CBSE Class 7 Hindi Chapter 9 Chidiya (चिड़िया) Question Answers (Important) from Malhar Book
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सीबीएसई कक्षा 7 हिंदी मल्हार के पाठ 9 चिड़िया प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 7 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे चिड़िया प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।
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पाठ से
आइए, अब हम इस कविता पर विस्तार से चर्चा करें। आगे दी गई गतिविधियाँ इस कार्य में आपकी सहायता करेंगी।
मेरी समझ से
(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (*) बनाइए। कुछ प्रश्नों के एक से अधिक उत्तर भी हो सकते हैं।

प्रश्न 1 – कविता के आधार पर बताइए कि इनमें से कौन-सा गुण पक्षियों के जीवन में नहीं पाया जाता है?
- प्रेम-प्रीति
- मिल-जुलकर रहना
- लोभ और पाप
- निर्भय विचरण
उत्तर – लोभ और पाप (*)

प्रश्न 2 – “सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल-जुलकर खाते हैं” कविता की यह पंक्ति किन भावों की ओर संकेत करती है?
- असमानता और विभाजन
- प्रतिस्पर्धा और संघर्ष
- समानता और एकता
- स्वार्थ और ईर्ष्या
उत्तर – समानता और एकता (*)

प्रश्न 3 – “वे कहते हैं, मानव! सीखो, तुम हमसे जीना जग में कविता में पक्षी मनुष्य से कैसा जीवन जीने के लिए कहते हैं?
- आकाश में उड़ते रहना
- बंधन में रहना
- स्वच्छंद रहना
- संचय करना
उत्तर – स्वच्छंद रहना (*)
(ख) अब अपने मित्रों के साथ मिलकर चर्चा कीजिए और कारण बताइए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?
उत्तर – मेरे अनुसार लोभ और पाप के गुण पक्षियों के जीवन में नहीं पाए जाते हैं क्योंकि कविता में भी स्पष्ट किया गया है कि पक्षियों के मन में लोभ और पाप नहीं होता है।
मेरे अनुसार ‘सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल-जुलकर खाते हैं’ कविता की यह पंक्ति समानता और एकता के भावों की ओर संकेत करती है।
मेरे अनुसार कविता में पक्षी मनुष्य से स्वच्छंद रहने के लिए कहते हैं क्योंकि जीवन की सार्थकता स्वच्छंद यानी मुक्त रहने में है, न कि बंधनों में बंध जाने में।
मिलकर करें मिलान
कविता में से चुनकर कुछ संदर्भ नीचे दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर बातचीत कीजिए और इन्हें इनके सही भावों से मिलाइए। इनके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने परिजनों और शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।

| संदर्भ | भाव |
| 1. चिड़िया की बोली | 1. बंधन और लालच |
| 2. सोने की कड़ियाँ | 2. श्रम और संतोष |
| 3. निर्भय विचरण | 3. बंधन से मुक्ति |
| 4. मुक्ति-मंत्र | 4. स्वतंत्रता और निर्बाध जीवन |
| 5. दिनभर काम | 5. प्रेम और स्वतंत्रता का संदेश |
उत्तर –
| संदर्भ | भाव |
| 1. चिड़िया की बोली | 5. प्रेम और स्वतंत्रता का संदेश |
| 2. सोने की कड़ियाँ | 1. बंधन और लालच |
| 3. निर्भय विचरण | 4. स्वतंत्रता और निर्बाध जीवन |
| 4. मुक्ति-मंत्र | 3. बंधन से मुक्ति |
| 5. दिनभर काम | 2. श्रम और संतोष |
पंक्तियों पर चर्चा
कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं, इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार कक्षा में अपने समूह में साझा कीजिए और लिखिए।

(क) “चिड़िया बैठी प्रेम-प्रीति की,
रीति हमें सिखलाती है ! ”
उत्तर – उपरोक्त पंक्तियों का अर्थ यह है कि चिड़िया पीपल के पेड़ की डाली पर बैठकर मधुर गीत गाती है। अपने गीत के द्वारा वह मनुष्य को प्रेम और स्नेह से जीवन जीने का तरीका सिखाती है। कहने का आशय यह है कि चिड़िया मनुष्य को नफ़रत और द्वेष की भावना को छोड़ने की प्रेरणा देती है।
(ख) “उनके मन में लोभ नहीं है,
पाप नहीं, परवाह नहीं।”
उत्तर – प्रस्तुत पंक्तियों का अर्थ यह है कि पक्षियों के मन में न तो कोई लालच होता है, न ही कोई पाप की भावना और न ही किसी चीज़ की कोई चिंता। कहने का आशय यह है कि पक्षी मनुष्य को भी लालचमुक्त जीवन जीते के लिए प्रेरित करते हैं।
(ग) “सीमा-हीन गगन में उड़ते,
निर्भय विचरण करते हैं।’
उत्तर – प्रस्तुत पंक्तियों का अर्थ यह है कि पक्षी सीमा-हीन अर्थात जिसकी कोई सीमा नहीं है, ऐसे आकाश में स्वतंत्रता से उड़ते हैं और बिना डर के वहाँ विचरण करते हैं। कहने का आशय यह है कि पक्षी मनुष्य को भी स्वतंत्र रूप से बिना किसी डर के अपने राह पर बढ़ते रहने को प्रेरित करते हैं।
सोच-विचार के लिए
नीचे कविता की कुछ पंक्तियाँ और उनसे संबंधित प्रश्न दिए गए हैं। कविता पढ़ने के बाद अपनी समझ के आधार पर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(क) “सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल- -जुलकर खाते हैं” पक्षियों के आपसी सहयोग की यह भावना हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर – पक्षियों के आपसी सहयोग की यह भावना हमारे लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि पक्षी बिना किसी मतभेद के, बिना किसी झगड़े के मिल-जुलकर रहते हैं। अगर हम भी उनसे सीख लेकर मिलकर रहें और मिलकर काम करें तो समाज में भेदभाव और स्वार्थ की भावना कम हो सकती है। पक्षियों की तरह मिलजुल कर अथवा बाँटकर खाने से यदि हम भी प्रेरित हों और केवल संसाधनों का आवश्यकतानुसार उपयोग करें तो समाज में एकजुटता, समानता, भाईचारा और प्रेम की भावना विकसित हो सकती है। इसलिए हमें भी पक्षियों से मिल-जुलकर रहना, खाना और जीना सीखना चाहिए ।
(ख) “जो मिलता है, अपने श्रम से उतना भर ले लेते हैं” पक्षी अपनी आवश्यकता भर ही संचय करते हैं। मनुष्य का स्वभाव इससे भिन्न कैसे है?
