CBSE Class 9 Hindi Chapter 10 Kaidi Aur Kokila  (कैदी और कोकिला) Question Answers (Important) from Kshitij Book

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Kaidi Aur Kokila Chapter 10 NCERT Solutions

 

1. कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर- कवि कोयल की कूक सुनकर बेचैन हो उठता है। वह आश्चर्यचकित होकर कोयल से पूछता है कि वह बार-बार क्यों गा रही है और उसकी इस कूक का क्या अर्थ है। कवि को ऐसा प्रतीत होता है कि कोयल कोई विशेष संदेश या प्रेरणा दे रही है। वह कोयल से आग्रह करता है कि वह स्पष्ट रूप से बताए कि उसकी कूक में कौन-सा संदेश छिपा है। कवि कोयल की पीड़ा भरी आवाज़ सुनकर महसूस करता है कि उसमें किसी गहरे दुख या संघर्ष की झलक है। वह सोचता है कि कोयल की यह पुकार ब्रिटिश शासन के अत्याचारों के खिलाफ एक चेतावनी है और स्वतंत्रता संग्राम में कैदियों का मनोबल बढ़ाने के लिए है। कवि कहता है कि कोयल उसकी पीड़ा में सहभागी बनकर उसे साहस देने आई है, ताकि वह अपने संघर्ष में डटा रहे और स्वतंत्रता प्राप्ति के लक्ष्य से न हटे।

2. कवि ने कोकिल के बोलने के किन कारणों की संभावना बताई?
उत्तर- कवि ने कोकिल के बोलने के कई संभावित कारण बताए हैं। वह कोकिल की रह-रहकर आने वाली कूक को सुनकर आश्चर्यचकित होता है और सोचता है कि वह क्यों गा रही है। उसे लगता है कि कोयल की आवाज़ में कोई गहरी पीड़ा या कसक छिपी हो सकती है, शायद उसे कोई बड़ा दुख हुआ है। कवि को कोयल की कूक में विद्रोह का संकेत भी सुनाई देता है, मानो वह अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रही हो।
कवि यह भी सोचता है कि कहीं कोयल स्वतंत्रता संग्राम का संदेश तो नहीं फैला रही। इस प्रकार, कवि को कोयल की कूक में पीड़ा, विद्रोह, प्रेरणा और संघर्ष के संदेश की संभावना दिखती है।

3. किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों?
उत्तर- कवि ने ब्रिटिश शासन की तुलना तम (अंधकार) के प्रभाव से की है। ब्रिटिश शासन को अंधकार के समान माना गया है क्योंकि उसने भारतीय जनता पर घोर अत्याचार और अन्याय किए, जिससे उनके जीवन में निराशा और दुख का अंधकार छा गया। यह शासन लोगों की स्वतंत्रता छीनकर उन्हें कारागारों में कैद कर रहा था, जहाँ न तो उन्हें जीने की उचित सुविधा दी जाती थी और न ही मरने का अवसर।
कवि को ऐसा प्रतीत होता है कि इस अत्याचारी शासन का प्रभाव इतना गहरा है कि आशा का प्रकाश, जिसे चंद्रमा के रूप में दर्शाया गया है, भी इसे दूर नहीं कर पा रहा है। इस प्रकार, ब्रिटिश शासन को तम के प्रभाव के समान मानकर, कवि ने उसकी क्रूरता और अत्याचारी नीतियों को उजागर किया है।

4. कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर- कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन अत्यंत भयावह और अमानवीय रूप में किया गया है। ब्रिटिश शासन के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों और अन्य कैदियों को जेलों में बहुत ज्यादा कष्ट दिया जाता था, जो उनके शरीर और मन दोनों को तोड़ने के लिए बनाई गई थीं।
कैदियों को अंधेरी और सड़ी-गली कोठरियों में बंद कर दिया जाता था, जहाँ हवा और रोशनी का नाम तक नहीं था। वहाँ भूख और प्यास से तड़पते हुए उन्हें दिन-रात कठोर श्रम करने के लिए मजबूर किया जाता था। उनकी पीठ पर कोड़ों की मार पड़ती थी, जिससे उनके शरीर से खून बहता रहता था, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिलती थी।
इन जेलों में कैदियों को मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया जाता था। उन्हें अपमानित किया जाता, अमानवीय व्यवहार सहना पड़ता और उनके आत्म-सम्मान को कुचलने की कोशिश की जाती थी। जेलों में हर तरफ अत्याचार, चीख-पुकार और दर्द का माहौल था, जहाँ कैदी सिर्फ अपने शरीर की पीड़ा ही नहीं, बल्कि अपनी आत्मा को भी तड़पते हुए महसूस करते थे।
इस प्रकार, ब्रिटिश शासन की जेलें केवल कैद की जगह नहीं थीं, बल्कि वहाँ कैदियों को शारीरिक और मानसिक रूप से तोड़ने के लिए अत्याचार किया जाता था।

