CBSE Class 9 Hindi Chapter 13 Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain (बच्चे काम पर जा रहे हैं) Question Answers (Important) from Kshitij Book
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सीबीएसई कक्षा 9 हिंदी कोर्स ए क्षितिज भाग 1 के पाठ 13 बच्चे काम पर जा रहे हैं प्रश्न उत्तर खोज रहे हैं? आगे कोई तलाश नहीं करें! महत्वपूर्ण प्रश्नों का हमारा व्यापक संकलन आपको अपने विषय ज्ञान को बढ़ाने में मदद करेगा। कक्षा 9 के हिंदी प्रश्न उत्तर का अभ्यास करने से परीक्षा में आपके प्रदर्शन में काफी सुधार हो सकता है। हमारे समाधान इस बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करते हैं कि उत्तरों को प्रभावी ढंग से कैसे लिखा जाए। हमारे बच्चे काम पर जा रहे हैं प्रश्न उत्तरों को अभी एक्सप्लोर करें उच्च अंक प्राप्त करने के अवसरों में सुधार करें।
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- Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain NCERT Solutions
- Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain Extract Based Questions
- Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain Multiple Choice Questions
- Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain Extra Question Answers
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प्रश्न 1 – कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन–मस्तिष्क में जो चित्र उभारता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए।
उत्तर – कविता की पहली दो पंक्तियाँ इस प्रकार हैं –
कोहरे से ढंकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं।
सुबह सुबह
इन्हें पढ़कर हमारे मन–मस्तिष्क में बच्चों के भविष्य की चिंता और बच्चों के प्रति करुणा का भाव जागृत होता है। इन भावों के उमड़ने का कारण यह है कि छोटे बच्चों की खेलने–कूदने की उम्र होती है परन्तु उन्हें भयंकर कोहरे वाली ठण्ड में भी पेट भरने की मजबूरी के कारण काम पर जाना पड़ रहा है। राष्ट्र का भविष्य होने के बावजूद भी कोई इन पर ध्यान नहीं दे रहा। कब समाज इस बाल–मजदूरी की समस्या से मुक्ति पाएगा? कब सभी बच्चे अपना बचपन अच्छे से बीता पाएँगे। प्रथम दो पंक्तियाँ हमें चिंता में डाल देतीं हैं।
प्रश्न 2 – कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रूप में पूछा जाना चाहिए कि ‘काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?’ कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रूप में क्यों पूछा जाना चाहिए?
उत्तर – कवि की दृष्टि में बच्चों के काम पर जाने की स्थिति को विवरण या वर्णन की तरह नहीं लिखा जाना चाहिए क्योंकिइस समस्या को किसी लेख की तरह लिखने से अथवा कागजों में आंकड़े इकठ्ठे करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। हमें यह बात किसी सवाल की तरह पूछना चाहिए कि ऐसी क्या स्थितियां बन गई कि छोटे–छोटे बच्चों को पढ़ने लिखने, खेलने कूदने की उम्र में काम पर जाना पड़ रहा है। आखिर क्यों उनसे उनका बचपन छीन कर उन पर काम का बोझ डाला जा रहा है? क्योंकि यह समस्या कोई छोटी समस्या नहीं है। यह एक गंभीर समस्या है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
प्रश्न 3 – सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं?
उत्तर – वर्तमान के समाज की व्यवस्था, गरीबी व् आर्थिक तंगी के कारण बच्चे सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से वंचित हैं। वर्तमान स्थितियों में भारत में करोड़ों लोग दो वक्त की रोटी नहीं जुटा पाते। इसलिए उनके बच्चों को भी बचपन से ही घर चलाने के लिए कामकाज करना पड़ता है। यह उनकी विवशता होती है। एक मजदूर या गरीब व्यक्ति का बच्चा गेंद, खिलौने, रंगीन किताबें, स्कूल आदि की व्यवस्था नहीं कर पता। समाज की व्यवस्था व् सरकार भी बाल–श्रमिकों को रोकने में सक्षम नहीं है और न ही वह बच्चों को निश्चित रूप से ये सुविधाएँ दिला पाने में समर्थ हैं। गरीबी एक अहम कारण है जिसकी वजह से सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित हैं।
प्रश्न 4 – दिन–प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता। इस उदासीनता के क्या कारण हो सकते हैं?
