CBSE Class 12 Hindi Core Rachnatmak Lekhan Questions (with model answers) from previous years question papers
Rachnatmak Lekhan Previous Year Questions – क्या आप रचनात्मक लेखन के प्रश्न में मुश्किल का सामना कर रहे हैं? आपकी मदद के लिए यहाँ CBSE कक्षा 12 हिंदी के प्रश्न पत्रों से रचनात्मक लेख के प्रश्न संगृहीत किये गए हैं। किन विषयों को पुछा जाता है और 120 शब्दों में रचनात्मक लेख कैसे लिखें, आइए देखें –
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निम्नलिखित विषयों पर लगभग 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए:
1. प्रातः काल योग करते लोग [CBSE 2024]
उत्तर: प्रातः काल का समय बहुत शांत, शुद्ध और ताजगी भरा होता है। सुबह-सुबह जब सूरज की पहली किरणें धरती को छूती हैं, तो लोग पार्कों और मैदानों में योग करने पहुँचते हैं। कोई पद्मासन लगाकर ध्यान करता है, तो कोई प्राणायाम में लीन होता है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, सबको योग करते देखना बहुत अच्छा लगता है। योग से शरीर स्वस्थ, मन शांत और विचार सकारात्मक बनते हैं। कुछ लोग योग गुरु के साथ मिलकर आसन करते हैं। चारों ओर हरियाली, ठंडी हवा और पक्षियों की मधुर आवाज़ योग का अनुभव और भी सुंदर बना देती है। आज के समय में योग बहुत जरूरी हो गया है। यह सिर्फ व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक कला है। सच में, प्रातः काल योग करना एक अच्छी आदत है।
2. मौसम की पहली बारिश [CBSE 2024]
उत्तर: गर्मियों की तेज धूप और लू से जब सब लोग परेशान हो जाते हैं, तब मौसम की पहली बारिश सबके चेहरे पर मुस्कान ले आती है। आसमान में काले-काले बादल छा जाते हैं और ठंडी हवा बहने लगती है। जब पहली बूंदें धरती पर गिरती हैं, तो एक भीनी-भीनी सोंधी खुशबू चारों ओर फैल जाती है। बच्चे बारिश में नाचते हैं और कागज़ की नाव चलाते हैं। बड़े लोग चाय और पकौड़ों का आनंद लेते हैं। पेड़-पौधे नहा कर हरे-भरे दिखने लगते हैं। किसानों के लिए भी यह बारिश बहुत जरूरी होती है, क्योंकि वे खेती की शुरुआत करते हैं। पहली बारिश सिर्फ मौसम नहीं बदलती, यह मन को भी ताजगी से भर देती है। सच में, पहली बारिश का अनुभव बहुत ही सुंदर और यादगार होता है।
3. मेरी पसंदीदा कहानी [CBSE 2024]
उत्तर: मेरी पसंदीदा कहानी का नाम है – सच्चा लकड़हारा। यह एक ईमानदार लकड़हारे की कहानी है, जो रोज़ जंगल जाकर लकड़ियाँ काटता था। एक दिन उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर जाती है। वह बहुत दुखी होता है, लेकिन झूठ नहीं बोलता। तभी नदी से एक देवता प्रकट होते हैं और उसे पहले सोने, फिर चाँदी की कुल्हाड़ी दिखाते हैं। लकड़हारा दोनों बार मना कर देता है और कहता है कि यह उसकी कुल्हाड़ी नहीं है। देवता उसकी ईमानदारी से बहुत खुश होते हैं और उसे तीनों कुल्हाड़ियाँ दे देते हैं। इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि ईमानदारी सबसे बड़ी संपत्ति है। यह कहानी सरल होते हुए भी दिल को छू जाती है। मुझे यह कहानी बहुत प्रेरणादायक और सच्चाई से भरी लगती है।
4. मैंने जब गाड़ी (कार) चलाना सीखा [CBSE 2024]