5. भाव स्पष्ट कीजिए–
(क) मृदुल वैभव की रखवाली-सी, कोकिल बोलो तो!
(ख) हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ, खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ।

(क) मृदुल वैभव की रखवाली-सी, कोकिल बोलो तो!
उत्तर- इस पंक्ति में कवि ने कोयल के मधुर स्वर की तुलना सौम्य और कोमल ऐश्वर्य (मृदुल वैभव) की रखवाली से की है।
इस पंक्ति के माध्यम से कवि कोयल से पूछता है कि क्या उसका कोई बहुमूल्य सुख या संपत्ति लुट गई है, जिसके कारण वह इतनी बेचैन हो उठी है? क्या वह अपनी मधुरता और वैभव की रखवाली नहीं कर पाई और अब उस अपार दुःख को व्यक्त कर रही है? कोयल, जो अपनी कोमल और मधुर तान के लिए जानी जाती है, अचानक इतनी दुखी क्यों हो गई?

(ख) हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ, खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ।
उत्तर- इस पंक्ति में कवि ने भारतीय किसानों और श्रमिकों की दयनीय स्थिति का चित्रण किया है। “हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ” का अर्थ है कि कवि स्वयं को एक ऐसे बैल के रूप में देखता है, जो अपने पेट पर भारी जुआ (हल या भार) बांधकर कठिन श्रम कर रहा है। यह ब्रिटिश शासन के तहत भारतीय किसानों और मजदूरों के शोषण को दर्शाता है, जहाँ वे दिन-रात मेहनत करने के बावजूद गरीबी और भूखमरी का सामना कर रहे थे।
“खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ” से तात्पर्य है कि भारतीय श्रमिक अपनी कड़ी मेहनत और परिश्रम से ब्रिटिश साम्राज्य की अकड़ और अहंकार को बनाए रखते हैं। अंग्रेजों की ऐश्वर्यपूर्ण जीवनशैली भारतीयों के खून-पसीने की कमाई पर निर्भर थी। इस प्रकार, यह पंक्ति ब्रिटिश शासन के शोषणकारी रवैये की ओर संकेत करती है, जहाँ भारतीयों की मेहनत से अंग्रेजों का ऐश्वर्य बढ़ता था, जबकि भारतीय खुद अत्यंत कष्ट सह रहे थे।

6. अद्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा है?
उत्तर- अर्द्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को यह अंदेशा होता है कि उसने किसी भयंकर संकट या विनाश को देख लिया है। कवि आश्चर्यचकित होकर पूछता है कि कोयल अचानक इतनी व्याकुल और बावली क्यों हो गई है। वह सोचता है कि क्या कोयल को जंगल में भयंकर आग की लपटें दिखाई दे रही हैं या वह किसी अनहोनी की पूर्व सूचना दे रही है। कवि को कोयल की पीड़ा और व्याकुलता असामान्य लगती है, इसलिए वह बार-बार उससे आग्रह करता है कि वह स्पष्ट रूप से बताए कि उसकी इस चीख का कारण क्या है।

7. कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?
उत्तर- कवि को कोयल से ईर्ष्या इसलिए हो रही है क्योंकि कोयल स्वतंत्र होकर खुले आकाश में उड़ सकती है, हरी-भरी डालियों पर बैठ सकती है और अपनी मधुर वाणी में गा सकती है, जबकि कवि पराधीनता के कारण जेल की संकरी, घुटनभरी कोठरी में कैद है। कोयल का गाना लोगों को आनंदित करता है, जबकि कवि की पीड़ा को कोई सुनना तक नहीं चाहता। कोयल स्वतंत्रता का गीत गा रही है, जबकि कवि स्वयं परतंत्रता की बेड़ियों में जकड़ा हुआ है। इसी कारण कवि को कोयल से ईर्ष्या हो रही है।

8. कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की कौन सी मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं, जिन्हें वह अब नष्ट करने पर तुली है?
उत्तर- कवि के स्मृति-पटल पर कोयल के गीतों की वे मधुर स्मृतियाँ अंकित हैं, जब वह स्वतंत्रता के वातावरण में कोयल के मधुर स्वर का आनंद लेता था।
लेकिन अब, जब कवि जेल की अंधेरी कोठरी में कैद है, कोयल की चीख उसे व्याकुल कर रही है। उसे लगता है कि कोयल अपने उस मधुर स्वर को छोड़कर अब कोई भयानक संदेश सुना रही है, जैसे वह किसी बड़े संकट की चेतावनी दे रही हो। इस प्रकार, कवि को लगता है कि कोयल स्वयं उसकी पुरानी सुखद स्मृतियों को नष्ट करने पर तुली है।