उत्तर – पक्षी अपनी आवश्यकतानुसार ही संचय करते हैं। मनुष्य का स्वभाव इससे भिन्न है क्योंकि मनुष्य भविष्य की चिंता में या स्वार्थवश अकसर अपनी आवश्यकता से कहीं अधिक संचय करता है। कभी-कभी ज्यादा संचित करने के दौरान वह दूसरों के हिस्से पर भी कब्ज़ा कर लेता है। इससे मनुष्य के स्वभाव में लालच, भय और असंतोष पैदा हो जाता है।
(ग) “हम स्वच्छंद और क्यों तुमने, डाली है बेड़ी पग में ? ” पक्षी को स्वच्छंद और मनुष्य को बेड़ियों में क्यों बताया गया है?
उत्तर – पक्षियों को स्वच्छंद और मनुष्य को बेड़ियों में इसलिए बताया गया है क्योंकि पक्षी हर तरह के बंधन से मुक्त होते हैं। उन्होंने अपनी इच्छाओं, स्वार्थ और संग्रह की प्रवृति को सीमित रखा है, जबकि मनुष्य सांसारिक और भौतिक सुखों की बेड़ियों में बंधा हुआ है। वह अपने विचारों, इच्छाओं में उलझा रहता है और समाज द्वारा निर्धारित की गई रीतियों में बंधा हुआ है। वह बाहर से आज़ाद दिखता है किंतु भीतर से सांसारिक बंधनों में जकड़ा हुआ है।
अनुमान और कल्पना से
अपने समूह में मिलकर संवाद कीजिए—
प्रश्न 1 – चिड़िया मनुष्य को स्वतंत्रता का संदेश देती है, आपके अनुसार मनुष्य के पास किन कार्यों को करने की स्वतंत्रता है और किन कार्यों को करने की स्वतंत्रता नहीं है?
उत्तर – चिड़िया मनुष्य को स्वतंत्रता का संदेश देती है। मनुष्य को कुछ कार्य करने की स्वतंत्रता तो है, परन्तु कुछ कार्यों को करने की स्वतंत्रता नहीं है।
जिन कार्यों को करने की स्वतंत्रता है वे कार्य निम्नलिखित है –
निर्णय लेने की स्वतंत्रता
अपनी क्षमता के अनुसार परिश्रम करने की स्वतंत्रता
सही और गलत का चुनाव करने की स्वतंत्रता
विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
अपनई रूचि अनुसार कोई भी कार्य करने की स्वतंत्रता
अपने हुनर को अपनाने की स्वतंत्रता
जिन कार्यों को करने की स्वतंत्रता नहीं हैं वे कार्य निम्नलिखित हैं –
अपने से बड़ों का अनादर करने की
किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने की
दूसरों को हानि पहुँचाने की
प्रकृति को नष्ट करने की
नफ़रत फैलाने की
अनुशासनहीनता फैलाने की
प्रश्न 2 – चिड़िया और मनुष्य का जीवन एक-दूसरे से कैसे भिन्न है?
उत्तर – चिड़िया और मनुष्य का जीवन एक-दूसरे से बहुत अलग है। चिड़िया स्वतंत्र और स्वच्छंद रहती है। उसकी आवश्यकताएँ सीमित है। वह चीजों का आवश्यकता से अधिक संग्रह नहीं करती है। उसका जीवन बिना लालच, नफ़रत और द्वेष के चलता है। वह एकदम सहज और सरल जीवन जीती है। इसके विपरीत मनुष्य का जीवन बंधनयुक्त होता है। वह समाज, रिश्तों, नियमों और ज़िम्मेदारियों से बँधा होता है। वह अपनी इच्छाओं व् जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यकता से अधिक संचयन करता है। वह भविष्य की चिंता में रहता है। उसका जीवन लालच, ईर्ष्या, द्वेष आदि से घिरा रहता है।
प्रश्न 3 – चिड़िया कहीं भी अपना घर बना सकती है, यदि आपके पास चिड़िया जैसी सुविधा हो तो आप अपना घर कहाँ बनाना चाहेंगे और क्यों?
उत्तर – चिड़िया कहीं भी अपना घर बना सकती है, अगर मुझे चिड़िया जैसी स्वतंत्रता मिले तो मैं अपना घर ऐसे स्थान पर बनाना पसंद करुँगी , जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और शांति हो। पहाड़ों की सुंदरता मुझे बहुत अच्छी लगती है। पहाड़ों की शीतलता, सुंदर वादियाँ, हरे-भरे पेड़-पौधे, स्वच्छ जल स्त्रोत के बीच घर बनाकर मैं वहीँ जीवन जीना चाहूँगी।
प्रश्न 4 – यदि आप चिड़िया की भाषा समझ सकते तो आप चिड़िया से क्या बातें करते?
उत्तर – अगर मुझे चिड़िया की भाषा समझ आती तो मैं चिड़िया से निम्नलिखित बातें करती, जैसे –
उसे आकाश में उड़ना कैसा लगता है?
उसे अपना घर पेड़ की डाली पर बनाना क्यों अच्छा लगता है?
उसे अन्य चिड़ियों के साथ मिलकर रहना व् मिल-बांटकर खाना कैसा लगता है?
क्या उन सब को मिलकर एक-दूसरे की मदद करना अच्छा लगता है?
मैं ये सब बातें चिड़िया से करती क्योंकि ये सब पूछकर मैं उसकी स्वतंत्रता, स्वच्छंदता आदि के बारे में जानना चाहती हूँ।
कविता की रचना

“सब मिल-जुलकर रहते हैं वे
सब मिल-जुलकर खाते हैं”
रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए। ये शब्द लिखने-बोलने में एक जैसे हैं। इस तरह की शैली प्राय: कविता में आती है। अब आप सब मिल-जुलकर नीचे दी गई कविता को आगे बढ़ाइए—
संकेत — सब मिल-जुलकर हँसते हैं वे
सब मिल-जुलकर गाते हैं…………………….
