Class 9 NCERT Hindi (Course A) Kritika Bhag-1 Chapter Wise difficult word meanings

 

Here, the difficult words and their meanings of all the Chapters of CBSE Class 9 Hindi (Course A) Kritika Bhag-1  Book have been compiled for the convenience of the students. This is an exhaustive list of the difficult words and meanings of all the Chapters from the NCERT Class 9 Hindi Kritika Bhag-1  Book. The difficult words’ meanings have been explained in an easy language so that every student can understand them easily.

 

 


Chapter 1 – Is Jal Pralay Mein (इस जल प्रलय में)

  1. इलाका– क्षेत्र
  2. कोसी, पनार, महानंदा, गंगा– बिहार की प्रमुख नदियाँ
  3. बाढ़–  नदियों का पानी जरूरत से ज़्यादा बढ़ जाना और चारों ओर फैल जाना
  4. प्राणी– जीव 
  5. समूह– झुंड, टोली
  6. पनाह– शरण, आड़ 
  7. सावन-भादो– हिंदू पंचांग के दो मानसूनी महीने (जुलाई-अगस्त)
  8. सपाट– एकदम समतल, बिना ऊँच-नीच के
  9. परती– वह ज़मीन जो जोती-बोई न जाती हो 
  10. झुंड-मुंड– जानवरों के बहुत सारे झुंड
  11. विभीषिका– भयंकरता
  12. हैसियत– पद, भूमिका
  13. रिलीफ वर्कर– राहत कार्य करने वाला व्यक्ति
  14. धर्मयुग– एक प्रसिद्ध हिन्दी साप्ताहिक पत्रिका
  15. कथा-दशक– धर्मयुग में प्रकाशित कहानियों की विशेष श्रृंखला
  16. छुटपुट– छोटे-छोटे, अलग-अलग
  17. रिपोर्ताज- रिपोर्ट के रूप में लिखा गया साहित्य
  18. विनाश-लीला– तबाही की घटनाएँ
  19. अंकित– दर्ज, लिखा हुआ
  20. भँसना– फँस जाना
  21. अविराम वृष्टि – बिना रुके लगातार वर्षा
  22. पुनपुन का पानी – पुनपुन नदी का पानी, जो बाढ़ के कारण शहर में घुस आया
  23. राजेंद्रनगर, कंकड़बाग – पटना शहर के निचले इलाके, जो बाढ़ से प्रभावित हुए
  24. भोगा है – अनुभव किया है, झेला है
  25. ईंधन – जलाने योग्य वस्तुएँ जैसे लकड़ी, कोयला आदि, खाना पकाने या गर्मी के लिए
  26. कांपोज़ की गोलियाँ – पेट की तकलीफ में ली जाने वाली दवा (एक सामान्य ब्रांड था सन् 1960–70 के दशक में)
  27. प्लावित – जिस पर बाढ़ का पानी चढ़ आया हो, जो जल में डूब गया हो 
  28. गोलघर – पटना का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल
  29. जानो! गोलघर डूबे गेछे! – यह बंगला भाषा में वाक्य है, जिसका अर्थ है “जानते हो! गोलघर डूब गया है!” 
  30. अबले– इस समय तक,अब तक
  31. रिक्शा – तीन पहियों की सवारी गाड़ी
  32. विशेषज्ञ – जानकार व्यक्ति
  33. व्याख्याता – समझाने वाला, शिक्षक
  34. आचार्य – गुरु, शिक्षक
  35. कवि – कविता लिखने वाला
  36. अनवरत – निरंतर, लगातार 
  37. अनर्गल – बेतुकी, विचारहीन, मनमानी 
  38. अनगढ़ – बेडौल, टेढ़ा-मेढ़ा 
  39. गद्यमय – गद्य जैसा, गद्य में
  40. स्वगतोक्ति – अपने आप में कुछ बोलना
  41. मोटर – इंजन वाली गाड़ी
  42. ट्रैक्टर – खेती में काम आने वाला भारी वाहन
  43. ट्रक – भारी माल ढोने वाली गाड़ी
  44. टमटम – घोड़े से चलने वाली गाड़ी
  45. जिज्ञासा – जानने की इच्छा
  46. कालोनी – बस्ती, मोहल्ला
  47. इंडस्ट्रियल एरिया – कारखानों वाला क्षेत्र
  48. कॉफी हाउस – चाय/कॉफी पीने की सार्वजनिक जगह
  49. शक्ल – रूप, आकार
  50. गेरुआ – मटमैलापन लिये लाल रंग का
  51. झाग – फेन, बुलबुले वाला पदार्थ
  52. तरल – बहने वाला, द्रव
  53. दूत – संदेशवाहक
  54. आतंक – डर, भय
  55. बरबस – अपने आप, बिना सोचे