9. हथकड़ियों को गहना क्यों कहा गया है?
उत्तर- कवि ने हथकड़ियों को “गहना” इसलिये कहा है क्योंकि वे स्वतंत्रता संग्राम में उनकी तपस्या और बलिदान का प्रतीक हैं। स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जेल की यातनाएँ और हथकड़ियाँ किसी अभिशाप की तरह नहीं, बल्कि गर्व और सम्मान की चीज़ थीं। जिस प्रकार गहने व्यक्ति की शोभा बढ़ाते हैं, उसी प्रकार ये हथकड़ियाँ भी स्वतंत्रता के संघर्ष में उनके साहस और बलिदान की शोभा बढ़ा रही थीं।
इस प्रकार, कवि हथकड़ियों को गहनों के समान मानकर यह दर्शाता है कि वे अन्याय और परतंत्रता के विरुद्ध संघर्ष का प्रतीक हैं, जिन्हें पहनकर वे स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं।

10. ‘काली तू ….. ऐ आली!’– इन पंक्तियों में ‘काली’ शब्द की आवृत्ति से उत्पन्न चमत्कार का विवेचन कीजिए।
उत्तर- “काली तू ….. ऐ आली!” इन पंक्तियों में ‘काली’ शब्द की आवृत्ति से कविता में गहरा प्रभाव उत्पन्न होता है। कवि ने ‘काली’ शब्द को बार-बार प्रयोग करके अंधकार, अन्याय और अत्याचार की भयावहता को प्रकट किया है। कोयल का काला रंग, घनी काली रात, ब्रिटिश शासन का काला स्वरूप, जेल का अंधकार, काले कंबल, काली टोपी और लोहे की काली जंजीरें—ये सभी चीजें परतंत्र भारत की पीड़ा और यातनाओं का प्रतीक बन जाती हैं।
यह शब्द अंधकारमय माहौल को और भी भयावह बना देता है और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतवासियों को मिलने वाली कठोर यातनाओं को उजागर करता है। 

11. काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए–
 (क) किस दावानल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?
(ख) तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह!
देख विषमता तेरी-मेरी, बजा रही तिस पर रणभेरी!

(क) किस दावानल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?
उत्तर- “किस दावानल की ज्वालाएँ हैं दीखीं?” पंक्ति में कवि ने प्रश्नवाचक शैली का प्रयोग किया है, जो पाठक के मन में जिज्ञासा और रहस्य उत्पन्न करती है। यह शैली कविता में प्रभाव और गहराई लाने का कार्य करती है।
इसके अलावा, इस पंक्ति में रूपक अलंकार का प्रयोग किया गया है। ‘दावानल’ केवल अग्नि को ही नहीं दर्शाता, बल्कि यह सामाजिक या राजनैतिक उथल-पुथल, संघर्ष या विनाश का प्रतीक बन जाता है। यह संकेत करता है कि कोयल ने किसी भयावह विपत्ति को देखा है, जो आगे चलकर बड़े विनाश का कारण बन सकती है।
संक्षेप में, यह पंक्ति कविता की गूढ़ता, प्रतीकात्मकता और काव्यात्मक सौंदर्य को बढ़ाने में सहायक है।

(ख) तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह! देख विषमता तेरी-मेरी, बजा रही तिस पर रणभेरी!
उत्तर- इस पंक्ति में कवि ने विरोधाभास का प्रयोग किया है। एक ओर कोयल के गीतों की सराहना होती है—”तेरे गीत कहावें वाह”, तो दूसरी ओर, कवि के रोने को अपराध समझा जाता है—”रोना भी है मुझे गुनाह!”। यह दर्शाता है, जहाँ एक पक्ष को स्वतंत्रता और प्रशंसा प्राप्त है, जबकि दूसरा पक्ष बंदी बनकर अपनी पीड़ा भी व्यक्त नहीं कर सकता।

रचना और अभिव्यक्ति

12. कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी सुनता होगा लेकिन उसने कोकिला की ही बात क्यों की है?
उत्तर- कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी अवश्य सुनता होगा, लेकिन उसने विशेष रूप से कोकिला (कोयल) की ही बात की है क्योंकि कोयल का स्वर अपनी मधुरता, भावनात्मक गहराई और प्रतीकात्मक अर्थ के कारण अधिक प्रभावशाली है।
आधी रात के अंधेरे में, जब चारों ओर सन्नाटा फैला हुआ है, कोयल की चीख और भी अधिक प्रभावी और रहस्यमय लगती है। कोयल की चीख कवि को ब्रिटिश शासन के अत्याचारों, जेल की अंधेरी कोठरी और परतंत्रता की पीड़ा की याद दिलाती है। अन्य पक्षी तो दिन के उजाले में अपनी चहचहाहट से वातावरण को आनंदमय बनाते हैं, लेकिन कोयल की आधी रात की चीख एक गहरी बेचैनी और भविष्य में आने वाली घटनाओं का पहले से ही आभास कराती है।
इसलिए, कवि ने अन्य पक्षियों का उल्लेख न करके केवल कोयल की बात की है, क्योंकि वह उसके संघर्ष, दुख, और स्वतंत्रता की इच्छा का प्रतीक बन गई है।