……………………………………
……………………………………
उत्तर –
हँसी-ख़ुशी जीवन जीते हैं
वे सुख-दुःख बाँटा करते हैं।
भाषा की बात

“पीपल की ऊँची डाली पर
बैठी चिड़िया गाती है!
तुम्हें ज्ञात क्या अपनी
बोली में संदेश सुनाती है?”
रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए। ‘गाती’ और ‘सुनाती’ रेखांकित शब्दों से चिड़िया के गाने और सुनाने के कार्य का बोध होता है। वे शब्द जिनसे कार्य करने या होने का बोध होता है, उन्हें क्रिया कहते हैं। कविता में ऐसे क्रिया शब्दों को ढूँढकर लिखिए और उनसे नए वाक्य बनाइए।
उत्तर –
कविता में आए क्रिया शब्द तथा उनसे बने वाक्य निम्नलिखित हैं –
सिखलाती (सिखाती) – जीवन की कठिनाइयाँ हमें जीवन जीने का ढंग सिखलाती हैं।
बतलाती (बताती) – मेरी माता मेरे बचपन की बातें मुझको बतलाती हैं।
खाते हैं – परिवार के सब जन मिलकर खाना खाते हैं।
सो जाते – रात के हम जल्दी सो जाते हैं।
भरते हैं – राजनेता अपना-अपना घर भरते हैं।
उड़ जाती है – तेज़ हवा के चलने पर पेड़ों की पत्तियाँ उड़ जाती हैं।
पाठ से आगे
भावों की बात

(क) जब आप नीचे दिए गए दृश्य देखते हैं तो आपको कैसा महसूस होता है? अपने उत्तर के कारण भी सोचिए और बताइए। आप नीचे दिए गए भावों में से शब्द चुन सकते हैं। आप किसी भी दृश्य के लिए एक से अधिक शब्द भी चुन सकते हैं।
| प्रेम, वीरता, दया, करुणा, क्रोध, हँसी, आनंद, डर, घृणा, आश्चर्य, ममता, शांति, सुख, दुख, ईर्ष्या, गर्व, निराशा, आभार, उत्साह, चिंता, आत्मविश्वास, सहानुभूति, उदासीनता, शंका |
| दृश्य | भाव |
| 1. आपको कहीं से किसी पक्षी के चहचहाने की आवाज सुनाई देती है। | |
| 2. शाम के समय किसी पेड़ पर अनगिनत पक्षी एक साथ चहचहा रहे हैं। | |
| 3. कोई गाय अपने बच्चे को दूध पिला रही है। | |
| 4. कोई व्यक्ति अपने वाहन की खिड़की से कूड़ा बाहर फेंक देता है। | |
| 5. कोई बच्चा किसी व्यर्थ कागज को कूड़ेदान में डाल देता है। | |
| 6. कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पहने बहुत तेज बाइक चला रहा है। | |
| 7. दो प्राणी किसी कारण लड़ रहे हैं। | |
| 8. एक व्यक्ति जिसके पैर नहीं हैं, वह विशेष रूप से बनाई गई तिपहिया गाड़ी पर यात्रा कर रहा है। | |
| 9. किसी स्थान पर नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए भारती (ब्रेल) लिपि में सूचनाओं के बोर्ड लगे हैं। | |
| 10. कोई व्यक्ति किसी को अपशब्द कह रहा है। | |
| 11. कोई व्यक्ति किसी जरूरतमंद भूखे को भोजन दे रहा है। | |
| 12. कोई लड़का स्वादिष्ट भोजन बनाकर अपनी बहन को खिला रहा है। |
उत्तर –
| दृश्य | भाव |
| 1. आपको कहीं से किसी पक्षी के चहचहाने की आवाज सुनाई देती है। | शांति |
| 2. शाम के समय किसी पेड़ पर अनगिनत पक्षी एक साथ चहचहा रहे हैं। | आनंद |
| 3. कोई गाय अपने बच्चे को दूध पिला रही है। | ममता |
| 4. कोई व्यक्ति अपने वाहन की खिड़की से कूड़ा बाहर फेंक देता है। | उदासीनता |
| 5. कोई बच्चा किसी व्यर्थ कागज को कूड़ेदान में डाल देता है। | आश्चर्य |
| 6. कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पहने बहुत तेज बाइक चला रहा है। | चिंता |
| 7. दो प्राणी किसी कारण लड़ रहे हैं। | निराशा |
| 8. एक व्यक्ति जिसके पैर नहीं हैं, वह विशेष रूप से बनाई गई तिपहिया गाड़ी पर यात्रा कर रहा है। | सहानुभूति |
| 9. किसी स्थान पर नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए भारती (ब्रेल) लिपि में सूचनाओं के बोर्ड लगे हैं। | आभार |
| 10. कोई व्यक्ति किसी को अपशब्द कह रहा है। | दुख |
| 11. कोई व्यक्ति किसी जरूरतमंद भूखे को भोजन दे रहा है। | उत्साह |
| 12. कोई लड़का स्वादिष्ट भोजन बनाकर अपनी बहन को खिला रहा है। | प्रेम |
(ख) उपर्युक्त भावों में से आप कौन-से भाव कब-कब अनुभव करते हैं? भावों के नाम लिखकर उन स्थितियों के लिए एक-एक वाक्य लिखिए।
(संकेत— आत्मविश्वास – जब मैं अकेले पड़ोस की दुकान से कुछ खरीदकर ले आता हूँ।)
उत्तर –
वीरता – जब भी किसी फौजी को देखती हूँ।
करुणा – जब किसी गरीब, असहाय या बीमार व्यक्ति को देखती हूँ।
आनंद – जब माँ की गोद में सिर रख कर लेटती हूँ।
आश्चर्य – जब कोई पशु या पक्षी अच्छे से हमारी भावनाओं को समझ जाता है तो मुझे बहुत आश्चर्य होता है।
प्रेम – जब अपनी बहनों के साथ बातें करती हूँ ।
शांति – जब कुछ समय अकेले प्रकृति का आनंद लेती हूँ।
डर – जब कभी अँधेरी रात में अकेले बाहर जाना पड़ जाता है तब डर का अनुभव होता है।
चिंता – जब परिवार में किसी का स्वास्थ्य बिगड़ जाए तो उनकी चिंता सताने लगती है।
आज की पहेली
कविता में आपने कई पक्षियों के नाम पढ़े। अब आपके सामने पक्षियों से जुड़ी कुछ पहेलियाँ दी गई हैं। पक्षियों को पहचानकर सही चित्रों के साथ रेखा खींचकर जोड़िए-

उत्तर –

चित्र की बात
इन तीनों चित्रों को ध्यान से देखिए और बताइए-
आप पक्षियों को इनमें से कहाँ देखना पसंद करेंगे और क्यों?