  56. सभय – डर से भरा हुआ
  57. प्रणाम-निवेदन – नमस्कार करते हुए निवेदन
  58. अस्फुट – अस्पष्ट
  59. मुँह से कुछ अस्फुट शब्द निकले – मुंह से साफ़ न सुनाई देने वाले शब्द निकले
  60. कायर – डरपोक
  61. अनुनय भरे स्वर में – विनती या प्रार्थना करते हुए आवाज़ में
  62. लौटा ले भैया – वापस ले चलो भाई
  63. सिनेमा हॉल – फिल्म देखने की जगह
  64. शो बंद – फिल्म का प्रदर्शन बंद
  65. गांधी मैदान – पटना का प्रसिद्ध खुला मैदान
  66. पैलेस होटल – एक होटल का नाम
  67. एयरलाइंस दफ़्तर – हवाई जहाज़ सेवा का कार्यालय
  68. नियन विज्ञापन – चमकदार रंग-बिरंगे रोशनी वाले विज्ञापन 
  69. सैकड़ों – बहुत बड़ी संख्या में
  70. साँपों की सृष्टि – सांप जैसे दृश्य बन रहे थे
  71. रेलिंग – लोहे की बनी बाड़
  72. सभा-सम्मेलन – बैठक और बड़ी जनसभा
  73. आवरण – परत, ढक्कन
  74. गैरिक – भगवा या गेरुआ रंग
  75. आच्छादित – ढका हुआ
  76. शनै:-शनै: – धीरे-धीरे
  77. अधेड़ – उम्र में आधे (लगभग 40-60 वर्ष)
  78. मुस्टंड – भारी-भरकम शरीर वाला व्यक्ति
  79. गँवार – अशिक्षित, गाँव का सीधा-सादा व्यक्ति
  80. उलटकर – पलटकर, मुड़कर
  81. बूझो – समझो
  82. आम आदमी – साधारण व्यक्ति, सामान्य जन
  83. साहित्यिक गोष्ठियाँ – साहित्य से जुड़ी बैठकों या चर्चाओं की सभाएँ
  84. वक्तव्य – कथन, कहा हुआ वाक्य या बात
  85. दानापुर – पटना के पास का एक क्षेत्र (यहाँ प्रतीक के रूप में)
  86. उत्तर बिहार – बिहार राज्य का उत्तरी भाग
  87. बाढ़ग्रस्त – बाढ़ से प्रभावित
  88. ग्रामीण क्षेत्र – गाँवों वाला इलाका
  89. साढ़े सात – सात बजकर तीस मिनट
  90. आकाशवाणी – सरकारी रेडियो सेवा 
  91. स्थानीय समाचार – उस स्थान से संबंधित ताज़ा खबरें
  92. प्रसारित हो रहा था – सुनाया जा रहा था
  93. उत्कर्ण होकर – सुनने को उत्सुक
  94. प्रवेश कर सकता है – अंदर आ सकता है
  95. समाचार – खबर
  96. दिल दहलाने वाला – बहुत डरावना, भय पैदा करने वाला
  97. कलेजा धड़क उठा – बहुत तेज़ दिल धड़कने लगा (डर से)
  98. चेहरे पर आतंक की रेखाएँ उभरना – डर का भाव चेहरे पर आ जाना
  99. सहज हो गए – सामान्य दिखने लगे
  100. चेहरे पर चेष्टा करके – चेहरे के भाव से प्रयास करके
  101. तनिक अधिक – थोड़ा ज्यादा
  102. उत्साहित – जोश में, खुशी में
  103. हड़बड़ी – जल्दबाज़ी, अफरा-तफरी
  104. लादे जा रहे थे – चढ़ाए जा रहे थे (वाहनों पर)
  105. खरीद-बिक्री बंद – सामान बेचना और खरीदना बंद
  106. पानवालों की बिक्री – पान बेचने वालों का व्यापार
  107. आसन्न संकट – पास आया हुआ
  108. आतंकित – डर से भरा हुआ
  109. आदमकद आईना – बड़ा आईना, जिसमें पूरा शरीर दिखाई दे
  110. सूरतें – चेहरे, रूप
  111. मुहर्रमी – चेहरा बदलने वाली, मुसीबत या संकट का संकेत
  112. ठठाकर – जोर से हँसते हुए
  113. बुज़दिलों – डरपोक, कायर लोग
  114. हुलिया – रूप, चेहरा
  115. उछाली जा रही थीं – बातें फैलाई जा रही थीं, उड़ी जा रही थीं
  116. धनुष्कोटि – एक स्थान का नाम, जो समुद्र के किनारे स्थित है और वहाँ एक भयंकर बाढ़ के बाद यह इलाका गायब हो गया था
  117. गोलघर के मुँडे – गोलघर के ऊपरी हिस्से पर
  118. बिस्कोमान बिल्डिंग – पटना में स्थित एक प्रसिद्ध इमारत
  119. माकूल मौका – उपयुक्त समय, सही अवसर
  120. इनकम टैक्सवालों – आयकर विभाग के अधिकारी
  121. काले कारबारियों – अवैध व्यापार करने वाले लोग
