JKBOSE Class 10 Hindi Chapter 14 Bhikshuk (भिक्षुक) Question Answers (Important) from Bhaskar Bhag 2 Book
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JKBOSE Class 10 Chapter 14 Bhikshuk Textbook Questions
भाव – सौंदर्य
प्रश्न 1 – “पेट – पीठ दोनों मिलकर हैं एक” कहने से कवि का क्या आशय है ?
उत्तर – “पेट – पीठ दोनों मिलकर हैं एक” कहने से कवि का आशय यह है कि भिखारी को देख कर ऐसा लगता है कि भूख और कमजोरी के कारण उसका पेट तथा पीठ दोनों मिलकर एक हो गए हैं। अर्थात भूख और कमजोरी के कारण वह बहुत कमजोर व् दुबला हो गया है। जिस कारण उसका पेट पीठ में चिपक गया है। कमजोरी के कारण उसे लाठी का सहारा लेना पड़ रहा है।
प्रश्न 2 – भिक्षुक के बच्चे को पेट मलते हुए क्यों बताया गया है ?
उत्तर – भिखारी के साथ उसके दो बच्चे भी हैं, जो भीख के लिए हमेशा अपने हाथ फैलाये रहते हैं। अपनी भूख को दर्शाने के लिए वे अपने उलटे हाथ से पेट को मलते हुए चलते जाते है और अपने सीधे हाथ को आगे बढ़ा कर लोगों से सहानुभूति प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि बच्चे अपने एक हाथ को अपने पेट पर मलते हैं ताकि लोगों को उनके भूखे होने का आभास हो सके और दूसरे हाथ को इस उम्मीद से आगे बढ़ा के चलते है कि कोई उन पर दया दिखाकर कुछ भीख दे देगा।
प्रश्न 3 – “दाता भाग्य-विधाता से क्या पाते” ?
(क) इस पंक्ति में भाग्य-विधाता किसे कहा गया है ? (ख) “भाग्य-विधाता ” में क्या व्यंग्य छिपा है ?
उत्तर – (क) भाग्य-विधाता उन लोगों को कहा गया है, जो समाज में दानी और दयालु तो कहलाए जाते हैं पर किसी दीन-हीन की मदद नहीं करते।
(ख) इस कथन में यह व्यंग्य छिपा है कि लोग समाज में झूठी शान बनाने के लिए भाग्य-विधाता जैसा बड़ा नाम पा लेते हैं परन्तु असहायों की सहायता नहीं करते। वे नाम के ही भाग्य-विधाता हैं।
प्रश्न 4 – “झपट लेने को उनसे कुत्ते भी हैं अड़े हुए “
इस पंक्ति में कवि के कहने का क्या अभिप्राय है ?
उत्तर – कभी-कभी भिखारी के बच्चों को सड़क पर खड़े होकर दूसरों की छोड़ी हुई जूठी प्लेट को चाटते हुए देखा जा सकता है, और उसे भी उनसे छीन लेने के लिए वहाँ कुत्ते डट कर खड़े हुए रहते हैं। अर्थात भिखारी के बच्चों से कुत्ते भी उनका भोजन छीनने के लिए तैयार खड़े रहते हैं। जूठी पत्तल को लेकर भिखारी तथा कुत्ते के बीच संघर्ष दिखाकर कवि ने भिखारी की दयनीय दशा की ओर संकेत किया है।
प्रश्न 5 – सही कथन पर (✓) लगाएँ :
भिक्षुक को इस बात का पछतावा है कि :-
(क) उसके पास पहनने को अच्छे कपड़े नहीं हैं ।
(ख) उसका शरीर बहुत ही कमज़ोर है।
(ग) वह भीख मांगने के लिए विवश है ।
(घ) भीख में उसे कम पैसे मिलते हैं ।
उत्तर – (ग) वह भीख मांगने के लिए विवश है। √
प्रश्न 6 – “भिक्षुक” कविता का केंद्रीय भाव अपने शब्दों में लिखिए ।
उत्तर – ‘भिक्षुक’ कविता में ‘निराला’ जी ने एक भिखारी तथा उसके दो बच्चों की दयनीय दशा का मार्मिक वर्णन किया है। विवशता तथा भूख ने भिखारी को इतना दयनीय बना दिया है कि वह हमेशा दूसरे के समक्ष भीख मांगने को मजबूर है और झूठी पत्तल के लिए भी उसे कुत्ते से संघर्ष करना पड़ता है। उसकी दशा आवारा कुत्ते से भी दयनीय है। ऐसे दृश्य का वर्णन करके कवि पाठको के हृदय में सामाजिक विषमता के प्रति विद्रोह की भावना जगाने का प्रयास कर रहे हैं।
शिल्प – ‘सौंदर्य
यह कविता किसी बंधे – बंधाए छंद में नहीं लिखी गई है बल्कि कवि ने पंक्तियों को अपनी इच्छा से तथा विषय की आवश्यकता के ‘अनुसार ‘छोटा बड़ा किया है । इसलिए यह एक “स्वच्छंद” कविता है । कविता “छंदोबद्ध” हो या “स्वच्छंद”, उसमें लय अर्थात् संगीत्मकता अवश्य होती है ।
JKBOSE Class 10 Hindi Lesson 14 भिक्षुक सार-आधारित प्रश्न (Extract Based Questions)
1. वह आता –
दो टूक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता ।
पेट-पीठ दोनों मिलकर हैं एक,
चल रहा लकुटिया टेक,
मुट्ठी भर दाने को – भूख मिटाने को,
मुंह फटी – पुरानी झोली को फैलाता-
दो टूक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता ।
प्रश्न 1 – पेट-पीठ दोनों एक होना – मुहावरे का क्या अर्थ है?