उत्तर: जब मैंने पहली बार कार चलाना सीखा, तो यह मेरे लिए एक बहुत ही रोमांचक और नया अनुभव था। पापा मुझे सुबह-सुबह खाली मैदान में गाड़ी चलाना सिखाने ले जाते थे। शुरुआत में डर लगता था कि कहीं एक्सीडेंट न हो जाए। कभी क्लच जल्दी छोड़ दिया तो कार झटके से बंद हो जाती थी। धीरे-धीरे मैंने स्टीयरिंग पकड़ना, ब्रेक लगाना और गियर बदलना सीख लिया। सबसे मुश्किल काम था बैक करना और ट्रैफिक में चलाना। लेकिन पापा ने हमेशा धैर्य रखा और मुझे आत्मविश्वास दिलाया। जब पहली बार मैंने बिना किसी गलती के गाड़ी चलाई, तो बहुत खुशी हुई। गाड़ी चलाना सीखना केवल कौशल नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी भी है। अब मैं बहुत सावधानी से और नियमों का पालन करते हुए गाड़ी चलाता हूँ।
5. वन रहेंगे : हम रहेंगे [CBSE 2024]
उत्तर: वन हमारे जीवन का आधार हैं। पेड़-पौधे न केवल हमें ऑक्सीजन देते हैं, बल्कि वर्षा, मिट्टी की उर्वरता और जल संरक्षण में भी मदद करते हैं। यदि वन नहीं होंगे, तो न हमें शुद्ध हवा मिलेगी, न बारिश और न ही जीव-जंतुओं का जीवन बचेगा। हर साल लाखों पेड़ काटे जा रहे हैं और इसका असर मौसम, पर्यावरण और इंसान के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। वन्य जीवों का घर भी जंगल ही है। जब हम जंगल काटते हैं, तो उनका जीवन भी खतरे में डालते हैं। ‘वन रहेंगे : हम रहेंगे’ केवल नारा नहीं, बल्कि एक सच्चाई है। अगर हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देना है, तो हमें पेड़ लगाने होंगे और वनों की रक्षा करनी होगी। यही प्रकृति से सच्चा प्रेम है।
6. चलते-चलते पैरों में मोच आ जाना [CBSE 2023]
उत्तर: एक दिन मैं स्कूल से घर लौट रहा था। रास्ते में बारिश के कारण सड़क थोड़ी फिसलन भरी थी। मैं जल्दी-जल्दी चल रहा था कि अचानक मेरा पैर मुड़ गया और मुझे तेज़ दर्द हुआ। मुझे समझ नहीं आया कि क्या हुआ, लेकिन कुछ ही सेकंड में पैर सूजने लगा और मैं ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। मेरे साथ चल रहा दोस्त मुझे सहारा देकर एक पास की दुकान तक ले गया और पापा को फोन किया। पापा ने मुझे डॉक्टर के पास ले जाकर चेक कराया। डॉक्टर ने कहा कि यह मोच है और आराम करना जरूरी है। कुछ दिन तक मैं चल नहीं सका, लेकिन अब यह मेरे लिए एक सबक बन चुका है। उस दिन मैंने सीखा कि सावधानी बहुत ज़रूरी है।
7. जब मैट्रो की बिजली गुम हो गई [CBSE 2023]
उत्तर: मैं एक दिन मम्मी के साथ दिल्ली मैट्रो से बाजार जा रहा था। स्टेशन से चढ़ने के कुछ ही मिनट बाद अचानक मैट्रो रुक गई और सारी लाइट बंद हो गईं। एसी भी बंद हो गया और डिब्बे में अंधेरा छा गया। लोग घबरा गए और कुछ बच्चों ने रोना भी शुरू कर दिया। मोबाइल की टॉर्च जला कर लोग इधर-उधर देखने लगे। अनाउंसमेंट हुआ कि बिजली की सप्लाई बंद हो गई है और कुछ ही समय में मैट्रो फिर से चलेगी। लगभग 15 मिनट बाद बिजली आई और सबने राहत की साँस ली। उस समय मुझे समझ आया कि हम तकनीक पर कितना निर्भर हैं। इस तरह की स्थिति का सामना हमें कभी भी करना पड़ सकता है। यह अनुभव थोड़ा डरावना था, लेकिन अब सोचकर मज़ेदार भी लगता है।
8. त्योहारों पर बाजार की चहल-पहल [CBSE 2023]