  122. छापा मारना – अचानक तलाशी लेना
  123. आसामी बा-माल – संपत्ति वाला व्यक्ति, जो माल-मकान का मालिक हो
  124. राजेंद्रनगर चौराहा – पटना का एक प्रमुख चौराहा
  125. मैगजीन कॉर्नर – पत्रिकाओं की दुकान का एक कोना
  126. पत्र-पत्रिकाएँ – अखबार और मैगज़ीन
  127. पूर्ववत् – पहले जैसा, जैसा पहले था
  128. खुराक – यहाँ किताबों की एक प्रकार की ‘आवश्यकता’ 
  129. हेडली चेज़ – एक प्रसिद्ध उपन्यासकार, जिनकी जासूसी किताबें मशहूर हैं
  130. सुधि लेगा – ध्यान रखेगा, ख्याल रखेगा
  131. फ़्लैट – अपार्टमेंट, एक कमरा या अधिक कमरे वाला आवासीय स्थान
  132. जनसंपर्क – सार्वजनिक संबंध, सरकारी या संगठन से संबंधित प्रचार
  133. लाउडस्पीकर – ध्वनि प्रसार उपकरण, जिससे आवाज़ दूर-दूर तक सुनाई देती है
  134. घोषणा – सूचना देना, किसी बात का उद्घोषण
  135. गोलंबर – एक गोल चौराहा, जहाँ चार रास्ते मिलते हैं
  136. प्रतिध्वनित – गूंजना, ध्वनि का पुनरावृत्ति होना
  137. सिनेमा अथवा लॉटरी – फिल्म या लॉटरी (टिकट का खेल, जिसमें पुरस्कार जीते जा सकते हैं)
  138. अलमस्त – मस्त, खुश, या हलके-फुलके मूड में
  139. सन्नाटा – चुप्प, शांति, कोई आवाज़ न होना
  140. अलाप उठता है – गीत या स्वर को गाने की शुरुआत करना
  141. बंधु – मित्र, भाई
  142. मितवा – प्रियजन
  143. सुन मेरे बंधु रे – सुन मेरे भाई, सुन मेरे मित्र
  144. मोरे मितवा – मेरे प्रिय
  145. जनसंपर्क की गाड़ी – एक गाड़ी, जो प्रचार या सूचना फैलाने के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग करती है
  146. ऐलान – घोषणा, सूचना देना
  147. संभावना – हो सकने का भाव
  148. गैस – गैस सिलिंडर, जो खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होता है
  149. गृहस्वामिनी – घर की मालिकिन, घर की महिला मालिक
  150. सिलिंडर – गैस का भंडारण करने वाला सिलिंडर
  151. मीटर-उटर – मीटर रीडर या किसी मापने वाले यंत्र के जैसी कोई चीज़
  152. अंदाज़ – अनुमान, नाप-तौल 
  153. कोयला – जलाने के लिए इस्तेमाल होने वाला लकड़ी 
  154. स्टोव – चूल्हा या खाना पकाने का उपकरण
  155. किरासन – पेट्रोलियम तेल, जो स्टोव या चूल्हे में जलाने के लिए प्रयोग होता है
  156. धमके – अचानक आना
  157. फिलहाल – इस समय, वर्तमान में
  158. ध्वनि गूँजना – आवाज़ का पुनः सुनाई देना
  159. ब्लॉक – एक बड़ा भवन या इमारत का हिस्सा, या एक क्षेत्र
  160. अलाव – जलती हुई आग, जलाने के लिए एक जगह पर रखी हुई लकड़ी या अन्य सामग्री
  161. सुलगा दिया – जलाना, आग लगाना
  162. हलचल – शोरगुल, हड़कंप 
  163. स्मृतियाँ – यादें
  164. चलचित्र – फिल्म, चलचित्र का अर्थ चित्रों के चलते हुए दृश्यों से है
  165. बेतरतीब – असंगत, बिना किसी क्रम के
  166. मनिहारी – बिहार का एक क्षेत्र, जो पहले पूर्णिया ज़िले में था, अब कटिहार में है
  167. गंगा मैया की बाढ़ – गंगा नदी की बाढ़
  168. चहलकदमी – थोड़ी देर पैदल चलना, टहलना
  169. टाँगें सीधी करना – आराम करना, थकान दूर करना
  170. शरणार्थी – जो किसी आपदा से बचने के लिए किसी सुरक्षित जगह पर शरण ले
  171. बालूचर – रेत की ऊँची जगह, जो पानी में द्वीप जैसी लगती है
  172. हिदायत – सलाह या चेतावनी
  173. पकाही घाव – पानी में लगातार रहने से पैरों की उंगलियों या तलवों में होने वाला सड़नयुक्त घाव
  174. दियासलाई की डिबिया – माचिस की डिब्बी
  175. किरासन तेल – मिट्टी का तेल (केरोसीन), जलाने या कीट भगाने के लिए