उत्तर –

क्योंकि पक्षियों को स्वतंत्र और प्राकृतिक वातावरण बेहद पसंद होता है। वहाँ वे बिना किसी डर के रह सकते हैं। जब चाहे, जहाँ चाहे उड़ सकते हैं। पक्षियों की असली खुशी स्वतंत्रता में होती है, पिंजरों या ऊँची-ऊँची इमारतों से भरे शहरों के प्रदुषण में नहीं। अतः खुले बाग-बगीचे या उपवन ही पक्षियों के रहने के लिए उचित स्थान है।
निर्भय विचरण

“सीमा-हीन गगन में उड़ते,
निर्भय विचरण करते हैं”
कविता की इन पंक्तियों को पढ़िए और इन चित्रों को देखिए। इन चित्रों को देखकर आपके मन में क्या विचार आ रहे हैं?
(संकेत — जैसे इन चित्रों में कौन निर्भय विचरण कर रहा है?)
उत्तर –
दिए गए चित्रों को देखकर हमारे मन में कई विचार आ रहे हैं। जैसे –
पहले व् तीसरे चित्र में पशु-पक्षी स्वतंत्र रूप से जंगल में घूम कर रहे हैं और मनुष्य गाड़ी में बंद होकर उन्हें देख रहे हैं, जबकि दूसरे चित्र में पशु-पक्षी पिंजरों में कैद हैं और मनुष्य स्वतंत्र रूप से घूमकर उन्हें देख रहे हैं। अत: पहला चित्र पशु-पक्षियों की स्वतंत्रता को और दूसरा चित्र उनकी पराधीनता को प्रस्तुत कर रहा है। दूसरे चित्र को देखकर हमारे मन में दुख और क्रोध के भाव उत्पन्न होते है। पशु-पक्षी स्वतंत्र रूप से रहना पसंद करते हैं, उन्हें पिंजरे में कैद करके उनकी स्वतंत्रता समाप्त की जा रही है, जो कि किसी भी तरह से उचित नहीं है।
साथ-साथ
“वन में जितने पंछी हैं, खंजन,
कपोत, चातक, कोकिल;
काक, हंस, शुक आदिवास
करते सब आपस में हिलमिल!”
प्रश्न 1 – वन में सारे पक्षी एक साथ रह रहे हैं, हमारे परिवेश में भी पशु-पक्षी साथ रहते हैं । आप विचार कीजिए कि हमारे परिवेश में उनका रहना क्यों आवश्यक है?
उत्तर – हमारे परिवेश में पशु-पक्षियों का रहना बहुत आवश्यक है क्योंकि पशु-पक्षी हमारे पर्यावरण के संरक्षक हैं। इन्हीं के कारण प्रकृति में संतुलन और सुंदरता बढ़ाती है। यदि पशु-पक्षी नहीं होंगे, तो प्रकृति असंतुलित हो जाएगी और जीवन की कठिनाइयाँ बढ़ जाएगी। इसलिए पशु-पक्षियों का संरक्षण हम सबकी ज़िम्मेदारी है।
प्रश्न 2 – हम अपने आस-पास रहने वाले पशु-पक्षियों की सहायता कैसे कर सकते हैं?
उत्तर – हम अपने आस-पास रहने वाले पशु-पक्षियों की सहायता निम्नलिखित तरीकों से कर सकते हैं –
गर्मियों के मौसम में पशु – पक्षियों के लिए बर्तन में पानी और कुछ अनाज रख सकते हैं।
सड़क किनारे पेड़-पौधे लगाकर और उन्हें राहत दे सकते है।
जानवरों के लिए आश्रय स्थल बनावा कर उनके खाने-पीने का ध्यान रख सकते हैं।
घायल पशु-पक्षियों को चिकित्सा सहायता दे सकते हैं।
पशु-पक्षियों को चोट पहुँचाने, डराने तथा परेशान करने वालों के लिए कठोर कानून बना सकते हैं।
शब्द एक अर्थ अनेक
“उनके मन में लोभ नहीं है”, इस पंक्ति में ‘मन’ का अर्थ ‘चित्त’ (बुद्धि) है, किंतु ‘मन’ शब्द के अन्य अर्थ भी हो सकते हैं। अब नीचे कुछ और पंक्तियाँ दी गई हैं, उन्हें भी पढ़िए-
(क) आज मेरा मन पहाड़ों पर जाने का कर रहा है।
(ख) व्यापारी ने किसान से 10 मन अनाज खरीदा।
उपर्युक्त वाक्यों में ‘मन’ शब्द का प्रयोग अलग-अलग अर्थों / संदर्भों में किया गया है। इस प्रकार हम देखते हैं कि एक ही शब्द दूसरे संदर्भ में अलग-अलग अर्थ दे रहा है। आइए, इससे संबंधित एक और रोचक उदाहरण देखते हैं-
“मंगल ने मंगल से कहा कि मंगल को मंगल पर मंगल होगा ।”
(संकेत— इस वाक्य में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से दिन, ग्रह और शुभ कार्य की चर्चा कर रहा है।)
आगे कुछ और ऐसे ही शब्द दिए गए हैं। दिए गए शब्दों का अलग-अलग अर्थों या संदर्भों में प्रयोग कीजिए—
(क) कर ________________
(ख) जल ________________
(ग) अर्थ _________________
(घ) फल_________________
(ङ) आम ________________
उत्तर –
(क) कर =
हाथ – भले इंसान ने अपने कर कमलों से भूखे को खाना दिया।
शुल्क – अंग्रेज भारतीयों से बहुत अधिक कर वसूल करते थे।
(ख) जल
पानी – गर्मियों में पक्षियों के लिए छत पर कटोरी में जल भर कर रखना चाहिए।
जलना – ध्यान न देने पर आज मेरी सारी रोटी जल गई।
(ग) अर्थ
मतलब – ‘अचंभित’ शब्द का अर्थ होता है ‘हैरान’।
धन – लक्ष्मी माता अर्थ की देवी मानी जाती है।
(घ) फल
खाने की वस्तु – ताज़े फलों का रस सेहत के लिए अच्छा होता है।
परिणाम – मेहनत का फल मीठा होता है।
(ङ) आम
साधारण – आम जनता की कोई नहीं सुनता।
एक फल – पेड़ पर लगे आम मीठे हैं।
Class 7 Hindi Chidiya – Extract Based Questions (गद्यांश पर आधारित प्रश्न)
1 –
पीपल की ऊँची डाली पर
बैठी चिड़िया गाती है !