13. आपके विचार से स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक-सा व्यवहार क्यों किया जाता होगा?
उत्तर- ब्रिटिश शासन के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों और अपराधियों के साथ एक जैसा व्यवहार इसलिए किया जाता होगा क्योंकि अँग्रेजों के लिए कोई भी व्यक्ति जो उनके शासन को चुनौती देता था, वह एक अपराधी था। उनके लिए, स्वतंत्रता संग्राम और राजनीतिक असहमति भी एक अपराध मानी जाती थी। इस व्यवहार के पीछे कई कारण थे। सबसे पहले, ब्रिटिश सरकार को यह डर था कि अगर स्वतंत्रता सेनानियों को विशेष सम्मान मिलता, तो उनकी विचारधारा और आंदोलन अधिक लोकप्रिय हो सकता था। इसलिए, उन्होंने सेनानियों को सामान्य अपराधियों के समान दंड देने की नीति अपनाई ताकि वे जनता में आदर्श नहीं बन सकें।
ब्रिटिश हुकूमत ने विभिन्न कानूनों का दुरुपयोग किया, जैसे कि राजद्रोह कानून, जिससे स्वतंत्रता सेनानियों को अपराधी ठहराया गया। यह न केवल उनके खिलाफ बल्कि उनके आंदोलन के खिलाफ भी था, ताकि जनता के बीच आंदोलन को दबाया जा सके। इसके अलावा, अपराधियों के साथ स्वतंत्रता सेनानियों को रखने से उनका मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न बढ़ता था। जेलों में उन्हें अन्य अपराधियों के साथ रखा जाता, ताकि वे अपने विचारों को फैलाने का अवसर न पा सकें। इस प्रकार, ब्रिटिश शासन ने जानबूझकर स्वतंत्रता सेनानियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया, ताकि उनके आंदोलन को कमजोर किया जा सके।

 

Class 9 Hindi Kaidi Aur Kokila – Extract Based Questions (गद्यांश पर आधारित प्रश्न)

निम्नलिखित पद्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए व प्रश्नों के उत्तर दीजिये-

 

1.
क्या गाती हो?
क्यों रह-रह जाती हो?
कोकिल बोलो तो!
क्या लाती हो?
संदेशा किसका है?
कोकिल बोलो तो!

ऊँची काली दीवारों के घेरे में,
डाकू, चोरों, बटमारों के डेरे में,
जीने को देते नहीं पेट-भर खाना,
मरने भी देते नहीं, तड़प रह जाना!
जीवन पर अब दिन-रात कड़ा पहरा है,
शासन है, या तम का प्रभाव गहरा है?
हिमकर निराश कर चला रात भी काली,
इस समय कालिमामयी जगी क्यूँ आली?

1. कवि आधी रात में कोयल से क्या पूछता है?
(क) किसका संदेशा लाई है?
(ख) क्या खा रही है?
(ग) कहाँ जा रही है?
(घ) किससे बात कर रही है?
उत्तर– (क) किसका संदेशा लाई है?

2. कवि अपने कारागार की स्थिति कैसी बताता है?
(क) यह सुंदर और शांतिपूर्ण
(ख) इसमें ऊँची काली दीवारे हैं
(ग) सुखद और आरामदायक
(घ) प्राकृतिक और हरा-भरा
उत्तर– (ख) इसमें ऊँची काली दीवारे हैं

3. उपर्युक्त पंक्तियों में प्रयुक्त ‘हिमकर’ का पर्यायवाची क्या है?
(क) बर्फ
(ख) पहाड़
(ग) चन्द्रमा
(घ) रात
उत्तर- (ग) चन्द्रमा

4. कवि अपने कारागार की दयनीय स्थिति का वर्णन कैसे करता है?
उत्तर- कवि कहता है कि वह जिस कारागार में कैद है, वहाँ ऊँची और काली दीवारें हैं। चारों ओर अपराधियों, चोरों और डाकुओं का बसेरा है। कैदियों को भरपेट भोजन नहीं मिलता और उन पर अत्याचार किए जाते हैं। हर तरफ कड़ा पहरा है, जिससे मुक्ति की कोई आशा नहीं बची है।

5. कवि को चारों ओर गहरा अंधकार क्यों महसूस होता है?
उत्तर- कवि को यह अंधकार केवल रात का अंधेरा नहीं बल्कि अंग्रेजी शासन का प्रभाव लगता है, जिसने चारों ओर निराशा फैला दी है। आशा रूपी चंद्रमा भी हारकर अपना प्रकाश खो चुका है।

2
क्यों हूक पड़ी?
वेदना बोझ वाली-सी;
कोकिल बोलो तो!
क्या लूटा?
मृदुल वैभव की
रखवाली-सी,
कोकिल बोलो तो!