  176. महानंदा – बिहार की एक प्रमुख नदी
  177. बापसी थाना – एक पुलिस थाना क्षेत्र (थाने का नाम)
  178. रिलीफ़ के डाक्टर साहब – राहत कार्यों के लिए नियुक्त डॉक्टर
  179. कुंई-कुंई – कुत्ते की रोती हुई आवाज़
  180. भीषण भयभीत – बहुत ज़्यादा डरा हुआ
  181. कुकुर – कुत्ता
  182. छप-से – तेज़ी से पानी में उतरना
  183. हमार – हमारा
  184. हम हुँ नहीं जाएगा – मैं भी नहीं जाऊँगा
  185. परमान नदी – बिहार की एक और नदी
  186. मुसहरी – एक जाति (आदिवासी) जो दोने, पत्तलें आदि बनाने का काम करती है
  187. राहत बाँटना – मदद के लिए खाना, दवा आदि देना
  188. झुलसाकर – आग से हल्का सा जलाकर
  189. मचान – लकड़ी या बांस से बनी ऊँची जगह
  190. बलवाही नाच – एक प्रकार का लोक-नृत्य
  191. नटुआ – गाँवों में नाच-गाना करने वाला कलाकार
  192. दुलहिन का हाव-भाव – दुल्हन की तरह चलने-फिरने और चेहरे के भाव दिखाना
  193. धानी / घरनी – स्त्री (पत्नी)
  194. द्रुत ताल – तेज़ गति से बजाई जाने वाली ताल (बीट)
  195. लथपथ – सने हुए
  196. मुक्त खिलखिलाहट – बिना किसी कारण या दबाव के आई जोरदार हँसी
  197. रिलीफ़ बाँटना – बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री (खाना, कपड़ा आदि) देना
  198. भोला शास्त्री – लेखक के घनिष्ठ मित्र का नाम
  199. बालचर – स्काउटिंग करने वाला (ब्वॉय स्काउट)
  200. केले के पौधे का ‘भेला’ – केले के तनों को बाँधकर बनाई गई अस्थायी नाव 
  201. जल-विहार – पानी में मौज-मस्ती करना
  202. झिंझिर – आनंद मनाना, जल में सैर करना
  203. हरमोनियम-तबला – संगीत वाद्ययंत्र
  204. पुनपुन का पानी – पुनपुन नदी का बाढ़ का पानी
  205. सजे-धजे युवक और युवतियाँ – अच्छे कपड़े पहनकर तैयार हुए लड़के और लड़कियाँ
  206. लग्गी से नाव खे रहा था – बाँस की लंबी छड़ी से नाव चला रहा था
  207. डायलॉक – संवाद 
  208. फब्तियों की वर्षा – व्यंग्यपूर्ण और चुटीली बातें, सीटियाँ और किलकारियाँ
  209. प्रतिध्वनि – गूँजती हुई आवाज़ 
  210. एक्ज़बिशनिज़्म – प्रदर्शनवाद
  211. छुमंतर हो गई – अचानक गायब हो गई
  212. मुखर – ज़ोर से बोलने वाला, स्पष्ट आवाज़ में
  213. नैया तोरी मंझधार – तुम्हारी नाव बीच धार में है 
  214. होश्यार होश्यार – सावधान!
  215. काहो रामसिंगार, पनियां आ रहलो है? – कहो रामसिंगार, पानी आ रहा है क्या?
  216. ऊँहूँ, न आ रहलौ है। – नहीं, नहीं आ रहा है।
  217. ढाई बज गए – रात के 2:30 बजे हैं
  218. अटक गया – कहीं रुक गया, ठहर गया
  219. तटबंध पर लड़ते हुए इंजीनियरों की जीत – बाँध को टूटने से रोकने में इंजीनियरों की सफलता
  220. दैवी चमत्कार – भगवान की कृपा से चमत्कारी रूप से बचाव
  221. सामूहिक रुदन – कई कुत्तों का एक साथ रोना
  222. मंडली – समूह, टोली
  223. चौप चौप – चुप रहने का आदेश देने की ध्वनि
  224. स्वजन – अपने करीबी लोग
  225. अथाह जल – गहरा और फैलता हुआ बाढ़ का पानी
  226. चोंगा – टेलीफोन का रिसीवर
  227. टुंग फुंग – कोई भी टोन या आवाज़ नहीं 
  228. करवट लेना – सोने की कोशिश करना, लेकिन बेचैनी के कारण करवट बदलते रहना
  229. आसन्नप्रसवा –  जिसे आजकल में ही बच्चा होने वाला हो
  230. टुकुर-टुकुर देखना – बिना पलक झपकाए लगातार देखना
  231. भूली-बिसरी याद – पुरानी और कभी-कभी भूल जाने वाली स्मृतियाँ
  232. झकझोरकर – जोर से हिला कर, झटका देकर
  233. आ रहलौ है! – पानी आ रहा है!
