CBSE Class 9 Hindi Chapter 9 Savaiye (सवैये) Question Answers (Important) from Kshitij Book
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Savaiye Chapter 9 NCERT Solutions
प्रश्न 1 – ब्रजभूमि के प्रति कवि का प्रेम किन-किन रूपों में अभिव्यक्त हुआ है?
उत्तर- ब्रजभूमि के प्रति कवि का प्रेम निम्नलिखित रूपों में अभिव्यक्त हुआ है। कवि को ब्रजभूमि से गहरा प्रेम है क्योंकि वे चाहते हैं कि अगर उन्हें अगले जन्म में मनुष्य योनि मिले तो वे गोकुल के गाँव के ग्वालों के बीच रहें। पशु योनि प्राप्त हो तो रोज़ नन्द बाबा की गायों के साथ चरें। अगर वे पत्थर भी बन जाएँ तो भी वे उस गोवर्धन पर्वत का पत्थर बनें जिसे श्री कृष्ण ने अपनी कनिष्ठा ऊँगली पर उठाया था। अगर वे पक्षी बने, तो वे यमुना किनारे कदम्ब की डालों में अपना खोंसला बनाएँ। रसखान ब्रजभूमि और श्री कृष्ण से जुड़ी हर वस्तु से प्रेम करते हैं जिस कारण वे कोई भी जन्म लेकर किसी भी रूप में श्री कृष्ण का साथ चाहते हैं।
प्रश्न 2 – कवि का ब्रज के वन, बाग और तालाब को निहारने के पीछे क्या कारण हैं?
उत्तर – कवि का ब्रज के वन-बाग और तालाब निहारने का कारण यह है कि ब्रज की वह इन सबसे भूमि से श्रीकृष्ण का जुड़ाव है और कवि इस जुड़ाव को महसूस करता है। कवि श्रीकृष्ण का अनन्य भक्त है। वे अपने आराध्य से जुड़े उन सभी स्थानों को देखना चाहते हैं जहाँ-जहाँ श्री कृष्ण घूमा करते होंगे। इस सभी से कवि को शांति और आनंद की अनुभूति होती है।
प्रश्न 3 – एक लकुटी और कामरिया पर कवि सब कुछ न्योछावर करने को क्यों तैयार है?
उत्तर- कवि श्री कृष्ण के प्रेम में पूरी तरह डूबे हुए हैं। इसी कारण जिस लाठी और छोटे कंबल को लेकर कृष्ण गाय चराने के लिए जाते थे उस लाठी और छोटे कंबल को पाने के लिए अगर उन्हें तीनों लोकों का राज्य भी त्यागना पड़े तो भी वे उसे भी त्यागने को तैयार हैं। क्योंकि कवि के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण कृष्ण ही हैं। इसलिए कृष्ण की एक-एक चीज़ भी उसके लिए महत्त्वपूर्ण है।
प्रश्न 4 – सखी ने गोपी से कृष्ण का कैसा रूप धारण करने का आग्रह किया था? अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
उत्तर- सखी ने गोपी से कृष्ण का ठीक वैसा ही रूप धारण करने का अग्रह किया था जैसा कृष्ण दिखते थे। उसने आग्रह किया था कि वह कृष्ण की तरह मोर पंख से बना मुकुट अपने सिर पर धारण करें, अपने गले में कृष्ण की ही तरह गुंज की माला धारण करें। कृष्ण की ही तरह पीले वस्त्र धारण करके हाथ में लाठी लेकर ग्वालों के साथ वन में गाय चराते हुए घूमें।
प्रश्न 5 – आपके विचार से कवि पशु, पक्षी और पहाड़ के रूप में भी कृष्ण का सान्निध्य क्यों प्राप्त करना चाहता है?
उत्तर– हमारे विचार से कवि पशु, पक्षी और पहाड़ के रूप में भी कृष्ण का सान्निध्य इसलिए प्राप्त करना चाहता है क्योंकि इन सबके साथ श्रीकृष्ण का जुड़ाव किसी न किसी रूप में रहा था। कवि कृष्ण का अनन्य भक्त है। वे उन सभी वस्तुओं के समीप रहना चाहते हैं जिनका सम्बन्ध किसी न किसी रूप में कृष्ण से रहा है।
प्रश्न 6 – चौथे सवैये के अनुसार गोपियाँ अपने आप को क्यों विवश पाती हैं?