उत्तर: त्योहारों का समय आते ही बाजारों की रौनक बढ़ जाती है। हर तरफ़ रंग-बिरंगी सजावट, चमकते कपड़े, मिठाइयों की खुशबू और लोगों की भीड़ दिखाई देती है। बच्चे खिलौने खरीदते हैं, बड़े लोग कपड़े, सजावट का सामान और मिठाइयाँ लेते हैं। दुकानदार भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह की सजावट और छूट देते हैं। दिवाली, होली, ईद या राखी – हर त्योहार के पहले बाजार जीवंत हो जाते हैं। लोग अपने परिवार के साथ ख़रीददारी का आनंद लेते हैं और बाजार में मिलने वाली स्वादिष्ट चीज़ों का स्वाद भी चखते हैं। त्योहार केवल पूजा-पाठ का नाम नहीं है, यह मेल-मिलाप, ख़ुशी और साथ बिताए पलों का नाम है। सच में, त्योहारों पर बाजार की चहल-पहल दिल को बहुत खुश कर देती है।
9. मैं और मेरा मित्र [CBSE 2023]
उत्तर: मित्र हमारे जीवन का सबसे अनमोल साथी होता है। मेरा सबसे अच्छा मित्र राहुल है। हम दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते हैं और बचपन से साथ हैं। वह बहुत ही समझदार, ईमानदार और मदद करने वाला है। जब भी मैं किसी परेशानी में होता हूँ, वह हमेशा मेरी मदद करता है। हम साथ में पढ़ाई करते हैं, खेलते हैं और समय बिताते हैं। हम एक-दूसरे के राज भी जानते हैं और एक-दूसरे पर पूरा विश्वास करते हैं। परीक्षा के समय हम एक-दूसरे को सवाल समझाते हैं और साथ-साथ मेहनत करते हैं। एक सच्चा मित्र वही होता है जो हर खुशी और दुःख में साथ दे। मुझे गर्व है कि मेरे पास राहुल जैसा सच्चा मित्र है। हमारी दोस्ती हमेशा बनी रहे – यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है।
10. पहाड़ी प्रदेश में एक दिन [CBSE 2023]
उत्तर: मैंने कुछ समय पहले अपने परिवार के साथ पहाड़ी प्रदेश की यात्रा की थी। वहाँ की सुंदरता देखकर मन प्रसन्न हो गया। सुबह-सुबह जब हम उठे, तो चारों ओर घने जंगल और ऊँचे-ऊँचे पहाड़ थे। ताजगी से भरी हवा में सांस लेना बहुत अच्छा लग रहा था। हम एक छोटे से पहाड़ी गाँव में पहुंचे, जहाँ लोग शांतिपूर्ण जीवन जीते हैं। वहाँ की सड़कों पर चलते हुए हम ने खूबसूरत झरने, हरियाली और रंग-बिरंगे फूल देखे। पहाड़ी प्रदेश का मौसम भी बहुत सुहाना था – न अधिक गर्मी, न अधिक सर्दी। हमने वहाँ के लोक संगीत और नृत्य का भी आनंद लिया। सच में, पहाड़ी प्रदेश में बिताया गया वो एक दिन मेरे जीवन का अविस्मरणीय अनुभव था। वहाँ की प्राकृतिक सुंदरता हमेशा मेरे दिल में रहेगी।
11. मेले में उमड़ती भीड़ [CBSE 2022]
उत्तर: जब कभी गाँव या शहर में मेला लगता है, तो वहाँ की भीड़ और उत्साह अद्भुत होता है। लोग हर उम्र के होते हैं – बच्चे, जवान, बुजुर्ग, सभी मेले में आते हैं। मेला पूरे क्षेत्र को जीवंत कर देता है। हर तरफ रौशनियां, रंग-बिरंगे झूले, खाने-पीने के स्टॉल्स और खिलौनों की दुकानें होती हैं। बच्चे झूलों पर झूलते हैं, लोग मस्ती से मिठाइयाँ खाते हैं, और हर जगह शोर-शराबा होता है। हाथों में फूलों के गुच्छे और रंग-बिरंगे खिलौने लिए लोग मस्ती से घूमते रहते हैं। किसी को तीरंदाजी करते हुए देखा जाता है, तो कोई झूला झूलने में मस्त होता है। मेलों में यह भीड़ सिर्फ उत्साह और खुशी का प्रतीक नहीं, बल्कि लोगों के बीच सामाजिक मेल-जोल का भी एक बेहतरीन मौका होती है। सच में, मेले की भीड़ अपने आप में एक अलग ही मज़ा देती है।