  234. किलोल– खेल, आनंद 
  235. दल – झुण्ड 
  236. अवरोध– रूकावट 
  237. बाज़ू– बाँह 
  238. शोर-कोलाहल-कलरव-चीख-पुकार – शोर-शराबा 
  239. सशक्त– शक्तिवान 
  240. क्रमश:– क्रम से, एक एक करके 
  241. कैमरा– तस्वीर या वीडियो रिकॉर्ड करने का यंत्र 
  242. टेप-रिकॉर्डर– ध्वनि को रिकॉर्ड करने और बजाने का उपकरण
  243. लोप– अभाव, गायब

 

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Chapter 2 – Mere Sang ki Auraten (मेरे संग की औरतें)

  1. ज़ाहीर – स्पष्ट
  2. मर्म – स्वरूप
  3. परदानशीं – परदा करने वाली स्त्री
  4. बैरिस्ट्री – वकालत की पढ़ाई
  5. विलायत – विदेश
  6. बसर – व्यतीत
  7. इज़हार – व्यक्त करना 
  8. मुँहज़ोर – बहुत बोलने वाली
  9. लिहाज़ – ख्याल
  10. नज़ाकत – सूक्ष्मता
  11. हुज़ूर – उपस्थिति
  12. हैरतअंगेज़ – अचंभित कर देने वाला
  13. फ़रमाबरदार – आज्ञाकारी
  14. इम्तिहान – परीक्षा
  15. पुश्तैनी – पैतृक
  16. धेला  – आधा पैसा, प्राचीन काल में प्रचलित एक प्रकार का सिक्का
  17. चनका खाना – लचक जाना
  18. छींका – रस्सियों या तारों का वह जाल जो खाने-पीने की चीज़ें आदि रखने के लिए छत या दीवार आदि से लटकाया जाता है
  19. गनीमत  – सौभाग्य
  20. वाशिंदें  – नागरिक, वास करने वाला
  21. अभिभूत – वशीभूत, जिस पर प्रभाव डाला गया हो
  22. तिलिस्म  – अद्भुत या अलौकिक, चमत्कार
  23. सनक – किसी बात की धुन, मन की झोंक
  24. शख्सियत – व्यक्तित्व
  25. परीजात – उत्पन्न, जन्मा हुआ
  26. मुस्तैद – तैयार, चुस्त, तत्पर
  27. ज़ाहिर – साफ, स्पष्ट
  28. लाड़ – प्यार
  29. गोपनीय – राज, रहस्य
  30. बखूबी – अच्छे से 
  31. निजत्व – अपना होने की अवस्था
  32. लीक – मर्यादा, दायरा  
  33. खिसकना – हटना 
  34. गनीमत – संतोष करने योग्य 
  35. फ़ज़ल – अनुग्रह, दया
  36. अपरिग्रह – संग्रह न करना, किसी से कुछ ग्रहण न करना
  37. पतोहू – बहू
  38. गैर-रवायती – चली आ रही रीत के उलट  
  39. पोशीदा – चोरी-छिपे 
  40. वाजिब – उचित 
  41. बदस्तूर – नियम से
  42. आरज़ू – इच्छा 
  43. गैर-वाजिब – अनुचित 
  44. जुस्तजू – खोज, तलाश, इच्छा 
  45. अफ़रा-तफ़री – हड़बड़ाहट 
  46. रतजगा – रात्रि-जागरण 
  47. सेंध – चोरी करने के उद्देश्य से दीवार में किया गया बड़ा छेद जिसमें से होकर चोर किसी कमरे या कोठरी में घुसता है, सुरंग
  48. इतमीनान – शान्ति, संतोष, तसल्ली 
  49. टटोलकर – छूँ कर
  50. अकबकाया – घबराना
  51. एहतियात – सावधानी 
  52. ब्रदर्स कारामजोव – इसके लेखक प्रसिद्ध रूसी उपन्यासकार दास्तोवस्ती हैं
  53. मिराक – मानसिक रोग
  54. मोहलत – फुर्सत, अवकाश
  55. नाहक – व्यर्थ ही 
  56. रोमानी – प्रेम-प्रसंग, प्रेमी 
  57. दुर्योग – खराब समय 
  58. शिरकत – शामिल 
  59. इजाज़त – अनुमति 
  60. सत्ताधारी – अधिकारी, अफसर हाकिम
  61. चुप्पी साध जाना – चुप हो जाना 
  62. बदस्तूर – उसी प्रकार से, पहले की तरह
  63. मिराक – मानसिक रोग 
  64. मोहलत – समय 
  65. गड्ड-मड्ड  – मिली-जुली, अव्यवस्थित
  66. अनाचार-अत्याचार – दुर्व्यवहार
  67. कंठस्थ – अच्छे से याद होना 