उत्तर – चौथे सवैये के अनुसार गोपियाँ अपने आपको इसलिए विवश पाती हैं क्योंकि श्रीकृष्ण की मुसकान अत्यंत आकर्षक व् मनमोहक है। इस मुसकान के आकर्षण से बच पाना उनके लिए कठिन हो जाता है। वे पूरी कोशिश करती है कि वे न तो कृष्ण की बाँसुरी की धुन सुने और न ही उनके वश में रहें। परन्तु कृष्ण कि मोहक मुसकान के कारण वे अपने तन-मन पर अपना नियंत्रण नहीं रख पाती है।
प्रश्न 7 – भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) कोटिक ए कलधौत के धाम करील के कुंजन ऊपर वारौं।
(ख) माइ री वा मुख की मुसकानि सम्हारी न जैहै, न जैहै, न जैहै।
उत्तर –
(क) रसखान ब्रजभूमि से इतना प्रेम करते हैं कि वे ब्रजभूमि की काँटेदार झाड़ियों के लिए करोड़ों महलों के सुखों को भी न्योछावर करने को तैयार हैं। भाव यह है कि वे महलों की सुख-सुविधा त्यागकर भी उस ब्रजभूमि पर रहना पसंद करते हैं। चाहे इससे उन्हें कितना भी कष्ट पहुंचे।
(ख) गोपी कृष्ण की मधुर-मोहिनी मुसकान से बचने की पूरी कोशिश करती है परन्तु कृष्ण की मुस्कान इतनी मोहक है कि उससे कृष्ण की मोहकता झेली नहीं जाती। वह पूरी तरह उस पर समर्पित हो गई है।
प्रश्न 8 – ‘कालिंदी कुल कदंब की डारन’ में कौन-सा अलंकार है?
उत्तर-‘कालिंदी कूल कदंब की डारन’ में ‘क’ वर्ण की आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है।
प्रश्न 9 – काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए
या मुरली मुरलीधर की अधरा न धरी अधरा न धरौंगी।।
उत्तर– इसमें यमक अलंकार है। ‘मुरली मुरलीधर’ में सभंग यमक है। ‘अधरान’ धरी ‘अधरा न’ में भी सभंग यमक है।
अधरान = अधरों पर
अधरा न = होठों पर नहीं।
अनुप्रास अलंकार का सौंदर्य भी देखते बनता है।
Class 9 Hindi Savaiye– Extract Based Questions (गद्यांश पर आधारित प्रश्न)
1 –
मानुष हौं तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन।
जौ पसु हौं तो कहा बस मेरो चरौं नित नंद की धेनु मँझारन॥
पाहन हौं तो वही गिरि को जो कियो हरिछत्र पुरंदर धारन।
जौ खग हौं तो बसेरो करौं मिलि कालिंदी कूल कदंब की डारन।
प्रश्न 1 – अगले जन्म में मनुष्य बन कर कवि कहाँ और किसके साथ रहना चाहता है?
(क) गोकुल ने नन्द बाबा के साथ
(ख) गोकुल ने श्री कृष्ण के साथ
(ग) गोकुल ने गोपियों के साथ
(घ) गोकुल ने ग्वालों के साथ
उत्तर – (घ) गोकुल ने ग्वालों के साथ
प्रश्न 2 – पद्यांश में कवि ने कौन सी निर्जीव चीज़ बनने की इच्छा की है?
(क) पर्वत
(ख) गोवर्धन
(ग) पत्थर
(घ) लाठी
उत्तर – (ग) पत्थर
प्रश्न 3 – कवि यमुना किनारे कदंब की शाखाओं पर क्या बनकर रहना चाहता है?
(क) बन्दर बनकर
(ख) कीट बनकर
(ग) पक्षी बनकर
(घ) तोता बनकर
उत्तर – (ग) पक्षी बनकर
प्रश्न 4 – कवि अगले जन्म में कौन-सा पशु बनना चाहता है?