12. सुबह की सैर का आनंद [CBSE 2022]
उत्तर: सुबह का समय बहुत ही शांति और ताजगी से भरा होता है। जब सूरज उगता है, तो हल्की सी ठंडी हवा और ताजगी से मन प्रसन्न हो जाता है। सुबह की सैर पर निकलते ही चारों ओर हरियाली और खिलते हुए फूल दिखाई देते हैं। पक्षियों की चहचहाहट और ताजगी से भरी हवा बहुत अच्छा अनुभव देती है। सैर करते हुए रास्ते में लोग टहलते हुए दिखते हैं और कुछ लोग योग या प्राणायाम करते हैं। यह समय दिन की शुरुआत के लिए बहुत ही सही होता है, क्योंकि इस समय मन पूरी तरह से शांत और सक्रिय रहता है। रोज़ सुबह सैर करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही बेहतर रहते हैं। सच में, सुबह की सैर का आनंद एक अलग ही अनुभव है, जो दिनभर की ऊर्जा और ताजगी बनाए रखता है।
13. एक शाम स्वर्ण मंदिर के पास [CBSE 2022]
उत्तर: स्वर्ण मंदिर, जो अमृतसर में स्थित है, न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अपनी सुंदरता के कारण भी प्रसिद्ध है। एक शाम जब मैं स्वर्ण मंदिर के पास गया, तो वहाँ का माहौल बहुत शांत और अद्भुत था। मंदिर की सोने से जड़ी हुई छत पर सूर्य की किरणें पड़ रही थीं, और मंदिर पानी के तालाब के बीच स्थित था, जिससे उसका प्रतिबिंब बहुत ही सुंदर दिखाई दे रहा था। मंदिर के अंदर कीर्तन हो रहा था, और लोग शांतिपूर्वक पूजा में लीन थे। मंदिर के आसपास के क्षेत्र में सैकड़ों श्रद्धालु थे, और हर कोई एक अद्भुत शांति का अनुभव कर रहा था। वहाँ की हवा में एक अलग ही शांति और दिव्यता थी। सच में, स्वर्ण मंदिर की उस शाम का अनुभव जीवनभर याद रखने योग्य था।
14. जीवन में आगे बढ़ती लड़कियाँ [CBSE 2022]
उत्तर: आजकल की लड़कियाँ जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। वे न केवल शिक्षा और करियर में सफलता प्राप्त कर रही हैं, बल्कि खेल, विज्ञान, राजनीति और कला में भी अपनी पहचान बना रही हैं। पहले जहाँ लड़कियों को घर के कामों में ही सीमित रखा जाता था, अब वे अपने सपनों को पूरा करने में जुटी हुईं हैं और समाज में अहम भूमिका निभा रही हैं। उदाहरण के तौर पर, मलाला यूसुफजई, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में अपने संघर्ष से दुनिया को प्रेरित किया, या पीवी सिंधु, जिन्होंने बैडमिंटन में देश का नाम रोशन किया। आज की लड़कियाँ न केवल अपने परिवार का नाम रोशन कर रही हैं, बल्कि वे समाज में भी बदलाव ला रही हैं। वे आत्मनिर्भर, स्वतंत्र और सशक्त बन चुकी हैं। वास्तव में, जीवन में आगे बढ़ती लड़कियाँ समाज की वास्तविक शक्ति बन रही हैं।
15. जब मैं स्कूल देर से पहुँचा [CBSE 2022]
उत्तर: एक दिन मुझे स्कूल के लिए जल्दी उठना था, लेकिन मेरी नींद बहुत गहरी थी और अलार्म का पता नहीं चला। जैसे ही मेरी आँख खुली, घड़ी में समय देखा तो मुझे घबराहट हुई, क्योंकि स्कूल का समय पहले ही हो चुका था। मैंने जल्दी-जल्दी तैयार होकर दौड़ते हुए स्कूल जाने की सोची। रास्ते में ट्रैफिक भी था और मैं काफी देर से स्कूल पहुँच पाया। स्कूल में प्रवेश करते ही शिक्षक ने देखा और मुझे देर से आने का कारण पूछा। मैंने उन्हें सही कारण बताया, और उन्होंने मुझे शांति से समझाया कि समय की कद्र करनी चाहिए। उस दिन मुझे यह सीखने को मिला कि समय पर उठना कितना ज़रूरी है। यह अनुभव मुझे हमेशा याद रहेगा, और मैं हमेशा समय का पालन करूँगा।