  68. ग्रहण – लेना, स्वीकार करना 
  69. आड़े – अवरोधित, बाधा 
  70. पैदाइशी – जन्म से, जन्मजात
  71. बतौर – रीति से, तरीके पर
  72. चलन – प्रथा, रस्म
  73. हवाला – मिसाल, ज़िक्र, उदाहरण 
  74. पोंगापंथी – ढोंगी 
  75. घरघुस्सू – घर की रीतियों में घुसे रहने वाले 
  76. तथ्य – हकीकत 
  77. हज़म – पचाना 
  78. आलोचना – गुण व दोष दोनों पर प्रकाश डालना
  79. आलम – तौर-तरीका 
  80. प्रतीक – चिह्न 
  81. रसोइये – खाना बनाने वाला 
  82. फ़ारिग – कार्य से निवृत्त, निश्चित 
  83. उदासीन – अनमना, जो किसी के लेने देने में न हो
  84. कुढ़ते-भुनते – किसी प्रकार का कष्ट पड़ने पर मन-ही-मन दुःखी और विकल होना, अफ़सोस करना
  85. तरबतर – गीला, किसी तरल पदार्थ से पूर्णतः भीगा हुआ
  86. खरामा-खरामा – धीरे-धीरे
  87. रुतबा – प्रतिष्ठता, इज्जत 
  88. इम्तिहान – परीक्षा 
  89. अड़ – ज़िद, हट
  90. कुतर्क – अनुचित, बुरा और गलत तर्क
  91. गनीमत – सौभाग्य 
  92. दिलचस्पी – ख्वाइश, इच्छा 
  93. शागिर्द – शिष्य, छात्र 
  94. ऐलान – घोषणा 
  95. निर्णय – फैसला 
  96. वाकिफ़ – जानने-समझने वाला, जानकार, परिचित
  97. हथियार डाल दिए – हार मान लेना 
  98. कगार – किनारा 
  99. प्रयोजन – लाभ 
  100. दड़बों – पिंजरों की तरह स्थान 
  101. राय – सलाह 
  102. दरख्वास्त – प्रार्थना, निवेदन, आग्रह 
  103. इसरार – आग्रह
  104. ख्यात – प्रसिद्ध 
  105. ज़िद्दीपन – अपनी अनुचित बात पर भी अड़े रहने की अवस्था या भाव, हठीलापन, हठीपन
  106. नमूने – उदाहरण, मिसाल 
  107. खासियत – गुण, हुनर 
  108. कयामती – मुसीबत, प्रकोप 
  109. माकूल – मुनासिब, अच्छा
  110. एकमुश्त – इकठ्ठा, एक साथ 
  111. मलाल – मन में होने वाला दुःख 
  112. निचाट – सुनसान, निर्जन 

 

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Chapter 3 – Reedh Ki Haddi (रीढ़ की हड्डी)

  1. मामूली – साधारण 
  2. महाशय – सम्मानपूर्वक किसी पुरुष के लिए प्रयुक्त शब्द
  3. अधेड़ उम्र – लगभग 40 से 50 वर्ष के बीच की उम्र 
  4. तख्त – चौकोर लकड़ी का मजबूत फर्नीचर, जिस पर बैठा या लेटा जाता है।
  5. कलस– गगरी, घड़ा 
  6. दरी– फर्श पर बिछाने के लिए गलीचा या चटाई 
  7. मेज़पोश- मेज पर बिछाने वाला कपड़ा 
  8. झाड़न – धूल झाड़ने वाला कपड़ा या ब्रश
  9. गुलदस्ता – फूलों की सजावटी टोकरियाँ या वास
  10. सहसा– अचानक 
  11. गंदुमी रंग – गेहूँ के रंग जैसा त्वचा का वर्ण
  12. ज़ाहिर–  जो स्पष्ट रूप से सबके सामने हो
  13. व्यस्त– किसी कार्य में लगा हुआ
  14. भीगी बिल्ली की तरह – डर और झेंप का भाव बताने वाला मुहावरा, जो नौकर की स्थिति को बताता है।
  15. कोठरी – छोटा कमरा 
  16. बक्स – चौकोर या आयताकार संदूक
  17. हरिमोनियम और सितार – संगीत वाद्ययंत्र 
  18. मुँह फुलाए – नाराज़ होकर चुप बैठ जाना।
  19. मर्ज़ – बीमारी 
  20. जतन – प्रयास 
  21. सिर चढ़ा रखा है – ज़रूरत से ज़्यादा लाड़-प्यार दिया है
  22. स्त्री-सुबोधिनी – एक पारंपरिक, नैतिक शिक्षा देने वाली पुस्तक, जिसे महिलाओं की शिक्षा के लिए उपयुक्त माना जाता था।