क्या हुई बावली?
अर्द्धरात्रि को चीखी,
कोकिल बोलो तो!
किस दावानल की
ज्वालाएँ हैं दीखीं?
कोकिल बोलो तो!

1. कवि कोयल से किसके लुटने की आशंका करता है?
(क) उसके परिवार की
(ख) उसके भोजन की
(ग) उसके घर की
(घ) उसकी मधुरता और वैभव की
उत्तर- (घ) उसकी मधुरता और वैभव की

2. कवि कोयल के अचानक जोर से चीखने का क्या कारण पूछता है?
(क) क्या वह गाना सीख रही है?
(ख) क्या वह किसी और को पुकार रही है?
(ग) क्या उसने किसी भयंकर संकट को देखा है?
(घ) क्या वह उड़ना चाहती है?
उत्तर- (ग) क्या उसने किसी भयंकर संकट को देखा है?

3. कवि कोयल से हूक (गहरी पीड़ा) के बारे में क्यों पूछता है?
उत्तर- कवि कोयल की दर्द भरी आवाज़ सुनकर चौंक जाता है और उससे पूछता है कि उसकी तान में इतना दुःख क्यों है। वह जानना चाहता है कि क्या कोई भारी दुःख या संकट उस पर आ पड़ा है।

4. कवि कोयल की संपत्ति या सुख लुटने की बात क्यों करता है?
उत्तर– कवि को लगता है कि कोयल अपनी मधुरता और वैभव की रक्षा नहीं कर पाई है और इसी कारण उसकी आवाज़ इतनी दर्द भरी हो गई है। उसे लगता है कि कोयल ने कोई बहुमूल्य चीज़ खो दी है।

5. कवि कोयल से किस भयंकर संकट के बारे में पूछता है?
उत्तर– कवि कोयल से पूछता है कि क्या उसने किसी विनाश या दावानल (जंगल की आग) की लपटें देख ली हैं, जिसके कारण वह आधी रात को जोर से चीख रही है।

3
क्या?- देख न सकती जंजीरों का गहना?
हथकड़ियाँ क्यों? यह ब्रिटिश-राज का गहना,
कोल्हू का चर्रक चूँ?-जीवन की तान,
गिट्टी पर अँगुलियों ने लिखे गान!
हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ,
खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ।
दिन में करुणा क्यों जगे, रुलानेवाली,
इसलिए रात में गज़ब ढा रही आली?

इस शांत समय में,
अंधकार को बेध, रो रही क्यों हो?
कोकिल बोलो तो!
चुपचाप, मधुर विद्रोह-बीज
इस भाँति बो रही क्यों हो?
कोकिल बोलो तो।

1. कवि जंजीरों को किस रूप में देखता है?
(क) गुलामी का प्रतीक
(ख) ब्रिटिश राज्य का गहना
(ग) यातना का साधन
(घ) अनावश्यक बंधन
उत्तर- (ख) ब्रिटिश राज्य का गहना

2. कवि को कोल्हू की आवाज़ कैसी लगती है?
(क) दर्दनाक और कष्टदायक
(ख) आनंददायक संगीत
(ग) व्यर्थ और निरर्थक
(घ) जीवन की तान
उत्तर– (घ) जीवन की तान

3. कवि जंजीरों को “ब्रिटिश-राज का गहना” क्यों कहता है?
उत्तर- कवि जंजीरों को गुलामी का प्रतीक नहीं मानता, बल्कि उन्हें स्वतंत्रता संग्राम का सम्मान समझता है। वह कहता है कि स्वतंत्रता सेनानियों ने इन्हें खुशी-खुशी स्वीकार किया है, क्योंकि वे अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटे हैं।

4. कवि कोल्हू की चरमराती आवाज़ को किससे जोड़ता है?
उत्तर- कवि कोल्हू की चरमराती आवाज़ को जीवन की तान मानता है। वह कहता है कि पत्थर तोड़ते हुए स्वतंत्रता सेनानी अपने हाथों से आज़ादी का गीत लिख रहे हैं और ब्रिटिश शासन के अहंकार को धीरे-धीरे खत्म कर रहे हैं।

5. कवि कोयल के रात में रोने का क्या अर्थ समझता है?
उत्तर– कवि समझता है कि कोयल का गीत केवल एक मधुर ध्वनि नहीं है, बल्कि यह विद्रोह की चिंगारी है, जो स्वतंत्रता संग्राम के लिए प्रेरित कर रही है। वह कोयल से पूछता है कि क्या वह चुपचाप विद्रोह के बीज बो रही है?

