संज्ञा विकार की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

 

संज्ञा विकार Sangya Vikar  – प्रिय विद्यार्थियों ! इस बार के पोस्ट में हम ‘संज्ञा के विकार’ के बारे में जानेंगे। इस विषय से जुड़े प्रश्न कक्षा 5, 6, 7 और 8 में पूछे जाते हैं। इसलिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़िए और सीखिए कि किस तरह संज्ञा में परिवर्तन होते हैं। 

 

 

संज्ञा विकार परिभाषा (Sangya Vikar Definition)

 

ऐसे शब्द जो संज्ञा में विकार लाते हैं अर्थात् जिनसे बदलाव होता है। वे विकारी तत्त्व कहलाते हैं। मुख्यतः लिंग, वचन तथा कारक के कारण संज्ञा का रूप बदल जाता है।

आइये, संज्ञा में हुए विकार को समझते हैं-

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संज्ञा विकार के प्रकार (Sangya Vikar Types)

1. लिंग

लिंग – संज्ञा शब्द के उस रूप को लिंग कहते हैं जिससे यह पता चलता है कि वह पुरुष जाति से संबंधित है या स्त्री जाति से।
हिंदी में लिंग दो प्रकार के होते हैं-

1. पुल्लिंग – वे संज्ञा शब्द जिनसे पुरुष जाति का बोध होता है, पुल्लिंग कहलाते हैं।
जैसे- छात्र, आदमी, लड़का, नौकर, भाई, राजा, घोड़ा, सूरज, पेड़, पिता आदि।

2. स्त्रीलिंग – वे संज्ञा शब्द जिनसे स्त्री जाति का बोध होता है, स्त्रीलिंग कहलाते हैं।
जैसे- दादी, स्त्री, लड़की, नौकरानी, बहन, रानी, कली आदि।

अन्य शब्दों पर लिंग का प्रभाव
हिंदी भाषा में संज्ञा के लिंग का प्रभाव केवल संज्ञा तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह वाक्य के अन्य अंगों—सर्वनाम, विशेषण, क्रिया और क्रियाविशेषण—पर भी पड़ता है।

1. सर्वनाम पर प्रभाव
पुल्लिंग- राज अपना बैग उठाकर चला गया।
स्त्रीलिंग- राधा अपनी किताबें लेकर चली गई।

2. विशेषण पर प्रभाव
पुल्लिंग- मुझे हरा स्वेटर पसंद है।
स्त्रीलिंग- मुझे हरी चुन्नी पसंद है।

3. क्रिया पर प्रभाव
पुल्लिंग-बच्चा हँसा
स्त्रीलिंग- बच्ची हँसी

4. क्रियाविशेषण पर प्रभाव
पुल्लिंग- अनुज तेज़ी से भागता हुआ आया।
स्त्रीलिंग- सिमी मुस्कराती हुई कमरे में आई।

पुल्लिंग शब्दों की पहचान
पर्वतों के नाम, दिनों के नाम, समय के नाम, देशों के नाम, धातुओं के नाम, नक्षत्रों के नाम, महीनों के नाम, द्रवों के नाम, पेड़ों के नाम, सागर के नाम, अनाजों के नाम, समूहवाचक संज्ञा, रत्नों के नाम, फूलों के नाम, शरीर के अंग, द्वीप के नाम, आकारान्त संज्ञा आदि शब्द पुल्लिंग शब्द होते हैं।

दिनों के नाम – सोमवार, मंगलवार, बुधवार, वीरवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।
महीनों के नाम – फरवरी, मार्च, चैत्र, बैशाख आदि। (अपवाद-जनवरी, मई, जुलाई स्त्रीलिंग)
पर्वत के नाम – हिमालय, कंचनजंगा, एवरेस्ट, फूजीयामा आदि।
देशों के नाम – भारत, चीन, अमेरिका, फ्रांस, जापान आदि।
पेड़ों के नाम – आम, केला, संतरा, अमरूद, आदि। (अपवाद, इमली)
ग्रहों के नाम – मंगल, सूर्य, चंद्र, राहु, केतु, शनि, बुध आदि (अपवाद–पृथ्वी, स्त्रीलिंग)
सागर के नाम – हिंद महासागर, प्रशांत महासागर।
शरीर के अंग – बाल, सिर, कान, गाल, होठ आदि।
भाववाचक संज्ञा – प्रेम, बुढ़ापा, क्रोध, आनंद, दुख आदि।
धातुओं के नाम – ताँबा, लोहा, सोना, राँगा इत्यादि।
अकारांत शब्द – शेर, लेखक, पर्वत, पत्र आदि।