  23. लच्छन – चाल-चलन या व्यवहार।
  24. ग्रामोफ़ोन – शब्द ध्वनियों को टेप करके पुनः सुनानेवाला यंत्र
  25. ठठोली – मज़ाक, हँसी-ठिठोली करने की आदत।
  26. टीमटाम – सजावट, साज-सज्जा, शृंगार।
  27. पौडर-वौडर – सौंदर्य प्रसाधन, विशेषकर पाउडर
  28. बाज़ आना – तंग आकर किसी से किनारा करना, हार मानना।
  29. कारबार चलता है – व्यापार चलता है।
  30. एंट्रेंस – यहाँ हाईस्कूल की परीक्षा के लिए प्रयुक्त शब्द।
  31. कतई – बिल्कुल, ज़रा भी नहीं।
  32. ज़बान पर काबू – अपने बोले गए शब्दों पर नियंत्रण।
  33. ज़िक्र – चर्चा 
  34. मर्ज़ी – इच्छा 
  35. ठीक-ठाक – ठीक स्थिति में
  36. बाजा-सितार – यहाँ हारमोनियम और सितार जैसे वाद्य यंत्र
  37. ट्रे – खाने-पीने की वस्तुएँ रखने की प्लेटनुमा वस्तु
  38. करीने से – सलीके से, अच्छे ढंग से
  39. दकियानूसी खयाल – पुराने जमाने की सोच, रूढ़िवादी विचार
  40. सेर-सवा सेर – कहावत, जिसका मतलब होता है – बाप जितना तेज़ है, बेटा उससे भी आगे
  41. बी.एस.सी.– बैचलर ऑफ साइंस, विज्ञान विषय में किया जाने वाला कोर्स 
  42. कोरी-कोरी सुनाना – खरी-खोटी सुनाना, कड़वी बातें कहना
  43. तालीम – शिक्षा
  44. चौपट – बर्बाद 
  45. बेवकूफ़ – मूर्ख, नासमझ
  46. कमबख़्त – शापित या झुंझलाहट प्रकट करने वाला शब्द
  47. लोक चतुराई – व्यवहार में चतुर, दुनियादार सोच वाला
  48. फितरती – चालाक, शातिर स्वभाव का
  49. कमबख्त – भाग्यहीन 
  50. दस्तक– हाथ का हल्का आघात
  51. खीस निपोरना – बनावटी मुस्कान के साथ दाँत दिखाना
  52. खिसियाहट भरी आवाज़ – संकोच या असहजता से भरी आवाज़
  53. खासियत– विशेषता 
  54. तशरीफ़ लाइए – आइए, पधारिए (सम्मानपूर्वक आमंत्रण)
  55. बेंत – लाठी या छड़ी (अक्सर बुज़ुर्गों के सहारे चलने की वस्तु)
  56. खँखार कर – गला साफ़ करना, बातचीत शुरू करने का संकेत
  57. मेहरबानी – कृपा
  58. मुखातिब – किसी के सामने देखकर या संबोधित करते हुए
  59. वीक-एण्ड – सप्ताहांत, शनिवार-रविवार की छुट्टियाँ
  60. मार्जिन – अतिरिक्त समय, संभावित अंतर
  61. बालाई – दूध से बनी मलाई
  62. दो आने – पुराने ज़माने की मुद्रा, आठ आने = एक रुपया
  63. हज़म करने की ताकत – पचाने की क्षमता (यहाँ स्वास्थ्य का संकेत)
  64. खीसें निपोरना – बेमन से या दिखावटी ढंग से मुस्कराना
  65. सिटिंग – अध्ययन का एक लंबे समय तक बैठकर किया गया सत्र
  66. फ़र्राटे की अंग्रेज़ी – बहुत तेज़, धाराप्रवाह और प्रभावशाली अंग्रेज़ी।
  67. ज़ब्त करना – अपने भावनाओं या विचारों पर नियंत्रण रखना
  68. रंगीन ज़माना – आकर्षक, आनंदमय और सुनहरा बीता हुआ समय
  69. ‘बिज़नेस’ की बातचीत – यहाँ विवाह संबंधी बातचीत, यानी मूल मुद्दे की चर्चा
  70. तकल्लुफ़ – औपचारिकता, ज़रूरत से ज़्यादा शिष्टाचार
  71. काबिल – योग्य, लायक
  72. हाज़िर हुआ – उपस्थित हुआ, आया
  73. हैसियत – आर्थिक या सामाजिक स्थिति
  74. बैकबोन – रीढ़ की हड्डी 
  75. विलायती चाय – अंग्रेज़ी शैली की चाय (कम दूध और कम चीनी वाली, यानी स्ट्रॉन्ग चाय)
  76. हिंदुस्तानी चाय – भारतीय शैली की चाय (दूध और चीनी ज़्यादा, उबालकर बनाई जाती है)