(क) भूखा प्यासा होना
(ख) बहुत कमजोर होना
(ग) पेट का पीठ में चिपक जाना
(घ) भूख लगना
उत्तर – (ख) बहुत कमजोर होना
प्रश्न 2 – काव्यांश में किसका वर्णन किया गया है?
(क) भिखारी की दयनीय स्थिति का
(ख) भिखारी और उसके बच्चों की दयनीय स्थिति का
(ग) कवि की दयनीय स्थिति का
(घ) कवि और उनके दो बच्चों की दयनीय स्थिति का
उत्तर – (क) भिखारी की दयनीय स्थिति का
प्रश्न 3 – काव्यांश में किस अलंकार का प्रयोग हुआ है?
(क) अतिश्योक्ति अलंकार
(ख) रूपक अलंकार
(ग) यमक अलंकार
(घ) अनुप्रास अलंकार
उत्तर – (घ) अनुप्रास अलंकार
प्रश्न 4 – भूख और कमजोरी के कारण भिखारी का क्या हाल है?
(क) उसका पेट तथा पीठ दोनों मिलकर एक हो गए हैं
(ख) वह बहुत कमजोर व् दुबला हो गया है
(ग) कमजोरी के कारण वह लाठी का सहारा लेकर चल रहा है
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – भिखारी किस प्रकार भीख मांगता है?
(क) वह लगातार मुँह से आवाज लगाता है
(ख) अपनी फटी पुरानी झोली को फैलाता है
(ग) (क) और (ख) दोनों
(घ) केवक (ख)
उत्तर – (ग) (क) और (ख) दोनों
2 –
साथ दो बच्चे भी हैं सदा हाथ फैलाए,
बाएँ से वे मलते हुए पेट को चलते,
और दाहिना दया – दृष्टि पाने की ओर बढ़ाए ।
भूख से सूख ओंठ जब जाते
दाता भाग्य-विधाता से क्या पाते ?
घूँट आँसुओं के पीकर रह जाते ।
चाट रहे जूठी पत्तल वे कभी सड़क पर खड़े हुए,
और झपट लेने को उनसे कुत्ते भी हैं, अड़े हुए।
प्रश्न 1 – काव्यांश में किसका वर्णन किया गया है?
(क) भिखारी की दयनीय स्थिति का
(ख) भिखारी और उसके बच्चों की दयनीय स्थिति का
(ग) भिखारी के दो बच्चों की दयनीय स्थिति का
(घ) कवि की दयनीय स्थिति का
उत्तर – (ग) भिखारी के दो बच्चों की दयनीय स्थिति का
प्रश्न 2 – भिखारी के दो बच्चे क्या करते हैं?
(क) भीख के लिए हमेशा अपने हाथ फैलाये रहते हैं
(ख) अपने उलटे हाथ से पेट को मलते हुए चलते जाते है
(ग) अपने सीधे हाथ को आगे बढ़ा कर लोगों से सहानुभूति प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 3 – भिखारी के बच्चे अपने एक हाथ को अपने पेट पर मलते हैं और दूसरे हाथ को आगे बढ़ा के चलते है। क्यों?
(क) ताकि लोगों को उनके भूखे होने का आभास हो सके
(ख) कोई उन पर दया दिखाकर कुछ भीख दे देगा
(ग) (क) और (ख) दोनों
(घ) केवक (ख)
उत्तर – (ग) (क) और (ख) दोनों
प्रश्न 4 – जब भिखारी के बच्चों को भीख नहीं मिलती तो वे क्या करते हैं?