स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान
भाषा, बोलियों, लिपियों, नदियों, तिथियों, पुस्तकों, मशालों, राशि के नाम आदि स्त्रीलिंग शब्द हैं।

भाषाओं के नाम – हिंदी, अंग्रेज़ी, रूसी, जापानी आदि।
बोलियों के नाम – हिंदी, भोजपुरी, मैथिली, अवधी, ब्रजभाषा आदि।
ईकारांत शब्द – नदी, पोथी, रोटी, मिठाई, लाठी आदि।
अकारांत शब्द – प्रार्थना, आशा, कला, परीक्षा, आदि।
तिथियों के नाम – पूर्णिमा, अष्टमी, चतुर्थी, तीज आदि।
उकारांत शब्द – आयु, ऋतु ।
नदियों के नाम – गंगा, यमुना, सरस्वती, सरयू आदि।

कुछ पुल्लिंग शब्दों से बने स्त्रीलिंग शब्द –

पुल्लिंग स्त्रीलिंग पुल्लिंग स्त्रीलिंग
बालक बालिका पाठक पाठिका
पड़ोस पड़ोसिन चालक चालिका
तोता मादा तोता भील भीलनी
पालक पालिका हंस हँसनी
हलवाई हलवाईन मोर मोरनी
गुरु गुरुआइन चोर चोरनी
बलवान बलवती देवर देवरानी
बकरा बकरी पंडित पंडिताईन
सिंह सिहनी महान महती
दर्जी दर्जिन साधु साध्वी
बाबू बबुआइन सूत सुता
दंडी दंडिनी हितकारी हितकारिनी
गुड्डा गुड़िया परोपकारी परोपकारिनी
हाथी हथिनी दास दासी
माँ बाप नाग नागिन
दादा दादी मामा मामी
घोडा घोड़ी बिलाव बिल्ली
नर मादा वक्ता वक्त्रि
गधा गधी ग्वाला ग्वालिन
नाला नाली नाती नातिन
मेहतर मेहतरानी कुम्हार कुम्हारिन
जेठ जेठरानी बाघ बाघिन
बेटा बेटी सांप साँपिन
गायक गायिका श्याम श्यामा
ठाकुर ठाकुरानी प्रिय प्रिया
बनिया बनियाइन रचयिता रचयित्री
बाघ बाघिनि बिधाता बिधात्री
तेली तेलिनी वर वधू
मोटा मोटी राजा रानी
बन्दर बन्दरी अध्यापक अध्यापिका
युवक युवती संपादक संपादिका
चूहा चुहिया मर्द औरत
सन्यासी सन्यासिनी पुत्र कन्या
बेटा बिटिया माली मालिनी
लोटा लुटिया धोबी धोबिनी
बूढ़ा बूढीया दाता दात्री
कुत्ता कुत्तिया भक्षक भक्षिकानायक
तनुज तनुजा ऊंट ऊंटनी
पूज्य पूज्या शेर शेरनी
सेवक सेविका फूफा बुआ
स्वामी स्वामिनी माता पिता
तपस्वी तपस्विनी गाय बैल
मच्छर मादा मच्छर भाई बहन
श्रीमान श्रीमती कबूतर कबूतरी
बुद्धिमान बुद्धिमती काला काली
सेठ सेठरानी पोता पोती
लड़का लड़की आयुष्मान आयुष्मती
गंगा गूंगी धनवान धनवती
देव देवी चंचल चंचलता
नर नारी नेता नेत्री
भाग्यवान भाग्यवती धाता धात्री
अभिनेता अभिनेत्री

 

2. वचन

संज्ञा शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह एक है या एक से अधिक (अनेक), उसे वचन कहते हैं।

उदाहरण-
माला – मालाएँ
लड़की – लड़कियाँ
किताब – किताबें

हिंदी भाषा में वचन के दो भेद होते हैं-

एकवचन- वह संज्ञा रूप जिससे किसी एक वस्तु, व्यक्ति या स्थान का बोध हो, एकवचन कहलाता है।
उदाहरण– मेज, लड़का, छात्रा, कुर्सी, आदि।

बहुवचन – वह संज्ञा रूप जिससे एक से अधिक (अनेक) वस्तुओं, व्यक्तियों या स्थानों का बोध हो, बहुवचन कहलाता है।
उदाहरण– मेजें, लड़के, छात्राएँ, कुर्सियाँ आदि।