4
काली तू, रजनी भी काली,
शासन की करनी भी काली,
काली लहर कल्पना काली,
मेरी काल कोठरी काली,
टोपी काली, कमली काली,
मेरी लौह-शृंखला काली,
पहरे की हुंकृति की ब्याली,
तिस पर है गाली, ऐ आली!

इस काले संकट-सागर पर
मरने की, मदमाती!
कोकिल बोलो तो!
अपने चमकीले गीतों को
क्योंकर हो तैराती!
कोकिल बोलो तो!

1. कवि के अनुसार, ब्रिटिश शासन को किस शब्द से संबोधित किया गया है?
(क) उज्ज्वल
(ख) काला
(ग) श्वेत
(घ) लाल
उत्तर- (ख) काला

2. कवि जेल में किन चीजों को ‘काला’ कहकर निराशा व्यक्त करता है?
(क) जेल की काल कोठरी
(ख) टोपी और कंबल
(ग) जंजीर अर्थात बेड़ियाँ
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर– (घ) उपर्युक्त सभी

3. कवि को पहरेदार की हुँकार किसके समान लगती है?
(क) हवा के झोंके जैसी
(ख) मधुर संगीत जैसी
(ग) सर्पिणी की फुफकार जैसी
(घ) बारिश की बूँदों जैसी
उत्तर– (ग) सर्पिणी की फुफकार जैसी

4. कवि अपने कारागार के वातावरण को ‘काला’ क्यों कहता है?
उत्तर– कवि अपने कारागार को ‘काला’ इसलिए कहता है क्योंकि वहाँ चारों ओर अंधकार और निराशा का माहौल है। जेल की कोठरी, दीवारें, टोपी, कंबल, बेड़ियाँ सब काला है। यह ‘काला’ रंग ब्रिटिश शासन के अत्याचार और गुलामी का प्रतीक है।

5. कवि को पहरेदार की हुँकार ‘सर्पिणी की फुफकार’ क्यों लगती है?
उत्तर- कवि जेल के कठोर माहौल से घबराया हुआ है। उसे पहरेदारों की कठोर और कर्कश आवाज़ किसी जहरीले सर्प की फुफकार की तरह लगती है, जिससे उसे भय और यातना का अनुभव होता है।

Class 9 Hindi A Kshitij Lesson 10 Kaidi Aur Kokila Multiple Choice Questions (बहुविकल्पीय प्रश्न)

 

1. कवि कोयल को क्या संबोधित करता है?
(क) देवी
(ख) आली
(ग) माता
(घ) दासी
उत्तर- (ख) आली

2. जेल की दीवारें कैसी हैं?
(क) नीली और ऊँची
(ख) लाल और मजबूत
(ग) ऊँची और काली
(घ) पतली और सफेद
उत्तर– (ग) ऊँची और काली

3. जेल में कैदियों को भोजन कैसा मिलता है?
(क) स्वादिष्ट और भरपूर
(ख) संतोषजनक और पोषणयुक्त
(ग) थोड़ा और असंतोषजनक
(घ) स्वच्छ और पर्याप्त
उत्तर– (ग) थोड़ा और असंतोषजनक

4. कवि जेल में रहकर क्या अनुभव करता है?
(क) कड़ी निगरानी और यातना
(ख) पूर्ण स्वतंत्रता
(ग) धन-धान्य की समृद्धि
(घ) अँग्रेजों का प्रेम
उत्तर- (क) कड़ी निगरानी और यातना

5. अँग्रेज सैनिकों का व्यवहार कैसा था?
(क) दयालु
(ख) निर्दयी और कठोर
(ग) न्यायपूर्ण
(घ) सहानुभूतिपूर्ण
उत्तर- (ख) निर्दयी और कठोर

6. कोयल के गीत में कवि को क्या सुनाई देता है?
(क) प्रेम का संगीत
(ख) वसंत का संदेश
(ग) उल्लास और खुशी
(घ) पीड़ा और करुणा
उत्तर- (घ) पीड़ा और करुणा

7. कवि कोयल से बार-बार प्रश्न क्यों कर रहा है?
(क) वह कोयल की भाषा समझना चाहता है
(ख) वह कोयल की पीड़ा जानना चाहता है
(ग) वह कोयल को पकड़ना चाहता है
(घ) वह कोयल को डराना चाहता है
उत्तर- (ख) वह कोयल की पीड़ा जानना चाहता है