(क) वे अपनी विवशता के कारण आंसुओं के घूंट पी कर रह जाते हैं
(ख) वे किसी को कुछ नहीं कह पाते
(ग) कभी-कभी भिखारी के के बच्चों को सड़क पर खड़े होकर दूसरों की छोड़ी हुई जूठी प्लेट को चाटते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – भिखारी के बच्चों से झूटी प्लेट को छीनने के लिए कौन तैयार रहते हैं?
(क) आवारा कुत्ते
(ख) समाज के लोग
(ग) स्वयं भिखारी
(घ) कोई नहीं
उत्तर – (क) आवारा कुत्ते
JKBOSE Class 10 Hindi भिक्षुक प्रश्न और उत्तर (Extra Question Answers)
प्रश्न 1 – भिक्षुक कविता में कवि ने किसका वर्णन किया है?
उत्तर – भिक्षुक कविता में कवि ने एक दीन-हीन भिखारी और उसके दो बच्चों की दशा का मार्मिक चित्रण किया है।
प्रश्न 2 – भिखारी के आने पर कवि को कैसा महसूस होता है ?
उत्तर – जब भिखारी आता है तो उसकी दयनीय दशा को देखकर कलेजे के मानो दो टुकड़े हो जाते हैं अर्थात भिखारी की दयनीय स्थिति कवि के हृदय को करुणा से भर देती है।
प्रश्न 3 – कविता के आधार पर भिखारी का वर्णन अपने शब्दों में करो।
उत्तर – भिखारी अपनी दशा पर पश्चात्ताप-सा करता हुआ रास्ते में बढ़ता जाता है। उसे देख कर ऐसा लगता है कि भूख और कमजोरी के कारण उसका पेट तथा पीठ दोनों मिलकर एक हो गए हैं। अर्थात भूख और कमजोरी के कारण वह बहुत कमजोर व् दुबला हो गया है। कमजोरी के कारण वह लाठी का सहारा लेकर चल रहा है। मुट्ठी भर भोजन प्राप्त करने के लिए और अपनी भूख को मिटाने के लिए वह लगातार मुँह से आवाज लगाए जा रहा है और अपनी फटी पुरानी झोली को फैलाता हुआ आता है। उसकी ऐसी दशा कलेजे के दो दुकड़े कर देती है और वह स्वयं भी अपनी परिस्थिति पर पछताता हुआ रास्ते में आगे बढ़ता जाता है।
प्रश्न 4 – भिखारी के दो बच्चे किस तरह का व्यवहार करते हैं?
उत्तर – भिखारी के साथ उसके दो बच्चे भी हैं, जो भीख के लिए हमेशा अपने हाथ फैलाये रहते हैं। अपनी भूख को दर्शाने के लिए वे अपने उलटे हाथ से पेट को मलते हुए चलते जाते है और अपने सीधे हाथ को आगे बढ़ा कर लोगों से सहानुभूति प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि बच्चे अपने एक हाथ को अपने पेट पर मलते हैं ताकि लोगों को उनके भूखे होने का आभास हो सके और दूसरे हाथ को इस उम्मीद से आगे बढ़ा के चलते है कि कोई उन पर दया दिखाकर कुछ भीख दे देगा।
प्रश्न 5 – भीख न मिलने पर भिखारी के बच्चे क्या करते हैं?
उत्तर – जब भूख-प्यास से सूखे हुए ओंठों से वे दानी और भाग्य-विधाता कहे जाने वाले लोगों से कुछ मांगते हैं तो उन्हें उनसे कुछ भी प्राप्त नहीं होता। अर्थात लोग उनकी दशा को नजरअंदाज करते हैं और उन्हें कुछ नहीं देते। ऐसी स्थिति में वे अपनी विवशता के कारण आंसुओं के घूंट पी कर रह जाते हैं। अर्थात वे विवश होते हैं जिस कारण वे किसी को कुछ नहीं कह पाते। कभी-कभी भिखारी के के बच्चों को सड़क पर खड़े होकर दूसरों की छोड़ी हुई जूठी प्लेट को चाटते हुए देखा जा सकता हैं, और उसे भी उनसे छीन लेने के लिए वहाँ कुत्ते डट कर खड़े हुए रहते हैं। अर्थात भिखारी के बच्चों से कुत्ते भी उनका भोजन छीनने के लिए तैयार खड़े रहते हैं।