(क) गाय
(ख) बन्दर
(ग) कदंब की शाखाओं का पक्षी
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (क) गाय
प्रश्न 5 – काव्यांश में कौन सा रस विध्यमान है?
(क) रौद्र
(ख) शृंगार
(ग) शांत
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) शांत
2 –
या लकुटी अरु कामरिया पर राज तिहूँ पुर को तजि डारौं।
आठहुँ सिद्धि नवौ निधि के सुख नंद की गाइ चराइ बिसारौं॥
रसखान कबौं इन आँखिन सौं, ब्रज के बन बाग तड़ाग निहारौं।
कोटिक ए कलधौत के धाम करील के कुंजन ऊपर वारौं॥
प्रश्न 1 – कवि लाठी और काले कंबल के बदले क्या त्याग देने को तैयार है?
(क) सोने से बने महल
(ख) तीनों लोकों का राज्य
(ग) अपनी संपत्ति
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ख) तीनों लोकों का राज्य
प्रश्न 2 – कवि अपनी आँखों से ब्रज के वन, बाग और तालाबों को निहारना चाहता है।
(क) ब्रज के वन को
(ख) ब्रज के बाग को
(ग) ब्रज के तालाब को
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 3 – प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने किसके प्रति अपना प्रेम व्यक्त किया है?
(क) कृष्ण के प्रति
(ख) गोपियों के प्रति
(ग) ब्रजभूमि के प्रति
(घ) ब्रज वासियों के प्रति
उत्तर – (क) कृष्ण के प्रति
प्रश्न 4 – कवि नंद बाबा की गाय चराने के सुख के बदले क्या भूल जाने के लिए तैयार हैं?
(क) महल में रहने के सुख को
(ख) ब्रजभूमि में रहने के सुख को
(ग) आठों सिद्धियों और नौ निधियों के सुख को
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) आठों सिद्धियों और नौ निधियों के सुख को
प्रश्न 5 – रसखान को महलों के सुख से कहीं अधिक सुख ब्रजभूमि की काँटेदार झाड़ियों में क्यों मिलता है?
(क) क्योंकि वहाँ के लोग अत्यधिक आकर्षक थे
(ख) क्योंकि वहाँ श्री कृष्ण बांसुरी बजाते थे
(ग) क्योंकि वहाँ गोपियाँ रास रचाती थी
(घ) क्योंकि वहाँ श्री कृष्ण ने कभी अपना समय बिताया था
उत्तर – (घ) क्योंकि वहाँ श्री कृष्ण ने कभी अपना समय बिताया था
3 –
मोरपखा सिर ऊपर राखिहौं, गुंज की माल गरें पहिरौंगी।
ओढ़ि पितंबर लै लकुटी बन गोधन ग्वारनि संग फिरौंगी।।
भावतो वोहि मेरो रसखानि सों तेरे कहे सब स्वाँग करौंगी।
या मुरली मुरलीधर की अधरान धरी अधरा न धरौंगी।।
प्रश्न 1 – ‘मोरपखा’ से क्या तात्पर्य है?
(क) मोर का पंख
(ख) मोर की कलकी
(ग) सुन्दर मुकुट
(घ) मोर के पंख से बना मुकुट
उत्तर – (घ) मोर के पंख से बना मुकुट
प्रश्न 2 – पद्यांश में मुरलीधर किसे कहा गया है?
(क) मुरली बजाने वाले को
(ख) गोपी को
(ग) कृष्ण को
(घ) कवि को
उत्तर – (ग) कृष्ण को
प्रश्न 3 – गोपी कैसा श्रृंगार करना चाहती है?
(क) मोर मुकुट का
(ख) पीताम्बर वस्त्रों का
(ग) श्री कृष्ण की तरह
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) श्री कृष्ण की तरह
प्रश्न 4 – गोपी मुरली को अपने होंठों पर क्यों नहीं रखना चाहती?