उत्तर – दिन–प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नहीं लगता। इस उदासीनता के अनेक कारण हैं – जैसे–
- लोगों में संवेदनशीलता न के बराबर हो गई हैं। वे काम पर जाते छोटे बच्चे को अपना बच्चा न समझकर अनदेखा कर देते हैं।
- लोगों की स्वार्थ भावना भी इस उदासीनता का कारण है। बच्चे कम लागत में अधिक काम दे सकते हैं जिस कारण लोग अधिक लाभ कमाने और कम मजदूरी देने के लालच में बच्चों से काम करवाते हैं।
- बाल श्रम के लिए कानून भी बनाए गए हैं किन्तु उनका पालन कराने वाले अधिकारियों द्वारा अपने कर्तव्य का उचित निर्वाह न करना समाज की उदासीनता बढ़ाता है।
प्रश्न 5 – आपने अपने शहर में बच्चों को कब–कब और कहाँ–कहाँ काम करते हुए देखा है?
उत्तर – हमने अपने शहर में बच्चों को अनेक स्थानों पर काम करते देखा है। चाय की दुकान पर, होटलों पर, कपड़ों की दुकानों पर, घरों में, निजी कार्यालयों में, सुपर मार्किट में और भी कई जगह हैं। हमने उन्हें जल्दी सुबह आ कर, देर रात तक, हर मौसम में काम करते देखा है।
प्रश्न 6 – बच्चों को काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है?
उत्तर – बच्चों का काम पर जाना एक बड़े हादसे के समान इसलिए है क्योंकि जिस उम्र में बच्चों को खेलना–कूदना चाहिए, स्कूल जाना चाहिए, मौज मस्ती करनी चाहिए। उस समय वो अपने गरीब मां–बाप की जिम्मेदारियों को बांटने के लिए, अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए अपना बचपन कुर्बान कर रहे हैं और वो ऐसा करने के लिए विवश है, मजबूर हैं। इससे ज्यादा भयानक क्या हो सकता है। छोटी उम्र में काम करने से बालश्रमिकों का भविष्य नष्ट हो जाता है। इससे उनका सर्वांगीण विकास रुक जाता है। बच्चे किसी भी राष्ट्र का भविष्य माने जाते हैं और जब किसी राष्ट्र का भविष्य ही अन्धकार में हो, तब उस समाज और देश के विकास की गति की दर मंद पड़ती जाती है।
Class 9 Hindi Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain – Extract Based Questions (गद्यांश पर आधारित प्रश्न)
1 –
कोहरे से ढँकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं
सुबह सुबह
बच्चे काम पर जा रहे हैं
हमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है यह
भयानक है इसे विवरण की तरह लिख जाना
लिखा जाना चाहिए इसे सवाल की तरह
काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?
प्रश्न 1 – काम पर कौन जा रहे हैं ?
(क) लोग
(ख) कवि
(ग) बच्चे
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) बच्चे
प्रश्न 2 – बच्चे कब काम पर जा रहे हैं ?
(क) गर्मी में
(ख) सुबह
(ग) शाम
(घ) पढाई के बाद
उत्तर -(ख) सुबह
प्रश्न 3 – पद्यांशानुसार सबसे भयानक बात क्या है?
(क) बाल मजदूरी पर बात न करना
(ख) बल मजदूरी पर बात करना
(ग) बाल मजदूरी को विवरण की तरह लिखना
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ग) बाल मजदूरी को विवरण की तरह लिखना
प्रश्न 4 – विवरण की तरह क्या नहीं लिखना चाहिए?