16. बाल मजदूरी हमारे घरों में [CBSE 2019]
उत्तर: बाल मजदूरी समाज के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। जब छोटे-छोटे बच्चे, जो स्कूल जाकर पढ़ाई करने की उम्र में होते हैं, उन्हें काम पर लगा दिया जाता है, तो यह बहुत दुखद होता है। कई बार लोग अपने घरों में बर्तन धुलवाने, साफ-सफाई करवाने या काम के लिए बच्चों को रख लेते हैं। ऐसा करना न सिर्फ़ कानून के खिलाफ है, बल्कि यह बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ है। बच्चों को शिक्षा, प्यार और सुरक्षित माहौल मिलना चाहिए, न कि मेहनत भरा जीवन। बाल मजदूरी से बच्चों का बचपन छिन जाता है। हमें यह समझना चाहिए कि हर बच्चा स्कूल जाए, पढ़े-लिखे और एक अच्छा नागरिक बने – यही सच्ची मानवता है। बाल मजदूरी रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है।
17. बिन मोबाइल सब सून [CBSE 2019]
उत्तर: आज के समय में मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन गया है। इसके बिना जीवन अधूरा-सा लगता है। एक दिन मेरा मोबाइल खराब हो गया और मुझे बहुत अजीब महसूस हुआ। न किसी से बात कर पाया, न ही मैसेज देख पाया। पढ़ाई के लिए जो नोट्स मोबाइल में थे, वो भी नहीं मिले। दिनभर मन अनमना सा रहा। मोबाइल की आदत पड़ जाने के कारण मैं जरुरी चीज़ों की जानकारी के लिए उसपे ही ढूँढता था। मुझे तब समझ में आया कि हम मोबाइल पर कितना निर्भर हो चुके हैं। मोबाइल न हो तो सब सूना-सूना लगता है। हालांकि, उस दिन मैं परिवार के साथ ज़्यादा समय बिता पाया और किताबें भी पढ़ीं। इस अनुभव से मुझे यह भी सीखने को मिला कि मोबाइल ज़रूरी है, पर उसका संतुलित उपयोग और असली जीवन से जुड़ाव भी उतना ही आवश्यक है।
18. कठिन है मित्र की पहचान [CBSE 2019]
उत्तर: सच्चे मित्र की पहचान करना वास्तव में कठिन काम है। जीवन में बहुत से लोग मिलते हैं, कुछ हमारे साथ हँसते हैं, खेलते हैं और साथ समय बिताते हैं, लेकिन जब कठिन समय आता है, तब ही असली मित्र की पहचान होती है। कुछ लोग केवल मतलब के लिए दोस्ती करते हैं और मुसीबत में साथ छोड़ देते हैं। वहीं, सच्चा मित्र वही होता है जो हर सुख-दुख में साथ खड़ा रहे। एक बार मेरे साथ स्कूल में एक समस्या आ गई थी, तब बहुतों ने मुँह मोड़ लिया, लेकिन मेरा एक मित्र मेरे साथ खड़ा रहा और मेरी मदद की। उस दिन मुझे समझ आया कि असली दोस्त वही होता है जो बिना स्वार्थ के साथ निभाता है। इसलिए कहा जाता है — कठिन है मित्र की पहचान। एक सच्चा मित्र जीवन का सबसे बड़ा वरदान होता है।
19. अन्नदाता किसान की समस्याएँ [CBSE 2019]
उत्तर: किसान हमारे देश का अन्नदाता है। वह दिन-रात मेहनत करके खेतों में अनाज उगाता है, जिससे हम सबका पेट भरता है। लेकिन दुख की बात है कि वही किसान आज कई समस्याओं से जूझ रहा है। कभी मौसम उसका साथ नहीं देता – कभी सूखा पड़ता है, तो कभी बाढ़ आ जाती है। ऊपर से महँगे बीज, खाद और कीटनाशकों के कारण खेती करना और भी कठिन हो गया है। फसल तैयार होने के बाद भी उसे उचित मूल्य नहीं मिलता। कई किसान कर्ज में डूब जाते हैं और परेशान होकर गलत कदम उठा लेते हैं। सरकार को चाहिए कि वह किसानों को सही दाम, तकनीकी सहायता और बीमा की सुविधा दे। जब तक किसान खुश नहीं होगा, देश भी तरक्की नहीं कर पाएगा। अन्नदाता की समस्याओं को दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