तुम्हें ज्ञात क्या अपनी
बोली में संदेश सुनाती है?
चिड़िया बैठी प्रेम-प्रीति की
रीति हमें सिखलाती है !
वह जग के बंदी मानव को
मुक्ति-मंत्र बतलाती है!
प्रश्न 1 – चिड़िया कहाँ बैठकर गाना गाती है?
(क) पेड़ की ऊँची डाली पर
(ख) पीपल की ऊँची डाली पर
(ग) पीपल की निची डाली पर
(घ) पीपल के झाड़ पर
उत्तर – (ख) पीपल की ऊँची डाली पर
प्रश्न 2 – चिड़िया का गीत कोई साधारण गीत क्यों नहीं है?
(क) क्योंकि वह बहुत अच्छा गाती है
(ख) क्योंकि वह सुर मिलाकर गाती है
(ग) क्योंकि उसमें संदेश छिपा है
(घ) क्योंकि उसमें मधुर राग है
उत्तर – (ग) क्योंकि उसमें संदेश छिपा है
प्रश्न 3 – चिड़िया गीत के माध्यम से क्या सिखाती है?
(क) जीवन में प्रेम और शांति का मार्ग ही श्रेष्ठ है।
(ख) जीवन जीने का सही तरीका
(ग) प्यार और सौहार्द अर्थात स्नेह
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4 – चिड़िया एक स्वतंत्र पक्षी क्यों है?
(क) क्योंकि वह मनुष्यों के साथ मिलकर रहती है
(ख) क्योंकि वह अपना घर अकेले बनाती है
(ग) क्योंकि उसमें लोभ या बंधन की कोई भावना नहीं है
(घ) इनमें से नहीं
उत्तर – (ग) क्योंकि उसमें लोभ या बंधन की कोई भावना नहीं है
प्रश्न 5 – पद्यांश का भाव क्या है?
(क) चिड़िया एक स्वतंत्र पक्षी है
(ख) चिड़िया मानव को जीवन की असली स्वतंत्रता का रास्ता दिखाती है
(ग) चिड़िया मनुष्य की गुरु जैसी है
(घ) चिड़िया लोभ-लालच नहीं करती
उत्तर – (ख) चिड़िया मानव को जीवन की असली स्वतंत्रता का रास्ता दिखाती है
2 –
वन में जितने पंछी हैं, खंजन,
कपोत, चातक, कोकिल;
काक, हंस, शुक आदि वास
करते सब आपस में हिलमिल!
सब मिल-जुलकर रहते हैं वे,
सब मिल-जुलकर खाते हैं;
आसमान ही उनका घर है;
जहाँ चाहते, जाते हैं !
प्रश्न 1 – सभी पक्षी किस तरह रहते हैं?
(क) एक साथ
(ख) प्रेमपूर्वक
(ग) मिल-जुलकर
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 2 – कपोत किस पक्षी को कहा जाता है?
(क) कोयल
(ख) पपीहा
(ग) कबूतर
(घ) चातक
उत्तर – (ग) कबूतर
प्रश्न 3 – वे मिल-जुलकर रहते हैं और मिल-बाँटकर खाते हैं। कहने का आशय क्या है?
(क) उनमें पारिवारिक सम्बन्ध होता है
(ख) वे एक साथ उड़ते रहते हैं
(ग) उनमें आपसी भाईचारा और सहयोग की भावना होती है
(घ) उनमें एक नेता की तरह काम करता है
उत्तर – (ग) उनमें आपसी भाईचारा और सहयोग की भावना होती है
प्रश्न 4 – पद्यांश के अनुसार पक्षियों का घर कहाँ होता है?
(क) मनुष्यों के घर उनके घर होते हैं
(ख) पूरा आसमान ही उनका घर होता है
(ग) पेड़ पर उनका घर होता है
(घ) पक्षियों का सीमित घर होता है
उत्तर – (ख) पूरा आसमान ही उनका घर होता है
प्रश्न 5 – पद्यांश का भाव क्या है?
(क) पक्षियों का कोई सीमित घर नहीं होता, पूरा आसमान ही उनका घर होता है
(ख) जहाँ चाहें, बिना किसी रोक-टोक के उड़ सकते हैं
(ग) पक्षी पूरी तरह स्वतंत्र होते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
3 –
रहते जहाँ, वहाँ वे अपनी,
दुनिया एक बसाते हैं;
दिन भर करते काम,
रात में पेड़ों पर सो जाते हैं!
उनके मन में लोभ नहीं है,
पाप नहीं परवाह नहीं;
जग का सारा माल हड़पकर,
जाने की भी चाह नहीं।
प्रश्न 1 – पक्षी जहाँ रहते हैं, वहाँ क्या करते हैं?
(क) खुशियाँ फैलाते हैं
(ख) शोर मचाते हैं
(ग) गंदगी फैलाते हैं
(घ) अपनी छोटी-सी खुशहाल और स्थायी दुनिया बसा लेते हैं
उत्तर – (घ) अपनी छोटी-सी खुशहाल और स्थायी दुनिया बसा लेते हैं
प्रश्न 2 – पद्यांश में पक्षियों की क्या विशेषता बताई गई है?