संज्ञा शब्दों के वचन का अन्य शब्दों पर प्रभाव

  एकवचन उदाहरण बहुवचन उदाहरण
सर्वनाम पर प्रभाव मेरा पंखा तेज चलता है। मेरे पंखे तेज चलते हैं।
विशेषण पर प्रभाव कच्चा आम खट्टा होता है। पके आम मीठे होते हैं।
क्रिया पर प्रभाव  गुब्बारा आसमान में उड़ा। गुब्बारे आसमान में उड़े। 
क्रियाविशेषण पर प्रभाव बच्चा मुस्कराता हुआ घर आया। बच्चे मुस्कराते हुए घर आए।

एकबचन से बहुवचन बनाना-

आकारांत शब्दों के अंत में लगे ‘आ’ को ‘ए’ में बदलकर-

एकवचन बहुवचन एकवचन बहुवचन
रास्ता रास्ते हीरा हीरे
दाना दाने कपड़ा कपड़े
कमरा कमरे छाता छाते
बच्चा बच्चे घंटा घंटे
गमला गमले भाला भाले
रुपया रुपये पंखा पंखे
पैसा पैसे कौआ कौए
लड़का लड़के  नाला नाले
ठेला ठेले घड़ा घड़े
प्याला प्याले लोटा लोटे
चना चने बेटा बेटे

अकारांत शब्दों के अंत में लगे ‘अ’ को ‘एँ’ में बदलकर-

एकवचन बहुवचन एकवचन बहुवचन
कलम कलमें आँख आँखें
बहन बहनें रात रातें
दीवार दीवारें बात बातें
भैंस भैंसें गाय गायें
झील झीलें नहर नहरें
पुस्तक पुस्तकें दावत दावतें
बोतल बोतलें फ़ौज फ़ौजें

अकारांत, उकारांत तथा ऊकारांत स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में ‘एँ’ जोड़कर-

एकवचन बहुवचन एकवचन बहुवचन
बालिका बालिकाएँ अध्यापिका अध्यापिकाएँ
पुस्तिका पुस्तिकाएँ माता माताएँ
लता लताएँ रचना रचनाएँ
वस्तु वस्तुएँ महिला महिलाएँ
कथा कथाएँ विधा विधाएँ
दवा दवाएँ हवा हवाएँ
भाषा भाषाएँ सूचना सूचनाएँ
कविता कविताएँ बहू बहुएँ
वधू वधुएँ    

इकारांत स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में ‘इ’ के बाद ‘याँ’ जोड़कर-

एकवचन बहुवचन एकवचन बहुवचन
लिपि लिपियाँ विधि विधियाँ
तिथि तिथियाँ नीति नीतियाँ
पंक्ति पंक्तियाँ निधि निधियाँ
रीति रीतियाँ समिति समितियाँ
शक्ति शक्तियाँ राशि राशियाँ
जाति जातियाँ    

 स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में आये ‘या’ को ‘याँ’ करने पर-

एकवचन बहुवचन एकवचन बहुवचन
चिड़िया चिड़ियाँ लुटिया लुटियाँ
डिबिया डिबियाँ बिटिया बिटियाँ
बुढ़िया बुढ़ियाँ चूड़िया चूड़ियाँ
पुड़िया पुड़ियाँ    

ईकारांत स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में आये ‘ई’को ‘इ में बदलकर या ‘याँ’ जोड़कर-

एकवचन बहुवचन एकवचन बहुवचन
लड़की लड़कियाँ बेटी बेटियाँ
रोटी रोटियाँ घोड़ी घोड़ियाँ
मछली मछलियाँ गृहिणी गृहिणियाँ
.थाली थालियाँ लकड़ी लकड़ियाँ
स्त्री स्त्रियाँ नारी नारियाँ
नाली नालियाँ कुर्सी कुर्सियाँ
गाड़ी गाड़ियाँ नदी नदियाँ
टोपी टोपियाँ सखी सखियाँ

 

3. कारक

कारक- कारक उस रूप को कहते हैं जिससे किसी संज्ञा या सर्वनाम का वाक्य के अन्य शब्दों के साथ संबंध स्पष्ट होता है। हिंदी में यह संबंध विभक्ति चिन्हों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है।
हिंदी में कुल आठ प्रकार के कारक होते हैं-
कर्त्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान, संबंध, अधिकरण और संम्बोधन कारक।