(क) बच्चों की परेशानी
(ख) बाल मजदूरी की समस्या
(ग) कोई भी लेख
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर –(ख) बाल मजदूरी की समस्या
प्रश्न 5 – हमें कौन सा सवाल पूछना चाहिए?
(क) बच्चों को खाना क्यों नहीं मिल रहा
(ख) बच्चों को किताबें क्यों नहीं मिल रही
(ग) बच्चे काम पर जा रहे हैं
(घ) बच्चे काम पर क्यों जा रहे हैं
उत्तर -(घ) बच्चे काम पर क्यों जा रहे हैं
2 –
क्या अंतरिक्ष में गिर गई हैं सारी गेंदें
क्या दीमकों ने खा लिया है
सारी रंग बिरंगी किताबों को
क्या काले पहाड़ के नीचे दब गए हैं सारे खिलौने
क्या किसी भूकंप में ढह गई हैं
सारे मदरसों की इमारतें
क्या सारे मैदान, सारे बगीचे और घरों के आँगन
खत्म हो गए हैं एकाएक
प्रश्न 1 – अंतरिक्ष में क्या गिर गया है?
(क) किताबें
(ख) तारें
(ग) गेंदें
(घ) खिलौने
उत्तर – (ग) गेंदें
प्रश्न 2 – पद्यांशानुसार दीमक क्या खा गए?
(क) किताबें
(ख) दरवाज़े
(ग) गेंदें
(घ) खिलौने
उत्तर – (क) किताबें
प्रश्न 3 – खिलौने कहाँ दब गए?
(क) काली मिट्टी के नीचे
(ख) काले पहाड़ के नीचे
(ग) बड़े पहाड़ के नीचे
(घ) स्कूल के मैदान में
उत्तर –(ख) काले पहाड़ के नीचे
प्रश्न 4 – भूकंप से क्या गिर गए हैं?
(क) सभी पेड़
(ख) स्कूल की इमारतें
(ग) घरों के आँगन
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर -(ख) स्कूल की इमारतें
प्रश्न 5 – पद्यानुसार एकाएक क्या खत्म होने की बात की गई है?
(क) सारे मैदान
(ख) घरों के आँगन
(ग) सारे बगीचे
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर –(घ) उपरोक्त सभी
Class 9 Hindi A Kshitij Lesson 13 Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain Multiple choice Questions (बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्रश्न 1 – “बच्चे काम पर जा रहे हैं” , कविता के माध्यम से कवि ने हमारे देश की किस बड़ी समस्या को उजागर कर रहे हैं ?
(क) बाल विवाह
(ख) बाल मजदूरी
(ग) श्रम मजदूरी
(घ) आर्थिक मजदूरी
उत्तर – (ख) बाल मजदूरी
प्रश्न 2 – सुबह-सुबह की कड़ाके की ठंड में पूरी सड़क किससे ढकी है?
(क) कोहरे से
(ख) ठण्ड से
(ग) बच्चों से
(घ) वाहनों से
उत्तर – (क) कोहरे से
प्रश्न 3 – कौन अपने परिवार की जिम्मेदारियों को बांटने के लिए मजदूरी करने को विवश हैं?
(क) परिवार का मुख्य
(ख) महिलाएँ
(ग) छोटे बच्चे
(घ) बड़े बच्चे
उत्तर – (ग) छोटे बच्चे
प्रश्न 4 – छोटे-छोटे बच्चों को अपनी उम्र के हिसाब से क्या करना चाहिए?
(क) खेलने-कूदने
(ख) खाने-पीने
(ग) मौज-मस्ती
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 5 – बाल मजदूरी बच्चों का क्या छीन लेती हैं?