(क) उनके मन में कोई लालच नहीं होता है
(ख) उनके मन में न कोई पाप की भावना और न ही किसी चीज़ की कोई चिंता होती है
(ग) दिनभर मेहनत करके भोजन की तलाश करते हैं और रात में पेड़ों की डालियों पर सो जाते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 3 – पक्षियों के मन में कौन सी इच्छा नहीं होती?
(क) दिनभर मेहनत करके भोजन की तलाश करने की
(ख) संसार का सारा धन अकेले हड़पकर कहीं दूर चले जाने की
(ग) रात में पेड़ों की डालियों पर सो जाने की
(घ) संसार का सारा धन दान करने की
उत्तर – (ख) संसार का सारा धन अकेले हड़पकर कहीं दूर चले जाने की
प्रश्न 4 – पद्यांश का भाव क्या है?
(क) पक्षी असंतोषपूर्ण और मज़े का जीवन जीते हैं
(ख) पक्षी आलास से पूर्ण जीवन जीते हैं
(ग) पक्षी संतोषपूर्ण और सादा जीवन जीते हैं
(घ) पक्षी मनुष्यों की ही तरह जीवन जीते हैं
उत्तर – (ग) पक्षी संतोषपूर्ण और सादा जीवन जीते हैं
प्रश्न 5 – पद्यांश में मानव को पक्षियों से क्या सीख लेने की बात कही गई है?
(क) लालच छोड़ कर सादा और संतुलित जीवन जीने की
(ख) कठिनाइयों से पूर्ण जीवन जीने की
(ग) दिन भर केवल आलस कर जीवन जीने की
(घ) दूसरों को देख ईर्ष्या करके जीवन जीने की
उत्तर – (क) लालच छोड़ कर सादा और संतुलित जीवन जीने की
4 –
वे कहते हैं, मानव! सीखो
तुम हमसे जीना जग में;
हम स्वच्छंद और क्यों तुमने
डाली है बेड़ी पग में?
तुम देखो हमको, फिर अपनी
सोने की कड़ियाँ तोड़ो;
ओ मानव! तुम मानवता से
द्रोह-भावना को छोड़ो !
पीपल की डाली पर चिड़िया
यही सुनाने आती है
बैठ घड़ी भर, हमें चकित कर,
गा-कर फिर उड़ जाती है।
प्रश्न 1 – उपरोक्त पंक्तियों में चिड़िया मनुष्य से क्या आग्रह करती है?
(क) सांसारिक सुखों में बंधे रहने की
(ख) उनकी तरह उड़ान भरने की
(ग) उनसे जीवन जीने का तरीका सिखने का
(घ) सभी के साथ प्रतिस्पर्धा करने की
उत्तर – (ग) उनसे जीवन जीने का तरीका सिखने का
प्रश्न 2 – सोने की कड़ियाँ किसकी प्रतिक हैं?
(क) आर्थिक सम्पन्नता
(ख) भौतिक सुखों, लोभ और बंधनों
(ग) सांसारिक सुखों
(घ) पक्षियों की खुशियाँ
उत्तर – (ख) भौतिक सुखों, लोभ और बंधनों
प्रश्न 3 – पद्यांश का क्या भाव है?
(क) मानव को स्वाभाविक जीवन जीना चाहिए
(ख) मानव को प्रेम से जीवन जीना चाहिए
(ग) मानव को सहयोग में विश्वास रखते हुए जीवन जीना चाहिए
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4 – ये पंक्तियाँ हमें प्रकृति से क्या सीखने को प्रेरित करती है?
(क) पशु-पक्षियों से प्रेम करने की
(ख) स्वतंत्रता, एवं मानवता की ओर लौटने की
(ग) जंगलों को बचाने की
(घ) पक्षियों की भाषा को समझने की
उत्तर – (ख) स्वतंत्रता, एवं मानवता की ओर लौटने की
प्रश्न 5 – तुम देखो हमको, फिर अपनी
सोने की कड़ियाँ तोड़ो; पंक्ति का क्या आशय है?
(क) चिड़िया मनुष्यों को अपनी तरह स्वतंत्र व् सांसारिक बंधनों से मुक्ति का सन्देश देती है
(ख) चिड़िया मनुष्यों को अपनी तरह उड़ान भरने को कहती हैं
(ग) चिड़िया मनुष्यों को सोने की कड़ियाँ तोड़ने को कहती हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (क) चिड़िया मनुष्यों को अपनी तरह स्वतंत्र व् सांसारिक बंधनों से मुक्ति का सन्देश देती है
Class 7 Hindi Malhar Lesson 9 Chidiya Multiple choice Questions (बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्रश्न 1 – चिड़िया कहाँ बैठकर गाना गाती है?
(क) पेड़ की ऊँची डाली पर
(ख) पीपल की ऊँची डाली पर
(ग) पीपल की निची डाली पर
(घ) पीपल के झाड़ पर
उत्तर – (ख) पीपल की ऊँची डाली पर
प्रश्न 2 – चिड़िया गीत के माध्यम से क्या सिखाती है?
(क) जीवन में प्रेम और शांति का मार्ग ही श्रेष्ठ है।
(ख) जीवन जीने का सही तरीका
(ग) प्यार और सौहार्द अर्थात स्नेह
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 3 – सांसारिक बंधनों और इच्छाओं में जकड़े हुए मनुष्य को चिड़िया क्या सीख देती है?
(क) कि जीवन को सरल, प्रेमपूर्ण और बंधन मुक्त कैसे बनाया जा सकता है
(ख) कि जीवन को किस तरह कठिनायों से पूर्ण बनाया जा सकता है
(ग) कि जीवन को कैसे शत्रु मुक्त बनाया जा सकता है
(घ) कि जीवन में कैसे भौतिक सुखों का आनंद लिया जा सकता है
उत्तर – (क) कि जीवन को सरल, प्रेमपूर्ण और बंधन मुक्त कैसे बनाया जा सकता है
प्रश्न 4 – सभी पक्षी किस तरह रहते हैं?