कारक के भेद-

कारक चिन्ह (परसर्ग) उदाहरण
कर्ता ने राम ने आम खाया।
कर्म को राम ने सीता को बुलाया।
करण से (द्वारा के प्रयोग में) उसने चाकू से फल काटा।
सम्प्रदान के लिए, को उसने मुझे पुस्तक दी।
अपादान से (अलग होने के अर्थ में) वह गाँव से आया।
संबंध का, के, की यह राहुल की किताब है।
अधिकरण में, पर, पे छात्र कक्षा में बैठे हैं।
सम्बोधन हे!, अरे!, अजी! हे भगवान! कृपा कीजिये।

 कारक के प्रयोग से संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा वाक्य का रूप बदल जाता है-

जैसे-
वह पतला लड़का चित्र बना रहा है। ( मूल रूप)
उस पतले लड़के ने चित्र बना लिया। (‘ने’ कारक का प्रयोग होने के बाद रूप)

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Exercises on Sangya Vikar – Practice Questions

 

Exercise – 1

निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़िए व सही विकल्प चुनकर उत्तर दीजिये-

1. संज्ञा शब्दों में विकार के________ कारण हैं-
(क) लिंग
(ख) वचन
(ग) कारक
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर- (घ) उपर्युक्त सभी

2. लिंग के ______ प्रकार हैं-
(क) दो
(ख) एक
(ग) चार
(घ) तीन
उत्तर- (क) दो

3. शब्द के जिस रूप से हमें स्त्री जाति का बोध होता है उसे ______ कहते हैं-
(क) उभयलिंग
(ख) स्त्रीलिंग
(ग) त्रिलिंग
(घ) पुल्लिंग
उत्तर– (ख) स्त्रीलिंग

4. निम्नलिखित में से _____पुल्लिंग शब्द है-
(क) हँसी
(ख) मक्खी
(ग) गुस्सा
(घ) कोयल
उत्तर- (ग) गुस्सा

5. निम्नलिखित में से ______स्त्रीलिंग शब्द है-
(क) बारिश
(ख) कौआ
(ग) मच्छर
(घ) पानी
उत्तर– (क) बारिश

6. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द पुल्लिंग और स्त्रीलिंग में समान है?
(क) वर
(ख) कवि
(ग) विद्वान
(घ) राष्ट्रपति
उत्तर- (घ) राष्ट्रपति

7. संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उसकी संख्या का पता चलता है, उसे ________कहते हैं-
(क) क्रिया
(ख) कारक
(ग) वचन
(घ) लिंग
उत्तर- (ग) वचन

8. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द सदैव एकवचन में प्रयोग किया जाता है?
(क) आँसू
(ख) भक्तजन
(ग) धरती
(घ) लोग
उत्तर– (ग) धरती

9. कारक के कुल ________ भेद हैं-
(क) चार
(ख) आठ
(ग) सात
(घ) छः
उत्तर- (ख) आठ

10. संज्ञा में विकार उत्पन्न होने का _____ कारण है-
(क) वचन
(ख) लिंग
(ग) कारक
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर- (घ) उपर्युक्त सभी

Exercise  – 2

1.निम्नलिखित शब्दों के लिंग बदलिए-
पुरुष, बालक, घोड़ा, ऊँट, विद्वान्
उत्तर- 

लिंग
पुल्लिंग स्त्रीलिंग
पुरुष स्त्री 
बालक बालिका 
घोड़ा घोड़ी 
ऊँट ऊँटनी 
विद्वान् विदुषी

2. दिए गए वाक्यों के लिंग बदलकर लिखिए-
छात्र ने एक सुन्दर चित्र बनाया।
मामा बाज़ार गए हैं।
अध्यापक पढ़ा रहे हैं।
अभिनेत्री ने नृत्य किया।
लड़के ने गिटार बजाया।
उत्तर-

लिंग
पुल्लिंग स्त्रीलिंग
छात्र ने एक सुन्दर चित्र बनाया।  छात्रा ने एक सुन्दर चित्र बनाया। 
मामा बाज़ार गए हैं।  मामी बाज़ार गयीं हैं। 
अध्यापक पढ़ा रहे हैं।  अध्यापिका पढ़ा रही हैं। 
अभिनेता ने नृत्य किया।  अभिनेत्री ने नृत्य किया।
लड़के ने गिटार बजाया।  लड़की ने गिटार बजाया। 

3. निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति रेखांकित शब्दों का लिंग परिवर्तन करके कीजिये-
मैं अपने पोता और ……. को बम्बई घुमाने ले जाऊँगा।
मेरी कक्षा में कई छात्र और …….. हैं।
साहित्योत्सव में अनेक कवयित्री और ……. आए थे।
चिड़ियाघर में कई मोर और ….. थे।
उत्तर-
मैं अपने पोता और पोती को बम्बई घुमाने ले जाऊँगा।
मेरी कक्षा में कई छात्र और छात्रा हैं।
साहित्योत्सव में अनेक कवयित्री और कवि आए थे।
चिड़ियाघर में कई मोर और मोरनी थे।

4. दिए गए वाक्यों के लिंग बदलकर लिखिए –
राजा महल में रहता है।
अभिनेता मंच पर आया।
दुकानदार ने मुझे सामान दिया।
शिक्षक कक्षा में पढ़ा रहे हैं।
लेखक ने एक सुंदर कविता लिखी।
उत्तर-
राजा महल में रहता है।
रानी महल में रहती है।

अभिनेता मंच पर आया।
अभिनेत्री मंच पर आई।

दुकानदार ने मुझे सामान दिया।
दुकानदारिन ने मुझे सामान दिया।

शिक्षक कक्षा में पढ़ा रहे हैं।
शिक्षिका कक्षा में पढ़ा रही हैं।

लेखक ने एक सुंदर कविता लिखी।
लेखिका ने एक सुंदर कविता लिखी।

5. निम्नलिखित शब्दों के लिंग रूप बदलिए-
लोटा, वत्स, सचिव, चमकीला, अच्छी
उत्तर-
लोटा – लुटिया
वत्स – वत्स
सचिव – सचिव
चमकीला – चमकीली
अच्छी – अच्छा

6. निम्नलिखित शब्दों को उनके उपयुक्त स्त्रीलिंग और पुल्लिंग के साथ मिलान कीजिए-

(क)  (ख) 
1 कोयल  i सम्राज्ञी 
2 सम्राट  ii दात्री 
3 वीर  iii मादा कोयल 
4 दाता  iv धैर्यवती 
5 धैर्यवान  v वीरांगना  

उत्तर-

(क)  (ख) 
1 कोयल  iii मादा कोयल 
2 सम्राट  i सम्राज्ञी 
3 वीर  v वीरांगना 
4 दाता  ii दात्री 
5 धैर्यवान  iv धैर्यवती 

7. लड़का गुड्डे से खेल रहा है- इस वाक्य का स्त्रीलिंग रूप _____________ होगा-
(क) लड़का गुड़िया से खेल रहा है।
(ख) लड़की गुड़िया से खेल रही है।
(ग) लड़का गुड्डे से खेल रही है।
(घ) लड़की गुड्डे से खेल रहा है।
उत्तर– (ख) लड़की गुड़िया से खेल रही है। 

8. निम्न वाक्यों में संज्ञा विकार से संबंधित त्रुटि है। सुधार करके सही वाक्य लिखिए:
वह एक अच्छा बालिका है।
छात्राएँ स्कूल जाता है।
बकरी खेत में चर रहा है।
बच्चे नृत्य करता है।
उत्तर- 

अशुद्ध वाक्य  शुद्ध वाक्य  संज्ञा विकार
वह एक अच्छा बालिका है। वह एक अच्छी बालिका है। लिंग सम्बन्धी 
छात्राएँ स्कूल जाता है। छात्राएँ स्कूल जाती हैं। वचन सम्बन्धी 
बकरी खेत में चर रहा है। बकरी खेत में चर रही है। लिंग सम्बन्धी 
बच्चे नृत्य करता है। बच्चे नृत्य करते हैं। वचन सम्बन्धी 

9. संज्ञा विकार क्या है?
उत्तर– लिंग, वचन, कारक के कारण यदि संज्ञा में कोई बदलाव होता है, वह संज्ञा विकार कहलाता है।
1. लिंग में परिवर्तन होने पर- मोहन भोजन करने गयी।
सही वाक्य रूप होगा- मोहन भोजन करने गया।
2. वचन में परिवर्तन होने पर- बकरी चर रहे हैं।
सही वाक्य रूप होगा- बकरी चर रही है।
3. कारक में परिवर्तन होने पर- मैं छत को गया।
सही वाक्य रूप होगा- मैं छत पर गया।