8. “क्या हुई बावली?” पंक्ति में कवि क्या कहना चाहता है?
(क) क्या कोयल पागल हो गई है
(ख) क्या कोयल उत्साहित हो गई है
(ग) क्या कोयल नाच रही है
(घ) क्या कोयल सो रही है
उत्तर- (क) क्या कोयल पागल हो गई है

9. “हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ” इस पंक्ति में कवि क्या कहना चाहता है?
(क) वह किसान है
(ख) वह व्यापार कर रहा है
(ग) वह जेल में अत्याचार सह रहा है
(घ) वह शांति से जीवन जी रहा है
उत्तर- (ग) वह जेल में अत्याचार सह रहा है

10. कवि अपनी कोठरी को कैसा बताता है?
(क) उजली और स्वच्छ
(ख) काली और अंधेरी
(ग) हरी-भरी
(घ) सुंदर और आरामदायक
उत्तर- (ख) काली और अंधेरी

11. कवि किसके लिए संघर्ष कर रहा है?
(क) स्वतंत्रता
(ख) धन-संपत्ति
(ग) निजी स्वार्थ
(घ) शक्ति और प्रभुत्व
उत्तर- (क) स्वतंत्रता

12. कोयल के गीतों को कवि किस चीज़ से तुलना करता है?
(क) मधुर विद्रोह-बीज
(ख) फूलों की महक
(ग) शांति का संदेश
(घ) प्रेम की पुकार
उत्तर- (क) मधुर विद्रोह-बीज

13. कवि अपनी स्थिति की तुलना कोयल से कैसे करता है?
(क) कोयल की सुंदरता और अपनी कुरूपता को बताकर
(ख) कोयल की स्वतंत्रता और अपनी कैद का वर्णन करके
(ग) कोयल की आवाज़ की मधुरता और अपनी कठोरता को दर्शाकर
(घ) कोयल की उड़ान और अपनी जंजीरों की तुलना करके
उत्तर- (ख) कोयल की स्वतंत्रता और अपनी कैद का वर्णन करके

14. “तेरे गीत कहावें वाह, रोना भी है मुझे गुनाह!” इस पंक्ति का आशय क्या है?
(क) कवि को अपने रोने की सजा दी जाती है
(ख) कोयल का गायन और कवि का रोना एक समान है
(ग) समाज को कोयल के गीत पसंद हैं, लेकिन कवि की व्यथा कोई नहीं सुनना चाहता
(घ) कोयल और कवि दोनों ही स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे हैं
उत्तर– (ग) समाज को कोयल के गीत पसंद हैं, लेकिन कवि की व्यथा कोई नहीं सुनना चाहता

15. “मोहन के व्रत पर, प्राणों के आसव किसमें भर दूँ!” – यहाँ ‘मोहन’ किसका प्रतीक है?
(क) भगवान कृष्ण का
(ख) महात्मा गाँधी का
(ग) किसी मित्र का
(घ) कोयल का
उत्तर- (ख) महात्मा गाँधी का

16. कवि ने ‘काली’ शब्द का प्रयोग किन चीज़ों के लिए किया है?
(क) रात, शासन और जेल की कोठरी के लिए
(ख) कोयल, फूल और आकाश के लिए
(ग) स्वतंत्रता, प्रकाश और सत्य के लिए
(घ) प्रेम, भक्ति और आत्मा के लिए
उत्तर- (क) रात, शासन और जेल की कोठरी के लिए

17. “मेरी लौह-शृंखला काली” इस पंक्ति में ‘लौह-शृंखला’ किसका प्रतीक है?
(क) स्वतंत्रता का
(ख) बंदी जीवन और पराधीनता का
(ग) शक्ति और पराक्रम का
(घ) प्रेम और समर्पण का
उत्तर- (ख) बंदी जीवन और पराधीनता का

18. “काले संकट-सागर” का तात्पर्य क्या है?
(क) विशाल समुद्र का विस्तार
(ख) बारिश से भरा हुआ जलाशय
(ग) रात के समय का सौंदर्य
(घ) कवि के जीवन की कठिनाइयाँ और अँग्रेजी शासन का अत्याचार
उत्तर– (घ) कवि के जीवन की कठिनाइयाँ और अँग्रेजी शासन का अत्याचार

19. कवि को कोयल के “चमकीले गीतों” से क्या आशय है?
(क) कोयल के मधुर स्वर, जो आशा का संदेश देते हैं
(ख) कोयल के गाने की चमकदार लहरें
(ग) कोयल की आवाज़, जो डरावनी लगती है
(घ) कोयल की भाषा, जो समझ से परे है
उत्तर– (क) कोयल के मधुर स्वर, जो आशा का संदेश देते हैं