20. विज्ञान के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियाँ [CBSE 2019]
उत्तर: विज्ञान के क्षेत्र में भारत ने पिछले कुछ वर्षों में बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की हैं। हमारे वैज्ञानिकों ने तकनीक, अंतरिक्ष, चिकित्सा और संचार के क्षेत्रों में देश का नाम रोशन किया है। भारत का अंतरिक्ष संगठन ISRO ने चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशनों में सफलता पाकर पूरी दुनिया को चौंका दिया। आज भारत में मेडिकल विज्ञान तेजी से आगे बढ़ रहा है और नई-नई बीमारियों का इलाज खोजा जा रहा है। कोरोना के समय भारत ने बहुत जल्दी वैक्सीन बनाकर दुनिया में मदद की। डिजिटल इंडिया, ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल तकनीक, और रेलवे की आधुनिकता भी विज्ञान की ही देन है। हमारे देश के युवा वैज्ञानिक लगातार नई खोजों में लगे हैं। यह सब देखकर गर्व होता है कि विज्ञान के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियाँ दिन प्रतिदिन बढ़ रही हैं और देश को आगे ले जा रही हैं।
अभ्यास हेतु कुछ और प्रीवियस ईयर प्रश्न –
- वन हैं तो हम हैं [CBSE 2019, 2024]
- समावेशी शिक्षा [CBSE 2024]
- चंद्रयान 3 : भारत की एक बड़ी उपलब्धि [CBSE 2024]
- घने कोहरे में लंबी यात्रा [CBSE 2024]
- उदय होता हुआ सूरज [CBSE 2024]
- नारी सशक्तिकरण [CBSE 2019, 2024]
- पहाड़ी यात्रा के बीच बस का खराब होना [CBSE 2024]
- चाँदनी रात का सौंदर्य [CBSE 2024]
- मेरे बचपन का अविस्मरणीय पल [CBSE 2024]
- दुर्घटना से देर भली [CBSE 2024]
- बाढ़ का दृश्य [CBSE 2024]
- मेरे विद्यालय का खेल का मैदान [CBSE 2024]
- हर घर तिरंगा [CBSE 2024]
- मेरी पहली हवाई / रेल – यात्रा [CBSE 2022, 2024]
- जी 20 शिखर सम्मेलन [CBSE 2024]
- वृद्धाश्रम में एक दिन [CBSE 2024]
- जल संरक्षण [CBSE 2024]
- जीवन में सदाचार का महत्त्व [CBSE 2024]
- सौर ऊर्जा : ऊर्जा का अक्षय स्रोत [CBSE 2024]
- रेल की खिड़की से बाहर का दृश्य [CBSE 2024]
- ओ.टी. टी. पर्दा : मनोरंजन की नई परिभाषा [CBSE 2024]
- बढ़ती जनसंख्या : घटते संसाधन [CBSE 2024]
- घर के कबाड़घर में रखा पुराना टी.वी. [CBSE 2024]
- मेले में अभिन्न मित्र से भेंट [CBSE 2023]
- जब मैं समुद्र की लहरों में घिर गया [CBSE 2023]
- नकली सामान, भरपूर विज्ञापन [CBSE 2023]
- बदलते सामाजिक रीतिरिवाज [CBSE 2022, 2023]
- स्वाध्याय का आनंद [CBSE 2023]
- अचानक अतिथि सेवा का अवसर [CBSE 2023]
- जब रास्ते में मेरी चप्पल टूट गई [CBSE 2023]
- रेल यात्रा में अपरिचित का मिलना [CBSE 2023]
- अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत का बढ़ता कद [CBSE 2023]
- पकी फसल से लहलहाता खेत [CBSE 2023]
- नदी में अचानक पानी का बढ़ना [CBSE 2023]
- मसूरी जाते समय भूस्खलन [CBSE 2023]