10. रानी की सेविका बुद्धिमती है। – वाक्य का पुल्लिंग रूप _____________ होगा-
(क) रानी की सेवक बुद्धिमती है।
(ख) राजा का सेवक बुद्धिमान है।
(ग) रानी की सेविका बुद्धिमान है।
(घ) राजा का सेवक बुद्धिमती है।
उत्तर– (ख) राजा का सेवक बुद्धिमान है।

11. ‘गायक’ का स्त्रीलिंग क्या है?
(क) गायिका
(ख) गायनी
(ग) गायी
(घ) गात्री
उत्तर- (क) गायिका

12. ‘पाठक’ का स्त्रीलिंग क्या है?
(क) पाठिका
(ख) पाठकी
(ग) पाठिनी
(घ) पाठक
उत्तर – (क) पाठिका

13. नीचे दिए गए शब्दों को लिंग, वचन और कारक के अनुसार वर्गीकृत कीजिए:
विदुषी, तबला, डिबियाँ, रानी ने, हे राम !, सखा
उत्तर-
लिंग- सखा, विदुषी
वचन- तबला, डिबियाँ,
कारक- रानी ने, हे राम !

14. ‘आयुष्मान’ का स्त्रीलिंग रूप है-
(क) आयुष्मात
(ख) आयुषीमान
(ग) आयुष्मती
(घ) आयुषीमति
उत्तर– (ग) आयुष्मती

15. निम्नलिखित वाक्यों को बहुवचन में बदलिए-
1. लड़का भोजन करता है।
2. गाय चारा चर रही है।
3. बच्चा पढ़ रहा है।
4. झरना से पानी बह रहा है।
उत्तर-
1. लड़के भोजन करते हैं।
2. गायें चारा चर रहीं हैं।
3. बच्चे पढ़ रहे हैं।
4. झरनों से पानी बह रहा है।

16. वचन बदलकर वाक्य लिखिए-
1. उसका बेटा दफ्तर जाता है।
2. अध्यापक पढ़ा रहा है।
3. लड़कियाँ नाच रहीं हैं।
4. चिड़िया दाना चुग रही है।
उत्तर-
1. उसका बेटा दफ्तर जाता है। – उसके बेटे दफ्तर जाते हैं।
2. अध्यापक पढ़ा रहा है। – अध्यापकगण पढ़ा रहे हैं।
3. लड़कियाँ नाच रहीं हैं। – लड़की नाच रही है।
4. चिड़िया दाना चुग रही है। – चिड़ियाँ दाना चुग रहीं हैं।

17. रेखांकित शब्दों के वचन बदलिए-
1. आकाश में तारा टूटा।
2. केला मीठा है।
3. मेज पर थाली रखी है।
4. टोपी लाल रंग की है।
उत्तर-
1. आकाश में तारा टूटा। – आकाश में तारे टूटे।
2. केला मीठा है। – केले मीठे हैं।
3. मेज पर थाली रखी है। – मेजों पर थालियाँ रखीं हैं।
4. टोपी लाल रंग की है। – टोपियाँ लाल रंग की हैं।

18. रिक्त स्थान भरिए। (लिंग, वचन या कारक के अनुसार)
1. ___ भोजन बना रहीं हैं। (पिता/माँ)
2. पक्षी आकाश ___ उड़ रहे हैं। (में/पर)
3. वह मेरी ___ है। (पुस्तक/पुस्तकें)
4. राम ___ रावण को मारा। (से/ने)
उत्तर-
1. माँ भोजन बना रहीं हैं। – स्त्रीलिंग का प्रयोग
2. पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं। – अधिकरण कारक का प्रयोग
3. वह मेरी पुस्तक है। – एकवचन का प्रयोग
4. राम ने रावण को मारा। – कर्ता कारक का प्रयोग

19. एकवचन से क्या तात्पर्य है? उदाहरण के साथ समझाइए।
उत्तर- शब्द के जिस रूप से एक ही व्यक्ति, प्राणी, पदार्थ या वस्तु का बोध हो अर्थात संख्या एक हो, उसे एकवचन कहते हैं।
उदाहरण– मेज, पुस्तक, माला, बालक, स्त्री, लड़की आदि।

20. बहुवचन से क्या तात्पर्य है? उदाहरण के साथ समझाइए।
उत्तर- संज्ञा का वह रूप जो एक से अधिक वस्तुओं का बोध कराए, उसे बहुवचन कहते हैं।
उदाहरण– मजे, लड़कियाँ, घोड़े, पुस्तकें, बहनें आदि।

