण उत्पन्न करता है, जिसे मधुमक्खियाँ और तितलियाँ एक फूल से दूसरे फूल तक पहुँचाती हैं। इससे बीज बनने की प्रक्रिया पूरी होती है।

4. वृक्ष का जीवन समाप्त होने का मुख्य कारण क्या होता है?
उत्तर– वृक्ष अपने जीवन में संतान के लिए तिल-तिल करके अपने पोषक तत्व लुटा देता है। जब उसके अंदर कोई शक्ति शेष नहीं रहती, तो वह सूख जाता है और अंत में गिर जाता है।

5. सूखा वृक्ष हवा का आघात क्यों नहीं सह पाता?
उत्तर- क्योंकि वृक्ष जब तक हरा-भरा रहता है, तब तक उसमें लचक और मजबूती होती है। लेकिन जब वह सूख जाता है, तो उसकी डालियाँ कमजोर हो जाती हैं और तेज हवा के झोंकों से टूटकर गिर जाती हैं।

 

Class 6 Hindi Malhar Lesson 13 Ped Ki Baat Multiple choice Questions (बहुविकल्पीय प्रश्न)

1.बीज कितने समय तक मिट्टी के नीचे पड़ा रहता है?
(क) कुछ दिन
(ख) कुछ सप्ताह
(ग) महीनों तक
(घ) सालों तक
उत्तर- (ग) महीनों तक

2. बीज को मिट्टी के बाहर निकलने की प्रेरणा किससे मिलती है?
(क) पानी
(ख) सूरज की रोशनी
(ग) हवा
(घ) मिट्टी
उत्तर- (ख) सूरज की रोशनी

3. अंकुर का कौन-सा भाग मिट्टी के अंदर प्रवेश करता है?
(क) पत्तियाँ
(ख) फूल
(ग) तना
(घ) जड़
उत्तर- (घ) जड़

4. पौधों की जड़ हमेशा किस दिशा में बढ़ती है?
(क) ऊपर
(ख) तिरछे
(ग) नीचे
(घ) चारों ओर
उत्तर- (ग) नीचे

5. पौधे किसके द्वारा भोजन ग्रहण करते हैं?
(क) दाँतों से
(ख) जड़ों और पत्तियों से
(ग) फूलों से
(घ) तने से
उत्तर- (ख) जड़ों और पत्तियों से

6. पेड़ पत्तियों के माध्यम से कौन-सा तत्व ग्रहण करते हैं?
(क) मिट्टी
(ख) जल
(ग) हवा
(घ) अंगारक वायु
उत्तर– (घ) अंगारक वायु

7. जड़ें मिट्टी से क्या सोखती हैं?
(क) केवल पानी
(ख) केवल पोषक तत्व
(ग) पानी और पोषक तत्व
(घ) हवा
उत्तर- (ग) पानी और पोषक तत्व

8. यदि किसी पेड़ को पानी न मिले तो क्या होगा?
(क) वह तेजी से बढ़ेगा
(ख) वह कमजोर हो जाएगा
(ग) वह भोजन नहीं बना पाएगा
(घ) वह मर जाएगा
उत्तर- (घ) वह मर जाएगा

9. खिड़की के पास रखे पौधे की पत्तियाँ किस दिशा में बढ़ती हैं?
(क) सूरज की रोशनी की ओर
(ख) मिट्टी की ओर
(ग) अंधकार की ओर
(घ) चारों दिशाओं में
उत्तर- (क) सूरज की रोशनी की ओर

10. जंगल में पेड़ किस चीज के लिए प्रतियोगिता करते हैं?
(क) मिट्टी
(ख) पानी
(ग) हवा
(घ) प्रकाश
उत्तर- (घ) प्रकाश

11. बेल-लताएँ क्यों ऊपर चढ़ती हैं?
(क) पानी की तलाश में
(ख) मिट्टी की तलाश में
(ग) सूर्य के प्रकाश तक पहुँचने के लिए
(घ) हवा में रहने के लिए
उत्तर- (ग) सूर्य के प्रकाश तक पहुँचने के लिए