(क) बचपन
(ख) खिलौने
(ग) पढाई
(घ) उम्र
उत्तर – (क) बचपन
प्रश्न 6 – बच्चों पर किसका बोझ नहीं डालना चाहिए?
(क) रोजी रोटी कमाने का
(ख) जिम्मेदारियों का
(ग) काम का
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 7 – बच्चों के खेलने वाली सारी गेंदें कहाँ गिर गयी हैं?
(क) गड्डे में
(ख) नदी में
(ग) अंतरिक्ष में
(घ) कीचड़ में
उत्तर – (ग) अंतरिक्ष में
प्रश्न 8 – बच्चों की रंग-बिरंगी किताबें किसने खा ली है?
(क) कीड़ों ने
(ख) दीमकों ने
(ग) बच्चों ने खुद
(घ) बकरी ने
उत्तर – (ख) दीमकों ने
प्रश्न 9 – बच्चों के सारे खिलौने कहाँ दब गए हैं?
(क) काली मिट्टी के नीचे
(ख) काले पहाड़ के नीचे
(ग) बड़े पहाड़ के नीचे
(घ) स्कूल के मैदान में
उत्तर -(ख) काले पहाड़ के नीचे
प्रश्न 10 – कवि के अनुसार , सारे स्कूलों के भवन किस वजह से गिर गये हैं?
(क) भूकंप की वजह से
(ख) कच्ची नींव के कारण
(ग) गलत जगह के कारण
(घ) बाढ़ के कारण
उत्तर – (क) भूकंप की वजह से
प्रश्न 11 – कवि क्या देखकर राहत की सांस लेते हैं?
(क) बच्चों की सारी गेंदें सुरक्षित हैं
(ख) घरों के आंगन सुरक्षित हैं
(ग) खेल के मैदान सुरक्षित हैं
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 12 – बच्चों को काम पर जाता देख कवि के मन में कैसे भाव उभरते हैं?
(क) दया
(ख) चिंता
(ग) करुणा
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 13 – “हस्बमामूल” का क्या अर्थ हैं?
(क) सब कुछ पहले जैसा
(ख) कुछ भी पहले जैसा नहीं
(ग) सब कुछ बदला हुआ
(घ) कुछ- कुछ पहले जैसा
उत्तर – (क) सब कुछ पहले जैसा
प्रश्न 14 – छोटे बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए क्या आवश्यक हैं?
(क) पढ़ना -लिखना
(ख) पोषण युक्त भोजन
(ग) खेलना – कूदना
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 15 – “बच्चे काम पर जा रहे हैं” , पाठ में कवि को बच्चों से क्या छिन जाने पर पीड़ा व्यक्त की है?
(क) पढ़ाई
(ख) बचपन
(ग) खिलौने
(घ) किताबें
उत्तर – (ख) बचपन
Bachche Kaam Par Ja Rahe Hain Extra Question Answers (अतिरिक्त प्रश्न उत्तर)
प्रश्न 1 – सुबह की कड़ाके की ठण्ड में बच्चे काम पर क्यों जा रहे हैं?
उत्तर – सुबह–सुबह जब पूरी सड़क पर धुंध छाई हुई है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उस समय बच्चे काम पर जा रहे हैं। आशय यह है कि बच्चे मजदूरी करने के लिए या रोजी–रोटी कमाने के लिए घर से सुबह–सुबह ठण्ड में निकल कर काम पर जा रहे हैं।
प्रश्न 2 – बच्चों का काम पर जाना क्यों भयानक है?
उत्तर – बच्चे काम पर जा रहे हैं। यह हमारे समय अर्थात वर्तमान की सबसे भयानक पंक्ति है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस उम्र में बच्चों को खेलना–कूदना चाहिए, स्कूल जाना चाहिए, मौज मस्ती करनी चाहिए। उस समय वो अपने गरीब मां–बाप की जिम्मेदारियों को बांटने के लिए, अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए अपना बचपन कुर्बान कर रहे हैं और वो ऐसा करने के लिए विवश है, मजबूर हैं। इससे ज्यादा भयानक क्या हो सकता है।
प्रश्न 3 – बच्चों के काम पर जाने से भी ज्यादा भयानक क्या है?