21. निम्नलिखित वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और बताइए कि वचन बदलने से किस पर प्रभाव पड़ा –

एकवचन  बहुवचन 
मेरा एक बाल टूट गया।  मेरे कई बाल टूट गए। 
बेचारा बन्दर जाड़े से ठिठुर रहा है।  बेचारे बन्दर जाड़े से ठिठुर रहे हैं। 
लड़की बाज़ार गयी।   लड़कियाँ बाज़ार गयीं। 
बच्चा रोता हुआ घर आया। बच्चे रोते हुए घर आए।

उत्तर- 

प्रभाव एकवचन  बहुवचन 
सर्वनाम पर प्रभाव मेरा एक बाल टूट गया।  मेरे कई बाल टूट गए। 
विशेषण पर प्रभाव बेचारा बन्दर जाड़े से ठिठुर रहा है।  बेचारे बन्दर जाड़े से ठिठुर रहे हैं। 
क्रिया पर प्रभाव लड़की बाज़ार गयी।   लड़कियाँ बाज़ार गयीं। 
क्रियाविशेषण पर प्रभाव बच्चा रोता हुआ घर आया। बच्चे रोते हुए घर आए।

22. वचन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर– संज्ञा शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह एक है या एक से अधिक (अनेक), उसे वचन कहते हैं।
उदाहरण-
माला – मालाएँ
लड़की – लड़कियाँ
किताब – किताबें

23. एकवचन वाक्यों का बहुवचन वाक्यों के साथ मिलान कीजिए-

(क)  (ख) 
1 मैं जा रहा हूँ।   i बैलों ने रस्सियाँ तोड़ डाली। 
2 बकरी घाँस खा रही है। ii हम जा रहे हैं। 
3 बालक किताब पढ़ रहा है।  iii बकरियाँ घाँस खा रही हैं। 
4 बैल ने रस्सी तोड़ डाली। iv बालक किताबें पढ़ रहे हैं। 

उत्तर- 

(क)  (ख) 
1 मैं जा रहा हूँ।   ii हम जा रहे हैं।
2 बकरी घाँस खा रही है। iii बकरियाँ घाँस खा रही हैं। 
3 बालक किताब पढ़ रहा है।  iv बालक किताबें पढ़ रहे हैं।
4 बैल ने रस्सी तोड़ डाली। i बैलों ने रस्सियाँ तोड़ डाली। 

24. शब्दों के आगे ‘गण’ जोड़कर बहुवचन शब्द बनाइए-
बालक
विद्यार्थी
पाठक
दर्शक
व्यापारी
उत्तर-
बालक – बालकगण
विद्यार्थी – विद्यार्थीगण
पाठक – पाठकगण
दर्शक – दर्शकगण
व्यापारी – व्यापारीगण

25. निम्नलिखित में से वचन के आधार पर कौनसा जोड़ा सही नहीं है-
(क) डिब्बी – डिबियाँ
(ख) गुड़िया- गुड़ियाँ
(ग) पुस्तक- पुस्तका
(घ) छात्रा – छात्राएँ
उत्तर- (ग) पुस्तक- पुस्तका

26. ‘किताब रखी है’- वाक्य में वचन का प्रकार है-
(क) एकवचन
(ख) द्विवचन
(ग) बहुवचन
(घ) त्रिवचन
उत्तर- (क) एकवचन

27. निम्नलिखित में से संज्ञा-विकार का कारण है-
(क) काल
(ख) निपात
(ग) कारक
(घ) अव्यय
उत्तर- (ग) कारक

28. ‘कारक’ से क्या तात्पर्य है?
उत्तर– कारक उस रूप को कहते हैं जिससे किसी संज्ञा या सर्वनाम का वाक्य के अन्य शब्दों के साथ संबंध स्पष्ट होता है। हिंदी में यह संबंध विभक्ति चिन्हों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है।
हिंदी में कुल आठ प्रकार के कारक होते हैं-
कर्त्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान, संबंध, अधिकरण और संम्बोधन कारक।

29. ‘कारक’ के कुल कितने भेद हैं?
उत्तर– कारक के कुल आठ भेद हैं-
कर्त्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान, संबंध, अधिकरण और संम्बोधन कारक।

30. क्या ‘कारक’ का प्रभाव संज्ञा पर पड़ता है ? यदि हाँ, तो कैसे विकार उत्पन्न होता है?
उत्तर- हाँ, कारक, संज्ञा में विकार लाने वाला तत्त्व है।
उदाहरण-
यह छोटा लड़का आम खा रहा है। (मूल वाक्य)
इस छोटे लड़के ने आम खाया। (‘ने’ कारक से रूप परिवर्तित)