(क) क्योंकि वे उसे अपनी सौतन मानती हैं
(ख) क्योंकि उन्हें बांसुरी बजाना नहीं आता
(ग) क्योंकि कृष्ण उन्हें अपनी बांसुरी नहीं देंगें
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (क) क्योंकि वे उसे अपनी सौतन मानती हैं
प्रश्न 5 – इस पद्यांश में कौन सा रस है?
(क) शांत
(ख) भक्ति
(ग) रौद्र
(घ) करुण
उत्तर – (ख) भक्ति
Class 9 Hindi A Kshitij Lesson 9 Savaiye Multiple choice Questions (बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्रश्न 1 – रसखान को यदि अगला जन्म मनुष्य का मिले तो वे कहाँ रहना चाहते थे?
(क) गायों के बीच
(ख) गोकुल गांव में
(ग) नन्द बाबा के पास
(घ) गोवर्धन पर्वत में
उत्तर – (ख) गोकुल गांव में
प्रश्न 2 – रसखान अगले जन्म में किस जगह का पत्थर बनना चाहते थे?
(क) श्री कृष्ण के बैठने के स्थान का
(ख) यमुना के तट का
(ग) यमुना नदी का
(घ) गोवर्धन पर्वत का
उत्तर – (घ) गोवर्धन पर्वत का
प्रश्न 3 – कालिंदी किसका प्राचीन नाम हैं?
(क) यमुना नदी का
(ख) गंगा नदी का
(ग) सरस्वती नदी का
(घ) कावेरी नदी का
उत्तर – (क) यमुना नदी का
प्रश्न 4 – “जौ खग हौं तो बसेरो करौं , मिलि कालिंदीकूल कदंब की डारन” , में कौन सा अलंकार हैं ?
(क) यमक
(ख) अनुप्रास
(ग) उपमा
(घ) अतिश्योक्ति
उत्तर – (ख) अनुप्रास
प्रश्न 5 – किसके आगे रसखान को तीनों लोकों का राज्य तुच्छ या बेकार लगता था?
(क) नन्द बाबा के पास रहने के आगे
(ख) ग्वालों के बीच रहने के आगे
(ग) श्रीकृष्ण के प्रेम के आगे
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) श्रीकृष्ण के प्रेम के आगे
प्रश्न 6 – सिद्धियाँ व निधियों कितनी प्रकार की मानी जाती हैं?
(क) आठ सिद्धियाँ और आठ निधियाँ
(ख) नौ सिद्धियाँ और नौ निधियाँ
(ग) आठ सिद्धियाँ और नौ निधियाँ
(घ) नौ सिद्धियाँ और आठ निधियाँ
उत्तर – (ग) आठ सिद्धियाँ और नौ निधियाँ
प्रश्न 7 – रसखान अपनी आंखों से क्या देखना चाहते थे?
(क) ब्रज के जंगल
(ख) ब्रज के बाग
(ग) ब्रज के तालाब
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 8 – रसखान ब्रजभूमि की कटीली झाड़ियों पर क्या न्यौछावर करने को तैयार थे?
(क) अपना सारा धन
(ख) करोड़ों सोने के महल
(ग) अपना जीवन
(घ) अपना घर
उत्तर – (ख) करोड़ों सोने के महल
प्रश्न 9 – रसखान के ब्रजभूमि से इतना गहरा लगाव होने का क्या कारण था?
(क) श्रीकृष्ण से प्रेम
(ख) नन्द बाबा से प्रेम
(ग) गोपियों से प्रेम
(घ) ब्रज भूमि से प्रेम
उत्तर – (क) श्रीकृष्ण से प्रेम
प्रश्न 10 – मुरलीधर श्रीकृष्ण हमेशा किसमें मस्त रहते थे?
(क) गाय चराने में
(ख) माखन चुराने में
(ग) मुरली बजाने में
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) मुरली बजाने में
प्रश्न 11 – कृष्ण का रूप धारण करने के लिए गोपी कैसे वस्त्र पहनने को तैयार थी?
(क) नील
(ख) पीले
(ग) सफेद
(घ) रंग-बिरंगे
उत्तर – (ख) पीले
प्रश्न 12 – “या मुरली मुरलीधर की अधरान धरी अधरा न धरौंगी” , में कौन सा अलंकार हैं?