(क) एक साथ
(ख) प्रेमपूर्वक
(ग) मिल-जुलकर
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – पूरा आसमान ही उनका घर होता है। जहाँ चाहें, बिना किसी रोक-टोक के उड़कर जा सकते हैं। पंक्ति का क्या आशय है?
(क) वे आसमान में उड़ते रहते हैं
(ख) वे पूरी तरह स्वतंत्र होते हैं
(ग) वे उड़ते हुए किसी की नहीं सुनते
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ख) वे पूरी तरह स्वतंत्र होते हैं
प्रश्न 6 – कविता में पक्षियों की क्या विशेषता बताई गई है?
(क) उनके मन में कोई लालच नहीं होता है
(ख) उनके मन में न कोई पाप की भावना और न ही किसी चीज़ की कोई चिंता होती है
(ग) दिनभर मेहनत करके भोजन की तलाश करते हैं और रात में पेड़ों की डालियों पर सो जाते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 7 – पक्षियों के मन में कौन सी इच्छा नहीं होती?
(क) दिनभर मेहनत करके भोजन की तलाश करने की
(ख) संसार का सारा धन अकेले हड़पकर कहीं दूर चले जाने की
(ग) रात में पेड़ों की डालियों पर सो जाने की
(घ) संसार का सारा धन दान करने की
उत्तर – (ख) संसार का सारा धन अकेले हड़पकर कहीं दूर चले जाने की
प्रश्न 8 – पक्षी किस तरह संतोषपूर्ण और निःस्वार्थ जीवन शैली जीते है।
(क) पक्षी केवल उतना ही लेते हैं, जितना वे अपनी मेहनत से इकठ्ठा करते हैं
(ख) पक्षी केवल अपने श्रम से प्राप्त भोजन ही खाते हैं
(ग) पक्षियों के पास यदि कुछ बच जाता है, तो वे उसे दूसरों के भले के लिए छोड़ देते हैं, अपने पास नहीं रखते
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 9 – पक्षी कभी भी किसी और की मेहनत से अपना घर नहीं भरते। इसका भाव स्पष्ट कीजिए।
(क) पक्षी ईमानदार और आदर्श जीवन जीने वाला प्राणी है
(ख) पक्षी दूसरों के भरोसे जीवन जीने वाला प्राणी है
(ग) पक्षी मुफ्तखोर जीवन जीने वाला प्राणी है
(घ) पक्षी बिना मेहनत के जीवन जीने वाला प्राणी है
उत्तर – (क) पक्षी ईमानदार और आदर्श जीवन जीने वाला प्राणी है
प्रश्न 10 – स्वच्छंद का क्या अर्थ है?
(क) स्वच्छ
(ख) स्वयं
(ग) स्वतंत्र
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) स्वतंत्र
प्रश्न 11 – सोने की कड़ियाँ किसकी प्रतिक हैं?
(क) आर्थिक सम्पन्नता
(ख) भौतिक सुखों, लोभ और बंधनों
(ग) सांसारिक सुखों
(घ) पक्षियों की खुशियाँ
उत्तर – (ख) भौतिक सुखों, लोभ और बंधनों
प्रश्न 12 – चातक किस पक्षी को कहा जाता है?
(क) पपीहा
(ख) कबूतर
(ग) चकोर
(घ) चिड़िया
उत्तर – (क) पपीहा
प्रश्न 13 – हिलमिल का क्या अर्थ है?
(क) प्रेम
(ख) स्नेह
(ग) मिल-जुल
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 14 – चिड़िया गाकर क्या सन्देश सुनाती है?
(क) मानव को स्वाभाविक व् प्रेम और सहयोग में विश्वास रखते हुए जीवन जीना चाहिए
(ख) मानवता के विरुद्ध मन में पनप रही द्वेष, हिंसा और स्वार्थ की भावना का परित्याग कर देना चाहिए
(ग) स्वतंत्रता, एवं मानवता की ओर लौटना चाहिए
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 15 – चिड़िया का गीत कोई साधारण गीत क्यों नहीं है?
(क) क्योंकि वह बहुत अच्छा गाती है
(ख) क्योंकि वह सुर मिलाकर गाती है
(ग) क्योंकि उसमें संदेश छिपा है
(घ) क्योंकि उसमें मधुर राग है
उत्तर – (ग) क्योंकि उसमें संदेश छिपा है
प्रश्न 16 – चिड़िया एक स्वतंत्र पक्षी क्यों है?
(क) क्योंकि वह मनुष्यों के साथ मिलकर रहती है
(ख) क्योंकि वह अपना घर अकेले बनाती है
(ग) क्योंकि उसमें लोभ या बंधन की कोई भावना नहीं है
(घ) इनमें से नहीं
उत्तर – (ग) क्योंकि उसमें लोभ या बंधन की कोई भावना नहीं है
प्रश्न 17 – पक्षी जहाँ रहते हैं, वहाँ क्या करते हैं?
(क) खुशियाँ फैलाते हैं
(ख) शोर मचाते हैं
(ग) गंदगी फैलाते हैं
(घ) अपनी छोटी-सी खुशहाल और स्थायी दुनिया बसा लेते हैं
उत्तर – (घ) अपनी छोटी-सी खुशहाल और स्थायी दुनिया बसा लेते हैं
प्रश्न 18 – मानव को पक्षियों से क्या सीख लेने की बात कही गई है?
(क) लालच छोड़ कर सादा और संतुलित जीवन जीने की
(ख) कठिनाइयों से पूर्ण जीवन जीने की
(ग) दिन भर केवल आलस कर जीवन जीने की
(घ) दूसरों को देख ईर्ष्या करके जीवन जीने की
उत्तर – (क) लालच छोड़ कर सादा और संतुलित जीवन जीने की
प्रश्न 19 – चिड़िया मनुष्य से क्या आग्रह करती है?
(क) सांसारिक सुखों में बंधे रहने की
(ख) उनकी तरह उड़ान भरने की
(ग) उनसे जीवन जीने का तरीका सिखने का
(घ) सभी के साथ प्रतिस्पर्धा करने की
उत्तर – (ग) उनसे जीवन जीने का तरीका सिखने का
प्रश्न 20 – कविता में प्रकृति से क्या सीखने की प्रेरणा मिलती है ?