31. पेड़ से पत्ता गिरा- वाक्य में कौन-सा कारक है?
उत्तर- पेड़ से पत्ता गिरा- वाक्य में ‘अपादान’ कारक है।
जहाँ पृथकता या अलग होने का भाव आये वहाँ ‘अपादान’ कारक होता है। इसका परसर्ग ‘से’ है।

32. ‘परसर्ग’ से क्या तात्पर्य है?
उत्तर– ‘परसर्ग’ कारक के चिह्न होते हैं। कारक के कुल आठ भेद हैं, प्रत्येक के चिह्न हैं-

कारक चिन्ह (परसर्ग)
कर्ता ने
कर्म को
करण से (द्वारा के प्रयोग में)
सम्प्रदान के लिए, को
अपादान से (अलग होने के अर्थ में)
संबंध का, के, की
अधिकरण में, पर, पे
सम्बोधन हे!, अरे!, अजी!

33. कारक भेद के साथ वाक्यों का मेल कीजिये-

(क)  (ख) 
1 अध्यापक छात्रों को पुस्तक देते हैं।  i अधिकरण कारक 
2 गंगा हिमालय से निकलती है।  ii सम्प्रदान कारक 
3 वृद्ध को हलवा खिलाओ।  iii अपादान कारक 
4 उस पर विश्वास मत करो।  iv कर्म कारक 

उत्तर-

(क)  (ख) 
1 अध्यापक छात्रों को पुस्तक देते हैं।  ii सम्प्रदान कारक 
2 गंगा हिमालय से निकलती है।  iii अपादान कारक 
3 वृद्ध को हलवा खिलाओ।  iv कर्म कारक 
4 उस पर विश्वास मत करो।  i अधिकरण कारक 

34. कारक भेद के साथ वाक्यों का मेल कीजिये-

(क)  (ख) 
1 बच्चों ! ध्यान से सुनो।  i सम्बन्ध कारक 
2 यह राधा की किताब है।  ii कर्म कारक 
3 वह रोज गाँव से आता है।  iii सम्बोधन कारक 
4 राजा ने भूखे को भोजन दिया।  iv अपादान कारक 

उत्तर-

(क)  (ख) 
1 बच्चों ! ध्यान से सुनो।  iii सम्बोधन कारक 
2 यह राधा की किताब है।  i सम्बन्ध कारक 
3 वह रोज गाँव से आता है।  iv अपादान कारक 
4 राजा ने भूखे को भोजन दिया।  ii कर्म कारक 

35. संज्ञा के विकारी तत्त्व क्या हैं?
उत्तर- लिंग, वचन और कारक संज्ञा के विकारी तत्त्व हैं। इनमें बदलाव होने पर संज्ञा में भी बदलाव हो जाता है।

36. विकारी शब्द से क्या तात्पर्य है?
उत्तर- विकारी शब्द- ये ऐसे शब्द होते हैं, जिनमें बदलाव हो सकता है।
जैसे– संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण

37. अविकारी शब्द से क्या तात्पर्य है?
उत्तर- अविकारी शब्द- ये ऐसे शब्द होते हैं, जिनमें बदलाव नहीं होता है।
जैसे- क्रिया-विशेष, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक

38. निम्नलिखित सर्वनाम शब्दों का बहुवचन रूप क्या होगा?
मैं, वह, उसका
उत्तर-
मैं- हम
वह- वे
उसका- उसके

39. चार ऐसे शब्द लिखिए जो हमेशा पुल्लिंग में रहते हैं?
उत्तर– बाज, खटमल, नीम, खरगोश

40. चार ऐसे शब्द लिखिए जो दोनों वचनों में एक तरह प्रयोग में लिए जाते हैं?
उत्तर- साधू, पेड़, फूल, फल
लेकिन इन शब्दों के बाद यदि ने, से, पर लगाते हैं तो बहुवचन बन जाता है।

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Conclusion

उपर्युक्त पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि संज्ञा में जो बदलाव होते हैं किस कारण होते हैं। इसको समझने के लिए आपको लिंग, वचन, कारक को भी समझना चाहिए। इस पोस्ट के माध्यम से आप परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नों को हल कर पाएँगे। हम इस तरह के ज्ञानवर्धक पोस्ट आपके लिए लाते रहेंगे।

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