  77. फ़ैशन – चलन, रिवाज
  78. ज़ायका – स्वाद
  79. टैक्स – कर, शुल्क
  80. आमदनी – आय, कमाई
  81. प्याला – कप (चाय या अन्य पेय पदार्थ पीने का बर्तन)
  82. स्टैंडर्ड के माफ़िक – अपने स्तर के अनुसार
  83. बेढब – असंगत, ठीक ढंग से परिभाषित न होने वाला
  84. तश्तरी – छोटी प्लेट या डिश
  85. निहायत – बहुत ज़्यादा
  86. राज़ी नहीं होतीं – स्वीकार नहीं करतीं
  87. रस्म – औपचारिकता, परम्परा 
  88. अहसान – उपकार, कृपा
  89. जायचा (जन्मपत्र) – कुंडली, जन्म तिथि, समय और स्थान के अनुसार ज्योतिषीय विवरण
  90. भनक पड़ना – किसी बात की हल्की-सी जानकारी होना
  91. मेम साहब – यहाँ तात्पर्य है अत्यधिक पढ़ी-लिखी, आधुनिक, या अँग्रेजी से प्रभावित महिला
  92. मैट्रिक पास – दसवीं कक्षा उत्तीर्ण
  93. गृहस्थी – पारिवारिक जीवन
  94. बी.ए. – बैचलर ऑफ़ आर्ट्स (एक कोर्स)
  95. एम.ए. – मास्टर ऑफ़ आर्ट्स (एक कोर्स)
  96. ऊँची तालीम – उच्च शिक्षा
  97. सादगी के कपड़े – बिना गहनों, रंगीन या भारी वस्त्रों के सादे और सामान्य वस्त्र
  98. आँखें गड़ाकर ताकना – ध्यानपूर्वक देखना
  99. नाक पर रखा हुआ सोने की रिम वाला चश्मा – चश्मा जिसकी रिम (फ्रेम) सोने की बनी है, यहाँ यह विशेष ध्यान खींचता है और शिक्षा या बुद्धिमत्ता का प्रतीक बन जाता है
  100. सकपकाकर – थोड़ा घबराकर या हड़बड़ाकर प्रतिक्रिया देना
  101. आँखें दुखनी आ गई थीं – आँखों में जलन, दर्द या थकान होना 
  102. संतुष्ट – मान लेना, राज़ी 
  103. चेहरे पर भी छवि है – मुखाकृति सुंदर है
  104. एकाध गीत – गिनती में बहुत कम, एक आध
  105. सितार – संगीत वाद्ययंत्र
  106. तल्लीनता – गाने में पूरी तरह डूब जाना, एकाग्रता से गाना
  107. झेंपती-सी आँखें – संकोच या शरमाती हुई आँखें
  108. काफ़ी – पर्याप्त 
  109. पेंटिंग-वेंटिंग – चित्रकला, कला के अन्य रूप
  110. तसवीर – चित्र
  111. वगैरह – आदि, इत्यादि
  112. इनाम-विनाम – पुरस्कार, या पुरस्कारों के रूप में मिली पहचान
  113. बेबस भेड़-बकरियाँ – यह एक रूपक है जिसका अर्थ है कोई भी जीव, जो अपनी स्वतंत्रता खो चुका हो, यहाँ पर उमा यह दर्शा रही है कि महिलाएँ स्वतंत्र नहीं होतीं और उन्हें खरीदी-बिक्री की तरह समझा जाता है
  114. कसाई – यहाँ, कसाई का अर्थ है वह व्यक्ति जो मांस काटने का काम करता है, और इस संदर्भ में यह महिलाओं के प्रति शोषण या दमन की प्रक्रिया को दर्शाता है
  115. बेइज़्ज़ती – अपमान, शरम
  116. नाप-तोल – माप, ध्यान से देखना या मूल्यांकन करना
  117. इर्द-गिर्द आस-पास, चारों ओर
  118. साहबज़ादा – उच्च वर्गीय व्यक्ति का बेटा, यहाँ इसका प्रयोग किसी ऐसे व्यक्ति के संदर्भ में किया गया है जो अपनी स्थिति को लेकर घमंडी हो
  119. ताक-झाँक – चुपके से देखना, छिपकर किसी को देखने की कोशिश करना
  120. कायरता – डरपोकपन
  121. इज़्ज़त – मान, प्रतिष्ठा
  122. खयाल – ध्यान, सोच-विचार
  123. दगा – धोखा, विश्वासघात
  124. बेबसी – विवशता, लाचारी
  125. रूलासापन – रोते हुए और दुखी होने की स्थिति

 

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