12. पेड़-पौधों में कौन-सा तत्व संग्रहीत होता है?
(क) सूर्य की ऊर्जा
(ख) ऑक्सीजन
(ग) कार्बन
(घ) नाइट्रोजन
उत्तर– (क) सूर्य की ऊर्जा

13. पेड़ अपनी संतान को किस रूप में छोड़ते हैं?
(क) फूल
(ख) पत्तियाँ
(ग) बीज
(घ) जड़ें
उत्तर- (ग) बीज

14. फूलों से पेड़ों को क्या लाभ होता है?
(क) वे सुंदर दिखते हैं
(ख) वे मधुमक्खियों और तितलियों को आकर्षित करते हैं
(ग) वे बीज बनाने में मदद करते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर- (घ) उपरोक्त सभी

15. मधुमक्खियाँ फूलों से क्या प्राप्त करती हैं?
(क) जल
(ख) मधु
(ग) मिट्टी
(घ) बीज
उत्तर- (ख) मधु

16. पराग-कण का क्या कार्य होता है?
(क) मिट्टी को उपजाऊ बनाना
(ख) पेड़ को बड़ा करना
(ग) बीजों को विकसित करना
(घ) पानी को संचित करना
उत्तर– (ग) बीजों को विकसित करना

17. फूलों के झड़ने के बाद क्या बनता है?
(क) नए पत्ते
(ख) फल और बीज
(ग) नए तने
(घ) शाखाएँ
उत्तर- (ख) फल और बीज

18. पेड़ का जीवन हमें क्या सिखाता है?
(क) त्याग और सेवा
(ख) कठोरता और शक्ति
(ग) धन संचय
(घ) आराम और विलास
उत्तर- (क) त्याग और सेवा

19. जब पेड़ बूढ़ा हो जाता है, तो क्या होता है?
(क) वह तेज़ी से बढ़ने लगता है
(ख) वह सूखने लगता है
(ग) वह अधिक हरा हो जाता है
(घ) वह फूलने लगता है
उत्तर– (ख) वह सूखने लगता है

20. पेड़ गिरने से पहले अपना क्या छोड़ जाता है?
(क) तना
(ख) पत्तियाँ
(ग) बीज
(घ) फूल
उत्तर– (ग) बीज

 

Ped Ki Baat Extra Question Answers (अतिरिक्त प्रश्न उत्तर)

1. बीज कब तक मिट्टी के नीचे दबे रहते हैं?
उत्तर: बीज मिट्टी के नीचे लंबे समय तक दबे रहते हैं। महीनों तक वे छिपे रहते हैं, जब तक कि अनुकूल मौसम नहीं आ जाता।

2. बीज के अंकुरित होने की प्रक्रिया कैसी होती है?
उत्तर: जब बीज अंकुरित होता है, तो वह खुल जाता है और एक नन्हा अंकुर बाहर आता है। अंकुर का एक हिस्सा मिट्टी में गहराई तक जाकर जड़ बन जाता है, जबकि दूसरा हिस्सा ऊपर की ओर बढ़ता है और तना बनता है।

3. जड़ और तने का कार्य क्या होता है?
उत्तर: जड़ मिट्टी के भीतर रहती है और पौधे को मजबूती से थामे रखती है। यह मिट्टी से आवश्यक पोषक तत्व और पानी सोखती है, जिससे पौधे का विकास होता है। तना ऊपर की ओर बढ़ता है और पत्तियों तथा शाखाओं को सहारा देता है।

4. यदि पौधे को उल्टा लटका दिया जाए तो क्या होता है?
उत्तर: यदि पौधे को उल्टा लटका दिया जाए, तो शुरुआत में उसकी जड़ें ऊपर की ओर और पत्तियाँ नीचे की ओर रहेंगी। लेकिन कुछ ही दिनों में पौधा खुद को सही दिशा में मोड़ लेता है। उसकी जड़ें वापस नीचे की ओर मुड़ जाती हैं और पत्तियाँ तथा शाखाएँ ऊपर की ओर बढ़ने लगती हैं।