(क) रूपक
(ख) उपमा
(ग) अनुप्रास
(घ) यमक
उत्तर – (घ) यमक
प्रश्न 13 – श्रीकृष्ण कैसा मुकुट धारण करते है?
(क) मोरपंखों का
(ख) गुंज माला का
(ग) गोपियों द्वारा बनाया गया
(घ) मोरकलकी का
उत्तर – (क) मोरपंखों का
प्रश्न 14 – गोपियाँ क्या नही करना चाहती थी?
(क) मोरमुकुट नहीं पहनना चाहती थी
(ख) ब्रज भूमि को छोड़ कर नहीं जाना चाहती थी
(ग) श्रीकृष्ण की मुरली को अपने होठों पर नहीं रखना चाहती थी
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (ग) श्रीकृष्ण की मुरली को अपने होठों पर नहीं रखना चाहती थी
प्रश्न 15 – गोपियाँ श्रीकृष्ण की मुरली को अपने होठों पर क्यों नहीं रखना चाहती थी?
(क) वे मुरली को अपनी सौतन मानती थी
(ख) उन्हें मुरली बजानी नहीं आती थी
(ग) उन्हें मुरली पकड़नी नहीं आती थी
(घ) श्री कृष्ण अपनी मुरली किसी को नहीं देते थे
उत्तर – (क) वे मुरली को अपनी सौतन मानती थी
प्रश्न 16 – कृष्ण की मनमोहक मुरली की धुन पर कौन नाच उठते थे?
(क) ब्रज के सभी लोग
(ख) ब्रज के ग्वाले
(ग) ब्रज के सभी लोग और गायें
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर – (घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 17 – “कलघौत” का अर्थ क्या हैं ?
(क) सोना
(ख) नींद
(ग) आलस
(घ) धन-दौलत
उत्तर – (क) सोना
प्रश्न 18 – “पाहन” का क्या अर्थ है?
(क) पथ
(ख) रास्ता
(ग) पत्थर
(घ) पथिक
उत्तर – (ग) पत्थर
प्रश्न 19 – गोपियाँ क्या नहीं संभाल पाती थी?
(क) कृष्ण की मुरली
(ख) कृष्ण के मुख की मधुर मुस्कान
(ग) कृष्ण की नटखट आदतें
(घ) कृष्ण की बातें
उत्तर – (ख) कृष्ण के मुख की मधुर मुस्कान
प्रश्न 20 – “काल्हि कोई कितनो समुझैहै” , में कौन सा अलंकार हैं?
(क) यमक
(ख) अनुप्रास
(ग) उपमा
(घ) अतिश्योक्ति
उत्तर – (ख) अनुप्रास
Savaiye Extra Question Answers (अतिरिक्त प्रश्न उत्तर)
प्रश्न 1 – रसखान ने अपने आराध्य श्रीकृष्ण और उनकी जन्मभूमि के प्रति अपना प्रेम किस प्रकार प्रकट किया है?