(क) पशु-पक्षियों से प्रेम करने की
(ख) स्वतंत्रता, एवं मानवता की ओर लौटने की
(ग) जंगलों को बचाने की
(घ) पक्षियों की भाषा को समझने की
उत्तर – (ख) स्वतंत्रता, एवं मानवता की ओर लौटने की
Chidiya Extra Question Answers (अतिरिक्त प्रश्न उत्तर)
प्रश्न 1 – चिड़िया कहाँ बैठ कर गाती है और गीत में क्या बात विशेष है?
उत्तर – पीपल के पेड़ की ऊँची शाखा पर बैठी चिड़िया मधुर गीत गा रही है। चिड़िया का यह गीत कोई साधारण गीत नहीं है, बल्कि इसमें एक संदेश छिपा है। चिड़िया के इस गीत में प्यार और सौहार्द अर्थात स्नेह की सीख छिपी है। वह हमें जीवन जीने का सही तरीका सिखाती है। चिड़िया मानव को जीवन की असली स्वतंत्रता का रास्ता दिखाती है। सांसारिक बंधनों और इच्छाओं में जकड़े हुए मनुष्य को चिड़िया सिखाती है कि जीवन को सरल, प्रेमपूर्ण और बंधन मुक्त कैसे बनाया जा सकता है।
प्रश्न 2 – चिड़िया गीत द्वारा क्या सिखलाती है?
उत्तर – चिड़िया के इस गीत में प्यार और स्नेह की सीख छिपी है। वह हमें जीवन जीने का सही तरीका सिखाती है। चिड़िया सिखाती है कि जीवन में प्रेम और शांति का मार्ग ही श्रेष्ठ है। चिड़िया एक स्वतंत्र पक्षी है। जिसमें लोभ या बंधन की कोई भावना नहीं है। इसी कारण चिड़िया मोह-माया के बंधन में जकड़े हुए मानव को मुक्ति-मंत्र बताती है। चिड़िया मानव को जीवन की असली स्वतंत्रता का रास्ता दिखाती है। सांसारिक बंधनों और इच्छाओं में जकड़े हुए चिड़िया सिखाती है कि जीवन को सरल, प्रेमपूर्ण और बंधन मुक्त कैसे बनाया जा सकता है।
प्रश्न 3 – कविता में किन पक्षियों का वर्णन किया गया है और वे जंगल में किस तरह रहते हैं?
उत्तर – जंगल में तरह-तरह के अनेक पक्षी रहते हैं। जैसे- खंजन(एक छोटा पक्षी), कबूतर, पपीहा, कोयल, कौआ, हंस, तोता इत्यादि। वे सभी पक्षी एक साथ, प्रेमपूर्वक मिल-जुलकर रहते हैं। वे मिल-जुलकर रहते हैं और मिल-बाँटकर खाते हैं। कहने का आशय यह है कि उनमें आपसी भाईचारा और सहयोग की भावना होती है। पक्षियों का कोई सीमित घर नहीं होता, पूरा आसमान ही उनका घर होता है। जहाँ चाहें, बिना किसी रोक-टोक के उड़कर जा सकते हैं। भाव यह है कि वे पूरी तरह स्वतंत्र होते हैं।
प्रश्न 4 – पक्षी कैसा जीवन जीते हैं?
उत्तर – पक्षी जहाँ रहते हैं, वहाँ अपनी छोटी-सी खुशहाल और स्थायी दुनिया बसा लेते हैं। दिनभर मेहनत करके भोजन की तलाश करते हैं और रात में पेड़ों की डालियों पर सो जाते हैं। उनके मन में न तो कोई लालच होता है, न कोई पाप की भावना और न ही किसी चीज़ की कोई चिंता होती है। उनके मन में संसार का सारा धन अकेले हड़पकर कहीं दूर चले जाने की भी कोई इच्छा नहीं होती। भाव यह है कि पक्षी संतोषपूर्ण और सादा जीवन जीते हैं। मानव को भी पक्षियों से सीख लेनी चाहिए और लालच छोड़ कर सादा और संतुलित जीवन जीना चाहिए।
प्रश्न 5 – पक्षियों की संतोषपूर्ण और निःस्वार्थ जीवन शैली का वर्णन कीजिए।
उत्तर – पक्षियों संतोषपूर्ण और निःस्वार्थ जीवन शैली जीते है। पक्षी केवल उतना ही लेते हैं, जितना वे अपनी मेहनत से इकठ्ठा करते हैं, कहने का आशय यह है कि पक्षी केवल अपने श्रम से प्राप्त भोजन ही खाते हैं। यदि कुछ बच जाता है, तो वे उसे दूसरों के भले के लिए छोड़ देते हैं, अपने पास नहीं रखते। पक्षी सीमाहीन आकाश में स्वतंत्रता से उड़ते हैं और बिना किसी डर के आकाश में घूमते रहते हैं। वे कभी भी किसी और की मेहनत से अपना घर नहीं भरते। भाव यह है कि पक्षी ईमानदार और आदर्श जीवन जीने वाला प्राणी है। जो हमें यह सीख देता हैं कि हमें भी पक्षियों से प्रेरणा लेकर ईमानदारी, परोपकार और संतोष के साथ जीवन जीना चाहिए।
प्रश्न 6 – चिड़िया मनुष्यों को क्या सन्देश सुनाती है?
उत्तर – चिड़िया मनुष्य को जीवन जीने का तरीका सिखाती है। चिड़िया स्वतंत्र हैं परन्तु मनुष्य ने अपने पैरों में सांसारिक बंधनों की जंजीरे बाँध रखी है। चिड़िया मनुष्य को सोने की कड़ियाँ अर्थात भौतिक सुखों, लोभ और बंधनों को तोड़ देने को कहती है। पीपल की डाली पर चिड़िया मनुष्यों को यही सुंदर और गहरा संदेश सुनाने आती है। भाव यह है कि चिड़िया गाकर यह सन्देश सुनाती है कि मानव को स्वाभाविक व् प्रेम और सहयोग में विश्वास रखते हुए जीवन जीना चाहिए। और मानवता के विरुद्ध मन में पनप रही द्वेष, हिंसा और स्वार्थ की भावना का परित्याग कर देना चाहिए।