5. पौधे भोजन कैसे ग्रहण करते हैं?
उत्तर: पौधे अपनी जड़ों के माध्यम से मिट्टी से पानी और पोषक तत्व सोखते हैं। पानी में घुले हुए खनिज और अन्य आवश्यक तत्व उनके आहार का मुख्य स्रोत होते हैं। साथ ही, उनके पत्तों में छोटे-छोटे छेद होते हैं, जिनके माध्यम से वे हवा से आवश्यक गैसों को ग्रहण करते हैं। पेड़-पौधे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया द्वारा सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा प्राप्त करते हैं और इससे अपना भोजन बनाते हैं।

6. पेड़-पौधे हवा से कैसे पोषण ग्रहण करते हैं?
उत्तर: पेड़-पौधे अपने पत्तों के माध्यम से हवा से पोषण ग्रहण करते हैं। उनके पत्तों पर अनगिनत छोटे-छोटे छेद होते हैं, जिन्हें सूक्ष्मदर्शी यंत्र से देखा जा सकता है। जब सूर्य का प्रकाश पड़ता है, तो वे हवा से कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं और प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया द्वारा उसे अपने भोजन में बदलते हैं। इस प्रक्रिया में वे ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे वातावरण शुद्ध होता है और सभी जीव-जंतु सांस ले पाते हैं।

7. पेड़-पौधे प्रकाश के प्रति किस तरह प्रतिक्रिया करते हैं?
उत्तर: पेड़-पौधे प्रकाश की ओर बढ़ने की कोशिश करते हैं क्योंकि प्रकाश उनके जीवन के लिए आवश्यक है। यदि एक गमले में पौधा खिड़की के पास रखा जाए, तो देखा जा सकता है कि उसकी शाखाएँ और पत्तियाँ सूर्य की दिशा में मुड़ने लगती हैं। जंगल में सभी पेड़ एक-दूसरे से ऊँचे उठने की कोशिश करते हैं ताकि अधिक से अधिक सूर्य का प्रकाश प्राप्त कर सकें। बेलें भी पेड़ों से लिपटकर ऊपर चढ़ती हैं।

8. पेड़-पौधे का जीवन सूर्य पर कैसे निर्भर करता है?
उत्तर: पेड़-पौधे का पूरा जीवन सूर्य पर निर्भर करता है। सूर्य के प्रकाश से वे प्रकाश संश्लेषण करते हैं, जिससे उन्हें ऊर्जा मिलती है। बिना प्रकाश के वे भोजन नहीं बना सकते और धीरे-धीरे मरने लगते हैं। यहाँ तक कि जलने पर लकड़ी से जो ऊर्जा और गर्मी निकलती है, वह भी सूर्य की संग्रहीत ऊर्जा होती है। इस प्रकार, पेड़-पौधे और हरियाली सूर्य की रोशनी को ग्रहण करने के लिए सतत संघर्ष करते हैं।

9. पेड़ अपने बीजों की रक्षा कैसे करते हैं?
उत्तर: पेड़ अपने बीजों की रक्षा के लिए फूलों का निर्माण करते हैं। बीज को फूल की पंखुड़ियों के भीतर सुरक्षित रखा जाता है। जब फूल खिलते हैं, तो वे मधुमक्खियों और तितलियों को आकर्षित करते हैं, जो परागण में सहायता करते हैं। बीज धीरे-धीरे विकसित होते हैं और पकने के बाद धरती पर गिरते हैं या हवा, पक्षियों और अन्य जीवों के माध्यम से दूर-दूर तक फैल जाते हैं, जिससे नए पौधे उगते हैं।

10. मधुमक्खियाँ और तितलियाँ पेड़ों के लिए कैसे उपयोगी होती हैं?
उत्तर: मधुमक्खियाँ और तितलियाँ फूलों का पराग एक फूल से दूसरे फूल तक पहुँचाने में मदद करती हैं, जिससे बीज बनने की प्रक्रिया पूरी होती है। परागण के बिना बीज नहीं बन सकते और पौधों का वंश आगे नहीं बढ़ सकता। मधुमक्खियाँ फूलों से शहद एकत्रित करती हैं, जो उनके भोजन का स्रोत होता है। इस प्रकार, मधुमक्खियाँ और तितलियाँ पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।