फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ का चरित्र-चित्रण | Character Sketch of Phanishwarnath ‘Renu’ from CBSE Class 9 Hindi Kritika Book Chapter 1 इस जल प्रलय में

 

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फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ का चरित्र-चित्रण (Character Sketch of Phanishwarnath ‘Renu’)

 

  1. संवेदनशील और अनुभवी लेखक- फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ अत्यंत संवेदनशील और अनुभवी लेखक हैं। उनका लेखन केवल कल्पना पर आधारित नहीं होता, बल्कि वे खुद घटनाओं को जीते हैं और फिर उसे सजीव भाषा में प्रस्तुत करते हैं। वे बाढ़ जैसे कठिन अनुभव को न केवल देख रहे हैं, बल्कि उसमें पूरी तरह से सहभागी भी हैं।
  2. आम आदमी की तरह सजग और डरा हुआ- लेखक स्वयं को डरपोक और कायर कहते हैं, उनके अंदर आम आदमी की तरह डर, चिंता और आशंका दिखाई देती है। बाढ़ की भयानकता के बीच वे हर व्यक्ति की तरह घबराते हैं, पर वहीं वे हालात का अवलोकन भी करते हैं। 
  3. व्यंग्यात्मक और हास्यबोध से युक्त दृष्टिकोण- रेणु जी का हास्यबोध बहुत प्रभावशाली है। वे कठिन से कठिन परिस्थिति में भी व्यंग्य और हल्के-फुल्के मजाक से पाठक को मुस्कुराने पर मजबूर कर देते हैं। 
  4. सामाजिक चेतना और ईमानदारी- लेखक में सामाजिक चेतना की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। वे समाज की कठिनाइयों को समझते हैं और पूरी ईमानदारी से उन्हें दिखाते हैं। वे यह नहीं छिपाते कि सरकारी व्यवस्था किस तरह से असंवेदनशील हो जाती है और कैसे आम आदमी खुद को असहाय महसूस करता है।
  5. ग्रामीण जीवन की गहरी समझ- लेखक ने ग्रामीण भारत को बहुत नज़दीक से देखा और जिया है। उनके लेखन में गांव की भाषा, संस्कृति, विश्वास, और लोगों की सोच का सजीव चित्रण मिलता है। बाढ़ की स्थिति में लोगों की प्रतिक्रियाएँ, अफवाहें, और धार्मिक विश्वास इस बात के प्रमाण हैं।
  6. सरल, चित्रात्मक और प्रभावशाली भाषा- लेखक की भाषा शैली बहुत ही सरल और चित्रात्मक है। वे दृश्य को इस प्रकार शब्दों में ढालते हैं कि पाठक को लगता है जैसे वह दृश्य उसकी आँखों के सामने घट रहा है। उनका वर्णन दृश्यात्मक है, जैसे बाढ़ के पानी का फैलाव, लोगों का डर, जानवरों की स्थिति, सब कुछ जीवंत लगता है।
  7. जिम्मेदार नागरिक और संवेदनशील पत्रकार- वे केवल लेखक नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक और संवेदनशील पत्रकार भी हैं। वे रेडियो, समाचार, और सरकारी घोषणाओं पर नजर रखते हैं और उनका मूल्यांकन करते हैं। वे एक जागरूक समाजसेवी की तरह व्यवहार करते हैं, जो समाज की समस्याओं को समझने और उजागर करने का कार्य करता है।

 

निष्कर्ष- फणीश्वरनाथ रेणु का चरित्र एक संवेदनशील, व्यंग्य से युक्त, सजग और मानवीय लेखक का है। वे जीवन की सच्चाईयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करते हैं, समाज की स्थिति पर तीखा व्यंग्य करते हैं, और ग्रामीण भारत की सच्ची तस्वीर हमारे सामने रखते हैं। उनका लेखन केवल साहित्य नहीं, बल्कि समाज का आईना है।

 

फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ के चरित्र सम्बंधित प्रश्न (Questions related to Character of Phanishwarnath ‘Renu’)

 

Q1. लेखक के चरित्र को उजागर कीजिये।
Q2. आपको लेखक से क्या प्रेरणा मिलती है ?