उत्तर – रसखान अपने आराध्य श्रीकृष्ण और उनकी जन्मभूमि के प्रति अपना प्रेम प्रकट करते हुए कहते हैं कि अगर उन्हें अगले जन्म में मनुष्य योनि मिले तो वे गोकुल के गाँव के ग्वालों के बीच रहने का अवसर चाहते हैं। अगर उन्हें पशु योनि प्राप्त हो तो उनका वश तो होगा नहीं की वे किसके पशु बनेंगे परन्तु वे रोज़ नन्द बाबा की गायों के साथ चरना चाहेंगें। अगर वे पत्थर भी बन जाएँ तो भी वे उस गोवर्धन पर्वत का पत्थर बनाना चाहेंगे जिसे श्री कृष्ण ने अपनी तर्जनी (कनिष्ठा ऊँगली) पर उठा कर ब्रज को इन्द्र के प्रकोप से बचाया था। अगर वे पक्षी बने, तो वे यमुना किनारे कदम्ब की डालों में अपना खोंसला बनाना चाहेंगे। भाव यह है कि रसखान ब्रजभूमि और श्री कृष्ण से जुड़ी हर वस्तु से प्रेम करते हैं जिस कारण वे कोई भी जन्म लेकर किसी भी रूप में श्री कृष्ण का साथ चाहते हैं। चाहे उन्हें इसके लिए कोई भी कष्ट उठाना पड़े।
प्रश्न 2 – रसखान कृष्ण और ब्रजभूमि के लिए सब कुछ त्यागने को तैयार हैं। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – श्री कृष्ण के प्रेम में डूबे रसखान उस लाठी और छोटे कंबल को पाने के लिए तीनों लोकों के राज्य को भी त्यागने के लिए तैयार हैं जिस लाठी और छोटे कंबल को लेकर कृष्ण गाय चराने के लिए जाते थे। वे नंद बाबा की गाय चराने के सुख के बदले आठों सिद्धियों और नौ निधियों के सुख को भी भूल जाने के लिए तैयार हैं। रसखान ब्रज भूमि के उन सभी स्थानों को देखना चाहते हैं जहाँ-जहाँ श्री कृष्ण घूमा करते होंगे। रसखान सोने-चाँदी के करोड़ों महलों को ब्रजभूमि की काँटेदार झाड़ियों पर न्योछावर करने को तैयार हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि रसखान को महलों के सुख से कहीं अधिक सुख ब्रजभूमि की काँटेदार झाड़ियों से भरी जगहों में मिलता है, जहाँ पर श्री कृष्ण ने कभी अपना समय बिताया था।
प्रश्न 3 – कृष्ण प्रेम में गोपियाँ कैसा रूप धारण करने को तैयार हैं?
उत्तर – गोपियों द्वारा कृष्ण के प्रेम को पाने के लिए वे हर कोशिश करने को तैयार हैं। वह कृष्ण की तरह मोर पंख से बना मुकुट अपने सिर पर धारण करने, अपने गले में कृष्ण की ही तरह गुंज की माला धारण करने, कृष्ण की ही तरह पीले वस्त्र धारण करके हाथ में लाठी लेकर ग्वालों के साथ वन में गाय चराते हुए घूमने के लिए तैयार हैं। वह वैसा रूप धारण करेने को तैयार हैं, जैसा रूप कृष्ण स्वयं धारण करते हैं।
प्रश्न 4 – गोपियाँ क्यों कृष्ण की मुरली को अपने होठों पर नहीं रखना चाहती?
उत्तर – गोपी कृष्ण की तरह पूरा स्वांग रचने को तैयार है मगर कृष्ण की मुरली को धारण करने को राज़ी नहीं है। इसका कारण यह है कि मुरली को बजाते समय कृष्ण इतने मग्न हो जाते हैं कि वे सबको भूल जाते हैं। साथ ही मुरली को गोपियाँ अपनी सौतन मानती हैं क्योंकि वह हर समय कृष्ण के पास रहती है। इस कारण गोपियाँ मुरली से ईर्ष्या भी करती हैं।
प्रश्न 5 – श्री कृष्ण की मुरली की धुन और उनकी मनमोहक मुस्कान के प्रभाव से बचने के लिए गोपियाँ क्या करती हैं? क्या वे इसमें सफल होती हैं?
उत्तर – श्री कृष्ण की मुरली की धुन और उनकी मनमोहक मुस्कान के प्रभाव से बचने के लिए गोपियाँ, श्री कृष्ण मुरली की मधुर धुन बजाने पर अपने कानों में उँगली डाल लेती हैं। जिससे उन्हें मुरली का स्वर न सुनाई दे। गोपियाँ प्रयास करती हैं, जब श्री कृष्ण ऊँचे – ऊँचे भवनों पर चढ़कर गायों के समूह को भी आनंद देने वाली मुरली की धुन गाते हैं तो गोपियाँ उस पर ध्यान नहीं देंगी। परन्तु गोपियाँ श्री कृष्ण की मुरली की धुन और उनकी मनमोहक मुस्कान, इन दोनों के प्रभाव से बचने का प्रयास करती हैं परंतु वह कृष्ण के मुख की मुस्कान के आगे विवश हो जाती हैं। इससे पता चलता है कि वे श्री कृष्ण से कितना प्रेम करती हैं।