उत्तर – बच्चों के काम पर जाने से भी ज्यादा भयानक यह है कि हम लोग इस समस्या को एक विवरण की तरह लिखते हैं। अर्थात इस समस्या को किसी लेख की तरह लिखने से अथवा कागजों में आंकड़े इकठ्ठे करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। हमें यह बात किसी सवाल की तरह पूछना चाहिए कि ऐसी क्या स्थितियां बन गई कि छोटे–छोटे बच्चों को पढ़ने लिखने, खेलने कूदने की उम्र में काम पर जाना पड़ रहा है। आखिर क्यों उनसे उनका बचपन छीन कर उन पर काम का बोझ डाला जा रहा है?
प्रश्न 4 – कवि बच्चों के काम पर जाने पर कौन से सवाल उठाते हैं?
उत्तर – कवि एक साथ कई सारे सवाल उठाते हैं जैसे – क्या बच्चों के खेलने वाली सारी गेंदें अंतरिक्ष में गिर गयी हैं या फिर उनकी रंग–बिरंगी सारी किताबों को दीमकों ने खा ली है। क्या बच्चों के सारे खिलौने किसी काले पहाड़ के नीचे दब गए हैं या फिर सारे स्कूलों के भवन किसी भूकंप की कारण तहस–नहस हो गये हैं। क्या अचानक सारे खेल के मैदान, सारे बाग–बगीचे और घरों के आंगन खत्म हो गए हैं? कहने का आशय यह है कि बच्चों का बचपन खिलते हुए बीतना चाहिए, रंग–बिरंगी किताबों को पढ़ते हुए बीतने चाहिए। खिलौनों से खलते हुए बच्चे बड़े होने चाहिए। बच्चों को स्कूल जाना चाहिए, मैदानों में उछल–कूद करनी चाहिए, बाग़–बगीचों में शरारतें करनी चाहिए, घरों के आंगनों में चहल–पहल मचानी चाहिए। लेकिन ऐसा क्या हो गया है जिस वजह से इन बच्चों को अब काम पर जाना पड़ रहा है। कवि पूछते हैं कि आखिर क्यों इन बच्चों को काम पर जाना पड़ रहा है, क्या बच्चों के बचपन के सभी खेल व् जगह समाप्त हो गए हैं?
प्रश्न 5 – कवि के अनुसार सबसे अधिक भयानक बात क्या है?
उत्तर – कवि पूछते हैं कि अगर बच्चों की सारी गेंदें अंतरिक्ष में गिर गई हैं और खेल के सभी मैदान खत्म हो गए हैं या बच्चों की किताबें दीमकों ने खा ली हैं, सभी स्कूल, बाग़–बगीचे व् घरों के आँगन सभी समाप्त हो गए हैं, तो फिर दुनिया में बचा ही क्या हैं? क्योंकि अगर यह सब सच होता , तो यह सच में बहुत भयानक होता। लेकिन इससे भी ज्यादा भयानक बात तो यह है कि बच्चों की सारी गेंदें, खेल के सभी मैदान, बच्चों की किताबें, सभी स्कूल, बाग़–बगीचे व् घरों के आँगन, ये सब पहले जैसा ही, अपनी जगह यथावत है। अर्थात सभी कुछ मौजूद है। लेकिन सब कुछ पहले जैसा होने के बावजूद भी, इन बच्चों को काम पर जाना पड़ रहा है। यह सबसे ज्यादा भयानक बात है। दुनिया की हजारों सड़कों से, हर रोज हजारों बच्चे काम करने के लिए जा रहे हैं। बहुत छोटे बच्चे अपना बचपन भुलाकर काम करने के लिए जा रहे हैं।