- ऑनलाइन शॉपिंग: समय की माँग [CBSE 2023]
- परीक्षा के समय पढ़ने का आनंद [CBSE 2023]
- लालच बुरी बलाय [CBSE 2023]
- साइकिल का पंचर लगाता बच्चा [CBSE 2023]
- मैं मतदान करने गया [CBSE 2023]
- जब मेट्रो रेल की बिजली गुल हुई [CBSE 2023]
- कठपुतली का नाच [CBSE 2023]
- चौराहों पर खिलौने बेचते बच्चे [CBSE 2023]
- मेले में कुश्ती प्रतियोगिता [CBSE 2023]
- जीव–जंतुओं के प्रति दया [CBSE 2023]
- जब मुझे स्वर्ण पदक मिला [CBSE 2023]
- शहरों में बढ़ती ट्रैफिक जाम की समस्या [CBSE 2023]
- पर्वतीय यात्रा के दौरान जब अचानक भू–स्खलन हुआ [CBSE 2023]
- जब अंतरिक्ष में घर बन जाएँगे [CBSE 2023]
- स्वप्न में प्रिय हास्य कलाकार से भेंट [CBSE 2023]
- सर्दी की एक कँपकँपाती रात [CBSE 2023]
- जब पिताजी की पदोन्नति हुई [CBSE 2023]
- दिनोंदिन गिरता भू–जल स्तर [CBSE 2023]
- स्वप्न में प्रिय अभिनेता/अभिनेत्री से भेंट [CBSE 2023]
- कोविड टीकाकरण केंद्र का दृश्य [CBSE 2022]
- जीवन में प्रतिस्पर्धा की भूमिका [CBSE 2022]
- स्कूल के बाहर स्टेशनरी की दुकान [CBSE 2022]
- घर बैठकर दफ़्तर का काम [CBSE 2022]
- शारीरिक चुनौती झेलते लोग [CBSE 2022]
- मेरा प्यारा भारत [CBSE 2022]
- आसमान में इंद्रधनुष [CBSE 2022]
- अति किसी चीज़ की अच्छी नही [CBSE 2022]
- साहित्य : जीवन का आधार [CBSE 2022]
- विकसित होता भारत [CBSE 2022]
- कितना कुछ देती है प्रकृति [CBSE 2022]
- जब अचानक भू-स्खलन हुआ [CBSE 2022]
- मोबाइल खेलों की बढ़ती लत [CBSE 2022]
- आत्मसंयम [CBSE 2022]
- विज्ञापनों का संसार [CBSE 2022]
- कामकाजी महिला की एक सुबह [CBSE 2022]
- कंप्यूटर का बढ़ता प्रभाव [CBSE 2022]
- खाली जेब बाज़ार में एक दिन [CBSE 2022]
- इंटरनेट की अपरिहार्यता [CBSE 2019]
- इंटरनेट एक वरदान [CBSE 2019] / इंटरनेट
- भारत की विविध संस्कृति [CBSE 2019]
- भारत की सांस्कृतिक विशेषताएँ। [CBSE 2019]
- पुस्तकीय ज्ञान तक सिमटती शिक्षा [CBSE 2019]
- जब झूठ बोलना आवश्यक हो जाए [CBSE 2019]
- बेरोज़गारी की समस्या [CBSE 2019]
- काम अधिक, बातें कम [CBSE 2019]
- स्वच्छता बने आदत [CBSE 2019]
- श्रम का महत्त्व [CBSE 2019]
- प्लास्टिक: एक पर्यावरण संकट [CBSE 2019]
- वायु प्रदूषण की समस्या [CBSE 2019]
- मेरा सपना [CBSE 2019]
- मेरे प्रिय योगासन [CBSE 2019]
- मेरा जीवन स्वप्न [CBSE 2019]
- गाँव का एक दिन [CBSE 2019]
- आज का किसान जीवन [CBSE 2019]
- ग्रीष्म की दोपहर [CBSE 2019]
- नैतिक शिक्षा क्यों ज़रूरी [CBSE 2019]
- पुस्तकालय का शिष्टाचार [CBSE 2019]
- विद्यार्थी और योगासन [CBSE 2019]
- स्मार्ट कक्षा के लाभ [CBSE 2019]
- कक्षा में नई तकनीकी [CBSE 2019]
- लोकतंत्र और हमारा दायित्व [CBSE 2019]
- लोकतंत्र में चुनावों की भूमिका / लोकतंत्र में चुनावों का महत्त्व [CBSE 2019]
- चुनाव और हम [CBSE 2019]
- लोकतंत्र में चुनाव [CBSE 2019]
- पानी का सदुपयोग [CBSE 2022]
Conclusion
इस पोस्ट की मदद से विद्यार्थी कक्षा 11, 12 के प्रश्नपत्र में पूछे गए रचनात्मक लेख के प्रश्न में पूर्ण अंक प्राप्त कर सकते हैं।
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