20. प्रस्तुत पाठ “क़ैदी और कोकिला” के रचयिता कौन हैं?
(क) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
(ख) मैथलीशरण गुप्त
(ग) माखनलाल चतुर्वेदी
(घ) सुमित्रा नंदन पंत
उत्तर– (ग) माखनलाल चतुर्वेदी

 

Kaidi Aur Kokila Extra Question Answers (अतिरिक्त प्रश्न उत्तर) 

 

प्रश्न 1: कवि कोयल से क्या सवाल पूछता है?
उत्तर: कवि कोयल से पूछता है कि वह बार-बार क्यों गा रही है और उसके गीत का क्या अर्थ है? क्या उसमें कोई संदेश या प्रेरणा छिपी है, और यदि हाँ, तो यह संदेश किसका है?

प्रश्न 2: कवि अपनी कारागार की स्थिति का वर्णन किस प्रकार करता है?
उत्तर: कवि अपनी कारागार की स्थिति को दयनीय और दुखद बताते हुए कहता है कि वहाँ की दीवारें ऊँची और काली हैं, चारों ओर अपराधियों और डाकुओं का बसेरा है। वहाँ जीने के लिए भोजन नहीं मिलता और भूख और अत्याचार से शरीर तड़पता है।

प्रश्न 3: कवि के अनुसार, क्या यह अंधकार सिर्फ रात का है या अँग्रेजी शासन का प्रभाव है?
उत्तर: कवि सोचता है कि यह अंधकार केवल रात का नहीं है, बल्कि यह अँग्रेजी शासन का कष्टदायक प्रभाव है, जो हर चीज को निराशा में डुबो चुका है।

प्रश्न 4: कवि कोयल से क्यों पूछता है कि वह किस दावानल की ज्वालाओं को देख रही है?
उत्तर: कवि कोयल से पूछता है कि क्या वह किसी जंगल की आग की भयंकर लपटें देख रही है, जो उसकी पीड़ा और व्याकुलता का कारण बनी हैं?

प्रश्न 5: कवि कोयल से क्या सवाल करता है जब वह आधी रात को कोयल की चीख सुनता है?
उत्तर: कवि कोयल से पूछता है कि वह अचानक इतनी बावली क्यों हो गई है और आधी रात के सन्नाटे में इतनी जोर से क्यों चीख रही है? क्या उसने किसी भयंकर संकट या विनाश को देखा है?

प्रश्न 6: कवि ने क्यों पूछा कि “क्या देख न सकती जंजीरों का गहना?”
उत्तर: कवि ने यह सवाल पूछा है क्योंकि वह यह जानना चाहता है कि क्या कोयल इस कड़ी बंदिशों और जंजीरों की कष्टकारी स्थिति को देख सकती है, जो ब्रिटिश शासन के दमन के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत की गई है।

प्रश्न 7: “इस शांत समय में अंधकार को बेध, रो रही क्यों हो?” में कवि क्या व्यक्त करना चाहता है?
उत्तर: कवि इस सवाल के माध्यम से यह जानना चाहता है कि कोयल इस शांत और अंधकारमय समय में क्यों रो रही है और उसके भीतर की पीड़ा या विद्रोह क्यों प्रकट हो रहा है।

प्रश्न 8: “चुपचाप, मधुर विद्रोह-बीज इस भाँति बो रही क्यों हो?” में कवि कोयल से क्या पूछता है?
उत्तर: कवि यह सवाल पूछता है क्योंकि वह यह जानना चाहता है कि कोयल अपनी मधुर आवाज़ से चुपचाप विद्रोह का बीज क्यों बो रही है, जो आने वाले समय में बदलाव और विरोध का प्रतीक बन सकता है।

प्रश्न 9: “काली तू, रजनी भी काली, शासन की करनी भी काली” में कवि ने काले रंग का क्या प्रतीकात्मक अर्थ दिया है?
उत्तर: कवि ने काले रंग का उपयोग दमन, पीड़ा और निराशा के प्रतीक के रूप में किया है। यहाँ “काली” रात, शासन की क्रूरता, और जीवन की कठिन परिस्थितियों को दर्शाता है, जो कालापन और अंधकार से घिरी हुई हैं।

प्रश्न 10: “तेरा नभ-भर में संचार, मेरा दस फुट का संसार!” में कवि क्या कहना चाहता है?
उत्तर: कवि यहाँ अपने और कोयल के जीवन के अंतर को प्रदर्शित कर रहा है। कोयल को आकाशभर की स्वतंत्रता और अवसर मिले हैं, जबकि कवि का संसार केवल दस फुट तक सीमित है, जो उसकी कैद और संघर्ष को दर्शाता है।